अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने वीरचंद्र सिंह गढ़वाली के आदर्शों को अपनाने पर दिया जोर

पेशावर कांड की बरसी पर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने वीरचंद्र सिंह गढ़वाली के पराक्रम को याद किया, साथ ही उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प भी लिया। ऋषिकेश दून रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने कहा कि वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखंड ही नही अपितु समूचे समाज के लिए आदर्श हैं। नेगी ने बताया कि 23 अप्रैल के दिन ही पेशावर में जब अंग्रेज पुलिस कप्तान ने सेनानायक चंद्र सिंह को निहत्थे नागरिकों पर गोली चलाने का आदेश दिया तो उन्होंने आदेश मानने से इंकार कर दिया और अधिनस्थ सैनिकों को सीज फायर का हुकुम दिया यह भारतीय आजादी के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई। बताया कि वीर चंद्र सिंह के अदम्य साहस और पराक्रम से प्रभावित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें गढ़वाली का नाम देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महासभा ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग भी उठाई। इस मौके पर जयेंद्र सजवाण, शुभम बहुगुणा, भुवनेश्वर प्रसाद भारद्वाज, पंकज गुसाईं, उत्तम सिंह, मनोज नेगी उपस्थित थे।

एसबीएम इंटर कॉलेज में निशुल्क पुस्तकों का वितरण

श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर विद्यालय शिक्षा उत्तराखंड द्वारा निशुल्क दी जाने वाली पुस्तकों को आज छात्र छात्राओं मे वितरित किया गया।
श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर उत्तराखंड सरकार के विद्यालय शिक्षा के अंतर्गत निशुल्क दी जाने वाली पुस्तकों को विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं नगर निगम के पार्षदों के द्वारा छात्र-छात्राओं को वितरित की गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा में पुस्तकों का बहुत बड़ा योगदान होता है। पुस्तकों से मिलने वाला ज्ञान हमारे व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। सरकार के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए प्राचार्य ने कहा कि लोक कल्याणकारी सरकार छात्र छात्राओं को निशुल्क रूप से पुस्तक देकर उन्हें ज्ञान के क्षेत्र में तो आगे बढ़ा ही रही है। साथ ही निर्धन परिवारों के लिए इस समय एक बहुत बड़ा लाभ का काम कर रही है। जो अपने जीविकोपार्जन की क्रिया को पूरा करने के लिए निरंतर संघर्षशील है और ऐसे समय में जब पुस्तकों पर भारी-भरकम खर्च होता है। उस समय यह पुस्तकें देना उन परिवारों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो रही हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम के पार्षद शिव कुमार गौतम, विशिष्ट अतिथि सुमित पंवार ने भी छात्र छात्राओं को पुस्तकें वितरित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी छात्र छात्राएं इनका सही रूप से सदुपयोग करेंगे और अपनी ज्ञानात्मक दृष्टिकोण को शिखर तक बढ़ने के लिए प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता यमुना प्रसाद त्रिपाठी, रंजन अंथवाल, सुनीता कोहली, निधि पांडे आदि उपस्थित रहे।

जनता से किये वादों को पूरा करने के लिए एक माह में लिये महत्वपूर्ण फैसले

उत्तराखण्ड की धामी-2 सरकार ने आज अपना एक माह का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस अवधि में मुख्यमंत्री धामी अटैकिंग मोड में रहे। उनका जोर प्रशासनिक सुधार और सुशासन पर रहा। जीरो टॉलरेंस और पारदर्शी प्रशासन को लेकर उन्होंने सख्त संदेश दिए। कई कड़े फैसलों से भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार किया। भ्रष्टाचारियों की सीधी शिकायत के लिए भ्रष्टाचार मुक्त एप-1064’ भी लॉच किया गया। समान नागरिक संहिता को लागू करने और बाहरी नागरिकों के वैरिफिकेशन पर की गई ठोस पहल की गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5 नवम्बर 2021 को केदारनाथ धाम में आदिगुरू शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण करते हुए कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का होगा। मोदी जी की इस सोच को सूत्रवाक्य मानकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सधे कदमों से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं। अगले एक दशक में उन्हें मोदी जी के इस सपने को हकीकत में बदलना है लिहाजा, अपनी दूसरी पारी में सूझबूझ के साथ वह अपने कदम आगे बढ़ा रहे हैं। अब तक कई ऐसी पहल कर चुके हैं जो आगे चलकर उत्तराखण्ड की तरक्की में मील का पत्थर साबित होंगे। लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने पहली कैबिनेट में ही अपने इरादे साफ कर दिए। समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर चुनाव से पूर्व किए अपने वायदे को पूरा करने की दिशा में उन्होंने महत्वपूर्ण कदम उठाया। धामी 2.0 सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिये विशेषज्ञों की समिति बनाई जाएगी। न्यायविदों, सेवानिवृत्त जजों, समाज के प्रबुद्ध जनों और अन्य स्टेकहाल्डर्स की एक कमेटी गठित की जाएगी जो कि उत्तराखण्ड राज्य के लिये यूनिफार्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करेगी।
मुख्यमंत्री धामी जानते हैं कि देवभूमि उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं शांतिपूर्ण वातावरण को बनाए रखने के लिये जरूरी है कि अराजक तत्व राज्य में प्रवेश न कर पाए। इसके लिये उन्होंने प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर नागरिकों का सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, जिस पर अमल शुरु कर दिया गया है।
तीर्थाटन को बढ़ावा मिले इसके लिए चारधाम सर्किट में आने वाले सभी मंदिरों और गुरूद्वारों में भौतिक ढांचे और परिवहन सुविधाओं का विस्तार करने की योजना बनाई गई है। कुमायूं के प्राचीन मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन की शुरूआत जल्द होने वाली है। मिशन मायापुरी के अंतर्गत हरिद्वार को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी और विश्व में आध्यात्मिक पर्यटन के लिये सबसे बड़े स्थलों के रूप में बदलने के लिये उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के निर्माण का रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री धामी जनहित से जुड़े कई कल्याणकारी फैसले भी ले चुके हैं। निर्णय लिया गया है कि उत्तराखण्ड में वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत अब पात्र पति व पत्नी दोनों को लाभ मिल सकेगा। इतना ही नहीं वृद्धावस्था, निराश्रित विधवा भरण पोषण अनुदान तथा दिव्यांग पेंशन योजना के अंतर्गत प्रदत्त दर 1200 रूपये प्रतिमाह में 300 रूपये की वृद्धि की गई है। अब इनमें प्रतिमाह 1500 रूपये पेंशन प्राप्त होगी।
बुनियादी सुविधाओं के विकास पर भी मुख्यमंत्री धामी लगातार ध्यान दे रहे हैं। उनकी मजबूत पहल पर केंद्र सरकार ने एन.एच. 72 के पांवटा साहिब-बल्लूपुर (देहरादून) खण्ड के उन्नयन और फोर लेन के निर्माण के लिये 1093.01 करोड़ रूपये के बजट की स्वीकृति दी है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोपवे नेटवर्क निर्माण के लिये पर्वत माला परियोजना का खाका तैयार कर लिया गया है। नगरीय क्षेत्रों में ट्रेफिक समस्या को दूर करने के लिये पार्किंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सर्फेस पार्किंग के साथ ही मल्टीस्टोरी पार्किंग, केविटी पार्किंग व टनल पार्किंग भी विकसित किये जाने की योजना है। महिला सशक्तीकरण धामी सरकार की प्राथमिकता में है। महिला स्वयं सहायता समूहों की सहायता के लिये एक विशेष कोष गठित करने का निर्णय ले लिया गया है। चुनाव पूर्व जनता से किया गया तीन सिलेण्डर मुफ्त देने के वायदे को पूरा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखण्ड राज्य में संचार नेटवर्क की अहमियत धामी सरकार को पता है। लिहाजा, उत्तराखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में 4 जी/5 जी मोबाईल नेटवर्क एवं हाई स्पीड ब्राडबैंड व फाइबर इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करायी जाने का प्रस्ताव बन चुका है। किसानों का सामाजिक स्तर उठाने और उनकी आय दोगुना करने के उद्देश्य से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर ’सीएम किसान प्रोत्साहन निधि’ की शुरूआत की जा रही है। साथ ही धामी सरकार उत्तराखण्ड को जैविक प्रदेश बनाना चाहती है, इसके लिए एक अखिल भारतीय बाजार बनाने को ’उत्तराखण्ड आर्गेनिक्स ब्रांड’ बनाया जा रहा है।
इसमें कोई दोराय नहीं कि उत्तराखण्ड के सीमावर्ती गांवों के नागरिकों का देश की सुरक्षा में भी खासा महत्व है। उन्हें सेकेण्ड डिफेंस लाइन भी कहा जाता है। इस महत्व को समझते हुए मुख्यमंत्री धामी ने अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों से पलायन रोकने और सुविधायें मुहैया करवाने की जोरदार पहल की है। इसके तहत ’हिम प्रहरी योजना’ के जरिए राज्य के भूतपूर्व सैनिकों एवं युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के निकटवर्ती जिलों में बसने के लिये सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी सुशासन पर कड़ा संदेश दे चुके हैं। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस उनकी सरकार की प्राथमिकता है। भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए भ्रष्टाचार मुक्त एप-1064 का शुभारम्भ किया गया है।
स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में अपना अहम योगदान दे रहे हजारों पर्यावरण मित्रों का एक दिन का मानदेय बढ़ाकर 500 रूपये कर दिया गया है। इसके अलावा, कारवां टूरिज्म द्वारा पर्यटकों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए पॉलिसी बनाने का काम तेजी से आगे बढ़ जा रहा है। लम्बे समय से चली आ रही मांग पूरी करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने शिक्षा मित्रों के मासिक मानदेय 15 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपए किया है। धामी जनता से सीधा संवाद बनाए हुए हैं, एक माह की अवधि में मुख्यमंत्री लगातार आमजन से मिलकर उनकी शिकायतों का निस्तारण कर रहे हैं।

एम्स का गड़बड़झालाः ऑटोमेटेड रोड स्वीपिंग मशीन की खरीद और केमिस्ट शॉप खोलने के मामले में सीबीआई ने दर्ज कराई दो एफआईआर

ऋषिकेश एम्स में खरीददारी घोटाले पर सीबीआई के एक्शन से हड़कंप मच गया है। सीबीआई ने आज को एम्स में ताबड़तोड़ छापेमारी की और फिर दो मामलों में एफआईआर दर्ज कर दी। इन मामलों में 11 अधिकारियों/डॉक्टरों और फर्मों के खिलाफ अलग-अलग आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस घोटाले के मामले में आरोपियों के 24 अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है।

जिन दो मामलों में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है उनमें ऑटोमेटेड रोड स्वीपिंग मशीन की खरीद और एम्स परिसर में केमिस्ट शॉप खोलने के टेंडर के मामले हैं। 2 फरवरी से 7 फरवरी के बीच एम्स में सीबीआई की छापेमारी में कई अनियमितताएं सामने आई थी। जिन पर एक्शन लिया गया है। इन मामलों में धारा 120बी-, धारा 420 के तहत 11 अफसरों, डॉक्टरों व फर्मों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। सीबीआई की जांच में सामने आया है कि एम्स में उपकरणों की खऱीद में भारी धांधली की गई। बिडिंग प्रक्रिया में भारी गड़बड़ियां की गई ।

दोगुनी कीमत पर खरीदी खराब मशीन

सीबीआई की जांच के मुताबिक एम्स में ऑटोमेटेड रोड स्वीपिंग मशीन की खरीद के लिए डर निकाले गए। इसमें यूरेका फोर्ब्स जैसी कंपनी ने भी हिस्सा लिया। लेकिन तकनीकी खामियां बताते हुए यूरेका को टेंडरिंग से बाहर कर दिया गया। जबकि प्रो मेडिक डिवाइसेस नाम की कंपनी को मशीन खरीद की टेंडरिंग में वॉक ओवर दिया गया। जिस मशीन की कीमत यूरेका ने महज 1 करोड़ बताई थी, एम्स ने उस मशीन को प्रो मेडक कंपनी से दो करोड़ की कीमत पर खरीदा। यही नहीं जो मशीन खरीदी गई वो ठीक से काम भी नही कर पाई। औऱ 124 घंटे चलने के बाद इसकी मेंटिनेंस पर ही करीब साढ़े चार लाख रुपए खर्च किए गए। दावों के बिल्कुल उलट इस मशीन की जांच में इसमें जीपीएस इंस्टॉल भी नहीं था। जांच में ये बात भी निकलकर सामने आई कि इस कंपनी ने एम्स को 2018 में मानव कंकाल उपलब्ध कराए, जिसके लिए तीन महीने में करीब 3 करोड़ वसूले।

कपड़े की फर्म को केमिस्ट शॉप का ठेका

सीबीआई की दूसरी एफआईआर में एम्स में गड़बड़ियों की पोल खुली है। यह मामला एम्स के अंदर केमिस्ट शॉप के संचालन का है। इसके लिए करीब 7 फर्मों ने आवेदन किया। लेकिन इसमें से अनुभव रखने वाली 4 फर्मों को यह कहकर टेंडर से बाहर कर दिया कि उनके पैन कार्ड में इशू है। इसके बाद त्रिवेणीसेवा फार्मेसी नाम की कंपनी कोमेडकल शॉप का टेंडर मिल गया। जांच में यह निकला कि इस क्षेत्र की अनुभवी कंपनी वेंकटेश फार्मा ने केमिस्ट शॉप के लिए करीब 2.5 करोड़ की बिड लगाई थी। लेकिन उसको दरकिनार करके त्रिवेणी फार्मा को महज 50 लाख 40 हजार की बिड पर ठेका मिल गया। सीबीआई की जांच में यह भी सामने आया कि त्रिवेणी सेवा फार्मेसी को केमिस्ट क कोई अनुभव नहीं था। यह कंपनी कपड़े बेचने का कारोबार करती थी। लेकिन टेंडर प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों ने भारी धांधली करते हुए इस कंपनी को टेंडर दिला दिया।

बैराज जलाशय की सुरक्षा को लगाई जा रही फेंसिंग के निर्माण में गुणवत्ता की कमी, काबीना मंत्री ने लगाई फटकार

काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बैराज जलाशय की सुरक्षा के लिए लगाई जा रही फेंसिंग के निर्माण कार्य में गुणवत्ता की कमी पाये जाने रोकने के निर्देश दिए है। घटिया निर्माण कार्य होने पर उन्होंने यूजेवीएनएल के मौके पर मौजूद अधिकारियों को फटकार भी लगाई है।

स्थानीय विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल ने बैराज स्थित आस्थापथ का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने फेंसिंग के निर्माण के लिए उपयोग में लायी जा रही सामग्री जांची, जो घटिया स्तर की पाई गई। साथ ही मौके पर उखड़ भी गयी। यह देखकर माननीय मंत्री जी का पारा चढ़ गया। उन्होंने मौके पर यूजेवीएनएल के अधिशासी अभियंता ललित कुमार से इस संदर्भ में जवाब मांगा। जिसका वह सन्तोष जनक जवाब नहीं दे पाए।

उन्होंने अधिशासी अभियंता ललित कुमार को फटकार लगाई। कहा कि आचार संहिता के दौरान निर्माण कार्य शुरू किया गया, जिसमें गुणवत्ता को नजरअंदाज करते हुए घटिया सामग्री लगाई गई, जिससे 97 लाख रुपए की धनराशि की बंदरबाट की जा सके। उन्होंने मौके से ही यूजेवीएनएल के एमडी संदीप सिंघल को फ़ोन से निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए।

बता दे कि करीब 97 लाख रुपए की धनराशि से बैराज जलाशय की सुरक्षा के लिए 1.6 किलोमीटर तक फेंसिंग का कार्य किया जा रहा था। जिसके निर्माण कार्य में जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य की शिकायत मिल रही थी।

इस मौके पर जूनियर इंजीनियर राजीव कुमार, प्रियंका नेगी, पूर्व दायित्वधारी सन्दीप गुप्ता, पूर्व सभासद अशोक पासवान, कविता शाह, संदीप खुराना, नरेंद्र रावत, अरुण बडोनी, रेखा सजवाण, पुष्पा नेगी, सौरभ गर्ग, विजय जुगरान आदि जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

तीर्थनगरी में सात अवैध निर्माणाधीन भवन हुए सील

भरत विहार में राजस्व अभिलेखों में जिलाधिकारी के नाम दर्ज भूमि पर बन रहे सात अवैध निर्माणाधीन भवनों को एमडीडीए, एसडीएम कार्यालय, नगर निगम ऋषिकेश की संयुक्त टीम ने सील कर दिया है। बता दें कि निर्माणाधीन भवन जिस भूमि पर बन रहे थे विवादास्पद है।

बता दें कि ऋषिकेश में खसरा नंबर 279 भरत विहार कॉलोनी पर उपरोक्त सातों भवन निर्माणाधीन है वह स्थल जिलाधिकारी देहरादून के नाम पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। उक्त सातों भवन बिना मानचित्र स्वीकृति के बनाए गए थे। जिसके चलते उपजिलाधिकारी कार्यालय द्वारा तीन विभागों की एक समिति बनाई गईं। इसमें नगर निगम ऋषिकेश, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण तथा एसडीएम कार्यालय को नामित किया गया है। संयुक्त टीम के स्थलीय निरीक्षण किया। इसमें सातों भवन पूर्ण रूप से अवैध पाए गए। आज संयुक्त टीम ने सातों भवनों को सील किया है।

सहायक अभियंता ने बताया कि अवैध निर्माण के सिलिंग की रिपोर्ट एमडीडीए सचिव को प्रेषित कर दी है। मौके पर एमडीडीए अवर अभियंता महिपाल सिंह, सुपरवाइजर सत्यनारायण भट्ट, सतीश कुमार और पुलिस फोर्स मौजूद रही।

केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को समय से पूरा करने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने हेतु जेई एवं एई की तैनाती हेतु सख्त निर्देश देते हुए ज्वाइन न करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगले 6, 7 माह में केदारनाथ में बहुत से निर्माण कार्य होने हैं जिनकी स्वयं प्रधानमंत्री लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि लेबर को रहने खाने की समस्या न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए, साथ ही उनके बिलों का समय से भुगतान किया जाए। उन्होंने मैटेरियल की आपूर्ति एवं स्टोरेज की उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि समय से सभी कार्य पूर्ण हो सकें इसके लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए, साथ ही टारगेट भी बढ़ाया जाए। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने चेयरमैन ब्रिडकुल श्री आर. के. सुधांशु को निर्देश दिए कि प्रदेश के स्थापित सभी रोप-वे का सुरक्षा की दृष्टि से प्रत्येक 6 माह में निरीक्षण किया जाए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर के सुधांशु एवं सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्य सचिव ने बिजली चोरी रोकने के दिए निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लिमिटेड, उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड, पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लिमिटेड एवं उरेडा की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने उद्योग एवं आमजन की समस्याओं को देखते हुए यूपीसीएल को कम से कम विद्युत कटौती करते हुए विद्युत आपूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्युत चोरी रोकने के साथ ही लाइन लॉस आदि को लगातार कम करने हेतु विशेष प्रयास किए जाएं। उन्होंने पेड़ों की लॉपिंग के लिए यूपीसीएल और वन विभाग को संयुक्त रूप से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि आंधी-तूफान जैसी परिस्थितियों में विद्युत लाइनें न टूटें और विद्युत आपूर्ति बाधित न हो।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में सोर्स ऑफ एनर्जी बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यूजेवीएनएल को सोलर एनर्जी के क्षेत्र में भी काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन और भारत सरकार के स्तर पर लंबित सभी मामलों को शीघ्रता से निस्तारित किया जाए।
मुख्य सचिव ने पिटकुल को उनके सभी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में फॉरेस्ट क्लियरेंस आदि के सम्बन्ध में वन विभाग के साथ संयुक्त बैठक कर प्रकरणों को निस्तारित करते हुए प्रोजेक्ट्स को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने उरेडा को भी सोलर एनर्जी का उत्पादन बढ़ाए जाने हेतु अध्ययन कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने उन राज्यों, जिन्होंने सोलर एनर्जी के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है, द्वारा किए गए कार्यों और नवोन्मेषी सुझावों का भी अध्ययन कर राज्य में अपनाए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, तीनों निगमों के प्रबन्ध निदेशक सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

लोकगीत हमारी संस्कृति की पहचान-राजे नेगी

लोक गीत ’’वा मेरी बांद च’’ वीडियो गीत का लोकार्पण आज देहरादून रोड़ स्थित अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के कार्यालय पर महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी, समाजसेवी हंसराज बडोनी और गीत को अपने सुरों से सजाने वाली प्रसिद्ध लोक गायक धूम सिंह रावत ने संयुक्त रूप से किया।
सोमवार की दोपहर आयोजित कार्यक्रम में डॉ राजे नेगी ने कहा कि निश्चित ही यह गीत देवभूमि उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं नैसर्गिक प्राकृतिक सौन्दर्य को प्रस्तुत करने मेें कामयाब रहेगा। उन्होंने कहा कि यह वीडियो गीत प्राकृतिक सौन्दर्य एवं सांस्कृतिक विरासत एवं लोक संस्कृति को भी बढ़ावा देने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि समाज में छिपी प्रतिभाओं को निखारने तथा उन्हें अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किये जाने के प्रयास किये जाने चाहिए। गीत को अपनी सु-मधुर आवाज से सजाने वाले लोक गायक धूूूम सिंह रावत ने बताया कि विनोद चौहान के संगीत से सजे गीत में अभिनेता रणवीर चौहान व अभिनेत्री आंचल चौहान ने अपनी अदाकारी का जलवाा बिखेरा हैै। उन्होंने विश्वास जताया कि निर्माता हंसराज बडोनी व बलवीर रावत की प्रस्तूती को दर्शकों का बेपनाह प्यार और आर्शीवाद जरूर मिलेगा।
इस अवसर पर समाजसेवी शांति प्रसाद उनियाल, उपेंद्र कुड़ियाल, राजेश्वर प्रसाद, पंकज गुसाईं, धीरेंद्र नौटियाल, विकास चौहान, अमन खरोला, दीपक सेमवाल, गुड्डू रावत, अरविंद थपलियाल, मनोज नेगी उपस्थित रहे।

चारधाम यात्रा-टैक्सी वाहनों की लॉटरी निकालीं गई

चार धाम यात्रा के मध्येनजर टैक्सी वाहनों का रोटेशन बनाए जाने को लेकर गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक व मालिक एसोसिएशन ऋषिकेश के तत्वावधान में टैक्सी वाहनों की लॉटरी निकाली गई। आईएसबीटी स्थित एसोसिएशन के शाखा कार्यालय में पंडित अनुसूया प्रसाद कुकरेती ने विधि विधान से मंत्र उच्चारण कर पूजा अर्चना की। एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत ने चार धाम यात्रा के टैक्सी वाहनों की घड़े से पर्ची निकाली। प्रथम पर्ची बिजेंदर नौटियाल टैक्सी वाहन संख्या यूके 14 टीए 0583 की निकली।
इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि देश प्रदेश से तीर्थ नगरी ऋषिकेश आने वाले यात्रियों को सुगम, दुर्घटना रहित, वाजिब दाम पर अतिथि देवो भव की भावना के अनुसार चार धाम की यात्रा कराने को एसोसिएशन की 211 डीलक्स टैक्सिया तैयार हैं। एसोसिएशन के सचिव विजेंद्र कंडारी ने कहा कि चार धाम का किराया परिवहन विभाग द्वारा निर्धारित दरों के अनुसार वसूला जाएगा।
इस अवसर पर वीरेंद्र कुमार मिश्रा, दिगंबर सिंह बिष्ट, गोपाल जुगरान, आसाराम सकलानी, गिरीश नेगी, द्वारिका प्रसाद मुंडेपी, अमरदेव रियाल, विजय भट्ट, अरविंद डोभाल, रणबीर मौर्य, अनिल गुप्ता, अनिल कुकरेजा, श्री कृष्ण डबराल, राकेश बहुगुणा, ऋषि राम सेमवाल, वीरेंद्र जोशी, ठाकुर सिंह नेगी आदि टैक्सी चालक व मालिक उपस्थित रहे।