केदारनाथ में अवस्थापना सुविधाओं का विकास करने में जुटी धामी सरकार

विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम में यात्रा और पूजा का सफल आयोजन कराने के लिए रावल और पुजारियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं मिलेगी। इसके लिए केदारनाथ धाम में रावल व पुजारियों के लिए तीन मंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा। जिसके लिए शासन की ओर से 10 करोड़ रुपये का बजट जारी किए गए हैं। केदारनाथ के रावल ही धाम में छह माह की पूजा-अर्चना के लिए पुजारी को अधिकृत करते हैं।

श्री केदारनाथ धाम से करीब 300 मीटर सरस्वती नदी समीप बनने वाले तीन मंजिला इमारत में 18 कक्षों का निर्माण किया जाएगा। 6.39 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस इमारत में रावल निवास, पुजारी आवास, भोग मंडी, पंथेर आवास, समालिया आवास, वेदपाठी आवास, पूजा कार्यालय आदि की व्यवस्था की जाएगी। जिसके लिए उत्तराखंड शासन की ओर से 10 करोड़ रुपये की धनराशि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को प्राप्त हो चुकी है। जिसकी पहली किस्त 27 मार्च और दूसरी किस्त 12 जुलाई को जारी की गई।

दिलीप जावलकर, पर्यटन सचिव ने बताया कि तीन मंजिला इमारत का निर्माण होने के बाद यात्रा के साथ पूजा का सफल और आसानी से आयोजन हो सकेगा। शासन की ओर से इसके लिए 10 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया है। इसका सीधा लाभ रावल व पुजारियों को मिलेगा।

रविनाथ रमन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने बताया कि 265 वर्ग मीटर में होने वाले भवन निर्माण के लिए स्थानीय जिलाधिकारी की ओर से उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को मंदिर परिसर के समीप भूमि उपलब्ध करा दी गई है। निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।

अंतराष्ट्रीय टाइगर दिवसः टाइगरों की संख्या में बढ़ोत्तरी तथा टाइगर सफारी पर्यटन के लिय सुखदः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में अन्तराष्ट्रीय टाइगर दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में तराई क्षेत्र से उच्च हिमालयी क्षेत्रों तक टाइगर की उपस्थिति स्थानीय निवासियों की टाइगर संरक्षण में सक्रिय भागीदारी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि राज्य में वर्ष 2006 में 178 बाघों की अपेक्षा वर्ष 2018 में 442 बाघों की उपस्थिति भी राज्य के निवासियों की टाइगर संरक्षण में निभाई जा रही भागीदारी को दर्शाता है।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में मानव वन्य-जीव संघर्ष को कम करने के लिये अन्य राज्यों द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं एवं उपायों का भी अध्ययन करने की अपेक्षा की ताकि राज्य में मानव वन्य जीव संघर्ष को रोकने में मदद मिल सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के पहले नर टाइगर जिसका कार्बेट से राजाजी में रि-इन्ट्रोडक्शन किया गया था, के चित्र का भी अनावरण किया।
मुख्यमंत्री ने राज्य में टाइगरों की संख्या में बढ़ोत्तरी तथा टाइगर सफारी को पर्यटन के लिये भी सुखद बताया। इन क्षेत्रों में पर्यटकों का आवागमन प्रदेश की आर्थिकी को भी मजबूती प्रदान करेगा।

इस अवसर पर वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड के तराई-भाबर क्षेत्र के टाइगर रिजर्व में टाइगर घनत्व देश में सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में टाइगरों की उपस्थिति तराई-भाबर के अलावा उच्च हिमालयी क्षेत्र, केदारनाथ एवं अस्कोट वन्य जीव विहार के इनकी कैमरा ट्रेप की गई है। यह टाइगरों के निवास स्थलों के बढ़ने के भी संकेत है। वन मंत्री ने कहा कि पारस्थितिकी तंत्र में वन्य जीवों के उच्च स्तर पर भोजन श्रृंखला निचले स्तर भोजन स्तर की सुदृढ़ता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि टाइगर सफारी पाखरो से भी आर्थिकी को बढ़ावा मिल सकेगा।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव अनन्द बर्द्धन, विशेष सचिव मुख्यमंत्री डा. पराग मधुकर धकाते, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक जेएस सुहाग, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ अनूप मलिक आदि उपस्थित थे।

पर्यटन विभाग की पर्यटकों से अपील, पानी वाली जगहों से बचें

देेहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग के एक सप्ताह के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) ने उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों से पानी वाली जगहों में जाने से बचने की अपील की है। साथ ही मानसून में उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए पानी वाले पर्यटन स्थलों पर पुलिस बल को तैनात किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार, प्रदेश को 30 जुलाई तक बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है। वहीं, 28 से 30 जुलाई तक प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी है। अगस्त माह के शुरूआत के दिनों में भी प्रदेश के कुछ पहाड़ी इलाकों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में तेज और लगातार हो रही बारिश से पानी वाले पर्यटन स्थलों का जलस्तर बढ़ रहा है।

देहरादून जिला पर्यटन अधिकारी (डीटीओ) जसपाल सिंह चैहान बताया कि लगातार हो रही बारिश से सहस्त्रधारा, गुच्चूपानी, मालदेवता समेत सभी पानी की जगह वाले पर्यटन स्थलों में जलस्तर बढ़ने से खतरा बना हुआ है। पर्यटकों से अपील है कि इन स्थानों पर जाने से पहले सुरक्षा के तमाम इंतजाम कर पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। साथ ही नदी तट से उचित दूरी बनाने के साथ किसी भी स्थिति में पानी में न जाए। जिससे किसी भी परेशानी से बचा जा सकता है। पर्यटकों के साथ स्थानीय निवासियों से अपील है कि अगले एक सप्ताह तक इन स्थानों पर जाने से बचें।

लगातार हो रही बारिश से पानी वाली जगहों का जल स्तर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अलगे एक सप्ताह तक पहाड़ी जिलों में भारी बारिश होने की आशंका है। ऐसे में पर्यटक किसी भी समस्या से बचने के लिए पहाड़ी इलाकों के पर्यटन स्थालों के साथ पानी वाली जगहों पर जाने से पहले पूरी जानकारी जुटा लें। पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण देने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। राज्य में आने वाले पर्यटक शासन द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए उचित दूरी, मास्क व सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
दिलीप जावलकर, पर्यटन सचिव

देश को आगे बढ़ाने में युवाओं की अहम भूमिका होती हैः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम लोगों को नए कार्य करने एवं समाज के लिए अनेक कार्य करने की प्रेरणा देता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से देश में अनेक क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों से लोगों को भी प्रेरणा मिलती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मन की बात के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल को आगे बढ़ाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए हैंडलूम एवं अन्य स्थानीय उत्पादों की खरीद पर बल दिया। 15 अगस्त 2022 को देश आजादी के 75 वर्ष पूर्ण कर रहा है। आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में 12 मार्च से देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। अमृत महोत्सव सम्पूर्ण देशवासियों का कार्यक्रम है। यह समय देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने का है। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में कारगिल विजय दिवस का भी जिक्र किया। कारगिल विजय हमारे सैनिकों के शौर्य एवं पराक्रम का जीता जागता उदाहरण है। कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के अनेक वीर जवानों ने देश की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी। 26 जुलाई 1999 का दिन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने में युवाओं की अहम भूमिका होती है। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में इस बात का भी जिक्र किया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से अधिकांश सुझाव युवाओं के प्राप्त हो रहे हैं। युवाओं की सक्रियता एवं सुझावों की वजह से यह कार्यक्रम काफी सफल रहा है। टोक्यो ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाने के लिए भी मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री की अपील पर मुख्यमंत्री ने सभी को कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है।

देवस्थानम बोर्ड खत्म करने की मांग कर रहे तीर्थ पुरोहितों को पुरोहित महासभा और विहिप ने किया समर्थन

चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत समिति ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की। समिति के महामंत्री हरीश डिमरी ने कहा कि बोर्ड को भंग करने की मुहिम में पूरे देश से समर्थन मिल रहा है।

अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा एवं विश्व हिन्दु परिषद का खुला समर्थन मिला है। पुरोहित महासभा के अध्यक्ष महेश पाठक ने सीएम उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिख कर देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की है। यही मांग विश्व हिन्दु परिषद के स्तर से भी की गई है। हरीश डिमरी ने कहा कि सरकार इस मामले में अब बिल्कुल भी देर न करे। बल्कि जल्द पूर्व की स्थिति बहाल करे। उन्होंने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के देवस्थानम बोर्ड के समर्थन में दिए गए बयान का भी विरोध किया।

दिल्ली पहुंच केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिले सीएम धामी, रेल परियोजनाओं पर हुई चर्चा


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री, रेलवे, दूरसंचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी अश्विनी वैष्णव से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से उत्तराखण्ड से संबंधित विभिन्न रेल परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने रूड़की देवबन्द परियोजना में उत्तराखण्ड राज्य द्वारा वर्तमान तक दिये गये रू0 296.67 करोड़ की धनराशि के अंशदान को पर्याप्त मानते हुए परियोजना के अवशेष कार्यों का वित्त पोषण रेल मंत्रालय, भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश राज्य द्वारा किये जाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सामरिक उद्देश्य और सीमांत जनपदों के विकास की आवश्यकता को देखते हुए टनकपुर बागेश्वर रेलवे लाईन का नैरोगेज की बजाय ब्राडगेज लाईन का सर्वे किया जाए। मुख्यमंत्री ने इसके फाईनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति के साथ ही ऋषिकेश- उत्तरकाशी रेल लाईन निर्माण की स्वीकृति का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने हरिद्वार- देहरादून रेलवे लाईन का दोहरीकरण के लिए 1024 करोङ रूपए की डीपीआर के साथ ही डोईवाला से ऋषिकेश हेतु सीधी रेल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रायवाला रेलवे स्टेशन पर डायवर्जन लाईन का निर्माण को जल्द स्वीकृति देने का भी आग्रह किया। केन्द्रीय मंत्री ने अपने अधिकारियों को इन दोनों प्रस्तावों पर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाईन प्रधानमंत्री की उत्तराखण्ड को बङी देन है। इस पर तेजी से काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाईन हेतु तैयार किये जा रहे अवस्थापना सुविधाओं के सृजन में ही सौर ऊर्जा उत्पादन की क्षमता के निर्माण की सम्भावनाओं पर विचार किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने धामपुर काशीपुर (वाया जसपुर) रेल लाईन के निर्माण और दिल्ली से रामनगर के लिये कॉर्बेट इको-एक्सप्रेस की जल्द स्वीकृति का भी आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने भारत नेट फेज 02 की सैद्धान्तिक मंजूरी दिये जाने पर आभार व्यक्त करते हुए उत्तराखण्ड में “स्टेट लेड“ मॉडल के अन्तर्गत, भारत नेट फेज-02 परियोजना की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति शीघ्रातिशीघ्र जारी करवाने का अनुरोध किया।

केन्द्रीय मंत्री ने हर सम्भव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव रणजीत सिंहा उपस्थित थे।

युवा नेतृत्व और 60 प्लस नारे के साथ भाजपा उतरेगी विधानसभा चुनाव के मैदान मेंः प्रदेश अध्यक्ष भाजपा

भाजपा की प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि पार्टी के विकास कार्यों से जो सुखद माहौल है बूथ स्तर पर डटे कार्यकर्ताओ की बदौलत पार्टी 2022 में युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 60 से अधिक सीटें प्राप्त करेगी। पार्टी का युवा नेतृत्व और 60 प्लस नारा होगा। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी महीने में 10 दिन प्रवास करेंगे और इसमें मंत्री और विधायक भी होंगे जिससे जन सम्स्याओ का समाधान हो सके। यह कार्यक्रम 2 माह 70 विधान सभाओं में चलेगा।

उन्होंने कहा कि आज देश दुनिया में सबसे बड़ा संगठन भाजपा का है और इसी संगठन के पास बूथ स्तर तक कार्यकर्ता है जो हर समय सेवा भाव से लोगों से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आयोजित चिन्तन शिविर में कर्यक्रमो को लेकर रोड मैप बनाया गया है और दिसम्बर तक के कार्यक्रम तक फाइनल हो चुके हैं और अब गंभीरता से उनको अमल में लाने की जरुरत है। सरकार ने विकास कार्य किए हैं और संगठन सेवा कार्यों में लगी है। कोविड की दूसरी लहर को इसके उदाहरण के तौर पर देखा जा सकता है। लेकिन जनता के बीच में पार्टी के प्रति जो सुखद और सकारात्मक माहौल है उसके लिए संगठन की कुशल रणनीति और बूथ स्तर तक तैयारी काफी अहम है। हर कर्यकर्ता को इस अभियान में जुटना होगा और इसी से 2022 का लक्ष्य प्राप्त होगा। सल्ट के उपचुनाव में भी संगठन ने इसे साबित किया और सरकार की विकास नीति पर मुहर लगी। संगठन में सभी मोर्चो से लेकर शक्ति केंद्र, और वार्ड स्तर तक जुटना होगा। पार्टी युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में 2017 से भी अधिक अंतर 60 से ज्यादा सीटों से विजय हासिल करेगी। धामी के सीएम बनने से युवाओ में खासा उत्साह है और निश्चित रूप से इसका लाभ भाजपा को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है तो राज्य में राजनैतिक जमीन तलाश रहे कुछ नए दल तरह तरह के अफवाह और हथकंडे अपना रहे हैं। लेकिन भाजपा के पक्ष में जो माहौल है उसके आगे उनके सभी प्रयास विफल साबित हो रहे हैं।

बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश पदाधिकारियों संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा विश्व का सबसे बड़ा संगठन है और हमारे पास विश्व सबसे बड़ा व प्रभावशाली नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश व देश मे भाजपा की सरकार पूर्ण पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है और सभी सभी कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुचाने का कार्य कर रहे हैं। पार्टी समर्पित भाव से जन सेवा के कार्यो में जुटी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के हित में वो किसी भी स्तर तक जा सकते हैं साथ ही कहा कि उनकी प्रार्थमिकता जनता व जनहित ही रहेंगे । मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यकर्ताओं की उपेक्षा भी किसी भी कीमत पर बर्दास्त नही होगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियो से मुलाकात हुई और उन्होंने विकास कार्यो में हर संभव मदद का अश्वासन दिया।

प्रदेश पदाधिकारी बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन श्री अजेय ने सभी जिलाध्यक्षों से जिलों में सेवा ही संगठन कार्य के माध्यम से किये कार्यों की जिलावार समीक्षा की गई । साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय स्तर व प्रदेश स्तर से दिए गए कार्यों की बूथ स्तर तक किये कार्यों की जानकारी ली गई।

बैठक में श्री अजेय ने आगामी चुनाव की दृष्टि कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए सभी जिलाध्यक्षों को सभी बुथों पर बीएलए -2 , शक्ति केंद्र सयोंजकों, पन्ना प्रमुखों का सत्यापन शीघ्र करने को कहा । उन्होंने आगामी कार्यक्रमों के तहत 15 जुलाई से 20 जुलाई जिला कार्यसमितियों, व 21 जुलाई से 30 जुलाई तक मंडल कार्यसमितियों का सभी जिलों में आयोजन सुनिश्चित करने को कहा। 16 जुलाई को बूथ स्तर तक हरेला पर्व मनाने के तहत प्रत्येक बूथ पर 10 वृक्ष लगाने के लिए भी कहा गया। साथ अजेय ने कहा कि जिलों में नियमित बैठक, चर्चा,आम लॉगो से संवाद और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में आम जन को अवगत कराने को कहा।

सूरत में न हो कांवड़ यात्रा, आईएमए ने सीएम को लिखा पत्र


देहरादून। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) उत्तराखंड ने कांवड़ यात्रा को मंजूरी न देने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा है।

आईएमए ने अपने पत्र में लिखा है कि तीसरी लहर देश में दस्तक देने वाली है। कोरोना की पहली लहर के बाद कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं किया। जिस वहज से कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक साबित हुई।

अपनी पिछली विफलता से सीखते हुए हमें कांवड़ भक्तों को राज्य की सीमाओं में प्रवेश नहीं करने देना चाहिए और उत्तराखंड को कोविड की तीसरी लहर से सुरक्षित रखना चाहिए। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने में हमारी लापरवाही पर चिंता प्रकट की है।

लोगों का जीवन हमारे लिए सर्वोपरिः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा को लेकर रविवार को कहा था कि बात आस्था की है, लेकिन लोगों की जिंदगी भी दांव पर है। भगवान को भी यह अच्छा नहीं लगेगा यदि लोग कांवड़ यात्रा के कारण कोविड से अपनी जान गंवाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 30 जून की कैबिनेट की बैठक में फैसला किया था कि इस साल कांवड़ यात्रा नहीं होगी। कांवड़ यात्रा आस्था से जुड़ी है। फिर भी हम सोच रहे हैं कि अगर कोई गुंजाइश है तो उस बारे में हम उच्चस्तरीय बैठक करेंगे। लेकिन लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा कि हम सिर्फ मेजबान राज्य हैं। 15 दिनों में तीन करोड़ से अधिक कांवड़िये राज्य का दौरा करते हैं। बात आस्था की है, लेकिन लोगों की जिंदगी भी दांव पर है। लोगों का जीवन बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है।

किसी भी कीमत पर लोगों को जान का खतरा न हो, किसी की भी जान जाए। जान बहुत कीमती है और हम किसी भी जान को खतरा नहीं होने देंगे।

सीमित संख्या में दें बाहरी श्रद्धालुओं को प्रवेश

एक तरफ जहां व्यापारी चारधाम और कांवड़ यात्रा खोलने की मांग के लिए आंदोलन कर रहे हैं, वहीं, दूसरी तरफ हरिद्वार मशाल संगठन ने धर्मनगरी में बाहरी श्रद्धालुओं को समिति संख्या में प्रवेश देने की मांग की है। संगठन ने कहा है कि बाहरी यात्री तीर्थनगरी का माहौल बिगाड़ रहे हैं और कोरोना संक्रमण को भी बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे में उन्हें बॉर्डर पर कोरोना टेस्टिंग के बाद ही अनुमति देने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

श्रवणनाथ नगर में हुई संगठन की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर मनोज कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने लंबे समय से स्थानीय लोगों को कभी लॉकडाउन तो कभी कोविड कर्फ्यू करके कैद करके रखा है। इससे शहर के व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन बाहरी लोग बे-रोक टोक गंगा घाटों पर पहुंचकर तीर्थनगरी की मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं।

इससे विश्वभर में गलत संदेश जा रहा है। महासचिव कुलदीप सिंह ने कहा कि अनाधिकृत रूप से प्रवेश करके बाहरी लोग स्थानीय व्यवस्थाओं को बिगाड़ रहे हैं। संगठन ने पांच से 10 हजार लोगों को कोरोना टेस्टिंग के बाद प्रवेश देने की मांग उठाई है।

कहा कि अगर प्रशासन ने ऐसा नहीं किया तो धर्मनगरी के लोगों को कोरोना काल में भयंकर महामारी से जूझना पड़ सकता है। इस मौके पर जिला प्रवक्ता राजू भाई, मुन्नी चैहान, अनिता बंसल, कुलदीप सिंह, सुनील कुकरेती और मोनिका सिंह आदि मौजूद रहे।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान से सीएम ने की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राज्य के सर्वांगीण विकास में अमूल्य सहयोग प्रदान किया जाता रहा है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को राज्य की शैक्षिक उपलब्धियों से अवगत कराते हुए बताया कि राज्य को शिक्षा से सम्बन्धित सतत् विकास लक्ष्य रिपोर्ट 2020-21 में चतुर्थ स्थान प्राप्त हुआ है तथा राज्य को फ्रण्ट रनर ( Front Runner) राज्यों में सम्मिलित किया गया है। भारत सरकार द्वारा समय-समय पर विद्यालयी शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु राज्य को यथा अपेक्षित सहयोग एवं निर्देशन दिया गया है।

राज्य सरकार द्वारा कुछ महत्वपूर्ण एवं महत्वाकांक्षी योजनाओं को समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट 2021-22 के बजट में सम्मिलित किया गया है। जिसमें केन्द्र का महत्वपूर्ण सहयोग अपेक्षित है। इनमें विद्यालयों में वर्चुअल क्लासरूम ( Virtual Classroom) की स्थापना, विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम (Smart Classroom) की स्थापना, आकांक्षी जनपदों के बच्चों के लिए ई-टेबलेट ( e-tablet), शिक्षकों की रियल टाइम उपस्थिति अनुश्रवण प्रणाली (Teachers:Real Time Attendance Monitoring System), छात्र-छात्राओं हेतु स्पोकन इंग्लिश कार्यक्रम (Spoken English Programme), वर्चुअल रियलिटी लैब (Virtual Reality Lab), डिजिटल साक्षरता ( Digital Literacy), डिजिटल माइक्रोस्कोप (Digital Microscope) और प्रारम्भिक स्तर पर विद्यालयों में विज्ञान एवं गणित के विकास के लिए कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं। राज्य के सीमित संसाधनों को देखते हुए केन्द्र से सहयोग का अनुरोध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्याहन भोजना योजना के अन्तर्गत आच्छादित कक्षा 1 से 8 तक के छात्र छात्राओं की प्रोटीन/आयरन/कैलोरी की आवश्यकता को पूर्ण करने के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध मोटा अनाज ( Millet) सब्सिडी के आधार पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए ताकि छात्र छात्राओं के पोषण स्तर सुधार के साथ ही स्थानीय कास्तकारों को भी इसका लाभ मिल सके। इस संदर्भ में सब्सिडी को सम्मिलित करते हुये आवश्यक प्रस्ताव भारत सरकार के अनुमोदन हेतु प्रेषित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से उत्तराखण्ड राज्य में पूर्ण रूप से केन्द्रपोषित भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) खोले जाने के सम्बन्ध में स्वीकृति प्रदान करने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार उक्त संस्थान हेतु जनपद देहरादून में निःशुल्क भूमि की व्यवस्था कर ली गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा समय-समय पर विद्यालयी शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु राज्य को उपलब्ध कराये गये भौतिक संसाधनों जिसमें निर्माण कार्य आदि सम्मिलित हैं के साथ ही डिजिटल लर्निंग हेतु 1100 विद्यालयों के लिए वर्चुअल कक्षायें एवं 920 विद्यालयों में स्मार्ट कक्षायें, व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु 200 विद्यालयों के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रम आदि में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया जिससे राज्य को उक्त उपलब्धि प्राप्त हो सकी है। मुख्यमंत्री ने भारत सरकार द्वारा समय-समय पर दिये गये सहयोग एवं मार्गदर्शन के लिए राज्य की ओर से आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव शैलेश बगोली भी उपस्थित थे।

तीसरी लहर को देखते हुए सीएम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को दी राज्य सरकार की तैयारियों की जानकारी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने कोविड की सम्भावित तीसरी लहर को देखते हुए उत्तराखण्ड सरकार द्वारा की गई तैयारियों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र के सहयोग से राज्य में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर में काफी सुधार किया गया है। प्रदेश में वर्तमान में कोविड पर काफी हद तक नियंत्रण कर लिया गया है। अभी भी राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है। सम्भावित तीसरी लहर को देखते हुए विशेषकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सारी तैयारी की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स ऋषिकेश उत्तराखण्ड को केन्द्र सरकार की महत्वपूर्ण देन है। कोविड से लड़ाई में इसकी बड़ी भूमिका रही है। राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए कुमायूं मण्डल में भी इसी प्रकार के एक एम्स की स्थापना की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से इसके लिए अनुरोध करते हुए कहा कि राज्य सरकार इसके लिए भूमि उपलब्ध कराएगी। कुमायूं में एम्स की स्थापना से विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं से क्षेत्र की जनता लाभान्वित हो सकेगी।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव शैलेश बगोली भी उपस्थित थे।