सीएम की घोषणा-पुलिस में खेल कोटे में भर्ती जल्द शुरु

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस मुख्यालय देहरादून में पुलिस विभाग द्वारा तैयार की गई ‘‘पब्लिक आई एप’’ तथा महिला सुरक्षा हेतु ‘‘मिशन गौरा शक्ति’’ एप का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ द्वारा पर्यावरण संरक्षण, कोविड जागरूकता, हानिकारक कूड़े के निस्तारण व जोखिम पूर्ण स्थानों के चिन्हीकरण के लिए चलाये जा रहे माउण्ट गंगोत्री-1 पर्वतारोहण अभियान का फ्लैग ऑफ भी किया। इंस्पेक्टर एसडीआरएफ अनीता गैरोला के नेतृत्व में 9 सितम्बर से 30 सितम्बर तक चलाया जायेगा। अभियोगों की विवेचना में गुणात्मक सुधार तथा सफल अनावरण हेतु मुख्यमंत्री द्वारा विवेचकों को स्मार्ट एविडेंस टूलकिट टेबलेट प्रदान किये गये।

जल्द बनेगी एंटी ड्रग पालिसी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड पुलिस की समीक्षा बैठक भी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस में खेल कोटे की भर्ती शुरू की जायेगी। पीएसी के जवानों को बसों की व्यवस्था की जायेगी। उत्तराखण्ड में शीघ्र एंटी ड्रग पॉलिसी बनायी जायेगी। पुलिस विभाग में रिक्त पदों पर जल्द भर्ती की जायेगी। पुलिस विभाग के आरक्षियों के ग्रेड पे के संबंध में कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया गया है। इसमें जल्द उचित समाधान निकाला जायेगा।

अपराधियों को पकड़ने हेतु पुरस्कार राशि बढ़ायेगी सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2018 को और सख्त बनाया जायेगा। बाहरी राज्यों से उत्तराखण्ड में आने वाले लोगों के सत्यापन की प्रक्रिया को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था किसी भी राज्य की सुरक्षा एवं समृद्धि का एक आवश्यक अंग है। उत्तराखंड पुलिस द्वारा राज्य में अच्छा कार्य किया जा रहा है।
इनामी अपराधियों को पकड़ने हेतु पुरस्कार राशि बढ़ायी जाएगी। कोरोना काल में पुलिस द्वारा मिशन हौंसला के तहत सराहनीय कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट पुलिस बनाने का जो विजन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का है। उसको पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। उत्तराखण्ड पुलिस को आधुनिक बनाने में जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर एवं इंस्पेक्टर को कोविड-19 में उनके द्वारा किये जा रहे सराहनीय कार्यों एवं सेवाओं 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि जल्द दी जायेगी।

साइबर क्राइम को रोकने के लिये ठोस रणनीति बनाएं
मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि साइबर क्राइम को रोकने के लिए लिए ठोस रणनीति बनाई जाय। यातायात के नियमों, रोड सेफ्टी के प्रति लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाय। ट्रैफिक लाइट एवं सीसीटीवी निगरानी की समुचित व्यवस्था की जाय। कार्यों के प्रति प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय। थाना या चौकी स्तर के मामले जिले स्तर पर न आए। जिला स्तर के मामले मुख्यालय स्तर एवं शासन स्तर पर न आये। जिसकी जो जिम्मेदारी है, अपने स्तर पर शीघ्र उसका समाधान करें। महिला सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, नशा मुक्ति एवं साइबर क्राइम जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाय।

मिशन गौरा शक्ति अभियान
महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग एवं प्रभावी पहल के लिए उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा मिशन गौरा शक्ति अभियान चलाया जायेगा। इसके तहत छेड़खानी जैसी घटनाओं में प्रभावी कार्यवाही, बालिकाओं को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण एवं शिकायत निवारण तंत्र को और अधिक मजबूत बनाया जायेगा। इसके तहत पीड़िता इमरजेंसी की स्थिति में डायल कर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकती है। ऑनलाईन ऑडियो, वीडियो एवं टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकती हैं। आपात स्थिति में 112 पर कॉल कर सकते हैं। अपनी शिकायत पर संबंधित पर हुई कार्रवाई की जानकारी प्राप्त कर सकती है। एप के माध्यम से पुलिस के अन्य ऑफिसियल सोशल मीडिया अकाउंट पर भी संपर्क कर सकती हैं।

पब्लिक आई एप
उत्तराखण्ड प्रदेश की जनता अपनी शिकायतों के साथ-साथ आसपास घटित हो रहे आपराधिक या विधि का उल्लंघन करने वाले कृत्यों की फोटो या वीडियो बनाकर पुलिस को भेज सकते हैं। शिकायतकर्ता अपने द्वारा पूर्व में की गई शिकायत व उस पर हुई कार्यवाही की प्रगति के बारे में जान सकते हैं। साइबर क्राइम के बारे में शिकायत दर्ज की जा सकती है। किसी भी प्रकार की ट्रेफिक समस्या या सड़क दुर्घटना के संबंध में फोटो या वीडियो बनाकर कार्यवाही हेतु अपलोड किया जा सकता है। आपात स्थिति में 112 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, अरविन्द सिंह ह्यांकी एवं पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

अफगानिस्तान से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को सुरक्षित भारत पहुंचाने पर धन्यवाद

देहरादून के गुरूद्वारों के अध्यक्ष और प्रतिनिधियों ने विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय सभागार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। उन्होंने अफगानिस्तान से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को सुरक्षित भारत पहुंचाए जाने पर मुख्यमंत्री के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया। कहा कि प्रधानमंत्री ने सिक्ख समाज का मान बढ़ाया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के विधानसभा कार्यालय में पहली बार अरदास सम्पन्न की गई और कढाह प्रसाद बांटा गया। मुख्यमंत्री को शॉल और कृपाण भी भेंट की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दुनिया में देश का मान बढा है। अफगानिस्तान से भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा रही है। उत्तराखण्ड के लोगों को वहां से सुरक्षित लाने के लिए राज्य सरकार विदेश मंत्रालय के सम्पर्क में है। बहुत से लोग वापिस लाए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे हर पल सिक्ख समाज के साथ हैं। जब भी जरूरत होगी, उन्हें अपने साथ पाएंगे।
इस अवसर पर विधायक राजेश शुक्ला, उत्तराखण्ड सिक्ख विकास परिषद के अध्यक्ष बलजीत सोनी, गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष गुरबक्श सिंह, गुलजार सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुरेन्द्र बत्रा, जगमिंदर सिंह छाबड़ा, चरणजीत सिंह, सेवा सिंह मठारू सहित अन्य उपस्थित थे।

अनुराधा पौडवाल ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में पद्मश्री अनुराधा पौडवाल ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने पौडवाल से राज्य के पारम्परिक एवं ऐतिहासिक मंदिरों एवं स्थलों का विश्व पटल पर लाने तथा इनके व्यापक प्रचार में सहयोग की अपेक्षा की।
पौडवाल ने मुख्यमंत्री से प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही राज्य में आयोजित होने वाले पौराणिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूप रेखा निर्धारण में अपना सहयोग देने की बात कही।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सुमित अदलखा, मनु गौड आदि उपस्थित थे।

उत्तराखंड की धरती ने देश को कई नायाब हीरे दिए-नड्डा

रायवाला के एक रिजॉर्ट में आयोजित पूर्व सैनिक संवाद एवं सैनिक सम्मान कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने केंद्र में आने के बाद सबसे पहले पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन देने का काम किया, यह मांग 42 सालों से लंबित थी। देश में पहले बुलेट प्रुफ जैकेट आयात की जाती थी, लेकिन आज यह जैकेट विदेशों में निर्यात की जा रही है।

पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि भी है और वीरभूमि भी। उत्तराखंड के कई लोग सेना में बड़े पदों पर आसीन रहे हैं। जिनमें जनरल बिपिन रावत खुद देश के सीडीएस हैं। रक्षा बजट में हर साल एक लाख 35 हजार करोड़ रुपये नए असलहे खरीदने के लिए रखे जाते हैं। पहले सेना और बॉर्डर पर स्थित गांवों के लिए बरसात से पहले छह माह का राशन एकत्रित करके रखा जाता था, लेकिन ऑल वेदर रोड बनने के बाद अब राशन एकत्रित नहीं करना पड़ता। अभी तक करीब 3,300 किमी ऑल वेदर रोड बन चुकी हैं। सीमांत राज्यों में कई रेल परियोजनाओं पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि सेना में 34 राफेल फाइटर जुड़ चुके हैं। आर्म्ड फोर्स पर लोगों का विश्वास बढ़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मेें देश सुरक्षित है। दीपावली के त्योहार में हर कोई अपने रिश्तेदारों और परिचितों के घर जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल दीपावली बॉर्डर पर सैनिकों के साथ मनाते हैं। पहले जम्मू कश्मीर के किसी जिले में आतंकवादियों की ओर से फायरिंग की जाती थी तो वहां पर तैनात जवानों को जवाबी कार्रवाई के लिए दिल्ली का इंतजार करना पड़ता था, दिल्ली से कहा जाता था कि अभी संदेश का इंतजार करो। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिकों को गोली का जवाब गोली से देने की छूट दे रखी है। प्रधानमंत्री की कार्यकुशलता के कारण ही चीन को पीछे हटना पड़ा। 17 अगस्त को जम्मू में शहीद हुए पौड़ी के वीर जवान को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। 

केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि अब हमारा देश आत्मनिर्भर हो रहा है। देश में सुई से सब्बल का निर्माण हो रहा है। पहले जो रक्षा उपकरण आयात किए जाते हैं, आज भारत में निर्मित एक हजार प्रकार के रक्षा उपकरण निर्यात किए जा रहे हैं। उन्होंने पूर्व सैनिकों को भरोसा दिलाया कि वह सैनिक वेलफेयर के लिए काम करेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काव्य पंक्तियां….ये देश सुरक्षित सो रहा है…..से अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में हर परिवार से एक व्यक्ति सेना में है। शहीदों के परिजनों को सगूह ग और घ में नौकरी दी जा रही है।

द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों की वीरांगनाओं को पहले अनुदान चार हजार मिलता था, जिसे बढ़ाकर उनकी पार्टी ने पहले आठ हजार उसके बाद अब 10 हजार कर दिया गया है। पूर्व सैैनिकों के आश्रितों सेना भर्ती से पूर्व प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 1212 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सेना में भर्ती होने से पहले युवाओं को हल्द्वानी और देहरादून में ट्रेनिंग दी जा रही है। करीब 660 युवाओं को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। एनडीए और सीडीएस की तैयारी के लिए प्रदेश सरकार 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दे रही है। 

नड्डा ने परंपरागत वोट बैंक की नब्ज टटोली
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के दो दिवसीय दौरे में यह तय हो गया कि मिशन 2022 के लक्ष्य को हासिल करने अपने पारंपरिक वोट बैंक और सेना के एजेंडे पर फोकस करेगी और सत्ता में वापसी के लिए सांगठनिक सक्रियता का मंत्र फूंकेगी।  
अपने दो दिनी दौरे में नड्डा एक दर्जन कार्यक्रमों में शामिल हुए। हर बैठक में उनका जोर 2022 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से संगठन का एजेंडा तय करने पर रहा। देवभूमि और सैन्य बहुल्य राज्य होने के नाते नड्डा ने रणनीतिक तरीके से दूसरे दो मुख्य कार्यक्रम किए। पहला पूर्व सैनिकों से संवाद और दूसरा साधु-संतों का आशीर्वाद। सैनिक सम्मेलन के कार्यक्रम में नड्डा ने सीमाओं की सुरक्षा, निर्णय लेने का अधिकार और आधुनिक हथियारों की सुविधा, सीमा पर सड़कों का विस्तार की बातें कर राष्ट्रवाद की संवेदनाओं को छूने का प्रयास किया।
अपने इस पारंपरिक वोट बैंक को झोली बनाए रखने के लिए नड्डा ने सैनिकों व पूर्व सैनिकों के बीच यह संदेश देने की कोशिश की कि भाजपा के लिए वे खास अहमियत रखते हैं। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनकी पूरी टीम जिसमें प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा ने संतों के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने संतों के आश्रमों व धर्मशालाओं में व्यावसायिक दरों पर वसूले जाने वाले करों को घरेलू दरों पर करने की घोषणा करके संतों को खुश करने का प्रयास किया। कुंभ के बाद संतों के सम्मान का कार्यक्रम करने का आश्वासन देकर संतों के सानिध्य के सिलसिले को आगे बढ़ाकर अपने हिंदुत्व एक एजेंडे को आगे बढ़ाने के संकेत भी दे दिए। 
इससे पूर्व नड्डा ने पार्टी कोर ग्रुप से लेकर मंडल अध्यक्ष तक के साथ ताबड़तोड़ आठ बैठकें कीं। इन बैठकों में उनका एक ही सूत्र वाक्य था, सांगठनिक ताकत को बढ़ाएं। हर बूथ को मजबूत करें। उनका मानना था कि कैडरबेस पार्टी होने के नाते भाजपा के पक्ष में जो वातावरण बना है, उसे अपने पक्ष में बनाए रखें और सत्ता में वापसी का मार्ग प्रशस्त करें। अपनी सभी बैठकों में उन्होंने जनसंपर्क पर जोर दिया मोदी और धामी सरकार की लोकलुभावन योजनाओं, कार्यक्रमों और फैसलों को जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए।

प्रदेश के विकास के लिए महिला सशक्तिकरण जरूरी-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में आयोजित रक्षाबंधन मिलन समारोह में प्रतिभाग किया। बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को राखी बांधी। मुख्यमंत्री ने इसके लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि माताओं, बहनों के आशीर्वाद से राज्य सरकार जनहित के कार्यों को आगे बढ़ा रही है। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास सरकार का मूलमंत्र है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को रक्षाबंधन की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माताओं और बहनों का जो आशीष और स्नेह मिल रहा है, उससे प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए एक सकारात्मक ऊर्जा मिल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन के दिन माताओं-बहनों के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में यात्रा पूर्ण रूप से निःशुल्क रहेगी। इस रक्षाबन्धन पर्व पर आशा व आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 1-1 हजार रूपये की धनराशि उपहार के रूप में दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मातृशक्ति के जीवन में सुधार लाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं सफलतापूर्वक संचालित की जा रही हैं। इनमें उज्ज्वला, स्वच्छ भारत मिशन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, सुकन्या समृद्धि योजना, सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना, आदि मुख्य हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाव में भगवान होते हैं। हमारी सरकार का भाव जनसेवा है। समाज की आखिरी पंक्ति में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाना प्रमुख ध्येय है। उन्होने कहा कि कोविड काल में ऑनलाईन पढ़ाई के महत्व के देखते हुए कक्षा 10-12 के छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा मोबाईल टेब दिया जायेगा जिनसे उनकी शिक्षा में और सुधार होगा। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में 24 हजार रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है एवं सरकारी नौकरी के क्षेत्र में ही नही बल्कि बढ़े स्तर पर सरकार विभिन्न क्षेत्रों में लाखों लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का भी प्रयास कर रही है, सरकार की मंशा है कि प्रदेश के युवा एवं महिलाऐं रोजगार मांगने वाले नही बल्कि रोजगार देने वाले बने। सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि बैंको से मिलने वाला ऋण कि प्रक्रिया को सरल करते हुए शिविरों के माध्यम से जरूरतमन्दों को शिविर में ही ऋण स्वीकृत किया जाना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आजिविका मिशन के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को बड़े पैमाने पर बाजार में स्थान दिलाने हेतु सरकार लगातार प्रयास कर रही है, ताकि माताएं-बहने आत्मनिर्भर बन सके। उन्होने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से हुए नुकसान से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को उबारने हेतु लगभग 119 करोड़ रूपए का सहायता पैकेज दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि कोविड काल में प्रतियोगी परीक्षाएं न होने के कारण सरकार ने युवाओं को सरकारी नौकरी की भर्ती में आयुसीमा में एक साल की छूट दी है। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एम0बी0बी0एस0 इन्टर्न के स्टाईपेंड को 7500/-प्रतिमाह से बढ़ाकर रूपये 17,000/-किया गया है। संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए, सी.डी.एस एवं उसके समकक्ष लिखित परीक्षा पास करने पर परिवार की आर्थिक स्थिति के आधार पर अभ्यर्थी को साक्षात्कार की तैयारी के लिये 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि तहसील दिवस/बहुउद्देशीय शिविर के माध्यम से आमजन मानस की समस्याओं का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। समस्याएं ब्लॉक स्तर, तहसील स्तर या जनपद स्तर की हो उनका उसी स्तर पर निस्तारण करना सुनिश्चित करें। सरकार की जीरो पेंडेन्शी पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले चार माह में उत्तराखण्ड में शतप्रतिशत वैक्सीन लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। बागेश्वर जनपद में शतप्रतिशत वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है।
इस अवसर पर विधायक डा. प्रेम सिंह राणा, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, उपाध्यक्ष किसान आयोग राजपाल सिंह, आईजी अजय रौतेला, जिलाधिकारी रंजना राजगुरू, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगई, सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाएं उपस्थित थीं।

11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है इंजीनियरिंग का नायाब नमूना गरतांग गली की सीढ़ियां

भारत-तिब्बत व्यापार की गवाह रही उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की नेलांग घाटी में स्थित ऐतिहासिक गरतांग गली की सीढ़ियों का देश-विदेश के पर्यटक दीदार करने लगे हैं। गरतांग गली की सीढ़ियों का पुनर्निर्माण कार्य जुलाई माह में पूरा किया जा चुका है। इसके बाद से ही ऐसे में रोमांचकारी जगहों पर जाने के शौकीन पर्यटकों के लिए यह जगह एक शानदार विकल्प है।

गरतांग गली की करीब 150 मीटर लंबी सीढ़ियां अब नए रंग में नजर आने लगी हैं। करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी गरतांग गली की सीढ़ियां इंजीनियरिंग का नायाब नमूना है। इंसान की ऐसी कारीगरी और हिम्मत की मिसाल देश के किसी भी अन्य हिस्से में देखने के लिए नहीं मिलेगी।

1962 भारत-चीन युद्ध के बाद इस लकड़ी की सीढ़ीनुमा पुल को बंद कर दिया गया था, अब करीब 59 सालों बाद वह दोबारा पर्यटकों के लिए खोला गया है। कोरोना गाइडलाइन और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बार में दस ही लोगों को पुल में भेजा जा रहा है। पेशावर से आए पठानों ने 150 साल पहले इस पुल का निर्माण किया था। आजादी से पहले तिब्बत के साथ व्यापार के लिए उत्तकाशी में नेलांग वैली होते हुए तिब्बत ट्रैक बनाया गया था। यह ट्रैक भैरोंघाटी के नजदीक खड़ी चट्टान वाले हिस्से में लोहे की रॉड गाड़कर और उसके ऊपर लकड़ी बिछाकर रास्ता तैयार किया था। इसके जरिए ऊन, चमड़े से बने कपड़े और नमक लेकर तिब्बत से उत्तरकाशी के बाड़ाहाट पहुंचाया जाता था। इस पुल से नेलांग घाटी का रोमांचक दृश्य दिखाई देता है। यह क्षेत्र वनस्पति और वन्यजीवों के लिहाज से काफी समृद्ध है और यहां दुर्लभ पशु जैसे हिम तेंदुआ और ब्लू शीप यानी भरल रहते हैं।

सामरिक दृष्टि से संवेदनशील है नेलांग घाटी
नेलांग घाटी सामरिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है। गरतांग गली भैरव घाटी से नेलांग को जोड़ने वाले पैदल मार्ग पर जाड़ गंगा घाटी में मौजूद है। उत्तरकाशी जिले की नेलांग घाटी चीन सीमा से लगी है। सीमा पर भारत की सुमला, मंडी, नीला पानी, त्रिपानी, पीडीए और जादूंग अंतिम चौकियां हैं।

वहीं, सतपाल महाराज पर्यटन मंत्री उत्तराखंड कहा ने भारत सरकार ने पर्यटकों की आवाजाही पर लगाई थी रोक। वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद बने हालात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने उत्तरकाशी के इनर लाइन क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया था। यहां के ग्रामीणों को एक निश्चित प्रक्रिया पूरी करने के बाद साल में एक ही बार पूजा अर्चना के लिए इजाजत दी जाती रही है। इसके बाद देश भर के पर्यटकों के लिए साल 2015 से नेलांग घाटी तक जाने के लिए गृह मंत्रालय भारत सरकार की ओर से इजाजत दी गई।

पर्यटन सचिव ने बताया कि दिलीप जावलकर उत्तराखंड धरोहर संरक्षण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इसके तहत नेलांग घाटी में स्थित ऐतिहासिक गरतांग गली की सीढ़ियों का 64 लाख रुपये की लागत से पुनर्निर्माण कार्य पूरा करने के बाद पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। गरतांग गली के खुलने के बाद स्थानीय लोगों और साहसिक पर्यटन से जुड़े लोगों को फायदा मिल रहा है। ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए यह एक मुख्य केंद्र बन रहा है।

वहीं, मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी, उत्तरकाशी ने कहा के पुनर्निर्माण कार्यों में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुरानी शैली में पुननिर्माण कार्यों को जुलाई माह में पूरा कर लिया गया था। कोरोना नियमों और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बार में दस पर्यटकों को ही प्रवेश दिया जा रहा है।

नेलांग घाटी के आसपास-हर्षिल
हर्षिल, हिमालय की तराई में बसा एक गांव, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां से गंगोत्री की दूरी मात्र 21 किलो मीटर ही बचती है, जो कि हिन्दुओं के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। गंगोत्री तक रास्ता अपने आप में इतना मनमोहक है कि एक बार से आपका मन नहीं भरेगा।

केदारताल
केदारताल उत्तराखंड में सबसे खूबसूरत झीलों में से एक ताल है। यह गंगोत्री से 18 किमी की दूरी पर स्थित, गढ़वाल हिमालय में दूर केदार ताल निश्चित रूप से साहसिक और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। केदारताल से केदारगंगा निकलती है जो भागीरथी की एक सहायक नदी है।

सीएम का आग्रह-केदारपुरी में फेज-टू के प्रोजेक्ट का शिलान्यास करे पीएम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। उन्होंने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाये जाने तथा वासुकी ताल क्षेत्र के साथ ही आस-पास के क्षेत्रों को भी नये लोकेशन के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये।
प्रधानमंत्री ने स्थानीय जन भावनाओं के अनुरूप ईशानेश्वर मंदिर के पुनर्निर्माण, आस्था चौक पर “ऊँ“ कार की प्रतिमा स्थापित करने, शंकराचार्य समाधि एवं शिव उद्यान के डिजाइन में जन भावनाओं के अनुरूप संशोधन करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारपुरी में फेज-टू के 113.92 करोड़ के प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने हेतु प्रधानमंत्री से समय देने का आग्रह किया। इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री द्वारा शीघ्र समय निर्धारण हेतु आश्वासन दिया गया।

प्रधानमंत्री के विजन एवं मार्गदर्शन में हो रहा है केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केदारनाथ में 2013 में आयी आपदा के बाद प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारपुरी, एक नयी सुरक्षित एवं सुविधा युक्त धार्मिक एवं आध्यात्मिक नगरी के रूप में निर्मित हो रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि स्थानीय स्थापत्य कला, नवीन तकनीकी के इस्तेमाल, ठोस अपशिष्ट निस्तारण व्यवस्था के साथ केदारनाथ धाम सुनियोजित आधुनिक संसाधनों से युक्त इको फ्रेंडली टाउन के रूप में विकसित हो रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी अवगत कराया कि बद्रीनाथ को स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन के रूप में विकसित करने के लिये प्रथम चरण के 245 करोड़ की योजना के कार्यों को शुरू करने के लिये 22 राजकीय भवनों को अन्यत्र स्थानांतरित करने का निर्णय राज्य की कैबिनेट द्वारा लिया जा चुका है। इससे कार्यों में अब तेजी आ सकेगी।
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि केदारनाथ पुनर्निर्माण के प्रथम चरण के कार्य पूर्ण हो चुके हैं जिसमें टेम्पल प्लाजा, एराइवल प्लाजा, मन्दाकिनी एवं सरस्वती नदी पर सुरक्षा दीवार निर्माण, 05 घाटों का निर्माण, मन्दाकिनी रिवर फ्रंट के कार्य 5 गेस्ट हाउसों का निर्माण, 3 ध्यान गुफाओं का निर्माण पूर्ण हो चुका है। आदि शंकराचार्य की गुफा का निर्माण कार्य गतिमान है जबकि, द्वितीय चरण में 113.92 करोड़ के 13 कार्यों पर भी कार्यवाही गतिमान है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, विशेष सचिव डॉ पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव युगल किशोर पंत उपस्थित थे।  

गुनियाल गांव में पंपिंग पेयजल योजना और चन्द्रोटी में मिनी ट्यूबवेल लगाने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सामुदायिक भवन, गुनियाल गांव में आयोजित रक्षाबंधन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं को रक्षाबंधन की शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन भाई-बहन के पवित्र बंधन का त्यौहार है। रक्षा बंधन महिलाओं के सम्मान का भी पर्व है। उन्होंने कहा कि महिलायें हर क्षेत्र में आगे आयें इसके लिये प्रयासरत हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र वासियों की मांग पर गुनियालगांव में पंपिंग पेयजल योजना तथा चन्द्रेली में मिनी ट्यूबवेल लगाये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का अभियान शुरू किया। प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता का परिणाम है कि इस अभियान से व्यापक जनजागरूकता आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिये मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना में प्रति माह 3-3 हजार रूपये की सहायता राशि दी जा रही है। इसके साथ ही इन्हें निःशुल्क राशन, निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है। जिलों के डीएम इन बच्चों की सम्पत्ति का संरक्षण भी करेंगे। अनाथ बच्चों के लिए नौकरियों में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य है। सरकार इन बच्चों के कौशल विकास पर भी ध्यान देगी।
उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हित में कोरोना के कारण पिछले एक वर्ष के दौरान प्रतियोगिता परीक्षा के लिये अधिकतम आयु पूरी करने वालों को आयु में एक वर्ष की छूट प्रदान की जाने की व्यवस्था की है। लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए. सी.डी.एस. आदि प्रतियोगिता की प्रारम्भिक परीक्षा पास करने वाले युवाओं को मेन परीक्षा की तैयारी के लिये 50 हजार की धनराशि प्रदान किये जाने का निर्णय किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सभी को निःशुल्क कोविड वैक्सीन का अभियान चल रहा है। राज्य को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हो रही है। राज्य में सभी लोगों का आगामी चार माह में वैक्सीनेशन कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना से बचाव के लिये सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने क्षेत्र के विकास में सहयोग के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का सर्वांगीण विकास उनकी प्राथमिकता रही है। उन्होंने क्षेत्रीय जनता का भी आभार जताया। इस अवसर पर संध्या थापा, दीपक पुण्डीर सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के ग्राम प्रधान एवं महिलायें उपस्थित रहे।

इंडियन आइडल 12 के विजेता बने पवनदीप राजन, उत्तराखंड में खुशी की लहर

इंडियन आइडल 12 को अपना फाइनली विनर मिल गया है। इस सीजन की जीत का सेहरा पवनदीप राजन के सिर पर बंधा है। वहीं, दूसरे नंबर पर अरुणिता कांजीलाल रही हैं। इंडियन आइडल 12 का फिनाले रविवार को दोपहर 12 बजे से रात 12 बजे चला। इस सीजन का विनर मिलने से पहले कई शानदार परफॉर्मेंस देखने को मिली।
पवनदीप राजन को इंडियन आइडल 12 की ट्रॉफी के साथ 25 लाख रुपये का चेक और एक कार इनाम के तौर पर मिली है। पवनदीप राजन के पहले और अरुणिता कांजीलाल के दूसरे नंबर के अलावा सायली कांबले, मोहम्मद दानिश, निहाल तारो और शनमुखप्रिया क्रमशः तीसरे, चौथे, पांचवे और छठे स्थान पर रहे।
गौरतलब है कि पवनदीप राजन, अरुणिता कांजीलाल, सायली कांबले, मोहम्मद दानिश, शनमुखप्रिया और निहाल तारो इंडियन आइडल 12 फिनाले के छह कंटेस्टेंट थे। शो में हिमेश रेशमिया, सोनू कक्कड़ और अनु मलिक जज किया। जबकि फिनाले को आदित्य नारायण के अलावा जय भानुशाली ने होस्ट किया।
सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल का 12वां सीजन खत्म हो चुका है। शो के फिनाले में विनर की घोषणा से पहले जावेद अली, मनोज मुंतशिर, उदित नारायण और कुमार सानू और अल्का याग्निक जैसे कई दिग्गज शामिल हुए।

सीएमएस की पहल-कोरोना योद्धाओं से कराया ध्वजारोहण

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पहली बार शांति प्रपन्न शर्मा राजकीय चिकित्सालय में सीएमएस डा. विजयश भारद्वाज एवम् सफाई नायक (कोरोना योद्धा) दिनेश पारछा और् कमल कुमार के द्वारा सामूहिक रूप से 75वें स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया गया। सीएमएस की इस नई पहल का सभी लोगों ने स्वागत करते हुए बधाई दी है।
बतातें चले कि कोरोना के प्रभावी होने पर न सिर्फ सरकारी अस्पताल बल्कि कई बार समाजिक रुप से आवश्यकता पड़ने पर दिनेश पारछा और कमल कुमार अपनी टीम के द्वारा कार्य करते रहे है। उनकी कर्तवयपरायणता को देखते हुए दोनों सफाई नायकों कोरोना योद्धा सम्मान के रुप में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
रविवार को राजकीय चिकित्सालय में डा. विजयश भारद्वाज द्वारा सफाई कर्मचारियों से तिरंगा झंडा फहराए जाने की नीति ने प्रधानमंत्री की सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास को सार्थक बनाया। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सामाजिक मंचों से प्रधानमंत्री की नीति को आगे बढ़ाने का आह्वाहन किया है। जिससे समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिले।