बिना विलंब शुल्क के 10 दिसंबर तक करे आवेदन

उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि को एक बार फिर बढ़ा दिया गया है। अब संस्थागत छात्र-छात्राएं बिना विलंब शुल्क के 10 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं। जबकि व्यक्तिगत छात्र-छात्राओं से इस तिथि तक आवेदन जमा करने के लिए विलंब शुल्क लिया जाएगा।
शिक्षा सचिव मीनाक्षी सुंदरम की ओर से इस संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव व रोकथाम को देखते हुए स्कूल बंद होने की वजह से बोर्ड के छात्र-छात्राओं के आवेदन की तिथि में बदलाव किया गया है। 
शिक्षा सचिव ने कहा कि उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद, रामनगर की ओर से इस संबंध में प्रस्ताव भेजा गया था। इस प्रस्ताव पर परीक्षा आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि को 25 नवंबर से बढ़ाकर 10 दिसंबर कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि हाईस्कूल, इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राएं अब 10 दिसंबर तक स्कूलों में आवेदन जमा कर सकते हैं। जबकि स्कूल खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 15 दिसंबर तक आवेदन जमा करा सकते हैं। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 19 दिसंबर तक आवेदन जमा कराए जा सकते हैं। वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से बोर्ड कार्यालय को 24 दिसंबर तक आवेदन जमा कराने होंगे। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यह व्यवस्था केवल 2021 की बोर्ड परीक्षा के लिए लागू है।

विभिन्न विषयों को लेकर केंद्रीय मंत्री निशंक से मिले उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत

देहरादून। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं उसके कार्यान्वयन, बालिकाओं के लिए शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और अन्य कई योजनाओं सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।

केंद्रीय मंत्री ने धन सिंह रावत से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) पर चर्चा के साथ साथ उत्तराखंड में साइंस कॉलेज खोलने पर भी बात की। इसके अलावा उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं पर चर्चा करते हुए राज्य सरकार से बालिकाओं के लिए उच्च शिक्षा में सुविधा प्रदान करने के लिए प्रस्ताव भी माँगा है।

इस प्रस्ताव में राज्य सरकार हिमालयी, पिछड़े, दूरस्थ और बीहड़ के क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए अपनी तीन-चार प्राथमिकताएं दे सकती हैं जहाँ पर केंद्र सरकार बालिकाओं के लिए उच्च शिक्षा की सुविधाओं को प्रोजेक्ट के रूप शुरू करेगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे प्रोजेक्ट भविष्घ्य में महिला सशक्घ्तिकरण की दिशा में बेहतर समाधान प्रदान कर सकते हैं।

इसके अलावा महिलाओं के लिए दूरस्थ क्षेत्रों में छात्रावास एवं पुस्तकालय की सुविधा उपलब्ध करवाने पर भी बातचीत हुई। केंद्रीय मंत्री ने धन सिंह रावत से पौड़ी, टिहरी और श्रीनगर के तीनों कैम्घ्पसों को विशेषज्ञता के आधार पर अलग-अलग करने पर भी विचार विमर्श किया। इन तीनों में से एक को शोध, एक को जनरल और एक को महिला सशक्तिकरण के लिए केंद्रित किया जाएगा।

डॉ निशंक ने इस पर भी चर्चा की कि किस प्रकार केंद्र सरकार आर्थिक रूप से पिछड़े राज्यों के सरकारी स्कूलों को पोषित कर सकती है।

उन्होंने देहरादून, उधम सिंह नगर और हरिद्वार में पीपीपी मोड में आईआईआईटी बनाने के साथ साथ एनआईटी श्रीनगर के कार्य में आ रही रुकावट पर भी चर्चा की और कहा कि इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने इसके कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, अगर उत्तरदायी संस्था ठीक से कार्य नहीं कर रही है तो किसी और संस्थान से इसके कार्य को पूरा करवाया जाए।

डॉ निशंक ने उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री से कोटद्वार, गोपेश्वर, अल्मोड़ा के कॉलेजों को स्वायत्ता देने के लिए उनकी सूची बनाने कर उसकी सूचना यूजीसी को भी उपलबध करवाने को कहा और यह भी सुझाव मांगे कि निकट भविष्य में स्वायत्तता की दृष्टि से क्या किया जा सकता है।

डॉ निशंक ने राज्य में आईसर और आईआईआईटी की स्थापना पर भी राज्य के शिक्षा मंत्री से सुझाव मांगे हैं और उन्हें आश्वस्त किया है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय इसके लिए जल्द से जल्द शेष अनुदान जारी करेगा।

एम्स की ओर से कोविड से सुरक्षा को लेकर चलाया गया जागरुकता अभियान

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के तत्वावधान में गठित कोविड-19 कम्युनिटी टास्क फोर्स के द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज खदरी खड़कमाफ में निशुल्क मास्क वितरित किए गए। इस दौरान शिक्षकों, विद्यार्थियों व अन्य लोगों को कोरोना वायरस को लेकर जागरूक किया गया।
एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत की देखरेख में संस्थान के द्वारा कोविड19 कम्युनिटी टास्क फोर्स विभिन्न क्षेत्रों में जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत खदरी श्यामपुर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत कोविड-19 कम्युनिटी टास्क फोर्स के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार की अगुवाई में विद्यालय के छात्र- छात्राओं, शिक्षकों व अन्य स्टाफ को 300 से अधिक मास्क वितरित किए गए, साथ ही उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जागरूक किया गया। उन्हें इस विकट समय में सावधानी बरतने, सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करने को प्रेरित किया गया। टास्क फोर्स द्वारा छात्र छात्राओं को बताया गया कि अभी कोविड19 वायरस का संक्रमण कम नहीं हुआ है, लिहाजा जब भी घर से बाहर निकलें अथवा सार्वजनिक स्थान या जन समुदाय के बीच जाएं तो एक दूसरे व्यक्ति से कम से कम 2 गज की दूरी बनाकर रखें व साथ ही शल्य चिकित्सा मास्क का उपयोग करें। बताया गया कि कपड़े के मास्क का इस्तेमाल भी किया जा सकता है, जिसे धोने के बाद दोबारा उपयोग में लाया जा सकता है।
इस दौरान राजकीय इंटर कॉलेज खदरी खड़कमाफ के प्रधानाचार्य मेहताब सिंह व ग्राम प्रधान बबीता देवी द्वारा एम्स की कोविड-19 कम्युनिटी टास्क फोर्स द्वारा चलाई जा रही जनजागरूकता मुहिम की सराहना की गई। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता नवीन मोहन, शांति प्रसाद थपलियाल, एम्स की टीम के सदस्य हिमांशु ग्वाड़ी, विकास सजवाण, त्रिलोक सिंह आदि मौजूद रहे।

रिद्धिमा ने बढ़ाया उत्तराखंड का मानः राजे नेगी

विश्व की 100 प्रेरक और प्रभावशाली महिलाओं में शामिल होकर उत्तराखंड को गौरवान्वित करने वाली रिद्विमा पांडे को आम आदमी पार्टी ने सम्मानित किया है। पार्टी के नेता डॉ. राजे सिंह नेगी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोतीचूर हिमालयन कॉलोनी स्थित उनके आवास पर जाकर उत्तराखंड की बेटी को सम्मानित किया।
इस अवसर पर आप के नेता डॉ नेगी ने कहा कि महज 13 वर्ष की छोटी सी उम्र में रिद्धिमा पांडे ने दुनिया की 100 प्रेरक और प्रभावशाली महिलाओं की सूची में शामिल होकर दुनियाभर में देवभूमि उत्तराखंड का मान बड़ाया है। उनकी इस उपलब्धि से राज्यवासी स्वंय को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। बीबीसी द्वारा जारी की गई लिस्ट में रिद्विमा सहित देश में कुल 3 ही भारतीय महिलाओं को इस लिस्ट में शुमार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह देवभूमि के लिए गर्व की बात है कि रिद्धिमा पांडे उन तीनों महिलाओं में से एक है और सबसे कम उम्र की है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण इस समय एक ऐसा विषय है जिसके बारे में हम सभी को गंभीरता से सोचना चाहिए और ऐसा हो भी रहा है।
प्रकृति के लगातार हो रहे हनन और मानवीय गतिविधियों से हमारे पर्यावरण को जो चोट पहुंच रही है उसके लिए युवा वर्ग अपनी आवाज बुलंद कर रहा है और एक स्वर में प्रकृति के संरक्षण की बात कर रहा है। पर्यावरण संरक्षण जैसे गंभीर विषय को समझते हुए छोटे बच्चे लगातार आगे बढ़ रहे हैं। प्रकृति को बचाने हेतु वे लगातार काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में रिद्धिमा पांडे भारत की पहली ऐसी लड़की थी जिन्होंने यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में जाकर पर्यावरण संरक्षण को लेकर दमदार भाषण भी दिया था। देवभूमि की यह बेटी लगातार जंगलों के कटने, जलवायु परिवर्तन की ओर अपनी आवाज बुलंद करती रही हैं और अब उनको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में काम करने और जागरूकता फैलाने के लिए सम्मान मिल रहा है जोकि प्रत्येक उत्तराखंडवासी के लिए गौरव की बात है।
इस दौरान रिद्धिमा के पिता दिनेश भट्ट, माता विनीता भट्ट, भाई शुभ भट्ट, आप कॉर्डिनेटर दिनेश असवाल, अमित विश्नोई, विक्रांत भारद्वाज, सीमा रावत, चेतन चैबे, संजय नेगी, सुनील कुमार, ज्योत्सना पांडेय उपस्थित थे।

कृषि सुधारों से किसानों को नए अधिकार मिलेः पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हाल के कृषि सुधारों ने किसानों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोले हैं। आज आकाशवाणी पर मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि इन सुधारों से किसानों को नए अधिकार मिले हैं तथा वे सशक्त और बंधनमुक्त हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इन सुधारों ने महाराष्ट्र के धुले जिले के किसान जितेंद्र भोइजी को मक्के की फसल का बकाया भुगतान प्राप्त करने में मदद की। प्रधानमंत्री ने राजस्थान के किसान मोहम्मद असलम की भी सराहना की। मोदी ने कहा कि जहां जागरूकता है, वहीं जीवंतता होती है। प्रधानमंत्री ने हरियाणा के कैथल जिले के वीरेंद्र यादव की भी प्रशंसा की, जो आस्ट्रेलिया से वापस लौटकर पराली की समस्या के समाधान के लिए काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने युवाओं से अनुरोध किया कि वे अपने आसपास के गांवों का दौरा करके किसानों को खेती में नवाचारों और हाल के कृषि सुधारों के बारे में जागरूक करें। मोदी ने कहा कि संकट के समय संस्कृति बहुत काम आती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि अजंता की गुफाओं की विरासत और कला को संरक्षित करने के साथ-साथ डिजिटल रूप भी दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि शिलॉग में खिले हुए चेरी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों ने मेघालय की सुंदरता को और बढ़ा दिया है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि देवी अन्नपूर्णा की बहुत पुरानी प्रतिमा कनाडा से भारत वापस आ रही है। इस मूर्ति को वाराणसी के मंदिर से 1913 के आसपास चुराकर देश के बाहर भेज दिया गया था। मोदी ने इसके लिए कनाडा सरकार और अन्य सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। यह सुनिश्चित करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि इन धरोहरों को स्वदेश वापस लाया जाए। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से देश कई प्रतिमा और कलाकृतियों को वापस लाने में सफल रहा है।
मोदी ने कहा कि जाने-माने पक्षीविज्ञानी सालीम अली के 125वें जयंती समारोह 12 नवंबर से शुरू हो चुके हैं। उन्घ्होंने ने पक्षियों सर्वेक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया था। मोदी ने लोगों से इस तरह के प्रयासों से जुडने की अपील की। प्रधानमंत्री ने ब्राजील के जोनास मैसेट्टी का भी उल्घ्लेख किया जिन्हें विश्वनाथ के नाम से भी जाना जाता है और वे वेदांत और गीता की शिक्षा देते हैं। प्रधानमंत्री ने न्यूजीलैंड में नवनिर्वाचित सांसद गौरव शर्मा द्वारा संस्कृत में शपथ लेने की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति का प्रसार प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र कल गुरु नानक देव का 551वां प्रकाश पर्व मनाएगा जिनके उपदेश वैंकूवर से वेलिंगटन और सिंगापुर से दक्षिण अफ्रीका तक प्रेरणा देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल नवम्बर में करतारपुर साहिब गलियारे का उद्घाटन ऐतिहासिक घटना थी। इससे विदेशों में रहने वाले सिखों का दरबार साहिब की सेवा में योगदान देना आसान हो गया है।
मोदी ने कहा कि उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आईआईटी दिल्ली से लेकर आईआईटी गुवाहाटी तक कई शिक्षण संस्थानों के छात्रों के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भी अपने संस्थानों में पूर्व छात्रों के रूप में योगदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आईआईटी के पूर्व छात्रों ने अपनी आईआईटी में सम्मेलन कक्ष, प्रबंध केन्द्र और इनक्यूबेशन केन्द्रों का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से मौजूदा छात्रों की पढ़ाई में सुधार होता है। मोदी कहा कि आईआईटी दिल्ली ने एक अक्षयनिधि शुरू की है, जो एक शानदार विचार है। 5 दिसंबर को अरबिंदो की पुण्यतिथि मनाई जाएगी।
मोदी ने कहा कि श्री अरबिंदो के विचारों में बहुत गहराई है। उन्होंने युवाओं से इस महान व्यक्तित्व के बारे में और अधिक जानने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे-जैसे देश वोकल फॉर लोकल की दिशा में आगे बढ़ रहा है, उसे श्री अरबिंदो के स्वदेशी के दर्शन से प्रेरणा मिल रही है। स्वयं श्री अरबिंदों को स्वदेशी की प्रेरणा उनके परिवार से मिली थी। मोदी ने कहा कि देश ने अब लॉकडाउन चरण से बाहर निकलने के बाद कोविड-19 के टीके पर चर्चा शुरू कर दी है। हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि कोरोना के बारे में कोई भी लापरवाही बहुत घातक होगी। मोदी ने सभी को कोरोना से लड़ाई को मजबूत करने के लिए कहा।

मुख्यमंत्री ने लांच किया रमेश भट्ट का गीत ‘मेरी शान उत्तराखंड’

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में अपने मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट के चर्चित गीत ’मेरी शान उत्तराखण्ड’ को लॉन्च किया। इस गीत की खासियत ये है कि इसमें उत्तराखंड के पहाड़ों की खूबसूरती और संस्कृति के दर्शन तो हैं ही, अपनी मेहनत से उत्तराखण्ड की तकदीर में बदलने में जुटे युवाओं की प्रेरक कहानियां भी हैं। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने इस गीत की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में युवाओं को बताने तथा स्वरोजगार को प्रेरित करने की दिशा में यह गीत सराहनीय प्रयास है। इससे निश्चित रूप से हमारे युवाओं को रिवर्स माइग्रेशन की भी प्रेरणा मिलेगी।

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने बताया कि उनके द्वारा पिछले महीनों में स्वरोजगार यात्रा के दौरान प्रदेश के कई जिलों का भ्रमण कर स्वरोजगार की दिशा में उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों से लगातार संवाद किया तथा उनके अनुभवों को जानते रहे। युवाओं को सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के साथ साथ उनकी प्रेरक कहानियों को अपने सोशल मीडिया पर भी वे शेयर करते रहे हैं। उनके वीडियोज को सोशल मीडिया पर लाखों लोगों द्वारा देखा जाता है। इससे न सिर्फ स्वरोजगार के लिए अन्य युवाओं को प्रेरणा मिली, बल्कि स्वरोजगार के क्षेत्र में सरकारी योजनाओं की जानकारी भी युवाओं तक पहुंची।

कहा कि इसी अनुभव के आधार पर उन्होंने यह गीत तैयार किया है। जिसमें उत्तराखण्ड की प्राकृतिक सुंदरता और संस्कृति की झलक के साथ स्वरोजगार की दिशा में अच्छा काम कर रहे युवाओं को भी दिखाया गया है। गीत के माध्यम से उत्तराखंड की संस्कृति के बारे में तो बताया ही गया है साथ ही ये भी बताने का प्रयास किया गया है, कि किस तरह पहाड़ की विषम परिस्थितियों से निकल कर युवा, देश-विदेश में अपने हुनर का डंका बजा रहे हैं। मेरी शान उत्तराखण्ड गीत के बोल हिंदी में हैं। शिल्पा प्रोडक्शन के तहत बने इस गीत का निर्देशन अजय ढौंडियाल ने किया है, संगीत ईशान डोभाल ने जबकि कैमरा व संपादन सन्दीप कोठारी ने किया है।

इस अवसर पर सीएम के ओएसडी धीरेंद्र पंवार, अपर सचिव सुरेश जोशी, विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते, मुख्य निजी सचिव विक्रम चैहान, वरिष्ठ प्रमुख निजी सचिव केके मदान, हेम चंद्र भट्ट, कपिल चैहान आदि उपस्थित थे।

कोर्ट के आदेश पर तीन लोगों पर आईपीसी की धारा 452, 454 और 380 में मुकदमा

मुनिकीरेती थाने में न्यायालय के आदेश पर तीन लोगों पर स्कूल में जबरन घुसकर कार्यालय का ताला तोड़ सामान चोरी करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।
न्यायालय में दाखिल प्रार्थना पत्र 156 सीआरपीसी के बाद मुनिकीेरती पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया हैं।
सच्चा वेदिक संस्थान तपोवन अध्यक्ष अजय स्वामी ने बताया कि तपोवन स्थित सच्चा शिशु मंदिर जूनियर हाई स्कूल में माणिक गोयल और हर्षित गोयल दोनों पुत्र गिरीश गोयल और अनुराग गोयल पुत्र स्वामी सतपाल निवासी तपोवन ने स्कूल में घुसकर जबरदस्ती संरक्षक के कार्यालय का ताला व कुंडा तोड़कर कार्यालय से लैपटॉप और 5 हजार की नगदी सहित महत्वपूर्ण कागज लेकर फरार हो गए। मुनीकीरेती थाना प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने बताया कि मामले में कोर्ट के आदेश के आधार पर संबंधित धाराओं में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना एसएसआई रमेश सैनी को सौंपी गई हैं।

सात माह से बंद पड़े विद्यालयों के खुले ताले, सोशल डिस्टेंस के साथ छात्रों ने की पढ़ाई

सात माह से कोरोना संक्रमण के चलते बंद पड़े शिक्षण संस्थान आज खोले गए। इस मौके पर बच्चों में उत्साह देखा गया। प्रशासन की गाईडलाइन के अनुसार बच्चों ने सोशल डिस्टेंस आदि का पालन किया और शिक्षा ग्रहण की।

आवास विकास स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का शिक्षण कार्य ऑफलाइन प्रारंभ हुआ। प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद पांडे की मौजूदगी में शिक्षकों व छात्रों ने सामाजिक दूरी को ध्यान में रखकर, मास्क पहनकर और अभिभावकों के सहमति पत्र के साथ पढ़ाई शुरू करवाई। मौके पर सतीश चैहान, नरेन्द्र खुराना, कर्णपाल बिष्ट, राजकुमार यादव, नन्द किशोर भट्ट, रामगोपाल रतूड़ी, रश्मि गुसाई आदि उपस्थित रहे।

उधर, श्री भरत मंदिर इंटर काॅलेज में भी छात्रों को सहमति पत्र दिखाने के बाद ही प्रवेश दिया गया। प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत की मौजूदगी में अध्यापकों और छात्रों को सैनिटाइज, मास्क पहनकर शिक्षा ग्रहण करवाई गई।

कृष्णा पब्लिक स्कूल में मेयर अनिता ने किया कंप्यूटर क्लासेस का उद्धाटन

मेयर अनिता ममगाई ने कहा कि आज का युग कंप्यूटर का युग है किसी भी क्षेत्र में सफलता अर्जित करने के लिए कंप्यूटर का ज्ञान होना बेहद आवश्यक है। आधुनिक शिक्षा पाने का हर बच्चे का अधिकार है।

कृष्णा नगर कॉलोनी स्थित कृष्णा पब्लिक स्कूल में कंप्यूटर क्लासेस का मेयर अनिता ममगाईं ने उद्धाटन किया। उन्होंने स्कूल प्रबंध की ओर से स्कूली बच्चों के साथ क्षेत्र के निर्धन बच्चों के लिए निशुल्क रूप से कंप्यूटर शिक्षा प्रारंभ कराए जाने पर खुशी जताई। कहा कि देश में गुणवत्ता परक बेहतर शिक्षा का अधिकार प्रत्येक बच्चे का है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति लागू होने से आने वाले समय में राष्ट्र की नींव और मजबूत होगी। इससे पूर्व स्कूल प्रबंध समिति की ओर से संचालक डॉ बीएन तिवारी द्वारा महापौर का पुष्पगुच्छ भेंट कर भव्य स्वागत और अभिनंदन किया गया।

उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट योगदान देने पर चार शिक्षक गौरव पुरस्कार से सम्मानित

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दून विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले चार शिक्षकों को ‘‘डाॅ. भक्त दर्शन उच्च शिक्षा गौरव पुरस्कार-2020’’ से सम्मानित किया। जिन चार शिक्षकों को सम्मानित किया। उनमें राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. मोहन चन्द्र पाण्डेय को वाणिज्य एवं प्रबंधन के क्षेत्र में, एम.बी काॅलेज हल्द्वानी के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. शिव दत्त तिवारी को वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में, पं. ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश के प्रो. (डाॅ.) सतेन्द्र कुमार को साहित्य के क्षेत्र में एवं प्रो. डाॅ. संजय कुमार को इतिहास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हेमवती नन्दन बहुगुणा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डाॅ. डीएस रावत के नाम पर उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के विज्ञान, काॅमर्स, सामाजिक क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वालों को छात्रवृत्ति दी जायेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कर्नल (डाॅ.) डी.पी. डिमरी द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘उद्यमिता एवं हिमालय के प्रेरणादायक उद्यमी’’ का विमोचन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दून विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य का अवलोकन भी किया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि डाॅ. भक्त दर्शन ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक सराहनीय कार्य किये। वे एक कुशल राजनीतिज्ञ, शिक्षक, सम्पादक थे। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने अहम योगदान दिया। वे सरल स्वभाव एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई अभिनव पहल किये। उन्हें पहाड़ से विशेष प्रेम था। डाॅ. भक्त दर्शन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दिये गये उत्कृष्ट योगदान के कारण राज्य सरकार ने उनके नाम पर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य के स्थानीय संसाधनों से किस तरह लोगों के सामाजिक एवं आर्थिक जीवन में सुधार लाया जा सकता है, इस विषय पर शोध की आवश्यकता है। हम अपने प्राकृतिक संसाधनों एवं स्थानीय उपजों का कैसे बेहतर इस्तेमाल कर सकें। इन क्षेत्रों में विभिन्न विषयों पर आधारित शोध हो। प्रकृति ने देवभूमि उत्तराखण्ड को बहुत कुछ दिया है। इसका सही तरीके से उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आर्थिकी में सुधार लाने के लिए राज्य में रूरल ग्रोथ सेंटर की शुरूआत की गई है। पिछले 06 माह में इन सेंटरों से 06 करोड़ से अधिक की बिक्री हुई है व इनमें कार्य करने वालों को 60 लाख से अधिक का शुद्ध लाभ हुआ है। राज्य में महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख तक एवं कृषकों को 03 लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है।

उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि अगले साल से डाॅ. भक्त दर्शन पुरस्कार उनके जन्म दिवस के अवसर पर 12 फरवरी को दिया जायेगा। जयहरीखाल डिग्री काॅलेज का नाम डाॅ. भक्त दर्शन के नाम पर रखा गया है। पौड़ी जनपद में मुसेटी गांव में उनका स्मारक बनाया गया है, अब मुसेटी में डाॅ. भक्त दर्शन द्वार बनाया जा रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी डिग्री काॅलेजों में 93 प्रतिशत फैकल्टी है। इसे जल्द शत प्रतिशत किया जायेगा। उच्च शिक्षा में चार लाख छात्रों को बड़ी सौगात मिलने वाली है। जल्द की हर डिग्री काॅलेज में 4जी कनेक्टिविटी और वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।

विधायक विनोद चमोली ने कहा कि डाॅ. भक्त दर्शन का जीवन दर्शन व्यावहारिक, राजनीतिक सुचिता, पहाड़ के प्रति समर्पित रहा। उन्होंने कहा कि डाॅ. भक्त दर्शन के बारे में लोगों को अधिक जानकारी प्राप्त हो सके इसलिए उनके जीवन एवं कार्यों पर आधारित जानकारी स्कूली पाठ्यक्रमों में होनी चाहिए।