मुख्यमंत्री ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को जेसिस पब्लिक स्कूल, गंगापुर रोड़, रुद्रपुर में उत्तरांचल पंजाबी महासभा द्वारा आयोजित ’विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने पाञ्चजन्य द्वारा विभाजन की विभीषिका पर आधारित खून के आसूं नामक पुस्तक का विमोचन एवं विभाजन विभीषिका पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभाजन की विभीषिका का दर्द सहने वाले 400 सेनानियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया एवं उनकी दीर्घायु की कामना की। सेनानियों को सम्मानित किए जाने पर उन्होंने कहा कि वह खुद को गौरवान्वित, भाग्यशाली एवं स्वयं को सम्मानित होते महसूस कर रहे हैं। उन्होंने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस को आने वाले सालों में और भव्य रूप दिए जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आए विभाजन विभीषिका सेनानियों का अभिनंदन किया, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले से विभाजन विभीषिका दिवस मनाए जाने की घोषणा की थी, यह दिवस उन सभी सेनानियों एवं विभाजन के दौरान अपने परिवार जनों से बिछड़े लोगो के बलिदान को याद करने का दिवस है। उन्होंने बताया हाल ही में हुई मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों को विभाजन की विभीषिका दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम किए जाने एवं विभाजन के दौरान मौजूद लोगों से बात किए जाने का आग्रह किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाजन विभीषिका के दौरान कई परिवारो ने अपनी जान हथेली में लेते हुए रेलगाड़ी बैलगाड़ी एवं अन्य माध्यमों से पलायन किया। विभाजन विभीषिका में लंबे संघर्ष के बावजूद लोगों ने समाज के विकास में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा विभाजन विभीषिका की पीड़ा सह चुके लोगों ने उत्तराखण्ड के तराई क्षेत्र को बसाने में अहम योगदान दिया। आज भी यह लोग उत्तराखंड के विकास में अपना अहम योगदान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा की आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है। जल्द ही हम अमृत काल में प्रवेश करेंगे, ये काल भारत का स्वर्णिम काल होगा। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने भी यह संकल्प लिया है कि जब हमारा राज्य 25वें साल में प्रवेश करेगा, तब हमारा प्रदेश देश का श्रेष्ठ राज्य होगा। इसके लिए हम सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के मंत्र पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा किच्छा में एम्स खुलने जा रहा है, हमारा प्रयास है कि हम काठगोदाम एवं रुद्रपुर से अमृतसर के लिए सीधे ट्रेन चलाए, रुद्रपुर में बाईपास का काम किया जाएगा एवं गदरपुर में कुछ ही दिनों में बाईपास बनकर तैयार होने वाला है जिससे लोगों को आवाजाही में सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा उत्तराखंड की जनता को हर प्रकार से सरकार सुविधा पहुंचाएं इसके लिए हम लगातार कार्य कर रहे हैं।
केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि मानवता के दुश्मन कट्टर पंथियों से मानवता एवं धर्म की रक्षा करने वाले विभाजन विभीषिका सेनानियों को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि ये सेनानी वास्तव में हमारे व आने वाली पीढ़ियों के लिए रोल मोडल हैं, जिन्होंने अपना सब कुछ खोकर भी बिना किसी के आगे हाथ फैलाएं, अपनी हिम्मत के बल पर स्वयं को खड़ा किया और आज देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देश के चहुंमुॅखी विकास हेतु लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमृतसर का पानी अमृत तुल्य है। उन्होंने कहा कि काठगोदाम से अमृतसर तक रेल संचालन शीघ्र शुरू किये जाने की कौशिश की जा रही है।
सैनिक कल्याण एवं जनपद प्रभारी मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हमारा देश आजाद तो हुआ, लेनिक देश को आजादी की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। उन्होंने कहा कि विस्थापन एवं विभाजन के दर्द को भुलाकर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि देश को विकास के पथ पर आगे ले जाने में इस समाज का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने विभाजन का दर्द झेलने वाले सभी व्यक्तियों को नमन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किये गये विभिन्न कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस दौरान विधायक शिव अरोड़ा, विधायक अरविन्द पाण्डे, विधायक प्रदीप बत्रा, विधायक सरिता कपूर, मेयर रामपाल सिंह, पूर्व सांसद बलराज पासी, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, जिलाध्यक्ष उत्तम दत्ता, जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त, एसएसपी मन्जुनाथ टीसी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम ने ठेले पर खाया खाना, कहा-मेरा पुराना नाता है

रुद्रपुर में सरस मेले के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को रस्तोगी के ठेले पर राजमा-चावल व कढ़ी खाया और तारीफ की। कालेज के समय से ही सीएम धामी व विधायक ठुकराल पर राजमा-चावल के स्वाद का जादू आज भी बरकरार है। जमीन से जुड़े सीएम ने ठेले पर रुककर खाने का लुत्फ उठाया। ठेले वाले से उनका यह रिश्ता पिछले 20 वर्षाे से अधिक का है। जाते समय ईनाम देकर रवाना हुए।
बरेली मीरगंज निवासी राजा राम यहां आदर्श नगर कालोनी वार्ड-13 में परिवार संग निवास करते हैं। करीब 40 वर्ष से ठेली लगाने का काम करते आ रहे हैं। शुरुआती दौर में डिग्री कालेज में शिकंजी लगाने लगे। करीब 20 वर्ष पहले से विधायक राजकुमार ठुकराल और पुष्कर सिंह धामी एक साथ दुकान पर आकर शिकंजी पीते थे, फिर बाद में राजमा चावल शुरू किया तो वे अक्सर खाने आते थे।
राजा राम ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि यह राजमा चावल का नहीं बल्कि रिश्तो का स्वाद है। बताया कि विधायक राजकुमार ठुकराल के संग अक्सर धामी भी आते थे। समय बीतता गया और पुष्कर सिंह धामी भी विधायक बन गए। विधायक बनने के बाद भी कई बार हमारे यहां राजमा चावल खाया है। सीएम बनने की खबर मिली थी, सुनकर अच्छा लगा था, लेकिन अनुमान नहीं था कि कभी सीएम बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी ठेली पर हमारे यहां राजमा चावल खाएंगे।
गुरुवार को अचानक गाड़ियों का एक बड़ा काफिला ठेली के सामने रूका और गाड़ी और गाड़ी से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधायक राजकुमार ठुकराल, प्रभारी मंत्री यतिश्वरानंद और जिलाध्यक्ष शिव अरोरा सहित तमामा लोगों को देख एक पल रुक सा गया। सीएम धामी ने राजमा चावल लगाने के लिए कहा, कुर्सी मेज ठीक करने लगा तो बोले ऐसे ही लगा दो। उन्होंने राजमा चावल खाकर तारीफ की और इनाम दो हजार रुपये देकर चले गए। काफी अच्छा लग रहा है, कि समय बदलता रहा लेकिन आज भी स्नेह और लगाव वही बरकरार है। सीएम जमीन से जुड़े नेता हैं। वह आज भी आए तो पहले के जैसे ही हाथ में प्लेट लेकर बिना कुर्सी के खड़े होकर ही खाया। उनका मानना है कि जो नेता बड़ा पद पाने के बाद भी बदलता नहीं और बिना तामझाम के रहता है वह लंबी राजनीतिक पारी खेलता है।

पंचायतों को मजबूत करने के लिए सरकार ने की है कई घोषणाएं-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को गांधी पार्क, रूद्रपुर में आयोजित लोक योजना अभियान ’’सबकी योजना सबका विकास’’ के अंतर्गत कुमाऊं मंडल के पंचायत प्रतिनिधियों की राज्य स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यशाला में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राम प्रधानों द्वारा कोरोना काल में विपरीत परिस्थितियों में सराहनीय कार्य करने पर 10 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि देने, कोविड-19 के दौरान कोविड में दर्ज मुकदमे वापस लेने, बाटा चौक का नाम डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उपाध्यक्ष जिला पंचायत का मानदेय 5000 हजार से बढ़ाकर 7000 करने, उप प्रमुख, ज्येष्ठ कनिष्ठ क्षेत्र पंचायत का 1500 से 2500 करने का प्रस्ताव किया गया है।
उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्षों को पूर्व की भांति राज्यमंत्री का दर्जा दिये जाने का भी प्रयास किया जायेगा। पीएम आवास योजना ग्रामीण का लाभ अभी वर्ग-1 क की भूमि व स्वामित्व कार्ड वालों को ही आवास दिया जा रहा है। जिससे उधम सिंह नगर में 1000 लोग आवास से वंचित रह रहे हैं। इस सम्बन्ध में चौहद्दी निर्धारित कर आवास दिये जाने की व्यवस्था होने तक किसी भी आवास को सूची से डिलीट न किया जाये, इसके लिए डीएम व सीडीओ कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति बेहद सजग व संजीदगी से कार्य किये जा रहे हैं। आयुष्मान योजना से सम्बन्धित शिकायत मिलने पर सम्बन्धितों के खिलाफ तुरन्त कार्यवाही की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने डीआईजी को निर्देशित करते हुए कहा कि पुलिस थानों एवं चौकियों में जनप्रतिनिधियों को सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधानों का मानदेय बढ़ाकार उनका सम्मान किया है। यह हमारी भावना है कि जो समय, संसाधन है उससे किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पंचायतों को लगातार सशक्त करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की तरक्की, मजबूती में त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का सबसे बड़ा योगदान है। त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधि जनता व सरकार के बीच सेतू का कार्य कर रहे है। पंचायते आज लोकतंत्र की मूलभूत ईकाईयां है। पंचायतें ़़सामाजिक न्याय एवं आर्थिक विकास का आधार भी है। सरकारी योजनाओं को क्रियान्वयन करने की असली जिम्मेदारी त्रि-स्तरीय प्रतिनिधियों की है। त्रि-स्तरीय प्रतिनिधि पहले पायदान पर आते हैं, जहां से विकास की नीव शुरू होती है।
उन्होंने कहा कि उनका वोट तथा आवास सब ग्राम सभा में होने के कारण उनका रिश्ता-नाता सीधे-सीधे पंचायत से है। त्रि-स्तरीय प्रतिनिधियों की मान्यता व जिम्मेदारी से परिचित हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में न्याय हेतु सरपंच होता था, जिसके फैंसले को सब मानते थे। जनता की सेवा करने का अवसर मिला है, इसमें कैसे, अपने ग्राम, क्षेत्र, ब्लॉक एवं जिले को अच्छे से अच्छा कर सकते हैं, सभी को आपसी भागीदारी व तालमेंल से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य को आगे बढ़ाने के लिए सभी की सामूहिक यात्रा है। हम सभी एक-एक कड़ी के रूप में है, सभी कड़ियों को पूरी जिम्मेदारी से कार्य करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में आवेदकों को शीघ्रता से ऋण मुहैया कराने हेतु बैंकों को 15 दिसम्बर की डेड लाइन तय की है। उन्होंने कहा कि 24000 रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया गतिमान है। उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवाओं को भर्ती परीक्षा हेतु आवेदन शुल्क निःशुल्क किया गया है। उन्होंने कहा कि सीडीएस सिविल सेवा एवं अन्य प्रारम्भिक परीक्षाऐं पास करने वाले विद्यार्थियों को कोचिंग, किताबों आदि के लिए धनराशि की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में केदारनाथ की पावन भूमि से प्रधानमंत्री ने पूरी दुनिया को संदेश दिया कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। उन्होंने कहा हमारा प्रदेश जब 25वॉ स्थापना दिवस मना रहा होगा, तब राज्य सभी क्षेत्रों में देश का अग्रणीय एवं आदर्श राज्य होगा। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 21वी सदी का दशक उत्तराखंड का दशक होगा, जो पर्यटन स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नंबर वन बनेगा। उन्होंने कहा बोधिसत्व विचार श्रृंखला के माध्यम से सरकार विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर चुके अनुभवी लोगों से सुझाव ले रही है। उन्होंने कहा हमारी सरकार हर समय जनता की सेवा में समर्पित है। उन्होंने कहा हमारा का प्रण है कि जितना भी समय हमारे पास है उसका प्रत्येक पल और क्षण हम उत्तराखण्ड की जनता की सेवा में समर्पित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने जिला पंचायत अध्यक्षों, जिला पंचायत सदस्यों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों, ग्राम प्रधानों के साथ ही उपनल, पीआरडी, आंगनबाड़ी, भोजन माताओं आदि के बढ़ाये गये मानदेय के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही सरकार द्वारा की गयी घोषणाओं व उनके शासनादेश एवं क्रियान्वयन की भी जानकारी देते हुए कहा कि सरकार द्वारा समाज के हर वर्गों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने कहा मानदेय बढ़ाना सिर्फ धनराशि देना नहीं है बल्कि यह आपके सेवा भाव के सम्मान की हमारी भावना है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए नई खेल नीति बनाई गई है। उन्होंने कहा हम प्रत्येक घोषणा के लिए पूर्व सुनियोजित तरीके से वित्तीय खर्च का प्रबंधन कर रहे हैं जिससे हमारी सारी घोषणाएं धरातल पर उतर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा कुमाऊॅ मण्डल में अच्छा कार्य करने वाले पांच ग्राम प्रधानों तथा पांच ग्राम विकास अधिकारियों को सम्मानित किया गया।
पंचायतीराज मंत्री अरविन्द पाण्डे ने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा कोरानाकाल में अपनी जान की परवाह किये बगैर पंचायतों में जो कार्य किये वह सराहनीय है तथा पंचायत प्रतिनिधियों का सम्मान सबसे ऊपर है। उन्होंने कहा कि पंचायतों में वर्तमान में धनराशि ऑनलाईन आंवटित की जाती है, जिससे शतप्रतिशत पैसा पंचायतों के खाते में पहुॅचता है जिससे पंचायतों में पारदर्शिता एवं जबावदेही भी सुनिश्चित हुई है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों की शैक्षणिक योग्यता सुनिश्चित होने से पढे़े लिखे प्रतिनिधि आ रहे हैं तथा समय से विकास कार्यों में धनराशि व्यय हो रही है।
कार्यशाला में पंचायतीराज विभाग एवं अन्य रेखीय विभागों के विशेषज्ञों द्वारा कार्यशाला में आये हुए समस्त प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया तथा उनके द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर भी दिया गया। त्रिस्तरीय पंचायतों में जीपीडीपी, बीपीडीपी एवं डीपीडीपी में पंचायतों की आवश्यकतानुसार प्लान बनाकर अपलोड किये जाने के सम्बन्ध में सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया गया, जिसमें पंचायतें मिलने वाले अनुदान का उचित प्रबन्धन कर उपयोग कर सकें। पंचायते प्राप्त अनुदान के सापेक्ष अपने-अपने क्षेत्र की यथा आवश्यकतानुसार योजनाओं का चयन कर प्लान बनायेंगे, जिससे बजट अनुदान प्रथमतः आवश्यक एवं विकासपरक योजनाओं पर व्यय किया जा सकेगा।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का आयोजन क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल की अध्यक्षता में किया गया तथा कार्यक्रम का संचालन हेमन्त बिष्ट द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में विधायक राजेश शुक्ला, मेयर रामपाल, अध्यक्ष वन विकास निगम सुरेश परिहार, उपाध्यक्ष किसान आयोग राजपाल सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रेनु गंगवार, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी रंजना राजगुरू, एसएसपी दलीप सिंह कुॅवर मौजूद रहे।

शहीद ऊधम सिंह के त्याग और बलिदान को युगों-युगों तक याद किया जायेगा-नड्डा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर रूद्रपुर में शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि शहीद ऊधम सिंह के त्याग एवं बलिदान को युगों-युगों तक याद किया जायेगा।
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, राज्यसभा सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, मेयर रामपाल सिंह, जिला अध्यक्ष शिव अरोरा, मण्डलायुक्त सुशील कुमार, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, प्रभारी जिलाधिकारी आशीष भट्गाई, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, उप जिलाधिकारी प्रत्यूष सिंह, ओसी कलेक्ट्रेट नरेश दुर्गापाल आदि ने भी शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

धामी ने रुद्रपुर में प्रदेश का सबसे ऊंचा राष्ट्रध्वज फहराया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गांधी पार्क, रुद्रपुर में उत्तराखण्ड के सबसे ऊंचे राष्ट्रध्वज का लोकार्पण किया। उन्होने हनुमान चालीसा के उच्चारण के साथ बटन दबाकर 191 फीट ऊंचे तिरंगे को फहराया। तदोपरान्त राष्ट्रगान के पश्चात तिरंगे को सलामी दी। इस दौरान पूरे गांधी पार्क का माहौल देश भक्ती में सरोबर हुआ। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने ओलम्पिक 2021 में पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी कांस्य पदक विजेता मनोज सरकार, आईएएस की परीक्षा में पूरे देश में 38वें स्थान प्राप्त करने वाली वरूणा अग्रवाल, वन्देमातरम ग्रुप के संयोजक संजय आर्या व कोरोना काल में जनसेवा करने वाले राधास्वामी सत्संग ब्यास रूद्रपुर के सदस्यों को सम्मानित किया। उन्होने स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी दर्शन लाल, दलवीर व सेवा सिंह को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
इस दौरान उन्होने जनसभा को सम्बोन्धित करते हुए कहा कि सरकार का प्रत्येक क्षण प्रदेश की जनता के लिए समर्पित है, सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि प्रत्येक जनता जो अन्तिम छोर तक विकास पहुंच सके ताकि उन लोगों तक भारत सरकार व राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार विद्युत, पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार व लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा बंगाली समुदाय के लिए उनके प्रमाण-पत्रों में पूर्वी पाकिस्तानी या बांग्लादेशी शब्द को हटाने, नजूल भूमि पर जनता को मालिकाना हक देने का कार्य प्रारम्भ, किसानों के गन्ने का पूर्ण भुगतान आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया गया है। उन्होने कहा कि जनपद में धान खरीद प्रक्रिया को सुगम बनाने हेतु लगभग 200 धान क्रय केन्द्र स्थापित किये गये है ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होने कहा कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इस पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होने कहा कि बाजपुर मे 20 गांव के कई वर्षों पुराने मामलों का निस्तारण कर 5800 परिवारों को मालिकाना हक देने का कार्य किया गया है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा रोजगार के क्षेत्र में तेजी से कार्य किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत प्रदेश में 24000 रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है व बेरोजगारों के लिए नौकरिया हेतु आवेदन फार्म को निशुल्क कर दिया गया है। उन्होने कहा कि समूह ख और ग में एक वर्ष की आयु सीमा में छूट दी गयी है ताकि कोरोना काल में जो लोग फार्म भरने से वंचित रह गये है उन्हे अवसर मिल सके व लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले युवाओं को 50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी ताकि वे आगे की तैयारी बिना किसी व्यवधान के पूर्ण कर सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलम्बी बनाने के लिए लगातार राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अन्तर्गत समूह की महिलाओं के उत्थान के लिए 119 करोड़ का पैकेज राज्य सरकार द्वारा दिया गया है। उन्होने कहा कि जिन लोगो का रोजगार कोरोना काल में प्रभावित हुई है सरकार उन सभी वर्गों का आर्थिक सहायता के रूप में सहयोग कर रही है। उन्होने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए उद्योंगों का विकसित होना बहुत जरूरी है जिसके लिए सरकार अगले तीन महीने में उद्योंगों की सभी समस्याओं का समाधान करेगी। उन्होने कहा कि उद्योगों में 70 प्रतिशत स्थानीय बेराजगारों को रोजगार मिले इसके लिए प्राविधान लाया जायेगा जिसे सख्ती से लागू किया जायेगा। उन्होने कहा कि प्रदेश के सभी एयरपोर्ट को हवाई सेवाओं से जोड़ा जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का चहुमुंखी विकास हो रहा है जो आज से पहले किसी अन्य प्रधानमंत्री के कार्यकाल में नही हुआ है, जैसे ऑल वेदर रोड के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों को जोड़ना, आयुष्मान कार्ड के माध्यम से लोगो को लाभान्वित करना, जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर को शुद्ध जल देना। उन्होने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को उत्तराखण्ड से अत्यधिक लगाव है, वे निरन्तर उत्तराखण्ड का चहुमुखी विकास के लिए प्रदेश सरकार की हर सम्भव सहायता कर रहे है। उन्होने कहा कि आज हमारी सीमाऐं पूर्ण रूप से सुरक्षित है। उन्होने कहा कि रूद्रपुर के ईएसआईसी अस्पताल का राज्य सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा शीघ्र ही संचालन किया जायेगा जिसमें सभी प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जायेगी। उन्होने कहा कि जिस तरह से हमारे देश के प्रधानमंत्री निरन्तर विकास के क्षेत्र में नये आयाम गढ़ रहे है उसी प्रकार उन्ही के पदचिन्हों पर प्रदेश की सरकार भी उत्तराखण्ड को सम्पूर्ण देश में सबसे बेहतर प्रदेश बनाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड को विश्व में सांस्कृतिक व आध्यात्मिक प्रदेश के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा राज्य आन्दोलनकारियों के चिन्हिकरण के लिए समय सीमा बढ़ाई गई है व राज्य आन्दोलनकारियों के आश्रितों को भी सरकार द्वारा पेंशन दी जायेगी।
इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है जो हमे आत्मसात करने वाला मुख्यमंत्री मिला है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड वीरों की भूमि है, आज देश की सीमाऐं पूरी तरह से सुरक्षित है। जिस तरह से आज देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में चहुंमुखी विकास कर रहा है उसी प्रकार उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में निरन्तर विकास कर रहा है।
विधायक राजकुमार ठुकराल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केन्द्रीय पर्यटन व रक्षा राज्यमंत्री ी अजय भट्ट को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होने कहा कि आज रूद्रपुर के लिए एक बड़ा दिन है जो आज यहां पर ओजस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केन्द्रीय पर्यटन व रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के कर कमलों से उत्तराखण्ड का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज का लोकार्पण किया गया है।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, पूर्व सांसद बलराज पासी, विधायक हरभजन सिंह चीमा, राजेश शुक्ला, मेयर रामपाल, ब्लॉक प्रमुख ममता जल्होत्रा, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, अध्यक्ष वन विकास निगम सुरेश परिहार, डीआईजी निलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी रंजना राजगुरू, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने 300 बेड के कोविड अस्पताल में 320 लाख रुपये की योजनाओं को लोकार्पण किया

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रूद्रपुर में पंडित राम सुमेर शुक्ल राजकीय मेडिकल कालेज में 1012.33 लाख लागत के 300 बेड के कोविड-19 हॅास्पिटल भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही राजकीय मेडिकल कालेज रूद्रपुर के अन्तर्गत 299.76 लाख की लागत से रेस्पिरेटरी एण्ड स्किन डिजीज ब्लाक, 537.23 लाख की लागत से रेडियोलॉजी ब्लॉक तथा विश्व बैंक पोषित 90.35 लाख की लागत से ऑक्सीजन सप्लाई पाइप लाइन कार्य का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सीएसआर के तहत टाटा प्रोजेक्टस लि0 के वित्तीय सहयोग से 320 लाख की लागत से 300 बेड कोविड हॉस्पिटल रूद्रपुर मे मेडिकल उपकरण की आपूर्ति एवं अधिष्ठान कार्यो का लोकार्पण के साथ ही प्लान इंडिया व रैकिट बैंकाइजर (इंडिया) प्रा0लि0 के सौजन्य से 50 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र किच्छा के आधुनिकीकरण कार्य, पालीप्लेक्स कॉरपोरेशन लिमिटेड बाजपुर वित्तीय सहयोग से 60 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बाजपुर के आधुनिकीकरण कार्य, पालीप्लेक्स कॉरपोरेशन लिमिटेड खटीमा के वित्तीय सहयोग से 125 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खटीमा के आधुनिकीकरण कार्य, बालाजी एक्शन बिल्डवेल सितारगंज के वित्तीय सहयोग से 200 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र के आधुनिकीकरण कार्य, बजाज ऑटो लिमिटेड पंतनगर एवं जानकी देवी बजाज ग्राम विकास संस्था के वित्तीय सहयोग से 300 लाख की लागत से पं0ज0ला0ने0 जिला चिकित्सालय, रूद्रपुर के आधुनिकीकरण कार्य, नैनी पेपर्स मिल काशीपुर मे वित्तीय सहयोग से 200 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र काशीपुर के आधुनिकीकरण कार्यों का शिलान्यास किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य योजना के अन्तर्गत विधानसभा क्षेत्र रूद्रपुर मे लोनिवि की 684.44 लाख लागत की विभिन्न सीसी मार्गां का लोकार्पण तथा 385.47 लाख की लागत से विभिन्न सडको के पुनर्निर्माण कार्यों के शिलान्यास के साथ ही नगर निगम रूद्रपुर के वार्ड नम्बर 25 फाजलपुर महरौला में स्थित 08 एकड भूमि मे जैविक ठोस अपशिष्ट से 50 मिट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता के कम्पोस्ट बायोगैस प्लान्ट का शिलान्यास के साथ ही ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित 28 लाख लागत के सरस मार्केट सेंटर रूद्रपुर एवं 194.39 लाख की लागत से क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला का लोकार्पण किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिये प्रदेश में स्थापित किये जा रहे ग्रोथ सेन्टरों के अंतर्गत 65.84 लाख लागत के विकास खण्ड रूद्रपुर मे बेकरी ग्रोथ सेंटर, 48 लाख लागत के मत्स्य ग्रोथ सेंटर काशीपुर, 18 लाख लागत के गोविन्दपुर मसाला ग्रोथ सेंटर गदरपुर, 24.10 लाख लागत के मेघावाला दुग्ध ग्रोथ सेंटर जसपुर एवं 20 लाख लागत के पहेनिया हस्तशिल्प ग्रोथ सेंटर खटीमा का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत रेनू गंगवार, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, विधायक राजकुमार ठुकराल, हरभजन सिंह चीमा, पुष्कर सिंह धामी, राजेश शुक्ला, मेयर रामपाल सिंह, अरविन्द सिंह हयांकी, आईजी कुमायूं अजय रौतेला, प्रभारी सचिव स्वास्थ्य, पंकज कुमार पाण्डेय, जिलाधिकारी डाॅ. नीरज खैरवाल आदि उपस्थित थे।

एनएच-74 घोटाला-एनएच अधिकारियों से एसआईटी ने सात घंटे की पूछताछ


हल्द्वानी। 
एनएच-74 मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने एनएचएआई के प्रोजेक्टर डायरेक्टर समेत दो अधिकारियों से पूछताछ की। करीब सात घंटे तक चली पूछताछ के दौरान उनसे उपलब्ध दस्तावेज के आधार पर क्रास सवाल भी पूछे गए। साथ ही साथ में लाए दस्तावेज की भी जांच की। एनएच-74 फोरलेन प्रोजेक्ट में कृषि भूमि को अकृषक दिखाकर अधिक मुआवजा लेकर सरकार को करोड़ों के राजस्व की चपत लगाई गई है।
मामले की जांच कर रही एसआईटी अब तक पूर्व एसएलओ डीपी सिंह समेत 50 अधिकारी, कर्मचारी और किसानों से पूछताछ कर चुकी है। मंगलवार को एसआईटी ने मामले से जुड़े एनएचएआई के प्रोजेक्टर डायरेक्टर अजय विष्णोई और अनुज कुमार सिंह को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। इस पर दोनों ही एनएचएआई के अधिकारी सुबह 11 बजे एसएसपी कार्यालय स्थित एसआईटी कार्यालय पहुंच गए। इस दौरान एसएसपी डा.सदानंद दाते, एसपी क्राइम कमलेश उपाध्याय, एएसपी देवेंद्र पिंचा, सीओ सिटी और एसआईटी प्रभारी स्वतंत्र कुमार सिंह ने उनसे पूछताछ की। साथ ही उनके बयान दर्ज किए। सुबह 11 बजे से शुरू हुई पूछताछ शाम छह बजे तक चली। एसआईटी ने पूछताछ के दौरान दोनों अधिकारियों द्वारा लाए गए दस्तावेज की भी जांच की। साथ ही उनसे कृषि भूमि को अकृषक दिखाकर दिए गए कई गुना मुआवजे के संबंध में भी पूछताछ की।
एसआईटी प्रभारी सीओ स्वतंत्र कुमार ने बताया कि गुरुवार को भी कुछ अधिकारी, कर्मचारी और काश्तकारों से पूछताछ की जाएगी। दस्तावेज में हुए हस्ताक्षर से कर रहे इंकार रुद्रपुर। एनएच-74 मुआवजा घोटाले में बरामद दस्तावेज में अधिकारियों के हस्ताक्षर है। एसआईटी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान वह कुछ फाइलों में अपने हस्ताक्षर की बात तो कर रहे हैं, लेकिन कुछ दस्तावेज में अपने हस्ताक्षर होने से इंकार कर रहे हैं। जांच में खुल सकते हैं कई बड़े नाम रुद्रपुर। एसआईटी एनएच मुआवजा घोटाले की जांच में जुट गई है। जब तक जांच सीबीआई को जाएगी, तब तक एसआईटी काफी साक्ष्य जुटा लेगी। सूत्रों की मानें तो एसआईटी की जांच में अब तक हुई पूछताछ में कई साक्ष्य मिले हैं। आगे जांच में कई बड़े नाम सामने आने की संभावनाएं बनी हुई है।