नरेन्द्र बने स्टूडेंट ऑफ द ईयर

ऋषिकेश।
मॉडर्न इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ढालवाला के बॉयोलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में नए छात्रों के लिए फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया गया। इसमें नरेन्द्र सिंह कंडारी को स्टूडेंट ऑफ द ईयर चुना गया। एमआईटी परिसर में गुरुवार को फ्रेशर पार्टी का शुभारंभ संस्थान अध्यक्ष एचजी जुयाल ने दीप जलाकर किया। छात्र-छात्राओं ने गणेश वंदना, सरस्वती वंदना, स्वागत गीत से सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
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रविन्द्र, शिवम, साक्षी, शिवानी, सागर, मधु भंडारी, पूनम, प्रिया की प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा। रविवेद कोटियाल, सूरज, विशान अंसारी, कैलाश, आकाश ने छोलिया नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। डॉ. कौशल्या डंगवाल, डॉ. एसके सिंह, डॉ. माधुरी को लंबे समय से संस्थान को सेवाएं देने पर सम्मानित किया गया। फ्रेशर पार्टी में छात्र जमकर थिरके। कार्यक्रम में डॉ. निखिल कृत्रिपाल, डॉ. अनिता पाण्डे, डॉ. निधि श्रीवास्तव, डॉ. रजनी लस्याल, डॉ. शिवशंकर, कमलेश कुमार भट्ट आदि मौजूद रहे।

प्राइवेट स्कूलों ने नहीं माना छुट्टी का आदेश

ऋषिकेश।
राज्य सरकार की ओर से करवाचौथ पर अवकाश के आदेश दिए थे, लेकिन शहर के कई निजी स्कूलों ने यह आदेश नहीं मना। इन स्कूलों में शिक्षिकाएं और महिला स्टाफ करवाचौथ के दिन भी कार्यरत रहा। जबकि शासन से अवकाश की श्रेणी में निजी स्कूलों को भी शामिल किया था।
करवाचौथ के दिन महिला अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। महिलाएं घर में रहे और विधिवत पूजन कर सके, इसे देखते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने करवाचौथ पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। बावजूद बुधवार को निजी स्कूलों ने न तो अवकाश घोषित किया और न ही महिला शिक्षक और कर्मचारियों को छुट्टी दी।
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उत्तराखंड अभिभावक संघर्ष महासंघ के संयोजक रवि कुमार जैन ने बताया कि निजी स्कूलों में मनमानी चल रही है। जब मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है, तो प्रशासनिक अधिकारियों का आदेश क्या मायने रखता है।

“मौखिक शिकायत आयी है। शासन के आदेशों का पालन क्यों नहीं हुआ। जांच कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
वृजेश कुमार तिवारी, एसडीएम ऋषिकेश

इंस्पायर फैलोशिप से मिल रही छात्रों को बड़ी राहत

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार मेधावी छात्रों को दे रही 80 हजार सालाना की छात्रवृत्ति

ऋषिकेश।
अगर आप उत्तराखंड के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड व संस्थान से इंटरमीडिएट है और आपके अंक 80 प्रतिशत है। ऑटोनॉमस कॉलेज में अध्ययनरत है, तो आप शीघ्र ही इंस्पायर फैलोशिप के लिए आवेदन करे। इंस्पायर फैलोशिप भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से मेधावी छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृति है। इसमें न्यूनतम 80 हजार रुपये प्रतिवर्ष छात्र को मिलेंगे। बशर्ते उच्च शिक्षा में भी छात्र को न्यूनतम 80 प्रतिशत अंक लाने होंगे। इसके पीछे एक मकसद छात्र के अंक प्रतिशत को बरकरार रखना भी है।
इंस्पायर फैलोशिप को बीए, एमए व पीएचडी अध्यनरत छात्र भी आवेदन कर सकते है। 113ऑटोनॉमस कॉलेज के 22 मेधावी छात्रों ने फैलोशिप के लिए आवेदन भी कर दिया है, जिसमें एक पीएचडी का छात्र भी शामिल है। प्राचार्य डॉ. डीसी नैनवाल ने बताया जिन छात्रों के 80 प्रतिशत अंक है, वह किसी भी कार्य दिवस में मुझसे संपर्क कर सकते है। बताया कि विश्वविद्यालयों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आयोजित सेमिनार व कार्यक्रमों में भी इन छात्रों को बुलाया जाता है। नए आइडिया डेवलप करने पर छात्रों को प्रोत्साहन भी मिलता है।

दिनेश गिरी के प्रोजेक्ट को पहला पुरस्कार

ब्लॉकस्तरीय विज्ञान महोत्सव के समापन पर विजेता सम्मानित
पूर्णानंद इंटर कॉलेज में हुई नरेन्द्रनगर ब्लॉक की प्रतियोगिता

ऋषिकेश।
कैलाश गेट स्थित पूर्णानंद इंटर कॉलेज में शनिवार को ब्लॉकस्तरीय विज्ञान महोत्सव के परिणाम घोषित किए गए। जूनियर वर्ग के उप विषय स्वास्थ्य में शिवेन्द्र पाल, उद्योग में बृजेश और पवन, परिवहन-संचार में ज्योतिका, संसाधन नवाचार में अमन आर्यन, खाद्य उत्पादन में मंजीत सिंह, गणितीय समाधान में शिक्षा रावत ने बाजी मारी। सीनियर वर्ग के उप विषय स्वास्थ्य में मानव, उद्योग में पंकज, परिवहन-संचार में मनीष, संसाधन नवाचार में हरबीन, खाद्य उत्पादन में आयुष, गणितीय समाधान में अनुज मिश्रा ने पहला स्थान हासिल किया। व्यक्तिगत छात्र प्रोजेक्ट में दिनेश गिरी और टीम प्रोजेक्ट में सागर व सूरज को विजेता चुना गया।
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खंड शिक्षा अधिकारी नरेन्द्रनगर ओपी वर्मा ने पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मौके पर प्रधानाचार्य राजेन्द्र प्रसाद कुकेरती, पीएल रतूड़ी, श्रवण कुमार पाण्डे, मृगेन्द्र आर्य, डीआरपी डॉ. रामगोपाल गंगवार, आलोक नौटियाल, आलोक गौतम, पीसी चौरसिया, प्रकाश बहुगुणा, अमित शर्मा, सूर्यकांत तिवाड़ी, रामाश्रय सिंह, एसबी सिंह, पीके त्रिवेदी, विनोद कुमार, राजेश बहुगुणा, शाशि जोशी, सीमा मल्होत्रा, मंजू बहुगुणा आदि मौजूद रहे।

विज्ञान महोत्सव में छात्रों का मॉडल प्रदर्शन

ब्लाक स्तरीय विज्ञान महोत्सव में स्किल इंडिया की झलक देखने को मिली

ऋषिकेश।
पूर्णानंद इंटर कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय ब्लाक स्तरीय विज्ञान महोत्सव का शुक्रवार को शुभारंभ हो गया। नरेन्द्रनगर ब्लाक के स्कूल विज्ञान महोत्सव में भाग ले रहे है। छात्रों के मॉडलों में स्किल इंडिया की झलक देखने को मिली। अतिथियों ने छात्रों के मॉडलों की प्रशंसा की।
प्रतिभा दिखाने का मौका मिला तो कई छात्रों ने ऐसे मॉडलों की प्रस्तुति दी, कि आयोजक व अतिथि बिना प्रशंसा के नही रह सके। पूर्णानंद इंटर कॉलेज में दो दिवसीय विज्ञान महोत्सव में विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान मेला व विज्ञान ड्रामा का आयोजन किया गया। नरेन्द्रनगर ब्लाक के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने स्वच्छता, ग्रीन सिटी, विद्युत योजना, उद्योग, स्वास्थ्य, खाद्य उत्पादन आदि को लेकर मॉडलों का प्रदर्शन किया।
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इससे पूर्व महोत्सव का शुभारंभ भाजपा नेता अनुराग पयाल ने किया। उन्होंने कहा कि पहाड़ में प्रतिभाओं की कमी नही है। हमें प्रतिभा विकसित करने की जरुरत है।
खंड शिक्षा अधिकारी ओपी वर्मा ने बताया कि छात्रों में विज्ञान विषय की रुचि पैदा करने के उद्देश्य से विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया जाता है। जिला समन्वयक अलखनारायण दुबे ने बताया कि दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के तत्वाधान में किया जा रहा है। अलग-अलग वर्गों में आयोजित प्रतिभागी छात्रों का मूल्यांकन होगा, प्रथम तीन वरियताक्रम को पुरस्कृत किया जायेगा। इस मौके पर प्रकाश बहुगुणा, आलोक नौटियाल, अमित शर्मा, डॉ. यूएस रावत, अनिल लिंगवाल, विनोद कुमार, आलोक गौतम, उस्मान अहमद, एसबी सिंह, राजेन्द्र प्रसाद कुकरेती आदि मौजूद थे।

सीएम ने रखी पॉलीटेक्निक कॉलेज की आधारशिला

रानीपोखरी के ग्राम घमंडपुर पुंच में 26 बीघा भूमि में बनेगा भवन

रानीपोखरी।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को रानीपोखरी के घमंडपुर में राजकीय पॉलिटेक्निक भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि दक्ष मानव संसाधन तैयार करने के लिए तकनीकि शिक्षा जरूरी है, इसलिए राज्य सरकार तकनीकि शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है। उत्तराखंड देश के अन्य राज्यों में तकनीकि शिक्षा पर सर्वाधिक धनराशि व्यय करने वाला राज्य है। शिक्षा के क्षेत्र में भी हम दिल्ली के बाद इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा धनराशि खर्च करने वाले राज्य हैं। राज्य में पिछले दो वर्षां में 40 महाविद्यालयों की स्थापना की गई। आईटीआई और पॉलिटेक्निक कॉलेजों की स्थापना में 40 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 2025 तक 25 करोड़ दक्ष मानव संसाधनों की जरूरत होगी, इसके लिए राज्य में स्किल डेवलमेंट के प्रति विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डोईवाला और रायवाला राजधानी से जुड़े ब्लॉक हैं। ये ब्लॉक खेती के आधुनिकीकरण और उद्यमिता विकास में सहाभागी बन कर देश को राह दिखा सकते हैं।
अब अपने खेत में कार्य करने वाली महिला मनरेगा श्रमिक मानी जाएगी। जो स्वयं सहायता समूह सक्रिय नहीं हैं, उन्हें खाता खोलने के लिए पांच हजार की धनराशि दी जाएगी। कार्यरत समूहों को 20 हजार की सहायता के साथ ही वार्षिक टर्नओवर पर पांच प्रतिशत बोनस दिए जाने की व्यवस्था की गयी है। सामूहिक खेती, जड़ी-बूडी सहित अन्य उत्पादन में सक्रियता से कार्य करने वालों को एक लाख केपिटल पूंजी उपलब्ध दी जाएगी।

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उन्होंने रायपुर ब्लॉक की भांति सभी ब्लॉकों से शत-प्रतिशत स्वच्छता के प्रति ध्यान देने को कहा। क्षेत्रीय विधायक हीरा सिंह बिष्ट ने डोईवाला क्षेत्र के लिये अनेक योजनाओं की स्वीकृति के लिये मुख्यमंत्री श्री रावत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस पॉलिटेक्निक भवन के लिये 04 करोड़ स्वीकृत किये गये है। शीघ्र ही भवन बनकर तैयार हो जायेगा। इस अवसर पर तकनीकि शिक्षा के अधिकारियों के साथ ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

हम राजनीतिक किसान हैं, फसल काटने का समय नजदीक
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रानीपोखरी में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नसीहत दी। कहा कि मैंने डोईवाला विधानसभा में विकास कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी है। अगर अब भी कार्यकर्ता मेरे द्वारा किए गए विकास कार्यों को भुना नहीं पाए तो दोष उनका होगा। उनके पास गिनाने को अनेकों कार्य हैं। हम राजनीतिक किसान हैं, फसल काटने का समय नजदीक है।

दोहरे प्रभार की व्यवस्था में संशोधन

देहरादून।
शिक्षा अधिकारियों के तबादलों में रह गई विसंगतियों के साथ ही दोहरे प्रभार की व्यवस्था में संशोधन होगा। कुछ जिलों में कनिष्ठ अधिकारियों को वरिष्ठ अधिकारियों से बड़ा जिम्मा दिया गया है। इन विसंगतियों को दूर करने को शासन ने 14 अक्टूबर को बैठक बुलाई है।
सरकार ने बीते माह के आखिरी हफ्ते में शिक्षा महकमे में सात संयुक्त निदेशक समेत 43 अधिकारियों के तबादले किए थे। इनमें सात अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार के रूप में दोहरी जिम्मेदारी दी गई है। दोहरे प्रभार के साथ कुछ अधिकारियों को कनिष्ठ होने के बावजूद उच्च पदों का जिम्मा सौंपे जाने की शिकायतें भी शासन को मिली हैं। ये शिकायतें अधिकतर जिला स्तर पर होने वाली तैनाती से जुड़ी हैं। सरकार द्वारा सर्व शिक्षा अभियान राज्य परियोजना कार्यालय में प्रभारी अपर निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती को देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी के पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह सीईओ हरिद्वार अजय कुमार नौडियाल को सीईओ चमोली के साथ ही डीईओ बेसिक चमोली का अतिरिक्त प्रभार, अशोक कुमार सिंह को प्रभारी सीईओ अल्मोड़ा के साथ डीईओ-बेसिक अल्मोड़ा की अतिरिक्त जिम्मेदारी, आनंद भारद्वाज को उप निदेशक विधि के साथ बेसिक शिक्षा निदेशालय में संयुक्त निदेशक का अतिरिक्त जिम्मा, डीईओ हरिद्वार पुष्पारानी वर्मा को प्रभारी सीईओ हरिद्वार का अतिरिक्त प्रभार, दलेर सिंह राजपूत को प्रभारी डीईओ माध्यमिक चंपावत के साथ सीईओ का अतिरिक्त प्रभार, रमेशचंद्र आर्य को प्रभारी सीईओ बागेश्वर के साथ डीईओ माध्यमिक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।

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दोहरे प्रभार में कई अधिकारियों को उच्च पद सौंपे गए हैं तो सीइओ पद पर तैनात अधिकारियों को वरिष्ठता क्रम में नीचे जिला शिक्षा अधिकारियों का दायित्व भी सौंपा गया है। वहीं एक ही पद पर दो अधिकारियों को तैनाती दी गई। रामनगर बोर्ड में प्रभारी अपर सचिव रामेंद्र कुशवाहा को उत्तरकाशी में डीईओ माध्यमिक के पद पर तैनात किया किया गया है। इसी पद पर चमोली जिले के डीइओ बेसिक राजेंद्र प्रसाद डंडरियाल को डीईओ माध्यमिक के पद पर उत्तरकाशी भेजा गया। विभाग के उच्चाधिकारियों के अनसार तबादलों में विसंगतियों को दूर किया जाएगा। इस संबंध में 14 अक्टूबर को शासन स्तर पर बैठक भी होगी।

विचारों से चुनें आर्थिक तरक्की का रास्ता

यूकोस्ट के महानिदेशक डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने छात्रों को दिए सफलता का टिप्स
ऑटोनॉमस कॉलेज में बौद्धिक संपदा अधिकार पर कार्यशाला का आयोजन

ऋषिकेश।
ऑटोनॉमस कॉलेज में शुक्रवार को बौद्धिक संपदा अधिकार जागरूकता पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि यूकोस्ट के महानिदेशक डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने छात्रों को बौद्धिक संपदा की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विचारों से आर्थिक तरक्की का रास्ता चुनने की सीख दी।

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उत्तराखंड स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यूकोस्ट) के महानिदेशक डॉ. राजेन्द्र डोभाल, प्राचार्य डॉ. डीसी नैनवाल और बीएससी एमएलटी विभाग के समन्वयक डॉ. गुलशन ढींगरा ने दीप जलाकर कार्यशाला का शुभारंभ किया। कांफ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यशाला में डॉ. डोभाल ने कहा कि वर्तमान समय में आर्थिक प्रगति पाने के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार की जानकारी होनी जरूरी है। उन्होंने छात्रों को खोज, रचना और अविष्कार का पेटेंट कराने की सलाह दी। उन्होंने उदाहरण दिया कि एमपी थ्री गाने पेटेंट से मिलने वाली धनराशि से एक विश्वविद्यालय चल रहा है। कहा कि भारत विश्व में युवा शक्ति के संपन्न देश है। हमें अपनी बौद्धिक संपदा का सदुपयोग करना चाहिए। ताकि इससे हम आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। डॉ. डोभाल ने कहा कि दैनिक जीवन में हमें वस्तुओं का उपयोग करने पर अप्रत्यक्ष रूप से पेटेंट का शुल्क भरना पड़ता है। एक मोबाइल में 200 चीजों का पेटेंट इस्तेमाल होता है। ऐसे में इन सभी शुल्क भी मोबाइल खरीदने के साथ वहन करते हैं।

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यूकोस्ट की वैज्ञानिक डॉ. अंजू रावत ने ट्रेडमार्क और पेटेंट के नियमों और सीमाओं के विषय में बताया। छात्रों के सवालों का जवाब दिया। वैज्ञानिक आकांक्षा चंदोला ने कॉपीराइट पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हमारी मौलिक रचनाओं पर हमारा कॉपीराइट है। वैज्ञानिक हिमांशु गोयल ने पेटेंट की प्रकिया समझायी। संचालन डॉ. पूजा कुकरेती ने किया। डॉ. दयाधर दीक्षित ने अतिथियों का धन्यवाद दिया। इस मौके पर डॉ. डीपी भट्ट, डॉ. विनोद प्रकाश अग्रवाल, डॉ. वीएन गुप्ता, डॉ. वंदना शर्मा, डॉ. सुमिता श्रीवास्तव, डॉ. विजयलक्ष्मी आदि उपस्थित थे।

बच्चों ने झांकिया निकाल दर्शकों को मोहा

ऋषिकेश।
शुक्रवार को बच्चों ने स्कूल में रामलीला की। जिसमें बच्चों ने अपने अभिनय को सुंदरता से प्रस्तुत किया। भगवान राम के जन्म से लेकर सीता हरण तक के दृष्यों का बच्चों ने बखूबी मंचन किया। प्रधानाध्यापिका प्रवीण ने बताया कि आज के युग में बच्चों से संस्कार व भारतीय संस्कृति लुप्त होती जा रही है। इसके लिए जरूरी है कि बच्चों में अभिभावक व शिक्षक संस्कार डालने का प्रयास करें। बच्चों से रामलीला का मंचन कराने का उदेश्य यही है कि बच्चे अपनी भारतीय संस्कृति के बारे में भली-भांति से जान सकें। बच्चों ने कंठस्थ रामचौपाइयों का बखान कर अपने अभिनय को अच्छे से निर्वहन किया है। अभिनय करने वाले बच्चों में मानवी, साक्षात, तनिष्क, शिवांश, वैभव, इरा, कृतिका, आयुषमान, अवनीश, अराध्या, आशु, विराज, अदंबिका, अनिका, शोर्या खत्री, वैदिक, आराध्या कश्यप, उन्नत, हार्दिक, उज्जवल आदि शामिल रहे। इस अवसर पर रीना, रश्मि, स्वाती, प्रीति आदि उपस्थित रहे।

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कश्मीर मेरा है …

रेनेंसा द्रोण स्कूल के 12 वें वाषिर्कोत्सव मे छात्र छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुती दी
डोईवाला।
रेनेंसा द्रोण स्कूल के 12 वें वाषिर्कोत्सव मे छात्र छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वंदना से हुआ। राष्ट्रपति महात्मा गांधी को श्रद्धांजिल देते हुए रघुपति राघव राजाराम की प्रस्तुति दी। छात्र छात्राओ ने कश्मीर मेरा है हरगिज न देगें की प्रस्तुति देकर लोगो में देश भक्ति का जज्बा पैदा किया।
कार्यक्रम में छात्रों ने गढवाली, छत्तीसगढी, राष्ट्र आराधना, राम केवट संवाद व पंजाबी भांगडा की प्रस्तुति देकर लोगो की खूब तालियां बटोरी। दिव्यांगन नेशनल इंस्टीटयूट के असिस्टेंट प्रोफेसर सुरेन्द्र धनवाल ने छात्र छात्राओ व अभिभावको को सम्बोधित किया। कहाकि स्कूल के हर छात्र में कोई न कोई विशेषता छुपी होती है जिसे उसकी मजबूती मानकर उस पर कार्य करना चाहिये। उन्होने छात्र छात्राओ में अनुशासन के साथ संस्कारवान बनाने की बात कही। डीबीएस कालेज की लेक्चरर रवीना कौर ने छात्रों को एकाग्र मन से पढाई कर अपने जीवन में कुछ विशेष करने की बात कही।

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इस अवसर पर क्राफट कम्पीटशन के विजेता कक्षा 2 के अभिनव व उसके माता पिता को भी सम्मानित किया गया। मनीष वत्स व प्रियंका खंडुडी ने संचालन किया। मौके पर स्कूल के संस्थापक वेद प्रकाश वत्स, स्कूल के प्रधानाचार्य संजय वशिष्ठ, परवादून स्कूल ऐशोसियेशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसद लोधी, सचिव आकाश बछेती, नेंसी स्कूल के प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट, अध्यापिकायें अर्चना सजवाण, अर्चना चंदोला, नूतनदास, ईरा शर्मा, नीरा शर्मा समेत अनेक अभिभावक मोजूद रहे।