रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, जताया आभार

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केन्द्रीय मंत्री रेल, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण पीयूष गोयल से भेंट की। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में रेल कनेक्टिवीटी के विकास के लिए रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री के अनुरोध पर रेल मंत्री ने टनकपुर-बागेश्वर रेल लाईन के फाइनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति दी।

रेल मंत्री ने हरिद्वार-रायवाला सेक्शन में वर्तमान सिंगल रेल लाईन के दोहरीकरण और देहरादून व योगनगरी ऋषिकेश के मध्य सीधी रेल सेवा उपलब्ध कराने के लिए लक्सर की भांति रायवाला स्टेशन से पहले डायवर्जन लाईन के निर्माण पर स्वीकृति देते हुए रेलवे के अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के सुझाव पर पुराने ऋषिकेश स्टेशन के वाणिज्यिक उपयोग के लिए रेलवे के अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने को निर्देशित किया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में स्विटजरलैण्ड की तर्ज पर रेलवे और रोप-वे बनाने के लिए रेल मंत्रालय द्वारा अध्ययन कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के अनुरोध पर केन्द्रीय मंत्री ने विकेंद्रीकृत खरीद प्रणाली के अंतर्गत उत्तराखण्ड के सब्सिडी के बकाया 640 करोड़ रूपये की राशि अवमुक्त करने के लिए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देशित किया।

केंद्रीय गृह मंत्री से मिले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, आपदा बचाव व राहत कार्यों की दी जानकारी

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट कर उन्हें विगत में जोशीमठ क्षेत्र में आई आपदा में राहत व बचाव कार्यों की जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार, केन्द्रीय एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन ने बेहतर समन्वय से कार्य किया। आर्मी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ ने सर्च व रेस्क्यू के काम के साथ ही आपदा प्रभावित गांवों में बिना देरी के राहत पहुंचाने का काम भी किया।

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से राज्य में उत्तराखण्ड हिमनद एवं जल संसाधन शोध केन्द्र की स्थापना का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने राज्य के दुर्गम-अति दुर्गम आपदा सम्भावित क्षेत्रों और अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं की निरन्तर देखरेख एवं निगरानी हेतु 01 हैलीकॉप्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। आपदा प्रबन्धन व सीमा प्रबन्धन के दृष्टिगत गैरसैंण में 01 आईआरबी बटालियन स्थापना की स्वीकृति का भी अनुरोध किया। आगामी कुम्भ के दुष्टिगत, एन्टी ड्रोन तकनीक से संयोजित एक विशेष टीम की तैनाती की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस को और अधिक प्रभावी व आधुनिक बनाये जाने के लिए राज्य पुलिस बल आधुनीकरण योजना में प्रतिवर्ष 20 से 25 करोड़ का बजट उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने राज्य में समय-समय पर तैनात सुरक्षा बलों की तैनाती के फलस्वरूप देय धनराशि रू0 36.46 करोड़ की छूट तथा भविष्य के लिए पूर्वोत्तर राज्यों-विशेष श्रेणी के राज्य की भांति 90ः10 के अनुसार भुगतान की व्यवस्था निर्धारित करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से चमोली के नीति घाटी तथा उत्तरकाशी के नेलांग घाटी को बेहतर सीमा प्रबन्धन हेतु इनर लाईन परमिट की व्यवस्था समाप्त किये जाने का आग्रह किया ताकि इस क्षेत्र के गांवों में पर्यटन से आर्थिक गतिविधियों का विस्तार हो पाये।

केंद्रीय गृह मंत्री ने उक्त सभी बातों पर सैद्धांतिक सहमति देते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को हरसम्भव सहयोग दिया जाएगा।

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राजेश्वर उनियाल की उत्तराखंडी कृति मेरु उत्तराखंड महान काव्यकृति का हुआ विमोचन

विश्व मातृभाषा दिवस के अवसर पर आवाज साहित्यिक संस्था ऋषिकेश के पेज पर मुंबई से वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राजेश्वर उनियाल द्वारा रचित कृति मेरु उत्तराखंड महान का ऑनलाइन विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार लेखक प्रो. राधा बल्लभ डोभाल, विशिष्ट अतिथि डॉ प्रभा पंत, वरिष्ठ साहित्यकार भीष्म कुकरेती, कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ नंदकिशोर धौड़ियाल, वरिष्ठ साहित्यकार डॉक्टर राजेश्वर उनियाल के द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलन के माध्यम से किया गया।

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राधावल्लभ डोभाल ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है जहां देवता निवास करते है साहित्य के सृजन में इस भूमि का महत्वपूर्ण योगदान है रामायण काल के बाल्मीकि , महाभारत काल के वेदव्यास, कालिदास जैसे महान साहित्यकारों ने अपने ग्रंथों का लेखन किया है। अनादिकाल से लेकर आज तक का बेहतरीन वर्णन डॉ राजेश्वर उनियाल की पुस्तक मेरू उत्तराखंड महान कि कृति में संकलित है।

विशेष अतिथि डॉ प्रभा पंत ने डॉ राजेश्वर उनियाल को एक महान साहित्यकार बताते हुए कहा कि इनका लेखन सदैव भावनाओं से जुड़ा हुआ रहा है हिंदी के साथ-साथ अपनी मातृभाषा में भी इनकी बेहतरीन पकड़ मानी जाती है।

वरिष्ठ गढ़वाली साहित्यकार भीष्म कुकरेती ने पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा कि उक्त पुस्तक मेरु उत्तराखंड महान में डॉक्टर राजेश्वर होने वालों ने संपूर्ण उत्तराखंड का बेहतरीन और लाजवाब वर्णन किया है यह पुस्तक निश्चित रूप से आने वाले समय में उत्तराखंड के प्रवासियों के लिए वरदान सिद्ध होगी

कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ नंदकिशोर ने अपने संबोधन में कहा कि साहित्य जीवन का सबसे बड़ा मित्र होता है युवा काल से लेकर के और अंतिम समय तक एक बेहतरीन मित्र के रूप में साहित्य सहायक होता है डॉक्टर राजेश्वर उनियाल की प्रशंसा करते हुए नंदकिशोर ने कहा कि इनके द्वारा लिखित पुस्तक निश्चित रूप से उत्तराखंड के लोगों के लिए एक वरदान के रूप में साबित होगी पुस्तक की बेहतरीन प्रशंसा करते हुए डॉ नंद किशोर ने कहा कि साहित्यकारों को अपनी आने वाली विरासत के लिए कुछ ना कुछ इस प्रकार के संदेश लिखित रूप से साहित्य के माध्यम से छोड़े जाने चाहिए जो आने वाले समय को प्रेरणा दे सके।

इस अवसर पर उत्तराखंडी लोक गायिका एवं शिक्षिका ज्योति उप्रेती सती के द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई तथा साथ ही डॉक्टर राजेश्वर उनियाल की पुस्तिका में रचित उत्तराखंडी गीत को प्रस्तुत किया गया।

पुस्तक के लेखक डॉक्टर राजेश्वर होने वालों ने संपूर्ण अतिथियों एवं दर्शकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक छोटा प्रयास है कि जो प्रवासी उत्तराखंड की पावन धरती से अन्य राज्यों या प्रदेशों में चले गए हैं उनके लिए यह पुस्तक निश्चित रूप से एक वरदान के रूप में साबित होगी यह उनका प्रयास था इस पुस्तक मै संपूर्ण उत्तराखंड की देवभूमि की स्तुति को जोड़कर लिखा गया है।

कार्यक्रम के संचालक आवाज साहित्यिक संस्था ऋषिकेश के संयोजक डॉ सुनील दत्त थपलियाल ने कहा कि आवाज संस्था को यह सबसे बड़ा सौभाग्य मिला है कि ऐसे महान विभूति डॉ राजेश्वर उनियाल की पुस्तक का विमोचन का अवसर इस पेज को प्राप्त हुआ है आवाज साहित्यिक संस्था लगातार 11 महीने से कोरोना संकट के समय से ऑनलाइन साहित्य संस्कृति और संवाद की धाराओं को ऋषिकेश के पावन तीर्थ से संपूर्ण भारतवर्ष के साहित्यकारों उत्तराखंड देव भूमि के संस्कृति संवाहक एवं संवाद के भगीरथ को जोड़ने का कार्य कर रही है, कुंभ का पावन पवित्र पर्व चल रहा है इसलिए भी आवाज साहित्यिक संस्था का प्रयास है कि साहित्य के अनुष्ठान का यह कुंभ भी निश्चित रूप से ऋषिकेश की पावन नगरी से साहित्य का संदेश दे।

इस विमोचन के अवसर पर प्रो. राधाबल्लभ डोभाल अध्यक्ष, उत्तराखंड विचार मंच, मुंबई अध्यक्षता डा. नंदकिशोर ढौंडियाल, अरुण, पूर्व विभागाध्यक्ष हिंदी एवं अध्यक्ष, साहित्यांचल कोटद्वार, डा. प्रभा पंत, विभागाध्यक्ष हिंदी, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हल्द्वानी, समारोह की विशेष अतिथि तथा भीष्म कुकरेती, गढ़वाली साहित्यकार, मुंबई पुस्तक की प्रस्तावना पर अपना विशेष वक्तव्य दे। यह भी अत्यधिक प्रसन्नता की बात है कि पुस्तक का शीर्ष गीत जय जय उत्तराखंड महान, को अपने कोकिला कंठ से गाकर तथा अपने फेसबुक पेज पर सजाने वाली उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध लोक-गायिका ज्योति उप्रेती सती मां सरस्वती की वंदना कार्यक्रम का श्रीगणेश के रूप में तथा डॉ सुनील दत्त थपलियाल, अनूप रावत रावत डिजिटल पबलिकेशन आदि उपस्थित थे।

ऋषिकेश व्यापार महासंघ ने नहीं मिलाया नगर उद्योग व्यापार मंडल से हाथः राजीव मोहन अग्रवाल

ऋषिकेश व्यापार महासंघ के संयोजक राजीव मोहन अग्रवाल ने कहा कि कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि ऋषिकेश व्यापार महासंघ को विलय करने का तो ये गलत अफवाह है, जिन लोगों की वजह से एकीकरण नहीं हो पा रहा था। वही लोग अभी भी अनर्गल संदेश देकर एका के प्रयास को तोड़ने का काम कर रहे हैं। उन्होंने महासंघ से जुड़े व्यापारियों से कहा कि पिछले कई माह से हम लोग कई बार ऋषिकेश के व्यापार मण्डलों के एका का प्रयास कर रहे थे, परन्तु कुछ लोगों की हठधर्मिता के कारण एका नहीं हो पाया। जिस कारण ऋषिकेश के वरिष्ठ व्यापारियों के साथ मिलकर हम आप सब लोगों के सहयोग से महानगर स्तर पर ऋषिकेश व्यापार महासंघ का गठन करना पड़ा। मगर, फिर भी व्यापार महासंघ की कोर कमेटी ने हमेशा कहा कि हम एका के लिये तैयार हैं, पर इस पर शर्त ये होगी कि सभी सदस्य को चुनाव लड़ने का अधिकार दिया जाये और व्यापार मण्डल का नाम परिवर्तन हो और व्यापार संगठन के ऊपर एक कोर कमेटी गठित की जाये।

कई बार प्रयास करने पर जब दूसरे व्यापार मण्डल के कुछ लोग नहीं माने तो हम सबको महासंघ का गठन करना पड़ा और अब तक महासंघ में लगभग 1373 सदस्य बनाये जा चुके हैं और जिनकी बटोर लिस्ट का काम भी पूर्ण हो चुका है जल्द ही गीता नगर, बापू ग्राम, मालवीय नगर, अमित ग्राम, मंशा देवी, शिवाजी नगर, बैराज, इन्दिरा नगर सहित कई स्थानों पर सदस्यता कार्यक्रम शुरू करा जाना था परन्तु दो दिन पूर्व प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों द्वारा महासंघ की कोर कमेटी से सम्पर्क किया और उनके द्वारा उपरोक्त शर्तो पर वार्ता को तैयार हुए। जिसकी बैठक परसों शनिवार को व्यापार सभा भवन ऋषिकेश में हुई।

जिसमें आज ऋषिकेश व्यापार महासंघ की कोर कमेटी की बैठक भी हुई। जिसमें कुछ बिन्दू तय किये गये जो कि जिसमें जल्द ही दोनों व्यापार संगठनों में अगर वार्ता में सहमति बनी। तो दोनों व्यापार संगठनों के एका के लिये प्रयास होगें, जिसमें दोनों को मिलाकर नये नाम के साथ व्यापार महासंघ का गठन किया जायेगा।

बैठक में महासंघ के सह संयोजक नवल कपूर, व्यापार सभा के अध्यक्ष मनोज कालडा, प्रॉपर्टी डेवलपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय गर्ग, पूर्व व्यापार सभा अध्यक्ष सूरज गुल्हाटी, ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यशपाल पंवार, प्रचून ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष विनोद शर्मा, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मदन नागपाल, सचिव अंशुल अरोडा, क्षेत्र बाजार व्यापार के अध्यक्ष राजेश भट्ट, गढ़वाल ट्रक एसोसिएशन के सचिव जयेन्द्र रमोला, दीपक जाटव, विवेक वर्मा, ललित सक्सेना, गिरीराज गुप्ता मौजूद थे।

महाकुंभ में देवत्व स्नान व शोभायात्रा का बनाएंगे भव्यः ब्लाक प्रमुख

हरिद्वार में होने जा रहे महा कुम्भ पर्व में देवत्व स्नान एवं शोभायात्रा को अत्यधिक भव्य बनाने हेतु देवडोली समिति द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जनसहभागिता व जनसहयोग हेतु जन-जागरण कार्यक्रम चलाया गया।

छिद्दरवाला में वरिष्ठ नागरिक समिति कार्यालय में सम्पन्न कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डोईवाला ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल ने कहा कि यह पर्व हमारी लोक संस्कृति ही नहीं अपितु हमारी भारतीय सनातनी संस्कृति तथा धार्मिक एवं संस्कृतिक विरासत का वाहक है। उन्होंने कहा कि देवडोली कार्यक्रम की सफलता हेतु हम डोईवाला विकासखण्ड की 16 न्याय पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों की बैठक कर उनकी कमेटी का गठन कर प्रतिनिधियों को दायित्व प्रदान करेंगे।

बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ नागरिक सामिति के अध्यक्ष हुकुम सिंह रावत व संचालन प्रवक्ता डॉ. धीरेंद्र रांगड़ ने किया। श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभायात्रा समिति के उपाध्यक्ष बंशीधर पोखरियाल व कार्यक्रम संयोजक संजय शास्त्री ने कहा कुल्लू दशहरा की तरह हमे इस पर्व को वर्ल्ड हेरिटेज बनाना है।

डॉ० धीरेंद्र रांगड़ ने कहा कि देश भर में कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी के संकट व भय के बावजूद देवडोली स्नान के पर्व को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
बैठक में ज्योती सजवाण, पूर्व प्रधान रवि पोखरियाल, प्रधान चंद्रमोहन पोखरियाल, गजेन्द्र सिंह कंडियाल, भगवान सिंह रांगड़, सुंदर सिंह कंडियाल, रघुवीर सिंह, प्रताप सिंह, उम्मेद सिंह सिंह पोखरियाल, देवराज पैन्यूली, दयाल सिंह रावत, गोविन्द सिंह बिष्ट, सते सिंह बिष्ट, बरफसिंह पोखरियाल, सुरेशी रावत, भगवान सिंह मेहर, सुरेंद्र रावत, रमेश पैन्यूली, विशाल मणि पैन्यूली, महिपाल बिष्ट, यतेंद्र कंडियाल आदि उपस्थित थे।

चारधाम क्षेत्र की डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करने पर बनी केंद्र व राज्य की सहमति

उत्तराखंड में भारत नेट 2.0 प्रोजेक्ट को भारत सरकार की हरी झंडी मिल गयी है। इसके तहत उत्तराखंड के 12 हजार ग्राम इन्टरनेट से जुडेंगे।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद से भेंट की। वार्ता में चारधाम क्षेत्र की डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने पर सहमति बनी। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि बॉर्डर एरिया में इन्टरनेट कनेक्टिविटी के सुदृढ़ीकरण के लिये प्रोजेक्ट बनाया जाएगा।

केन्द्रीय मंत्री से भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में ’इंडिया एंटरप्राइज आर्किटेक्चर’ परियोजना शीर्ष प्राथमिकता से लागू किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने सैद्धांतिक रूप से स्वीकृत भारतनेट फेज-2 परियोजना के प्रशासनिक एंव वित्तीय अनुमोदन शीघ्र करने का भी आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और केन्द्र सरकार के महत्वपूर्ण सहयोग से उत्तराखण्ड में बङे पैमाने पर विकास कार्य हो रहे हैं। उत्तराखंड की कठिन भौगोलिक, महत्वपूर्ण सामरिक स्थिति और आपदा के प्रति संवेदनशीलता का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतनेट परियोजना की स्टेट-लेड मॉडल में समयबद्धता के साथ क्रियान्विति बहुत जरूरी है। परियोजना में अनावश्यक विलम्ब न हो, इसके लिए प्रशासनिक एंव वित्तीय अनुमोदन जल्द से जल्द दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ’इंडिया एंटरप्राइज आर्किटेक्चर’ परियोजना मे उत्तराखण्ड को भी शामिल किया जाए ताकि कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे विभागों की कार्यप्रणाली को राज्यव्यापी कम्प्यूटरीकृत किया जा सके। कोरोना संकट से सीख लेते हुए ऐसा किया जाना बहुत आवश्यक है।

केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को हरसम्भव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।

पंतनगर ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाए जाने को प्राधिकरण से मिलेंगी सेवाएं

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नागरिक उड्डयन और शहरी विकास हरदीप पुरी से भेंट की। मुख्यमंत्री के आग्रह पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उड़ान योजना में देहरादून-पिथौरागढ़-हिण्डन मार्ग और सहस्त्रधारा-चिन्यालीसौड़-गौचर मार्ग पर हवाई सेवाएं नियमित करने के लिए दोबारा टेंडर किए जाएंगे। जलजीवन मिशन में उत्तराखण्ड के सभी बड़े और छोटे शहरों को शामिल किया जाने की भी केंद्रीय मंत्री ने स्वीकृति दी।

मुख्यमंत्री के आग्रह पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पंतनगर ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाए जाने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण से विशेषज्ञ की सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। जनपद पिथौरागढ़ स्थित नैनीसैनी हवाई पट्टी का भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा हस्तगत किए जाने के लिए सर्वे किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने उड़ान योजना के अंतर्गत कुमाऊं और गढ़वाल मण्डल में रूट बदले जाने और पॉइन्ट टू पॉइन्ट किए जाने का आग्रह किया जिस पर केंद्रीय मंत्री ने सहमति व्यक्त की। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने राजकीय वायुयान बी-200 को किसी एनएसओपी सेवा प्रदाता को ड्राई लीज पर दिए जाने पर भी अपनी स्वीकृति दी।

मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन 2.0 में प्रस्तावित योजनाओं में केंद्रांश उत्तराखण्ड के लिए 90 प्रतिशत किए जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि उत्तराखण्ड के 15 गंगा नगरों में से केवल हरिद्वार ही वर्तमान में अमृत योजना के अंतर्गत शामिल है। स्वच्छ भारत मिशन 2.0 में शेष 14 गंगा नगरों के लिए सेप्टेज प्रबंधन की योजनाओं की स्वीकृति 90 प्रतिशत केंद्रांश के साथ स्वीकृत की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संबंधित योजना के लिए 35 प्रतिशत वायबिलिटी गैप फण्डिंग केंद्रांश के रूप में अनुमन्य है। उत्तराखण्ड की कठिन परिस्थितियों और सीमित संसाधनों को देखते हुए 90 प्रतिशत केंद्रांश अनुमन्य करने पर विचार किया जाए। साथ ही एक लाख से कम जनसंख्या के नगरों के लिगेसी वेस्ट के प्रस्तावों को भी स्वच्छ भारम मिशन 2.0 में अनुमोदित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के शहरों में निर्माण व विध्वंस अपशिष्ट प्रबंधन के प्लांट स्थापित किए जाने आवश्यक हैं। प्रथम चरण में राज्य के सभी जिला मुख्यालयों और नगर निगमों में स्थापित किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन 2.0 अथवा केंद्र पोषित विशेष योजना के अंतर्गत धनराशि स्वीकृत करने का अनुरोध किया।

50 करोड़ रूपए से विभिन्न योजनाओं का मियांवाला में सीएम ने किया लोकार्पण व शिलान्यास

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मिंयावाला में आयोजित कार्यक्रम में लगभग 50 करोड़ रूपये की विभिन्न विकास योजनाओं को लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 मार्च को राज्य सरकार के चार वर्ष पूर्ण हो जायेंगे। प्रदेश की जनता से जो वायदे किये गये, राज्य सरकार उन वायदों को पूरा कर रही है। जनता की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्प है। 2017 में जो विजन डोक्यूमेंट बनाया था, उसमें से 85 प्रतिशत से अधिक कार्य कर चुके हैं। जो घोषणाएं की गई हैं, उनकी नियमित समीक्षा भी की जा रही है। अधिकांश घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं। सड़कों के विकास में विशेष ध्यान दिया गया है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत पिछले 17 साल में जितनी सड़के बनी लगभग उतनी सड़के पिछले 03 साल और दस माह में राज्य में बनाई गई। इस अवधि में 11 हजार किमी सड़कें बनाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में मात्र एक रूपये में पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है। अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों में 06 लाख पानी के कनेक्शन दिये जा चुके हैं। इसके लिए पहले 2360 रूपये में उपभोक्ता को पानी का कनेक्शन लेना पड़ता था। 2022 तक सबको पानी का कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में भी गरीबों को भी मात्र 100 रूपये में पानी का कनेक्शन दिया जायेगा। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में भी जल जीवन मिशन शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। पति की पैतृक सम्पति में उनको अधिकार दिलाने का कार्य किया है। उत्तराखण्ड यह निर्णय लेने वाला देश का पहला राज्य है। यह सुधार आने वाले समय में समाज की दिशा और दशा को बदलेगा। महिलाओं को अब बैंक लोन लेने में परेशानी नहीं होगी। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि वर्ष 2008 में जब में प्रदेश का कृषि मंत्री था तब जनपद चमोली में मेरी मुलाकात विश्वेश्वरी देवी से हुई। उन्होंने मेरे समक्ष यह बात रखी थी कि पति की संपति में महिलाओं को बराबरी का अधिकार होना चाहिए। तब से मेरे जहन में यह बात थी। जनधन खातों के माध्यम से लोगों को योजनाओं का सीधा लाभ दिया जा रहा है। राज्य में जल्द घसियारी कल्याण योजना लाई जा रही है। राज्य में हर वर्ष सैकड़ों महिलाओं की जंगल में घास लाने के दौरान अनेक कारणों से मौत हो जाती है। राज्य में इस तरह की कोई घटना न हो, इस योजना के लिए इस बार बजट में प्राविधान कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि संस्थागत सुधार की दिशा में भी राज्य सरकार प्रयासरत है। ई-कैबिनेट के लिए राज्य सरकार को अवार्ड मिला। ई-कैबिनेट से पर्यावरण संरक्षण एवं पेपरलेस कार्यप्रणाली की शुरूआत की गई है। आज राज्य में 150 ऑफिस ई-ऑफिस हो चुके हैं। ग्रीष्म कालीन राजधानी गैरसैंण को भी ई-विधानसभा बनाया जा रहा है। अटल उत्तराखण्ड आयुष्मान योजना के माध्यम से प्रत्येक परिवार को राज्य में 05 लाख रूपये तक का स्वास्थ्य सुरक्षा कवच दिया गया है। इस योजना से अनेक लोग लाभान्वित हुए हैं। राज्य में शहीद सैनिकों एवं अर्द्धसैन्य बलों के शहीदों के आश्रितों को उनकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार राज्याधीन सेवाओं में सेवायोजित किया जा रहा है। देहरादून में पंचम धाम सैन्यधाम बनाया जा रहा है। राज्य में 90 प्रतिशत डिग्री कॉलेज के अपने भवन बन चुके हैं। जल्द ही शेष महाविद्यालयों के भवन भी बनाये जायेंगे। भवन के साथ ही महाविद्यालयों को कम्प्यूटर एवं वाई-फाई की सुविधा भी दी जा रही है। राज्य में 500 विद्यालयों में वर्चुअल क्लास चल रही है। 600 और विद्यालयों में जल्द ही वर्चुअल क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इस वर्ष मार्च-अप्रैल तक सौंग बांध के शिलान्याश के प्रयास किये जा रहे हैं। शिलान्यास के बाद 15 माह में यह बांध बनकर तैयार हो जायेगा। रिस्पना के पुनर्जीवन के लिए प्रयास किये जा रहे है। हरेला पर्व पर 16 जुलाई को प्रदेश में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया जायेगा। 16 जुलाई को एक-एक वृक्षारोपण का सबको संकल्प लेना होगा।

इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, मेयर सुनील उनियाल गामा, राज्य मंत्री राजकुमार पुरोहित, राजपाल सिंह रावत, भाजपा के महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट आदि उपस्थित थे

उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद का हुआ उद्धाटन

नई दिल्ली स्थित उत्त्तराखण्ड सदन में नवस्थापित “हिमाद्रि एम्पोरियम” का उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एम्पोरियम का उद्देश्य उत्तराखंड के हथकरघा एवं हस्तशिल्प उत्पादों का विकास, विपणन एवं विक्रय है। इस एम्पोरियम की स्थापना से सदन में आने वाले अतिथि एवं आगंतुक उत्त्तराखण्ड के विभिन्न उत्पादों से परिचित हो सकेंगे। आत्मनिर्भर भारत के लिए शिल्पकारों और बुनकरों को प्रोत्साहित करना जरूरी है। हमारी पूरी कोशिश है कि उत्तराखंड के हथकरघा एवं हस्तशिल्प उत्पादों को अच्छी कीमत और मार्केट मिल सके। ऑनलाइन मार्केटिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उद्योग विभाग के अंतर्गत उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद राज्य के शिल्प उत्पादों के विकास, संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में कार्य करती है। परिषद द्वारा राज्य के बुनकरों व शिल्पियों के कौशल एवं उनके उत्पादों के डिजाइन, गुणवत्ता एवं बाजार की मांग के अनुरूप विकास हेतु विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों, मेलों, कार्यशालाओं आदि के आयोजन व प्रतिभाग द्वारा प्रयास किए जाते रहे हैं।

परिषद द्वारा राज्य के उत्कृष्ट शिल्प उत्पादों का हिमाद्रि ब्रांड के अंतर्गत इस हेतु स्थापित विभिन्न एंपोरियमों के माध्यम से विपणन किया जा रहा है। इसी क्रम में नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड के शिल्प उत्पादों के प्रदर्शन एवं विपणन हेतु हिमाद्रि एंपोरियम स्थापित किया गया है। उल्लेखनीय है कि इसके साथ-साथ उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पटेल नगर स्थित जिला उद्योग केंद्र परिसर में भी इसी वर्ष नए हिमाद्री एंपोरियम का शुभारंभ किया जाएगा। जनपद देहरादून स्थित दून हाट, जनपद पिथौरागढ़ के बिण, जनपद चमोली के भीमतल्ला एवं जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर स्थित रूरल हाटों के माध्यम से भी राज्य के हथकरघा एवं हस्तशिल्प एवं लघु उद्यम उत्पादों के विपणन एवं प्रदर्शन हेतु स्थापित किये जा रहे है जिससे कि विभिन्न प्रांतों से उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों एवं आगंतुकों को राज्य के उत्पादों से परिचित होने का अवसर प्राप्त हो सके। कोविड-19 में उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत परिषद द्वारा अमेजन के माध्यम से राज्य के बुनकरों तथा शिल्पियों के उत्पादों का ऑनलाइन विपणन का कार्य भी काफी समय से सफलतापूर्वक किया जा रहा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ राकेश कुमार, डॉ पराग मधुकर धकाते, विशेष सचिव मुख्यमंत्री, डॉ0 मेहरबान सिंह बिष्ट, अपर सचिव मुख्यमंत्री, ईला गिरी, अपर स्थानिक आयुक्त, सुधीर चन्द्र नौटियाल, निदेशक उद्योग, रंजन मिश्रा वरिष्ठ व्यवस्था अधिकारी, केसी चमोली नोडल अधिकारी उद्योग आदि उपस्थित थे।

परिवहन संस्थाओं ने डीजल दामों में वृद्धि करने पर जताया रोष

डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि से परिवहन व्यवसायियों, परिवहन संस्थाओं में अत्यधिक रोष है। परिवहन व्यवसाय पहले ही क्रोना काल से अत्यधिक नुकसान में चल रहा है और उस पर अब डीजल की मार से परिवहन व्यवसायियों की कमर ही टूट चुकी है, उत्तराखंड का मुख्य व्यवसाय परिवहन है।

यातायात पर्यटन विकास सहकारी संघ ऋषिकेश के उपाध्यक्ष नवीन रमोला ने कहा कि ऋषिकेश की परिवहन संस्थाओं में डीजल डीजल में अत्यधिक वृद्धि अत्यधिक रोष व्याप्त है। जिसके लिए परिवहन महासंघ में आगे की रणनीति पर विचार करने के लिए एक बैठक बुलाए जाने सुनिश्चित की गई है। मई माह से उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा का प्रारंभ होना है जिसमें की देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं पिछला 1 वर्ष 2020 में श्रद्धालु नहीं पहुंचे।

अब 2021 की चार धाम यात्रा पर डीजल की वृद्धि का असर पड़ना निश्चित है जिसका प्रभाव उत्तराखंड के परिवहन व्यवसायियों, के साथ-साथ उत्तराखंड के होटल व्यवसायियों छोटे कामगारों के साथ-साथ उत्तराखंड में आने वाले समस्त तीर्थ यात्रियों पर पड़ेगा हमारी उत्तराखंड सरकार से मांग है जब तक डीजल के दामों में गिरावट नहीं आ जाती है। तब तक उत्तराखंड सरकार डीजल पेट्रोल पर वेट को कम करने का कष्ट करें।