शहीद राकेश डोभाल की पत्नी ने दिया पुत्र को जन्म

देवभूमि ऋषिकेश के लााल शहीद राकेश डोभाल के घर रत्न प्राप्ति को लेकर शहरवासियों में हर्ष का माहौल है। मेयर अनिता ममगाई ने भी शहीद के घर किलकारियां गूंजने पर खुशी का इजहार किया है।

आज दोपहर महापौर गंगा नगर स्थित शहीद के घर पर पहुंची। जहां शहीद की मां विमला डोभाल को बधाई दी। बीएसएफ के शहीद सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल के घर में पुत्ररत्न की प्राप्ति की सूचना के बाद समूची तीर्थ नगरी में हर्ष का माहौल है। शहीद राकेश डोभाल के घर में पुत्र रत्न की सूचना के बाद बधाइयां देने वालों का घर पर तांता लगा हुआ है। इस मौके पर शहीद के घर पहुंची मेयर ने कहा कि शहीद राकेश की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी ।उसके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने निगम की ओर से परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया। गौरतलब है कि करीब एक महीने पहले बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। विगत 16 नवंबर को उनका पार्थिव शरीर घर पर पहुंचा था। इसी दिन शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया था। इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद उमा बृजपाल राणा, सुजीता रावत आदि मौजूद रहे।

कुंभ मेला के तहत साधुओं का पुलिस ने किया सत्यापन

ऋषिकेश कोतवाली पुलिस ने कुंभ मेला को देखते हुए त्रिवेणी घाट पर रह रहे साधुओं की हिस्ट्री जानी। अपराध की रोकथाम को लेकर उच्चाधिकारियों से पुलिस को निर्देश मिले थे। इसके तहत आज त्रिवेणी घाट पर पुलिस की एक टीम सभी साधू बाबाओं को घाट परिसर में ही एकतित्र किया, इसके बाद सभी के आधार कार्ड एवं अन्य आईडी जांची गईं। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि सभी 165 साधु बाबाओं की पहचान कर मूल पते पर सत्यापन के लिए भेजा जाएगा। बताया कि सत्यापन की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। ताकि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की पहचान की जा सके।

किसानों के व्यापक हित में है कृषि सुधार कानूनः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ऋषिकुल मैदान हरिद्वार में किसान सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। सीएम ने कहा कि कृषि सुधार कानून किसानों के हित में लाये गये कानून है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दुगनी करने का जो भारत सरकार का लक्ष्य प्राप्त करने की ओर यह एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि कृषि सुधार कानून के माध्यम से किसानों को स्वतंत्रता प्रदान की गयी है, अब किसान को जहाँ अच्छा मूल्य मिलेगा, वहाँ अपनी फसल बेचेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विज्ञानी स्वामीनाथन कमीटी की रिपोर्ट के आधार पर यह कानून बनाये गये हैं जो किसानों के व्यापक हित में हैं। इसमें किसानों के लिए अनेक विकल्प रखे गये हैं, पहले केवल मण्डी ही खरीदारी करती थी, आज उसके लिए ओपन मार्केट की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि एमएसपी समाप्त करने के सम्बन्ध में किसानों में भ्रम फैलाने का प्रयास हो रहा है जबकि एमएसपी कही भी समाप्त नही की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में किसानों को बरगलाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना लागू की गई है, जिसमें 6000 रूपये प्रतिवर्ष किसानों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इसके साथ ही, एमएसपी पर खरीद को लगातार सुदृघ्ढ़ किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय दुगनी करने के लक्ष्य की ओर राज्य सरकार द्वारा भी प्रभावी कदम उठाए गए हैं। किसानों को मण्डी के साथ ही कहीं भी उत्पादों को बेचने की आजादी है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को दूर करने हेतु उनसे लगातार वार्ता कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सरकारी गन्ना मिलों द्वारा गन्ना किसानों को सौ प्रतिशत गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया गया है। धान मूल्य का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से बिल प्राप्त होने के 24 घण्टे के अन्दर किसानों के खाते में जमा की जा रही है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र की बन्द पड़ी इकबालपुर शुगर मिल को 36 करोड़ की गारन्टी देकर खुलवाया है ताकि किसानों को उनके गन्ना मूल्य का भुगतान हो सके। राज्य में खाद्य की सब्सिडी दो साल पहले से ही दी जा रही है। किसानों को 03 लाख तक का ऋण बिना ब्याज का दिया जा रहा है।

कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, विधायक यतीश्वरानन्द, कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन, देशराज कर्णवाल, सुरेश राठौर, प्रदीप बत्रा, आदेश चैहान एवं संजय गुप्ता भी उपस्थित थे।

विजय दिवस पर शहीदों को सीएम ने अर्पित की श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क देहरादून में शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने कहा कि भारत की महान सेना ने पाकिस्तान के 93000 सैनिकों को आत्मसमर्पण करने को मजबूर कर दिया था। भारत की सुरक्षा और विश्व के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण दिन है। यह हमारे सैनिकों को वीरता का परिणाम है। हमारे जवानों के अद्भुत पराक्रम से इस युद्ध में एक बड़ी विजय भारत को प्राप्त हुई थी। इस युद्ध में देश के शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।

इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक गणेश जोशी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर के.बी.चन्द एवं पूर्व सैन्य अधिकारियों ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।

बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों पर आधारित रिर्पोट का मुख्यमंत्री ने किया विमोचन

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की बैठक आयोजित हुई। आयोग में सदस्यों की नियुक्ति के पश्चात आयोग की यह पहली बैठक रही जिसमें उपाध्यक्ष सहित सभी नामित सदस्य एवं उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपद बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक व आर्थिक विकास को सुदृढ़ करने एवं पलायन को कम करने हेतु आयोग द्वारा की गई सिफारिशों से सम्बन्धित पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि पलायन आयोग द्वारा पलायन के मूल कारणों से सम्बन्धित दी गई प्राराम्भिक रिपोर्ट से ही स्पष्ट था कि राज्य से पलायन मुख्यतः शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा एवं रोजगार की कमी रही है। उन्होंन कहा कि आयोग के सुझावो पर राज्य सरकार द्वारा नीतिगत निर्णय लिये जा रहे है। उन्होंने कहा कि आयोग को वर्किंग एजेन्सी के रूप में नहीं अपितु राज्य से पलायन रोकने तथा ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक व आर्थिक विकास के लिये थिंकटेक के रूप में कार्य करना होगा। आयोग के सदस्यों को ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न स्तरों पर कार्य करने का अनुभव है। उनके अनुभव राज्य के समग्र विकास में उपयोगी होंगे इसका उन्होंने विश्वास जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 से पूर्व ही मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सोलर स्वरोजगार योजना तथा ग्रोथ सेन्टरों की स्थापना, एलईडी योजना का कार्य गतिमान रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक विकास एवं स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करना इसका उद्देश्य था। सीमान्त क्षेत्रों के समग्र विकास के लिये मुख्यमंत्री सीमान्त सुरक्षा निधि की व्यवस्था की गई है। स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं की सरकारी खरीद के लिये 5 लाख तक की सीमा निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा यूनीफार्म आपूर्ति के क्षेत्र में भी कार्य किया जा रहा है, पर्वतीय क्षेत्रों में इसे और विस्तार दिये जाने की जरूरत है। इनमें आत्मविश्वास जगाने की भी उन्होंने जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने अच्छी शिक्षा व्यवस्था के लिये भी सदस्यों से सुझाव देने को कहा। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों के कारगर ढ़ंग से उपयोग की दिशा में पहल की गई है। चीड़ से बिजली व पेलेटस बनाये जा रहे है। एलईडी निर्माण में 15 संस्थाये कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने राज्य में स्वयं का रोजगार खड़ा कर समाज को प्रेरणा देने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने पर भी ध्यान देने को कहा। उन्होंने क्षेत्रीय स्तर पर युवाओं को तकनीकि प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने ग्रोथ सेन्टरों में क्रेडिट कार्ड योजना आरम्भ किये जाने की भी बात कही।
बैठक में उपाध्यक्ष, ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग डॉ0 एस0एस0नेगी ने बताया कि आयोग द्वारा अब तक राज्य के पर्वतीय जनपदों, ईको टूरिज्म, ग्राम्य विकास एवं कोविड-19 के प्रकोप के दौरान राज्य में लौटे प्रवासियों एवं उनके पुनर्वास पर आधारित 11 सिफारिशे प्रस्तुत की जा चुकी है।
बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों पर आधारित रिपोर्ट के सम्बन्ध में डॉ. नेगी ने बताया कि जनगणना वर्ष 2011 के अनुसार जनपद बागेश्वर की जनसंख्या 2,59,898 है, इनमें 1,24,326 पुरूष तथा 1,35,572 महिलाएं है। पिछले 10 वर्षों में 346 ग्राम पंचायतों से कुल 23,388 व्यक्तियों द्वार अस्थायी रूप से पलायन किया गया है। पिछले 10 वर्षों में 195 ग्राम पंचायतों से 5912 व्यक्तियों द्वार पूर्णरूप से स्थायी पलायन किया गया है। आंकड़े दर्शाते है कि जनपद के सभी विकासखण्डों में स्थायी पलायन की तुलना में अस्थायी पलायन अधिक हुआ है। जनपद की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2016-17 के लिए अनन्तिम रूप से 1,00,117 रूपये है।
आयोग द्वारा जनपद हेतु जो सिफारिशें रखी हैं उनमें प्रमुख रूप से पशुधन की गुणवत्ता में सुधार लाने एवं कृत्रिम गर्भाधान केन्द्रों की संख्या बढ़ाना, दुग्ध उत्पादन एवं दुग्ध उत्पादकों की उपज हेतु पनीर, घी आदि बनाने का प्रशिक्षण दिये जाने, दुग्ध समितियों की सक्रियता बढ़ाने एवं दुग्ध प्रसंस्करण केन्द्र खोले जाने। होम स्टे की संख्या बढ़ाये जाने, इकोटूरिज्म गतिविधियों को पर्यटक स्थलों के रूप में विकसित किए जाने, पर्यटन से जुड़े कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ाए जाने, क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किये जाने, मनरेगा में समान अवसर और भागीदारी सुनिश्चित करके महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बनाए रखना, फसलों को बंदरों और जंगली सूअरों जैसे जानवरों से नुकसान से बचाव हेतु वन विभाग की सहायता से बन्दरबाड़ो, सोलर पावर फैन्सिंग का निर्माण कराये जाना, ग्राम पंचायतों में नर्सरियों बनाये जाना तथा औषधीय एवं सुगंधित पौंधों की कृषि को महत्वपूर्ण आजीविका उत्पादन गतिविधियों में विकसित किए जाना, जनपद में जड़ी-बूटी की खेती एवं कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया जाना, जनपद में चाय के क्षेत्रफल को बढ़ावा दिया जाना, जनपद में बागवानी के क्षेत्रों को बढ़ाये जाना शामिल है।
इस अवसर पर आयोग के सदस्यों रामप्रकाश पैन्यूली, सुरेश सुयाल, दिनेश रावत घण्डियाल, अनिल सिंह शाही एवं वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रूद्रप्रयाग से रंजना रावत ने अपने सुझाव रखे।
अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार ने आयोग की सिफारिशों पर की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी। आयोग के सदस्य सचिव रोशन लाल एवं अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

कृषि कानून देश और किसानों के लिए ऐतिहासिकः विनय गोयल

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने कहा कि नया कृषि कानून देश और देश के किसानों के लिए ऐतिहासिक है। पर कुछ राजनीतिक दल इसे लेकर किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को अगर कानून से एतराज है तो उस पर सरकार बैठकर समाधान करने को तैयार है पर कृषि कानून को किसी भी दशा में वापस नहीं लिया जाएगा।

ऋषिकेश में भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों को पूरे देश में बाजार के विकल्प उपलब्ध कराएंगे। इन कानूनों से किसानों को किसी भी तरह की हानि नहीं हो रही है, बल्कि कोई राजनीतिक दलों द्वारा किसानों को गुमराह करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाए जाने के लिए एमएसपी खत्म नहीं किया जाएगा।

गोयल का कहना है कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिले, इसके सभी प्रविधान कृषि कानून बिल में बनाए गए हैं। बटाई पर खेती करने वाले किसानों को भी इस बिल से लाभ मिलेगा। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि एक बाजार होने से किसानों को अपनी फसल बेचने में ही लाभ मिलेगा। उन्होंने आंदोलन की आड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में लगाए जा रहे नारों की भी निंदा की।

गोयल ने कहा कि उत्तराखंड के अलावा कई अन्य प्रदेशों के किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए बिल का समर्थन किया है। अगर फिर भी किसानों को कोई इस बिल को लेकर आशंका है तो केंद्र सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है।

पत्रकार वार्ता में राज्य मंत्री भगत राम कोठारी, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, मंडल अध्यक्ष दिनेश सती भी उपस्थित थे।

संत समाज ने की नागरिकों से अपील, गंगा में न डालें पूजन सामाग्री

गंगा में राफ्टिंग का संत समाज विरोध नहीं करता है, मगर राफ्टिंग की आड़ में गंगा में मादक पदार्थ लेकर पर्यटकों का जाना से अमर्यादित है। इससे गंगा तो दूषित हो ही रही है, साथ ही आस्था पर भी ठेस पहुंचती है, तो ऐसे लोग जो गंगा में मादक पदार्थ लेकर आते है, इसका विरोध संत समाज करता है। संत समाज सरकार से यह भी मांग करता है कि इसके लिए कानून बनाया जाए। यह बात महामंडलेश्वर ईश्वरदार महाराज ने कही।

आज नमामि गंगे और अखिल भारतीय संत समिति की महाकुंभ 2021 को लेकर मायाकुंड स्थित कृष्ण कुंज आश्रम में आयोजित की गई। इसमें नमामि गंगे के प्रदेश प्रमुख कपिल गुप्ता व उनकी टीम ने संत समाज के साथ एक स्वर में ऋषिकेश में भी महाकुंभ को लेकर विकास कार्य किए जाने पर सहमति बनाई। साथ ही गंगा की अविरलता को बनाए रखने के लिए लोगों से भी अपील की। संत समाज ने कहा कि गंगा में पूजन सामग्री न प्रवाहित की जाए। संतों की ओर से निश्चित तिथि पर गंगा की सफाई के लिए प्रयास किए जाएं। कुंभ में स्नान के लिए त्रिवेणी घाट का विस्तार किया जाए।

इस मौके पर महामंडलेश्वर दयाराम दास, महामंडलेश्वर गणेश दास, महंत केशव स्वरूव ब्रह्मचारी, महंत बलवीर सिंह, महंत सुखवीर सिंह, महंत स्वामी अखंडानंद महाराज, महंत गोपाल गिरी, महंत लोकेश दास, पंडित रवि शास्त्री, जुगल किशोर शर्मा, संतोष मुनि, अभिषेक शर्मा, हर्षित गुप्ता, मिंटू तिवारी, पंकज गुप्ता, प्रदीप कोहली, सिमरन गाबा, दिनेश शर्मा, अशोक अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

सफलता का कोई शार्ट कट नहींः ब्रिगेडियर रविंद्र गुरंग

महाविद्यालय ऋषिकेश के एनसीसी विभाग के एएनओ कैप्टेन डॉ सतेन्द्र कुमार के निर्देशन में एनसीसी कैडेटस ने रुड़की ग्रुप के ग्रुप कमांडेंट ब्रिगेडियर रविन्द्र गुरुंग को महाविद्यालय आगमन पर गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया।

ग्रुप कमांडेंट सरकारी दौरे पर कॉलेज पधारे व साथ ही उन्होंने कैडेटस से भी वार्तालाप कि जिनमें आर डी सी परेड के लिए चयनित कैडेटस भी मौजूद थे।।

सभी कैडेटस ने एनसीसी से जुड़े अपने अनुभव उनके समक्ष रखे व उनसे नवीन ज्ञान प्राप्त किया। ब्रिगेडियर गुरुंग ने कहा सफलता के लिए आपको मेहनत करनी होगी और कोई शॉर्टकट नहीं है वहीं उन्होंने कहा कि आप के बैग में हमेशा एक किताब जरूर होनी चाहिए या नोबेल ज्ञान प्राप्त करने के लिए आप को पढ़ना बहुत जरूरी है और किताबें पढ़ना बहुत जरूरी है और इंटरनेट और गूगल आजकल के समय में जो है वह खतरनाक बताया क्योँकि किताबें पढ़ना कम कर दिया।

ब्रिगेडियर गुरंग ने एलओसी के अलावा जम्मू और कश्मीर और देश के कई जगह कई कमांड में सेवा दी है। उन्होंने एनसीसी को कहा यह एक महत्वपूर्ण अंग है। वे खुद स्कूल और काॅलेज में 6 सांल एनसीसी के कैडेट्स रहे हैं। अभी रुड़की ग्रुप कमांडर है। ब्रिगेडियर गुरु ने एनसीसी कैडेट्स द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर ड्रिल पायलट और अन्य कैडेट्स के डिसिप्लिन और उनके काम को भी सराहा। साथ ही कैडेट्स ने प्रश्लात भी किए। ब्रिगेडियर गुरंग ने कहा मोटिवेट करना अहम है। मोईवेशन जरूरी है। कोविड काल में दबब की फिजिकल ट्रेनिंग नहीं हो रही है लेकिन ऑनलाइन तरीके से जानकारियां दी रहे हैं। उन्होंने बताया आने वाले समय में दबब शिक्षा का अभिन्न अंग हो सकता है।

इस अवसर पर महाविद्यालय ऋषिकेश की प्राचार्या प्रो सुधा भारद्वाज, एडम ऑफिसर कर्नल प्रवीण भट्ट, एस एम थापा, डॉ रूबी तब्बसुम, डॉ पूनम पाठक, डॉ वीके गुप्ता, इशिका, ममता और महाविद्यालय एनसीसी के सभी कैडेटस मौजूद थे।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को हुआ कोरोना, खुद ट्वीट कर दी जानकारी

नई दिल्ली। हाल ही में उत्तराखंड दौर पर रहे भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा आज कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। उन्होंने खुद ही ट्‌वीट के जरिए जानकारी दी है, बताया कि कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखने के बाद मैंने कोरोना टेस्ट कराया जिसमें मैं पॉजिविट पाया गया हूं।

जेपी नड्डा ने ट्‌वीट किया-मेरी तबीयत ठीक है और डॉक्टरों की सलाह पर मैं होम आइसोलेशन में हूं. सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहा हूं. मेरे संपर्क में आये तमाम लोगों से यह आग्रह है कि वे अपनी कोरोना जांच करा लें।

टापू के बीच लोगों के फंसने की सूचना से मचा हड़कंप, पुलिस ने सभी को सुरक्षित बचाया

आज दोपहर करीब दो बजे त्रिवेणी घाट पर ग्रेटर नोएडा के छह लोग टहल रहे थे। इस दौरान वह सभी गंगा के बीच बने टापू पर पहुंच गए। इसी बीच गंगा का जलस्तर बढ़ गया और चीफ पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने यह देख तुरंत त्रिवेणी घाट पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर जल पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत करने के बाद सभी छह लोगों को सुरक्षित टापू से बाहर निकाला। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली।

त्रिवेणी घाट चैकी इंचार्ज उत्तम रमोला ने सभी की पहचान दीपा चैहान पत्नी कृष्णा, प्राप्ति पत्नी अनिरूद्ध, अनिरूद्ध पुत्र जयप्रकाश, जयप्रकाश और डेढ़ साल का बच्चा के रूप में हुई है। यह सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं जिनका पता ग्रेटर नोएडा एक्सेसन है। रेस्क्यूू में कांस्टेबल हरीश गुंसाईं, जितेंद्र रावत, धनवीर नेगी, दिवाकर फुलोरिया, राकेश कंडियाल शामिल रहे।