मुख्य सचिव ने प्रदेश के लिए अनलॉक-2 की गाइडलाइन की जारी

उत्तराखंड में नाइट कफर््यू रात 9 बजे से सुबह 7 बजे तक रहेगा, लेकिन इसमें रात की शिफ्ट में काम करने वालों के साथ ही शादी समारोह से लौट रहे लोगों, ट्रेन, बस से उतरकर घर जाने वाले लोगों को छूट मिलेगी।

रेस्टोरेंट रात 9 बजे तक खोले जा सकेंगे और शॉपिंग मॉल, होटल आदि पर से भी प्रतिबंध हटा लिया गया है। इसी तरह शादी समारोह आदि में शामिल होने आने वाले अतिथियों को भी क्वांरटीन नहीं होना होगा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार की ओर से बृहस्पतिवार को अनलॉक-2 के तहत दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए। इन दिशा-निर्देशों में सोशल डिस्टेंस सहित अन्य नियमों का पालन करने की शर्त कायम है।

मुख्य सचिव की ओर से गाइडलाइन जारी होने के बाद अब इस संबंध में जिलों के जिलाधिकारियों की ओर से आदेश जारी किए जाएंगे, उसके बाद ही नई व्यवस्था जिलों में लागू हो सकेगी।

इन पर अभी भी रोक बरकरार
– सिनेमा हॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, पार्क, थियेटर, बार, ऑडिटोरियम, सभागार आदि।
– स्कूल, कॉलेज आदि शक्षिण संस्थान 31 जुलाई तक बंद रहेंगे।
– केंद्र और राज्य सरकार के प्रशिक्षण संस्थान 14 जुलाई तक बंद रहेंगे।
– कंटनेमेंट जोन में पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा और जिला प्रशासन बफर जोन भी तय करेगा।
– सामाजिक, राजनीतिक, खेल, धार्मिक, सांस्कृतिक आदि गतिविधियों पर प्रतिबंध जारी।

अन्य राज्यों से आने वालों के लिए व्यवस्था
– स्मार्ट सिटी वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। परमिट आदि की जरूरत नहीं होगी, सीमा चेक पोस्ट पर रजिस्ट्रेेशन देखा जाएगा।
– हाई कोविड लोड से इतर अन्य शहरों से आने वालों को 14 दिन होम क्वारंटीन होना होगा।
– हाई कोविड लोड शहरों से आने वालों को सात दिन के लिए होम और सात दिन के लिए संस्थागत क्वारंटीन होना होगा।
– कोविड हाई लोड शहरों से फ्लाइट बदल कर आने वालों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन होना होगा।

विदेश से आने वालों के लिए नियम
– स्मार्ट सिटी के वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। सात दिन संस्थागत और सात दिन होम क्वांरटीन रहना होगा। सात दिन तक कोविड टेस्ट का परिणाम नहीं आता है तो संस्थागत क्वारंटीन केंद्र से घर जा सकेंगे।

पर्यटकों के लिए
– पर्यटकों को 72 घंटे पहले तक कराया गया कोविड टेस्ट और परिणाम निगेटिव रहने पर संस्थागत क्वारंटीन होने की जरूरत नहीं होगी।- इन्हें भी स्मार्ट सिटी के वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
– पर्यटकों को कम से कम सात दिन की बुकिंग करानी होगी। अगर आइसीएमआर की ओर से घोषित कोविड परीक्षण केंद्रों से कराया गया टेस्ट निगेटिव है तो सात दिन का नियम लागू नहीं होगा।

होटल, रेस्टोरेंट, मॉल आदि को रियायत
– कंटेनमेंट जोन को छोड़कर पूरे प्रदेश में सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक रेस्टोरेंट खुले रह सकते हैं।
– शॉपिंग मॉल आठ बजे तक खुले रहेंगे। परिसर में स्थित रेस्टोरेंट नौ बजे तक खुले रह सकेंगे। 50 प्रतिशत दुकानें ही खुलेंगी।

धार्मिक स्थल रात आठ बजे तक खुलेंगे
– कंटेनमेंट जोन को छोड़कर सुबह सात बजे से लेकर रात आठ बजे तक धार्मिक स्थल खुले रहेंगे। हालांकि यहां किसी तरह की सभा या समारोह की इजाजत नहीं होगी।
– चार धाम यात्रा के संदर्भ में देवस्थानम बोर्ड जिला प्रशासन से राय लेकर व्यवस्था करेगा।

विवाह के मेहमानों को रियायत
– विवाह और अन्य संबंधित आयोजनों के लिए विवाह स्थलों, सामुदायिक भवनों के उपयोग की अनुमति।
– हाई कोविड लोड शहरों से किसी विवाह में शामिल होने वाले ऐसे लोग, जिनमें कोविड संक्रमण के लक्षण नहीं हैं, उन्हें क्वारंटीन नहीं होना होगा।
इसी तरह इन शहरों से आने वाले दूल्हा व दुल्हन और उनके परिजनों को भी क्वारंटीन नहीं होना होगा, लेकिन वे विवाह स्थल के अलावा कहीं और नहीं जाएंगे।

लॉकडाउन के दौरान जेल पहुंचे कैदियों को रखेंगे 14 दिन के लिए क्वारंटीन

लॉकडाउन के दौरान जेल पहुंचे कैदियों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा। सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए नए 20 कैदियों को क्वारंटीन बैरक में रखा गया है।

सुद्धोवाला जेल में भी क्वारंटीन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। फिलवक्त सिर्फ गैर जमानती और संगीन मामलों के आरोपियों को ही जेल भेजा जा रहा है। बाकी मामलों में थानों से ही जमानत दी जा रही है। जेल पहुंचने वाले नए बंदियों के लिए अलग से क्वारंटीन बैरक बनाई गई है।

जहां पर नियमित रूप से मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है, ताकि उनमें कोरोना जैसे लक्षण मिले तो उन्हें हॉस्पिटल भेजा जा सके। सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान जेल में करीब 35 बंदी आए थे, इनमें से अभी 20 बंदी क्वारंटीन हैं। बाकी को क्वारंटीन पूरी होने के बाद दूसरी बैरक में भेजा गया है। लॉकडाउन के चलते बंदियों की मुलाकात पर रोक है। ऐसे में जेल प्रशासन नियमानुसार फोन से परिजनों और वकील से बात करने की सुविधा उपलब्ध करा रहा है।

रमजानः लॉकडाउन के नियमों का हर हाल में करना होगा पालन

रमजान के महीने में भी पुलिस के सामने कोरोना संक्रमण से बचाव को लागू लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए एसपी सिटी श्वेता चैबे ने मुस्लिम धर्म गुरुओं से समन्वय बनाने के निर्देश पुलिस उपाधीक्षकों को दिए हैं। रमजान का महीना 24 अप्रैल से शुरु होने जा रहा है। लॉकडाउन के चलते पूजा स्थलों, धार्मिक जमाव, धार्मिक सभाओं आदि को पूर्णता प्रतिबंधित किया गया है। ऐसे में पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चैबे ने बैठक की। उन्होंने बताया कि रमजान में लॉकडाउन के दृष्टिगत गृह मंत्रालय के दिशा निर्देशों का अनुपालन कड़ाई से कराए जाने की जरूरत है।

रमजान शुरू होने से पहले ही मुस्लिम धर्मगुरुओं को विश्वास में लेकर पूरी व्यवस्था बना ली जाय, ताकि किसी तरह की दिक्कत न आए। सीओ सिटी शेखर सुयाल, सीओ पटेनगर अनुज कुमार, सीओ मसूरी नरेंद्र पंत, सीओ नेहरू कालोनी पल्लवी त्यागी और सीओ डालनवाला विवेक कुमार मौजूद रहे। 

इन बातों का रखना होगा ध्यान…
-रमजान के मद्देनजर अपने-प्रत्येक थाना स्तर पर धर्मगुरुओं के साथ सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पीस कमेटी की बैठक आयोजित कर ली जाए। धर्मगुरुओं और गणमान्य व्यक्तियों से लॉकडाउन के दृष्टिगत सभी आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन कराने को पेरित किया जाए।  
-अपने-अपने क्षेत्रों में लॉकडाउन के दिशा- निर्देशों का भली-भांति प्रचार-प्रसार करा दिया जाए।
-रमजान में सहरी और इफ्तार के समय किसी भी प्रकार के खाने पीने का सामान लेने के लिए घरों के बाहर ना जाएं। बहुत ही जरूरी हो तो सुबह सात से दोपहर एक बजे तक आवश्यक खाद्य सामग्री सामाजिक दूरी बनाते हुए खरीद कर रख लें।
-उपयोगी खाद्यान्न सामग्री हेतु आवश्यक रूप से होम डिलीवरी कराने की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।
-शहरी और रोजा इफ्तार घर वालों के साथ रह कर ही करें।  आस-पड़ोस रिश्तेदारों के साथ कहीं पर भी सार्वजनिक रूप से एकत्रित होकर इफ्तार पार्टी करने की इजाजत नहीं होगी। 
-कोरोना संक्रमण के फैलने के दृष्टिगत मस्जिदों में जाकर नमाज पढ़ना पहले ही मना है। रमजान माह में भी नमाज घर में ही पढ़ी जाएगी। किसी भी वक्त की नमाज के लिए आस-पड़ोस के लोगों को इकट्ठा होकर नमाज पढ़ना प्रतिबंधित है। लोगों को तरावीह और नमाज अपने-अपने घरों में ही पढ़ने हेतु बताया जाए। 
-सभी क्षेत्राधिकारियों को अपने अपने सर्किल में भ्रमण कर सोशल डिस्टेंस का पालन पूर्ण रूप से कराने और जरूरतमंदों को सभी प्रकार का राशन वितरण करने संबंधी कार्य को सुचारू रूप से चलाया जाए।

कंट्रोल रूम से मुख्यमंत्री ले रहे राहत और बचाव कार्यो का फीडबैक

मुख्यमंत्री के कैम्प कार्यालय में बेहतर समन्वय के लिए केन्द्रीकृत कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां से मुख्यमंत्री, आवश्यकतानुसार कोविड-19 के लिए स्थापित सभी जिला कंट्रोल रूम और राज्य कंट्रोल रूम से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने फोन पर राज्य के विधायकगणों से बात कर उनके क्षेत्रों में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति और बचाव हेतु प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री ने विधायकगणों को अपने क्षेत्र में लगातार सम्पर्क बनाए रख कर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करने और लॉकडाऊन में घर पर ही रहने के लिये प्रेरित करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें लोगों सतर्क और सावधान करने के साथ ही उनकी आवश्यकताओं का भी ध्यान रखना है। कोई भी गरीब भूखा न रहे। बाहर से आए लोगों पर लगातार नजर रखनी है। क्वारेंटाईन किए गए लोगों में से कोई इसका उल्लंघन करता है तो तुरंत प्रशासन को जानकारी दें। अगर किसी को खांसी, जुकाम, बुखार जैसी समस्या हो तो स्वास्थ्य विभाग को सूचित करे ताकि उचित इलाज हो सके। विधायकगण अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं को भी प्रेरित करें। हमारे पास केवल और केवल यही एक समाधान है कि हम सामाजिक दूरी बनाकर रखें। हम सोशल डिस्टेंस बनाकर रखें। इसका स्वयं भी पालन करें और औरों को भी इसका पालन करने हेतु जागरूक करें।

वहीं, सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में संत निरंकारी मंडल के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कोरोना महामारी हेतु सहायता राशि के रूप में 50 लाख रूपये का चेक सौंपा। इस मौके पर हरभजन सिंह ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर संत निरंकारी मिशन के प्रदेश में स्थित सभी सत्संग भवनों को आइसोलेशन के लिए प्रयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संत निरंकारी मिशन कोरोना वायरस से लड़ाई में प्रदेश सरकार की हर सम्भव सहायता करेगा। उन्होंने कहा कि मिशन द्वारा जरूरतमंदों को राशन, सेनेटाइजर, मास्क इत्यादि भी वितरित की जा रही है।

होटल में एक साथ बैठक लाॅकडाउन का किया उल्लंघन, पुलिस ने काटा चालान

मुनिकीरेती पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान होटल में सामाजिक दूरी का उल्लंघन करने पर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने होटल संचालक का दस हजार और 10 लोगों का 500-500 रुपये का चालान किया है।
थानाध्यक्ष मुनिकीरेती राम किशोर सकलानी ने बताया कि शनिवार की रात्रि सूचना प्राप्त हुई कि तपोवन क्षेत्र के घुंघतानी होटल में कुछ लोग शोर शराबा और हुडदंगबाजी कर रहे है। थानाध्यक्ष ने मौके पर चैकी इंचार्ज विनोद कुमार शर्मा को भेेजा। चैकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे, तो पाया कि रेस्टोरेंट संचालक कपिल 10 युवकों को खाना परोस रहा है। इस दौरान सामाजिक दूरी का ध्यान नहीं रखा गया। मौके पर शोर शराबा करने वाले सभी युवकों को तपोवन चैकी ले जाकर 500-500 रुपये का चालान किया गया। साथ ही होटल संचालक का 83 पुलिस एक्ट में 10 हजार रुपये का चालान किया गया।

अपनों की सुरक्षा के लिए जनता कफ्र्यू में सहयोग देः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 22 मार्च को सुबह 7 बजे से सांय 9 बजे तक जनता कफ्र्यू में सहयोग देने के लिए आम जनता से अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए यह बहुत जरूरी है। हम अपने परिचितों से भी इसमें सहयोग के लिए आग्रह करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए हम सभी प्रधानमंत्री के साथ हैं। प्रधानमंत्री के सभी दिशा निर्देशों का हम सभी अक्षरक्षः पालन करेंगे। भारत सरकार और राज्य सरकारों के समन्वित प्रयासों से देश को कोरोना से मुक्त करने में जरूर कामयाब होंगे। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने जो सावधानियां बरतीं और समय से तैयारियां कीं, उसका परिणाम है कि अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरोना नियंत्रित अवस्था में है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना वायरस हमारे लिए एक नई चुनौती लेकर आया है। इस चुनौति से निपटने लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। हमारी स्वास्थ्य सेवाएं इससे लड़ने के लिए पूरी तरह से सक्षम है। आज हमें इससे घबराने की नहीं बल्कि थोड़ी सी सावधानी की जरूरत है। हम कुछ साधारण बातों का ध्यान रखकर इसे फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। हमने प्रदेश में इसके प्रभाव को रोकने के लिए बहुत से कदम उठाए हैं। कोरोना से निपटने के लिए हम पूरी तरह से सक्षम भी हैं और तैयार भी हैं। हमने अपने स्तर पर सारी तैयारी कर रखी है। बिजली, पानी, हेल्थ, सेनिटेशन, परिवहन जैसी आवश्यक सुविधाएं पहले की ही तरह उपलब्ध हैं। खाद्यान्न, तेल सब्जियाँ, फल, पेट्रोल, डीजल आदि रोजमर्रा की जरूरतों की सप्लाई में भी किसी तरह की कमी नहीं है। आगे भी सभी आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने आम जनता से अपील की है कि ‘‘हमारे लिए आप सभी का सहयोग बहुत जरूरी है। हमें आपका केवल इतना सहयोग चाहिए कि घबराएं नहीं, केवल सावधान और सतर्क रहें। सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें। कुछ समय के लिए भीड़भाड़ से बचें और सोशल डिस्टेंस बनाए रखें। अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल सरकारी प्रामाणिक सूचनाओं पर विश्वास रखें। ’’

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