सरकार ने नई एसओपी की जारी, जानें क्या है पाबंदी

कोरोना के बढ़ते केसों के बीच उत्तराखंड सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है। कोविड 19 संक्रमण के चलते राजनीतिक दलों के सार्वजनिक स्थानों पर रैली, धरना-प्रदर्शन पर भी 22 जनवरी तक रोक रहेगी। राजनीतिक दलों के किसी भवन में होने वाले कार्यक्रमों में सभागार की क्षमता के 50 प्रतिशत अथवा 300 लोगों तक, जो भी कम होगा वहीं मान्य होगा। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र और 12 वीं कक्षा तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को 22 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय किया है।
रविवार शाम मुख्य सचिव और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सीईओ डॉ. एसएस संधु ने कोविड 19 के लिए संशोधित एसओपी जारी की। 11 जनवरी को जारी एसओपी की अवधि आज समाप्त हो गई थी। मुख्य सचिव के अनुसार कोविड के तहत लागू प्रतिबंधों को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है। नाइट करफ्यू, व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए तय समयावधि पूर्व की तरह लागू रहेगी।

ये रहेंगे बंद-
– आंगनबाड़ी केंद्र, 12 वीं कक्षा तक के सभी सरकारी, सहायताप्राप्त व निजी स्कूल
– स्वीमिंग पूल, वाटर पार्क भी रहेंग बंद
– राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर 22 तक पांबदी, इंडोर कार्यक्रम को सशर्त छूट

यह मानक रहेंगे जारी
नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक लागू रहेगा। जिम, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल, स्पा, सैलून, थिएटर, ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल केवल 50 फीसदी क्षमता के संचालित होंगे। खेल संस्थान, स्टेडियम, खेल के मैदान खिलाडियों के प्रशिक्षण के लिए 50 फीसदी क्षमता के साथ खोले जा सकेंगे।

इसी प्रकार खुले अथवा बंद स्थान पर होने वाले विवाह समारोह,
शवयात्रा आदि में केवल 50 फीसदी क्षमता में ही लोग शामिल हो सकते हैं।
इसी प्रकार होटल, रेस्तरा, ढाबों में भी 50 प्रतिशत का मानक लागू होगा व होटालों के कांफ्रेंस हाल, स्पा, जिम का भी 50 प्रतिशत क्षमता में प्रयोग किया जा सकेगा। इन सभी में कोविड 19 के लिए तय मानकों का सख्ती से पालन करना होगा।

स्कूलों में नियमित रूप से ऑनलाइन पढ़ाइ-सुंदरम
उत्तराखंड में स्कूल 22 जनवरी तक बंद रहेंगे लेकिन पढ़ाई पूर्व की तरह ऑनलाइन माध्यम से शुरू कर दी जाएगी। शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम ने कहा कि सभी अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दे दिए गए हैं। बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए शिक्षक छात्रों को आनलाइन माध्यम से नियमित रूप से तैयारी कराएं। छोटी कक्षाओं में छात्र-छात्रों की पढ़ाई को भी पूर्व की तरह ऑनलाइन, वाट़सअप आदि विभिन्न माध्यमों के जरिए शुरू कर दिया जाए।

लापता युवक को पुलिस ने परिजनों के सुपुर्द किया

कोतवाल रवि सैनी के मुताबिक लक्ष्मी देवी पत्नी सुरेंद्र निवासी गुमानीवाला ने पुलिस को बताया कि उनका 12 साल का बेटा नवदीप बिना बताए घर से कहीं चला गया है। आस पड़ोस में पूछताछ करने पर उसका कहीं पता नहीं चल पाया। जिसके बाद पुलिस ने बालक की खोजबीन शुरू कर दी। इस दौरान कुछ ही घंटों में गुमानीवाला के निर्माणाधीन मकान से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। बालक ने पुलिस को बताया परिजन की डांट से नाराज होकर वह यहां पर छुप गया था। परिजन को बुलाकर बालक को उनके सुपुर्द कर दिया है।

अगले कुछ दिन का मौसम अपडेट लेकर ही करें सफर

उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में विशेषकर हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में उथला से मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना है, जबकि पर्वतीय जिलों में पाला परेशानी का कारण बन सकता है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहने का अनुमान लगाया है। लेकिन 18 के बाद एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के चलते गढ़वाल मंडल के पर्वतीय हिस्सों व कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ बागेश्वर जनपद में कहीं-कहीं हल्की से हल्की बारिश व बर्फबारी की संभावना जताई है।
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक घने कोहरे को लेकर प्रदेश के मैदानी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। वही पर्वतीय क्षेत्रों के लिए भी पाला पड़ने को लेकर येलो अलर्ट जारी है। जिसके चलते मौसम विभाग ने प्रदेश के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा छाने से यातायात में टकराव की स्थिति, ड्राइविंग की मुश्किल परिस्थिति, हवाई अड्डे पर लैंडिंग, टेक ऑफ को प्रभावित कर सकती है।
मौसम विभाग ने रेलवे, एयरलाइंस, परिवहन सेवाओं के संपर्क में रहने के सुझाव दिए हैं। कोहरे में वाहन चला रहे लोगों से फोग लाइट के इस्तेमाल करने को कहा है। साथ ही पर्वतीय जिलों में पौधों को ठंड के कारण नुकसान से बचाने के लिए लगातार हल्की सिंचाई करने खेतों के चारों ओर हवा के अवरोध, शेल्टरबेल्ट लगाने, हवा की गति कम करने व पाले मे सड़क पर सावधानी से वाहन चलाने का सुझाव दिया है। राज्य के कई शहरों में आज तापमान काफी कम रहा।
शुष्क मौसम के बावजूद मसूरी में न्यूनतम तापमान 2.1, रनीचौरी में माइनस 1.8, जॉली ग्रांट में 6.6, नैनीताल में 4.8, पिथौरागढ़ में 1.5, टिहरी में तीन, मुक्तेश्वर में 1.1, पंतनगर में 9.9, डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पहाड़ों में दिन में धूप के बावजूद सुबह शाम जबरदस्त ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में 16 जनवरी व नॉर्थवेस्ट भारत में 18 जनवरी के बाद दो ताजा पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी होंगे जिससे एक बार फिर मौसम बदलेगा।

लगातार बढ़ रहे मामलों ने चिंता बढ़ाई, आज मिले 3848

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को राज्य में 3848 नए मरीज मिले और दो संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या तीन लाख 67 हजार से अधिक हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 7440 पहुंच गया है। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या भी बढ़कर 14 हजार 892 हो गई है।
स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को देहरादून में 1362, नैनीताल में 719, हरिद्वार में 641, यूएस नगर में 412, अल्मोड़ा में 128, बागेश्वर में 75, चमोली में 63, चम्पावत में 67, पौड़ी में 168, पिथौरागढ़ में 50, रुद्रप्रयाग में 26, टिहरी में 109 और उत्तरकाशी में 28 नए मरीज मिले हैं। यूएस नगर और नैनीताल जिले के अस्पतालों में एक एक संक्रमित मरीजों की मौत हो गई है।
राज्य भर के अस्पतालों और होम आईसोलेशन से कुल 1184 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया गया जिससे एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 14892 हो गया है। शनिवार को विभिन्न लैब से कुल 27135 सैंपलों की रिपोर्ट आई जबकि 30 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 12.42 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 92 प्रतिशत से कम रह गई है। राजधानी देहरादून में छह हजार से अधिक एक्टिव मरीज हो गए हैं।

सीएमएस, एसपी देहात समेत 297 पॉजिटिव
रुड़की में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है। अकेले रुड़की में ही 237 मरीज मिले हैं। आसपास क्षेत्र में मिलाकर आंकड़ा 297 पहुंच गया। सिविल अस्पताल के सीएमएस, एसपी देहात भी संक्रमण की चपेट में आए हैं। कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब फिर से बढ़ते आंकड़े लोगों को डराने लगे हैं। शनिवार को जारी स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार रुड़की में 237 मरीज मिले हैं।
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल सहित अस्पताल के आठ कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। एसपी देहात परमेंद्र डोबाल और उनके साथ तैनात एक पुलिस कर्मी भी संक्रमण की चपेट में आए हैं। एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कालेज में 19 छात्र और कर्मचारियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई हे। डायट में तैनात पांच कर्मी भी कोरोना संक्रमित हुए है।

ऋषिकेश में कोरोना के 59 नए मामले आए
सरकारी अस्पताल ऋषिकेश में 252 लोगों ने आरटीपीसीआर जांच करायी थी, जिसमें 59 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एसएस यादव ने बताया कि शुक्रवार को आरटीपीसीआर सैंपल एम्स ऋषिकेश भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट शनिवार को मिली है। बताया कि 59 संक्रमितों में 49 को कोरोना किट उपलब्ध करा दी है। सभी को 10 दिन होमआइसोलेशन में रखा गया है।

कोरोना जांच को बढ़ने लगी भीड़
ऋषिकेश के सरकारी अस्पताल में कोरोना जांच कराने वालों की भीड़ बढ़ने लगी है। मामूली खांसी जुकाम वाले भी जांच के लिए आ रहे हैं। लैब टैक्निशियन भूपेंद्र फर्सवाण ने बताया कि पिछले तीन दिन से जांच कराने वालों का आंकड़ा 250 के पार जा रहा है। शनिवार को भी 275 लोगों ने आरटीपीसीआर कराया। ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को लेकर लोग जागरूक हो रहे हैं।

दल बदल को तैयार बैठे है सियासी कद्रदान

कांग्रेस पार्टी में पहली सूची जारी होने से पहले ही नैनीताल में पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है। इस सीट से दावेदारी पेश कर रही पूर्व विधायक और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकती हैं। सरिता आर्या ने कहा है कि अगर पार्टी में सम्मान नहीं मिलेगा तो उनके सामने दूसरे विकल्प खुले हैं। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार देर रात उनकी भाजपा नेताओं से मुलाकात हुई। इस मुलाकात में भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक मौजूद थे।
शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे डालनवाला स्थित भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के फ्लैट में यह मुलाकात करीब एक घंटे चली। बताया जा रहा है कि भाजपा सरिता आर्य को नैनीताल विधानसभा सीट से प्रत्याशी बना सकती है। सरिता कांग्रेस से टिकट की दावेदारी पेश कर चुकी हैं, लेकिन इस सीट पर विधायक रहे संजीव आर्य को पार्टी हाईकमान पहले ही प्रत्याशी बनाने का वादा कर चुका है। संजीव के पार्टी में आने के बाद से ही सरिता आर्य के तेवर तल्ख हैं। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्हें मनाने के प्रयास किए, लेकिन वह टिकट से इतर कुछ भी मानने को तैयार नहीं है। बताते चलें कि सरिता आर्य वर्ष 2012 के चुनाव में विधायक बनीं थीं। जबकि वर्ष 2017 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वर्तमान में सरिता प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।
सूत्र बताते हैं कि ऐसा रणनीति के तहत किया जा रहा है, ताकि टिकट मिलने के बाद किसी के पाला बदलने से फजीहत न हो। कुछ सीटों पर पार्टी अब भी किसी के आने का इंतजार कर रही है। वहीं महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य कहा है कि अगर पार्टी में सम्मान नहीं मिलेगा तो उनके सामने दूसरे विकल्प खुले हैं। मीडिया के सवाल पर आज कांग्रेस मुख्यालय में उन्होंने कहा वह भाजपा का भी दामन थाम सकती हैं।
वहीं एक और बयान में पूर्व विधायक और प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सरिता आर्य ने कहा डालनवाला स्थित जिस बिल्डिंग की बात कही जा रही है, उसमें दूसरे लोग भी रहते हैं। मैं फ्लैट संख्या 27 में शुक्रवार रात अपने एक रिश्तेदार से मिलने गई थी। कांग्रेस पार्टी छोड़ने का मेरा कोई इरादा नहीं है। मुझे तो बाद में पता चला, इस बिल्डिंग में भाजपा के कोई नेता भी रहते हैं।

भाजपा जल्‍द करेगी प्रत्‍याशियों की लिस्‍ट जारी

उत्तराखंड भाजपा मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक हुई। बैठक में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशी चयन को दावेदारों के पैनल पर चर्चा की गई। मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने शनिवार को कोर ग्रुप की बैठक के बाद कहा कि वह खटीमा से चुनाव लड़ेंगे। उन्‍होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी जल्‍द ही प्रत्‍याशियों की सूची भी जारी करेगी। बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी ने बताया कि बैठक में चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई और बदली परिस्थितियों में चुनाव प्रचार किस तरह होगा, इसकी रणनीति तय की गई। इसके अलावा चुनाव से सम्बंधित अन्य विषयों पर भी विमर्श किया गया। उधर, सूत्रों ने बताया कि बैठक में विधानसभा सीटों के लिए तैयार पैनल पर भी विमर्श हुआ और सूची को शार्टलिस्ट किया गया।

रविवार को पार्टी नेतृत्व को सौंपी जाएगी दावेदारों के पैनल की सूची
बैठक के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि दावेदारों के पैनल की सूची रविवार को दिल्ली में पार्टी नेतृत्व को सौंपी जाएगी। वहां रविवार को पार्टी के केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक भी है। उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन के मद्देनजर सभी 70 सीटों के लिए पैनल को अंतिम रूप दे दिया गया। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में समिति की बैठक करीब डेढ़ घंटे चली। अब यह पैनल दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड को सौंपा जाएगा, जो टिकट का निर्धारण करेगा।
बैठक में केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत व विजय बहुगुणा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र भंडारी व सुरेश भट्ट, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज व धन सिंह रावत, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल आदि मौजूद हैं।

कांग्रेस ने उत्तराखंड में भी लागू किया एक परिवार एक सीट का फार्मूला

कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर सहमति बनाकर संभावित उम्मीदवारों का पैनल तय कर लिया है। संभावना है कि शनिवार देर रात तक पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। पार्टी फिलहाल 40 नामों की ही घोषणा करने जा रही है।

सीटिंग विधायकों का नाम पहली सूची में
स्क्रीनिंग कमेटी के बाद कांग्रेस ने राज्य की 70 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार पहली सूची में सीटिंग विधायकों के अलावा पिछले चुनाव में एक या दो हजार वोट के अंतर से हारे नेताओं का नाम शामिल रहेगा। इसके गणेश गोदियाल, प्रीतम सिंह, यशपाल आर्य, संजीव आर्य समेत कुछ नाम ऐसे हैं, जिन पर किसी को कोई संशय नहीं है। इस सूची में उन नेताओं का नाम भी शामिल हो सकता है, जो बुरे दौर में भी पार्टी के साथ मजबूती के साथ खड़े रहे। इनमें कई पूर्व विधायकों और मंत्रियों का नाम शामिल है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि स्क्रीनिंग कमेटी की अब तक तीन बैठकें हो चुकी हैं, जो बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई हैं। राज्य की 70 विधानसभा सीटों में से अधिकांश सीटों पर एक उम्मीदवार और कुछ सीटों पर दो उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर लिया गया है। जिसे शनिवार को सीईसी के सामने रखा जाएगा। शनिवार देर शाम तक पहली लिस्ट आ सकती है।

कांग्रेस ने उत्तराखंड में भी लागू किया एक परिवार एक सीट का फार्मूला
कांग्रेस नेतृत्व ने एक परिवार एक सीट का फार्मूला उत्तराखंड में भी लागू किया है, लेकिन भाजपा से लौटे आर्य परिवार की दोनों सीटें वर्तमान विधायक के नाते पक्की मानी जा रही हैं। ऐसे में हरीश रावत लड़ेंगे तो बेटे आनंद और बेटी अनुपमा का टिकट फंस जाएगा। किशोर उपाध्याय पर भी नेताओं की अलग-अलग राय है। लिहाजा उन पर भी फैसला नेतृत्व को लेना है।

फ्लैग मार्च निकालकर पुलिस ने दिया निर्भिक मतदान का संदेश

विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के दौरान निर्भिक मतदान को लेकर बीएसएफ और पुलिस के जवानों ने संयुक्त रूप से फ्लैग मार्च निकाला। जनता को संदेश दिया कि मतदान निर्भिकता से करें। किसी भी राजनीतिक दल के दबाव में नहीं आएं। सुरक्षा के लिए पुलिस सदैव आपके साथ है।
शनिवार को संयुक्त यात्रा रोडवेज बस अड्डा परिसर से रिटर्निंग ऑफिसर और एसडीएम अपूर्वा पांडेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंढियाल, तहसीलदार डॉ. अमृता रावत और बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंड संतोष कुमार के नेतृत्व में फ्लैग मार्च शुरू हुआ। जो चंद्रभागा पुल से चंद्रेश्वरनगर, हरिद्वार रोड, मेन बाजार, घाट रोड से घाट चौक होते हुए रेलवे रोड, हीरालाल मार्ग, देहरादून मार्ग स्थित कोतवाली पहुंचकर संपन्न हुई। फ्लैग मार्च में बीएसएफ की एक कंपनी और पुलिस के जवान कदम ताल करते हुए आगे बढ़ रहे थे। पुलिस के शक्ति प्रदर्शन का उद्देश्य आम जन को निष्पक्ष के साथ निर्भिक होकर मतदान करने का रहा। सीओ ढौंढियाल ने बताया कि फ्लैग मार्च के माध्यम से जनसंदेश दिया कि निर्भिक होकर मतदान करें। किसी भी दल के नेता के जबरदस्ती मतदान के लिए धमकाने की शिकायत तत्काल पुलिस को करें। फ्लैग मार्च में कोतवाल रवि कुमार सैनी, एसएसआई डीपी काला, एसआई त्यागी अरुण त्यागी, रामनरेश शर्मा मौजूद रहे।

चुनाव आयोग ने इंडोर मीटिंग की अनुमति दी, लेकिन 22 तक रैली और रोड शो की मनाही

चुनाव आयोग ने 22 जनवरी तक चुनावी राज्यों, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में चुनावी रैलियों और रोड शो पर रोक लगा दी है। हालांकि, आयोग ने पार्टियों और उम्मीदवारों को कुछ राहत देते हुए इंडोर मीटिंग की अनुमति दी, लेकिन इसमें शर्त होगी कि इन बैठकों में केवल 300 लोग या फिर हॉल या वेन्यू की 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही मीटिंग कर सकते हैं।
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को अधिकतम 300 व्यक्तियों या 50 प्रतिशत हॉल की क्षमता के साथ इनडोर बैठकें आयोजित करने की अनुमति दी है। आयोग ने राजनीतिक दलों को आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों और कोविड-19 पर व्यापक दिशानिर्देशों का पालन करने का भी निर्देश दिया।
चुनाव आयोग ने राज्य और जिला प्रशासन को चुनाव आचार संहिता और महामारी नियंत्रण उपायों से जुड़े सभी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
8 जनवरी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड मणिपुर, गोवा और पंजाब के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए, चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक सार्वजनिक रैलियों, रोड शो और इसी तरह के फिजिकल प्रचार कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने का एक अभूतपूर्व कदम उठाया था। अब यह प्रतिबंध एक और हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है।
आयोग ने चुनाव प्रचार के लिए 16-सूत्रीय दिशानिर्देशों को भी लिस्टेड किया था, जिसके तहत सार्वजनिक सड़कों और चौराहे पर श्नुक्कड़ सभाओंश् (कोने की बैठकों) पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इसमें डोर-टू-डोर कैंपेन के लिए लोगों की संख्या को पांच तक सीमित कर दिया गया था। साथ ही मतगणना के बाद प्रत्याशीओं के विजय जुलूसों पर भी रोक लगा दी गई।

पूर्व मुख्यमंत्री के घर विधायकों का जमावड़ा

उत्तराखंड में सर्दी सितम ढहा रही है। धूप निकलने के बाद भी लोग ठिठुर रहे हैं, लेकिन सियासत यहाँ गर्म है। सियासत की ये गर्मी दिखाई दी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के डिफेंस कॉलोनी आवास पर। जहां भाजपा के करीब 9 विधायक उनसे मिलने पहुंचे थे। ये वो विधायक थे जो आजकल चर्चाओं में है।
जिनमें टिहरी से भाजपा के सीटिंग विधायक धन सिंह नेगी, पौड़ी से मुकेश कोली, लैंसडाउन से दलीप सिंह रावत, प्रताप नगर से विजय सिंह पवार, नानकमत्ता से प्रेम सिंह राणा, रुद्रप्रयाग से भरत चौधरी शामिल रहे। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत से मुलाकात करने वाले अधिकतर विधायक ऐसे हैं कि जिनके टिकट काटे जाने को लेकर संगठन में चर्चाएं जोर शोर से चल रही है।
आपको बता दें कि कल शनिवार को भाजपा कोर ग्रुप की बैठक होनी है। जिसमें उम्मीदवारों के चयन को लेकर विस्तृत चर्चा होगी। जिला पदाधिकारियों के फीडबैक को लेकर भी इस में चर्चा की जाएगी। ऐसे में यह कहा जाये कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से मिलकर यह सभी विधायक अपने कटते हुए टिकट को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।