समाजसेवी नेगी को उत्तराखण्डी अचीवर्स अवार्ड

स्वास्थ्य, शिक्षा एवं लोक संस्कृति में उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉ राजे नेगी को उत्तराखण्डी अचीवर्स अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ नेगी ने कार्यक्रम आयोजकों को धन्यवाद देते हुए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में मिले विशिष्ट सम्मान को अपने माता-पिता और परिवार को सर्मपित किया है। कहा कि,परिजनों की प्रेरणा के बूते ही वह आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
उल्लेखनीय है कि इम्ब्लीस टेलेंट मैनेजमेंट के द्वारा आईआरडीटी ऑडिटोरियम में उत्तराखंडी अचीवर्स अवार्ड समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि कबीना मंत्री गणेश जोशी एवं पूर्व राज्य मंत्री भाजपा नेता करन बोहरा ने किया। ऋषिकेश से समाजसेवी डॉ राजे नेगी को स्वास्थ्य, शिक्षा एवं लोक संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु बेस्ट सोशियल वर्कर के लिए उत्तराखण्डी अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर कार्यक्रम सयोंजक इम्ब्लीस की डायरेक्टर ख्याति शर्मा, आलोक शर्मा एवं पूर्व राज्य मंत्री करन बोहरा ने समाजसेवी डॉ राजे नेगी को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।

सरकारी अस्पताल ऋषिकेश में सीटी स्कैन मशीन को दी वित्तीय स्वीकृति

अब उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश में सीटी स्कैन की सुविधा मरीजों को मिलेगी। कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने सीटी स्कैन मशीन के लिए वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। मंत्री अग्रवाल ने उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश में सीटी स्कैन मशीन को वित्तीय स्वीकृति मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत का आभार व्यक्त किया।
मंगलवार को प्रेस जारी करते हुए मंत्री डॉ अग्रवाल ने बताया कि ऋषिकेश का उप जिला चिकित्सालय स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम स्थान रखता है। बताया कि यहां ऋषिकेश नगर के अलावा छिद्दरवाला, रायवाला, भानियावाला, रानीपोखरी, मुनिकीरेती, ढालवाला, नरेंद्रनगर, तपोवन, शिवपुरी, ब्यासी, स्वर्गाश्रम, यमकेश्वर सहित अन्य क्षेत्रों के मरीज व तिमारदार आते है।
डॉ अग्रवाल ने बताया कि यहां प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में मरीज पहुंचते हैं। ऐसे में उप जिला चिकित्सालय में सभी सुविधाएं मिल सके, इसके लिए उनकी ओर से सदैव प्रयास किया गया। डॉ अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत हो सकें, इसके लिए व्यापक कार्य कर रहीं हैं।
डॉ अग्रवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के रूप में उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश में सीटी स्कैन मशीन के लिए 6 करोड़ 72 लाख 65 हजार 970 रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। डॉ अग्रवाल ने कहा कि उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश में सीटी स्कैन की सुविधा मिलने पर मरीजों को सरकारी दरों में इसका लाभ मिलेगा। इससे उन्हें बाहर निजी लैब में लगने वाले अधिक खर्च से बचत होगी।

हरितालिका तीज कार्यक्रम में मंत्री अग्रवाल ने किया प्रतिभाग

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने गोर्खाली समाज की ओर से आयोजित हरितालिका तीज कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने सभी गोर्खाली समाज की व्रती महिलाओं को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर साहब नगर स्थित हिमालय माता मंदिर में हॉल के निर्माण के लिए विधायक निधि से पांच लाख रुपए देने की घोषणा भी की।
रविवार को साहब नगर में आयोजित गोर्खाली महिला हरितालिका तीज महोत्सव कार्यक्रम में डा. अग्रवाल बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया। डा. अग्रवाल ने कहा कि हरितालिका तीज का विशेष महत्व है। गोर्खाली समाज की महिलाओं को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। कहा कि इस व्रत से महिलाओं को सुहागिनी होने का गौरव प्राप्त होता है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि हरितालिका तीज भगवान शिव और पार्वती जी को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि मां पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए 107 बार तप व व्रत लिया था, 108वीं बार तप और व्रत में उन्हें भगवान शिव पति के रूप में प्राप्त हुए थे।
डा. अग्रवाल ने कहा कि गोर्खाली समाज की महिलाओं सहित अन्य समुदाय के लोगों में भी अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए इस व्रत को लिया जाता हैं। इस मौके पर उन्होंने महिलाओं को हरितालिका तीज की बधाई दी।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, गोर्खाली सभा अध्यक्ष किशन थापा, तीज कमेटी अध्यक्ष संगीता गुरुंग, दिल बहादुर खत्री, विष्णु थापा, प्रधान सोबन कैंतुरा, सरदार बलविंदर सिंह, दीपक थापा, अम्बर गुरुंग, अमर खत्री, समा पंवार, विमला नैथानी, लक्ष्मी गुरुंग, अनिता प्रधान, माया घले, हरीश कक्कड़, पूजा घले, संजना भंडारी, हिमालय देवी मंदिर समिति आदि गोर्खाली सुधार सभा छिद्दरवाला की महिलाएं उपस्थित रही।

रेलवे प्रोजेक्ट का पहला गूलर से शिवपुरी टनल ब्रेक थ्रू का हुआ शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के अंतर्गत रेलवे प्रोजेक्ट का पहला गूलर से शिवपुरी टनल ब्रेक-थ्रू का दीपक प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रधानमंत्री जी का सपना है। उन्होंने इस महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतारने के लिए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रधानमंत्री जी का सपना है कि वर्ष 2024 तक समयान्तर्गत रेलवे लाइन का कार्य हो जाये, प्रधानमंत्री द्वारा लगातार रेलवे लाइन का अपडेट लिया जा रहा है। पहाड़ों में रेलवे लाइन का काम काफी कठिन होने के बावजूद आगे भी सफलतापूर्वक करने के लिए उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि और भी रेलवे लाइनों, सड़को के निर्माण हेतु स्वीकृति मिल चुकी हैं, जिन पर शीघ्र ही कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है और उनके मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में भी सभी क्षेत्रों में विकास कार्य तीव्र गति से हो रहे है। इस बार प्रदेश में लगभग 04 करोड़ कांवडियों ने यात्रा की है, जबकि चारधाम में अभी तक लगभग 30 लाख श्रद्धालुओं/ पर्यटक पहुंचे हैं।

कैबिनेट मंत्री एवं जनपद प्रभारी मंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्ग दर्शन में सभी क्षेत्रों में विकास कार्य निरन्तर हो रहे है। प्रधानमंत्री जी द्वारा पहाड़ों में रेल पहुंचाने के कार्यों को साकार रूप दिया जा रहा है।

काबीना मंत्री सुबोध उनियाल ने इस योजना में अपनी भूमि देने वाले लोगों का और इस परियोजना में कार्य कर रहे सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
मुख्य परियोजना अधिकारी रेलवे अजित सिंह यादव ने बताया कि ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल लाइन की दूरी 125 किमी है, जिसमें से 104 किमी में 17 टनल बनेंगी। इस रेल लाईन में जन्दासू देवप्रयाग सौड़ सबसे लम्बी सुरंग होगी जो लगभग साढे चौदाह किमी होगी। बताया कि रेलवे के कार्यों में आधुनिकतम मशीनों का इस्तमाल किया जा रहा है, सभी टनल का कार्य समय अंतर्गत पूरा कर लिया जाएगा।

इस मौके पर आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार,डीआईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, सहित अन्य रेलवे के अधिकारी, जनपद स्तरीय अधिकारी, जन प्रतिनिधि मौजूद रहे।

अतिवृष्टि में 13 लोग लापता, तलाश जारी, भारी नुकसान का आंकलन

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश मुसीबत बनती जा रही है। बरसात के बाद उत्तराखंड में आपदा जैसे हालात हैं। बरसात के बाद मलबे में दबकर टिहरी जिले में तीन और पौड़ी जिले में भी एक व्यक्ति की मौत हुई। देहरादून में अतिवृष्टि के बाद पांच सहित प्रदेशभर में 13 लोग लापता हो गए हैं। मलबे में करीब एक दर्जन मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। कई जिलों में नालों के उफान पर आने के बाद सड़कें भी बह गईं हैं।
भारी बरसात के बाद गंगा, काली, सरयू आदि नदियां उफान पर हैं। भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे सहित प्रदेशभर में कई सड़कें बंद हो गईं हैं। नदियों के उफान पर आने से प्रशासन ने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया है। बरसात के बाद भूस्खलन से कई मकान भी मलबे में दब गए हैं।
अतिवृष्टि से देहरादून, पौड़ी, टिहरी, चमोली, पिथौरागढ़ आदि जिलों में नुकसान हुआ है। प्रशासन द्वारा राहत व बचाव का कार्य किया जा रहा है। लेकिन, खराब मौसम प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो रही भारी वर्षा के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के बारे में आपदा प्रबंधन विभाग से जानकारी ली। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार कार्य कर रही हैं।

देहरादून में देहरादून में अतिवृष्टि से सरखेत में भारी नुकसान
शनिवार तड़के देहरादून और आसपास के इलाकों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। मालदेवता के सरखेत में बादल फटने जैसे हालात हैं। यहां तड़के कई घरों में मलबा और पानी भर गया। एक रिसोर्ट परिवार के महिलाओं बच्चों समेत कुछ लोग फंस गए। वहीं रायपुर-थानो रोड पर क्रिकेट स्टेडियम के पास सौंग नदी में बना पुल बह गया। इससे एक कार और तीन स्कूटी सवार नदी में जा गिरे। गनीमत रही कि उन्हें समय रहते रेस्क्यू कर लिया गया। घायल आठ लोगों को जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रेमनगर नदी में एक मजदूर को भी एसडीआरएफ की टीम ने बचाया। वहीं टपकेश्वर मंदिर क्षेत्र में भी तमसा नदी उफान पर है। यहां मंदिर परिसर में भी पानी घुस गया है। एसडीआरएफ़ के मुताबिक आपदा कंट्रोल रूम देहरादून द्वारा बताया गया कि एक व्यक्ति ने पौने तीन बजे बताया गया कि ग्राम सरखेत रायपुर में बादल फट गया है। कई लोग फंसे हैं। पोस्ट सहस्त्रधारा से निरीक्षक अनिरुद्ध भंडारी अपनी टीम के साथ रवाना हुए। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मार्ग मालदेवता पर बाधित मिला। वाहन के किसी सूरत में आगे न जाने की सूरत में टीम द्वारा बिना वक़्त गवाये तत्काल पैदल ही आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया।
घटनास्थल पर पहुंचकर पता चला कि बादल फटने के कारण नदी एवं कुवा खाला में ज्यादा पानी आने से ग्राम सरखेत में कुछ मकानों में पानी घुस आया। टीम द्वारा ग्राम सरखेत में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित कर दिया गया है। किसी भी प्रकार की जनहानि नही हुई है। चार-पांच किलोमीटर आगे कुछ लोग रिसॉर्ट में रुके हुए थे।
फोर्ट बेनियन रिसॉर्ट्स से करीब 20 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। उन्हें पंचायत भवन तक एसडीआरएफकी टीम ले आई है। रेस्क्यू अभियान अभी जारी है। उधर, भारी बारिश के कारण सुबह शिक्षा विभाग ने स्कूल बंद रखने का आदेश सोशल मीडिया में जारी किया। हालांकि कई स्कूल जहां खुले हैं, वहीं कुछ ने बंद किया। कई जगह स्कूल से बच्चों को लौटाया गया।

टिहरी में भारी बारिश के बाद नुकसान
तहसील धनोल्टी के कुमाल्डा मालदेवता क्षेत्र में भारी वर्षा व अतिवृष्टि से नुकसान की सूचना है। राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्र भुत्शी और लॉर्खा में अतिवृष्टि के कारण लोगों का काफी नुकसान बताया जा रहा है। जनमानस की किसी भी प्रकार से हानि नहीं हुई है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। तौलिया काटल तहसील धनोल्टी क्षेत्रान्तर्गत कुमालड़ा, मालदेवता, भुत्सी, ल्वार्खा, सीतापुर में अतिवृष्टि से क्षति की सूचनाएं प्राप्त हो रही है।
क्षेत्र के लिए डीएम, एसडीएम व एडीएम रवाना हुये हैं, साथ ही जल संस्थान व विद्युत विभाग की टीम कुमालड़ा के लिए रवाना हुई है। सिंचाई विभाग की टीम भी रवाना। सोंग नदी के उफान से इंटर कॉलेज रगड़ गांव व मार्केट में नुकसान की सूचना। 12 गांवो को जोड़ने वाले पुल को भी नुकसान। 3 परिवारों को सिप्ट किया गया है। नरेंद्रनगर से रानीपोखरी जाने वाला स्टेट हाईवे 77 किमी 1, 5, 6 व 7 के पास बंद हो गया है।
थाना नरेंद्रनगर से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीटीसी नरेंद्रनगर, हिंडोलाखाल और तचिला चाचा-भतीजा होटल के पास एनएच 94 बंद होने के कारण ट्रैफिक आगरखाल में रोका गया है। सकलाना पट्टी के ग्राम पंचायत कुमालडा, भरवा काटल और ग्राम पंचायत धौलागिरी के सीतापुर में भारी बारिश से नुकसान बताया जा रहा है। यहां पर भगवान सिंह पंवार की सरकारी गल्ला विक्रेता की दुकान, दुकान में भरा हुआ राशन और एक मोटरसाइकिल बहने की सूचना है।

एडीजी भर्ती मेजर जनरल एनएस राजपुरोहित ने किया सेना भर्ती रैली का दौरा

एडीजी भर्ती मेजर जनरल एनएस राजपुरोहित ने एआरओ लैंसडाउन के अंतर्गत 7 जिलों के लिए, कोटद्वार में हो रही सेना भर्ती रैली का दौरा किया। मेजर जनरल राजपुरोहित ने रैली के दूसरे दिन की पहले दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और रैली की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। चमोली जिले की 4 तहसीलों और जिला उत्तरकाशी की 3 तहसीलों के 5943 उम्मीदवारों ने दूसरे दिन उपस्थित होने के लिए पंजीकरण कराया था। इसमें कुल 4948 उम्मीदवार उपस्थित हुए थे।
बारिश से होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। नागरिक प्रशासन द्वारा असेंबली एरिया और मार्शलिंग एरिया में 6000 उम्मीदवारों और 3000 उम्मीदवारों को समायोजित करने के लिए आधुनिक आश्रयों की स्थापना की गई है। इसके अलावा बारिश की स्थिति में रैली आयोजित करने के लिए अधिकतम उपाय किए गए हैं।
बारिश के मद्देनज़र रैली में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के परिवहन और आवाजाही में आसानी के लिए नागरिक प्रशासन द्वारा रैली स्थल के निकास पर बसों की भी व्यवस्था की गई है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड राज्य में कुल 63360 उम्मीदवारों ने अग्निवीर सैनिक सामान्य ड्यूटी, तकनीकी, क्लर्क/एसकेटी, ट्रेड्समैन की विभिन्न श्रेणियों के तहत पंजीकरण कराया है।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट में सर्किल रेट बढ़ाने की मांग

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आज दिल्ली में मुलाकात कर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने उन्हें ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट के अंतर्गत श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में परियोजना प्रभावितों को सर्किल रेट बढ़ाकर मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने रेलवे मंत्री से लारा कोर्ट के निर्णयों को लागू करने एवं प्रभावित परिवारों के सभी भाईयों को मुआवजा देने व श्रीनगर में अंशिक क्षतिग्रस्त मकानों को भी मुआवजा देने की मांग की। इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्री से प्रदेश की ग्राम पंचायतों को भारत नेट प्रोजेक्ट से जोड़ने का भी आग्रह किया। जिस पर केन्द्र रेलवे मंत्री ने सकारात्मक रूख अपनाते हुये कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। इससे पहले कैबिनेट मंत्री डॉ0 रावत ने नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार मुलाकात की।
रावत ने केन्द्रीय रेलवे मंत्री से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना पर विस्तृत चर्चा कर परियोजना प्रभावितों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में सर्किल रेट की दर बढ़ाकर नये सर्किल रेट पर परियोजना प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की। रावत ने बताया कि रेलवे परियोजना से प्रभावित लोग उचित मुआवजे से वंचित हैं। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री के समक्ष लारा कोर्ट के फैसलों के तहत प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग भी रखी। इस दौरान रावत ने केन्द्रीय रेलवे मंत्री के समक्ष प्रभावित परिवार के एक ही व्यक्ति को मुआवजा देने का मुद्दा रखा, उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था से परिवार के अन्य भाईयों को मुआवजा नहीं मिल पा रहा है, जिस पर रावत ने केन्द्रीय मंत्री से प्रभावित परिवार के सभी भाईयों को मुआवजा आवंटित करने की मांग की। श्रीनगर, स्वीत एवं अन्य जगहों पर आंशिक एवं पूर्ण क्षतिग्रस्त मकानों का मुआवजा दिये जाने की मांग भी केन्द्रीय मंत्री के समक्ष रखी साथ ही
उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को उत्तराखंड प्रवास पर आने के लिये आमंत्रित किया। प्रदेश की पंचायतों को हाई स्पीड इंटरनेट से जोड़ने के लिये डॉ. रावत ने केन्द्रीय मंत्री से उत्तराखंड में भी भारत नेट प्रोजेक्ट शुरू करने की बात कही। रावत ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सकारात्मक रूख अपनाते हुये रेलवे परियोजना से प्रभावितों की समस्याओं को दूर करने एवं उचित मुआवजा देने के लिये शीघ्र कार्यवाही करने का भरोसा दिया। इससे पहले कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने नव निर्वाचित उपराष्ट्रपति से शिष्टाचार मुलाकात की। इस अवसर उन्होंने उपराष्ट्रपति को राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने की जानकारी दी और प्राथमिक स्तर पर बालवाटिका संचालित करने सहित भविष्य की योजनाओं से अवगत कराया।

आपदा प्रभावितों को खाद्यान्न, पेयजल और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून के रायपुर व थानो क्षेत्र के विभिन्न आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण के बाद सचिवालय में आपदा प्रबन्धन कन्ट्रोल रूम में आपदा से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबन्धन के साथ ही आपदा से जुड़े अन्य उच्चाधिकारियों के साथ भी स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने पौड़ी, टिहरी एवं अल्मोड़ा आदि जनपदों के जिलाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता कर अतिवृष्टि से जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लापता लोगों को ढूढ़ने, रास्तों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के साथ ही प्रभावितों को खाद्यान्न पेयजल तथा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री के निर्देश पर वाडिया इंस्ट्यिट एवं हेस्को द्वारा भी अपनी टीम के साथ किया आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया। टीम द्वारा प्रतिवर्ष आपदा से होने वाले नुकसान को रोकने के सम्बन्ध में भी अपने सुझाव मुख्यमंत्री को देगी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि खाद्यान्न, दवाइयां, ईंधन आदि आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को एक बार फिर से चेक कर लिया जाए। संचार नेटवर्क में कोई समस्या न आए इसके लिये मोबाईल ऑपरेटर कम्पनियों से लगातार समन्वय रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने ऐसा सिस्टम बनाने को कहा कि राज्य मुख्यालय से प्रसारित सूचना सीमांत क्षेत्रों तक अविलंब पहुंच जाए। सभी विभागीय सचिव और विभागाध्यक्ष आपदा की दृष्टि से अपने-अपने विभागों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करे। आपदा की स्थिति में प्रभावितों के रहने के लिये चिन्हित भवनों और स्थानों का फिर से सुरक्षा की दृष्टि से परीक्षण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, लोगों को आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए। जिन इन क्षेत्रों में पेयजल एवं विद्युत की आपूर्ति बाधित हुई है उन क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल की जल्द सुचारू व्यवस्थाएं की जाय। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवागमन को सुचारू करने के लिए शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। इसके लिये नदियों व बरसाती नालों के चौनलाइजेशन पर भी ध्यान दिया जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं कर रही हैं। राज्य सरकार सेना से भी संपर्क में हैं। अगर हेलीकॉप्टर की अवश्यकता पड़ी तो सेना से भी मदद ली जाएगी। स्टेट के हेलीकॉप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में घायल हुए लोगों को मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया है। उन्होंने स्वयं मैक्स अस्पताल जाकर घायलों का हाल चाल जाना तथा उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उन्होंने बताया कि इस आपदा में अब तक चार लोगों की मृत्यु हुई है। 13 लोग घायल हुए हैं तथा 12 लोग लापता है। 5 गौशाला क्षतिग्रस्त हुई हैं तथा 78 पशु हानि हुई है।
बताया गया कि पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही हैं। भूस्खलन से रास्ते बंद होने पर तुरंत खोलने के लिए विभिन्न स्थानों पर जेसीबी आदि लगाई गयी हैं।
इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबन्धन रणजीत सिन्हा, अपर सचिव रिद्धिम अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि से प्रभावित टपकेश्वर मन्दिर क्षेत्र का भी स्थलीय निरीक्षण किया तथा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को भविष्य में आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने की कार्ययोजना पर ध्यान देने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने टपकेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की भी कामना की।

मौके पर पहुंचकर सीएम ने जानी प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थानो, कुमाल्डा एवं उसके आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर गढ़वाल एवं जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। उनके लिए भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था की जाय।
मुख्यमंत्री ने जेसीबी से आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, लोगों को आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए। जिन इन क्षेत्रों में पेयजल एवं विद्युत की आपूर्ति बाधित हुई है उन क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल की जल्द सुचारू व्यवस्थाएं की जाय।
थानों मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवागमन को सुचारू करने के लिए शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं कर रही हैं। विधायकगण अपने क्षेत्रों में हर स्थिति पर निगरानी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री विधायकगणों से फोन पर वार्ता कर हर स्थिति का जायजा ले रहें हैं। सेना से भी संपर्क में हैं। अगर हेलीकॉप्टर की अवश्यकता पड़ी तो सेना से भी मदद ली जाएगी। स्टेट के हेलीकॉप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है।
इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रीतम सिंह पंवार, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी टिहरी डॉ. सौरभ गहरवार, एसएसपी टिहरी नवनीत सिंह भुल्लर एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।

सितम्बर से गंगा में फिर शुरु होगी राफ्टिंग

ऋषिकेश में राफ्टिंग का बेसब्री से इंतजार करने वाले लोगों के लिए एक सितंबर से तीर्थनगरी में राफ्टिंग के संचालन पर लगी रोक हट जाएगी। जिसके बाद आप एक बार फिर राफ्टिंग का लुत्फ उठा सकते है।
आपको बता दें कि यहां 280 राफ्टिंग कंपनियां हैं और 575 राफ्टों का संचालन उन कंपनियों के तहत किया जाता है। ऋषिकेश में क्लब हाउस से राम झूला तक की राफ्टिंग की जाती है जो कि 9 किलोमीटर की दूरी तय करती है और इसका प्रति व्यक्ति रेट 600 है। ब्रह्मपुरी से रामझूला तक भी 600 प्रति व्यक्ति रेट है और यह भी 9 किलोमीटर की दूरी तय करती है। शिवपुरी से राम झूला तक 15 किलोमीटर की दूरी के हजार रुपए हर एक व्यक्ति से चार्ज किए जाते हैं। शिवपुरी से मरीन ड्राइव तक 10 किलोमीटर की राफ्टिंग में हर व्यक्ति से 600 रुपए चार्ज किए जाते हैं।
कोडियाला से राम झूला तक 35 किलोमीटर की राफ्टिंग में 2500 चार्ज किए जाते हैं तो वहीं कोडियाला से शिवपुरी तक 20 किलोमीटर की राफ्टिंग में हर व्यक्ति से 1500 रुपए लिए जाते हैं। बता दें कि कोडियाला से राम झूला तक तकरीबन 35 किलोमीटर के रास्ते में गंगा के सबसे अधिक खतरनाक और रोमांचक रैपिड पड़ाव पड़ते हैं और पर्यटक इनका खूब आनंद लेते हैं। ऋषिकेश में गंगा घाटी के कोडियाला मुनिकीरेती इको जोन में 1 जुलाई से मानसून के चलते रिवर राफ्टिंग का संचालन नहीं हो रहा है।
राफ्टिंग एक्टिविटी 1 जुलाई से 31 अगस्त तक बंद रहती है। ऐसे में राफ्टिंग के शौकीनों को दो माह का लंबा इंतजार करना पड़ता है। इस साल सीजन में जुलाई तक 5 लाख से ज्यादा सैलानी ऋषिकेश में राफ्टिंग का लुत्फ उठा चुके हैं। इससे करीब 25 हजार से ज्यादा परिवारों की आजी​विका चल रही है। मगर अब बरसात के बाद नए सत्र में राफ्ट एक बार फिर से गंगा नदी में उतरेंगे और लंबे समय के बाद पर्यटक राफ्टिंग का मजा ऋषिकेश में ले सकते हैं।