उत्तराखंडः चार गरम पानी के प्याऊ को वित्त मंत्री ने किया रवाना

वित्त मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया तथा देवभूमि उत्तरांचल विकास समिति की ओर से चार गरम पानी के प्याऊ को रवाना किया।

विधानसभा स्थित कार्यालय से रवाना करते हुए मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि सुगम्य चार धाम मिशन के तहत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया तथा देवभूमि उत्तरांचल विकास समिति का संयुक्त प्रयास सराहनीय है। कहा कि यह चार गर्म पानी के प्याऊ उत्तराखंड में आने वाले देव तुल्य श्रद्धालुओ खासकर ज्यादा उम्र के एवं बच्चों के लिए मददगार होगा।

डॉ अग्रवाल ने बताया कि माँ पूर्णागिरी मंदिर चंपावत, माँ दुनागिरी मंदिर द्वाराहाट, भगवान बद्रीनाथ धाम चमोली और माता गंगोत्री धाम उत्तरकाशी में यह गर्म पानी के प्याऊ लगाए जाएंगे। बताया कि इन सभी स्थानों पर ज्यादा ऊंचाई होने से मौसम साल के अधिक समय अत्यंत ठंडा रहता है।

बताया कि यहाँ श्रद्धालुओं को ऊंचाई के चलते सांस लेने में मुश्किल आती है। यह गर्म पानी के प्याऊ मददगार बनेंगे। इससे श्रद्धालुओं को अत्यंत आराम मिलेगा।

इस मौके पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के डीजीएम लोक नाथ साहू, देव भूमि उत्तरांचल विकास समिति के अध्यक्ष आशीष गिरी, विपिन यादव तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

नाबालिग जच्चा बच्चा की मौत मामले में जांच बैठाई

रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में एक नाबालिग ने बच्चे को जन्म दिया और कुछ ही समय में जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नाबालिग को पेट दर्द की शिकायत पर उसकी मां जिला अस्पताल लाई थी। जहां दोनों की मौत हो गई। हैरानी बात है कि न तो नाबालिग की मां ने अस्पताल को पूरा मामला बताया और न ही चिकित्सालय प्रशासन नाबालिग के गर्भवती होने की जानकारी ले सका।
जानकारी के अनुसार मुख्यालय के नजदीकी क्षेत्र की एक नाबालिग को पेट में दर्द होने पर उसकी मां उसे जिला चिकित्सालय लाई। यहां डॉक्टरों को दिखाने पर हीमोग्लोबिन की कमी पाई गई। डॉक्टर ने जांच के लिए लिखा। जब हीमोग्लोबिन काफी कम पाया गया तो डॉक्टर ने अन्यत्र रेफर करने की सलाह दी। बताया जा रहा है कि मां ने अस्पताल में ही इलाज करने को कहा, किंतु रात में जब नाबालिग को प्रसव का दर्द हुआ तो वह जिला अस्पताल के शौचालय में गई और यहां बच्चे को जन्म देकर वापस वार्ड में आ गई।
इस बीच उन्हें काफी खून बहने लगा। नाबालिग की स्थिति सुबह आने तक बिगड़ती गई और उसने दम तोड़ दिया। वहीं जब सुबह सफाईकर्मी शौचालय में गए तो उन्हें यहां मृत नवजात मिला। इसके बाद अस्पताल में सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि यदि नाबालिग की मां पूरी सच्चाई डॉक्टरों को बता देती तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
इधर, मामले में अस्पताल प्रशासन ने जांच बैठा दी है। जिला चिकित्सालय में तैनात मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राजीव सिंह पाल ने बताया कि शुक्रवार दोपहर के समय एक नाबालिग लकड़ी को लेकर उसकी मां जिला चिकित्सालय पहुंची थी। जांच करने पर पता चला कि उसमें हिमोग्लोबिन की कमी है। चिकित्सक उसे आगे के लिए रेफर कर रहे थे, किंतु नाबालिग की मां ने मना कर दिया और लिखित रूप में यह कहकर दिया कि उसका उपचार यहीं किया जाए।
रात के समय नाबालिग ने बच्चे को जन्म दिया और प्रसव के बाद उपचार न मिलने के कारण नाबालिग की भी मौत हो गई। पूरी घटना में नाबालिग के परिजनों की गलती सामने आ रही है। पूरे मामले की पुलिस और अस्पताल प्रबंधन जांच कर रहा है। कोतवाली निरीक्षक जयपाल नेगी ने बताया कि अस्पताल की सूचना पर शव का पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम करा दिया गया है।

शहीद के परिजनों से मिले सीएम, हर संभव मदद का दिया भरोसा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अमर शहीद प्रवीण सिंह गुसांईं के पैतृक आवास ग्राम पुंडोली (हडियाणा) टिहरी गढ़वाल पहुँचकर शहीद के परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना प्रदान की। मुख्यमंत्री ने शहीद के पिता प्रताप सिंह गुसाईं एवं माता दीपा देवी से भेंटकर संवेदना व्यक्त की तथा हर संभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि वीर सैनिक प्रवीण सिंह देश सेवा के लिए शहीद हुए हैं, उनका नाम इतिहास के पन्नो पर सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। राज्य सरकार इस संकट के समय पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी टिहरी गढ़वाल से शहीद प्रवीण सिंह के सर्विस देयकों के भुगतान के संबंध में जानकारी प्राप्त की। विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह ने उच्च प्राथमिक विद्यालय पुंडोली का उच्चीकरण करने, खेल मैदान एवं अस्पताल का सौंदर्यीकरण कर इसका नामकरण शहीद के नाम से करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सौरभ गहरवार, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी टिहरी गढ़वाल ले.क. जीएस चन्द (अ.प्रा.), ग्राम प्रधान किशन वेदपाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं ग्रामीण मौजूद रहे।
ज्ञातव्य है कि 2 जून, 2022 को जम्मू कश्मीर के शोपिया जिले में पतिलुहलान और छोटीपुरा के बीच सेंधाऊ बाजार में आतंकियों की धर पकड़ के लिए चलाए जा रहे सर्च आपरेशन के दौरान 15वीं गढ़वाल राइफल के वीर सैनिक प्रवीण सिंह शहीद हुए थे।

ऑनलाइन टैक्सी सर्विस के संचालन को लाइसेंस दिए जाने का विरोध जताया

टैक्सी चालकों एवं मालिकों ने सोमवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। टैक्सी संचालकों ने उत्तराखंड में ऑनलाइन टैक्सी सर्विस के संचालन को लाइसेंस दिए जाने पर आक्रोश जताया है। उन्होंने प्रदेश सरकार से इसे जल्द निरस्त करने की मांग की है।
सोमवार को गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक एवं मालिक एसोसिएशन ने ऋषिकेश में हरिद्वार मार्ग स्थित कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश में रोजगार के सीमित संसाधन होने के कारण टैक्सी व्यवसाय ही एकमात्र रोजगार का माध्यम है। ऐसे में धामी सरकार ऑनलाइन टैक्सी सर्विस को उत्तराखंड में संचालित कर स्थानीय टैक्सी संचालकों के हितों पर कुठाराघात करने का काम कर रही है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। कहा कि प्रदेश सरकार को उक्त तुगलकी फरमान तुरंत वापस लेना चाहिए। एसोसिएशन सदस्यों ने एआरटीओ अरविंद पांडेय के जरिए सीएम को ज्ञापन भी भेजा। मौके पर एसोसिएशन सचिव विजेंद्र कंडारी, सह सचिव रमेश सिंह रावत, कोषाध्यक्ष उमेश चौहान, कार्यकारिणी सदस्य अनुपम भाटिया, अमर सिंह, वीरेंद्र कुमार मिश्रा, छोटेलाल दीक्षित, गोपाल दत्त, महावीर सिंह, राधेश्याम, पूरण सिंह रावत, टीकम सिंह रावत, नरेंद्र सिंह चौहान, राम कुमार चौहान, राजीव शर्मा आदि उपस्थित रहे।

कांवड़ मेला को लेकर पुलिस उच्चाधिकारियों ने ली पुलिसकर्मियों की बैठक

कांवड़ मेला को देखते हुए आज पुलिस पुलिस अधीक्षक ग्रामीण और पुलिस अधीक्षक यातायात ने पुलिस बल को ब्रीफ किया। उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले में नियुक्त ऋषिकेश सर्किल के पुलिस बल 36 उप निरीक्षक एवं 150 कांस्टेबल रहेंगे।

कहा कि कांवड़ मेले में ड्यूटी के दौरान साफ-सुथरी एवं नियमानुसार वर्दी पहन ड्यूटी स्थल पर समय से पहुंचे। कहा कि बारिश होने पर अपने साथ रेन कोट या छाता रखें। इसके साथ ही मृदुल व्यवहार रखते हुए कांवड़ियों का मार्गदर्शन किया जाए। बताया कि कांवड़ मेले के रूट प्लान के अनुसार यातायात व्यवस्था बनाएं।

ब्रीफिंग में बताया कि कांवड़ मेले के दृष्टिगत चिन्हित किए गए पार्किंग स्थलों की जानकारी देकर पार्किंग व्यवस्था को सुचारू रूप से चलायमान रखा जाए।

मेक इन इंडिया के तहत सीएम ने किया प्रदेश की पहली ड्रोन फैक्ट्री का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुड़की में रोटर प्रेसिजन इंस्ट्रूमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मेक इन इंडिया के तहत प्रदेश की पहली ड्रोन फैक्ट्री का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने स्वदेशी तकनीक से बनाए जा रहे ड्रोन उपकरणों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के साथ ही रोटर ग्रुप को बधाई देते हुए कहा कि आज प्रदेश के लिए बहुत ही ऐतिहासिक दिन है जब देश की सबसे बड़ी और प्रदेश की पहली आधुनिक ड्रोन तकनीक फैक्ट्री की शुरुआत हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत आदिकाल से ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में आगे रहा है, वेद पुराणों में भी पुष्पक विमान जैसे आधुनिक विमानों का उल्लेख है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक के क्षेत्र में आज भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत मेक इन इंडिया के तहत ड्रोन तकनीक और हथियार निर्माण के क्षेत्र में बहुत तेजी से कार्य कर रहा है। आज भारत तमाम देशों को हथियार निर्यात कर रहा है जो कि भारत को एक विश्व शक्ति के रूप में प्रस्तुत कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार संसाधनहीन प्रतिभाओं को मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, स्किल इंडिया के तहत प्रोत्साहित कर रही है। उत्तराखंड भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से बेहद जटिल राज्य है, यहां ड्रोन तकनीक बेहद कारगर सिद्ध हो सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रोन का राज्य में और कितना बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है इसके लिए सभी विशेषज्ञ अपने सुझाव सरकार तक पहुंचा सकते हैं। राज्य सरकार राज्य हित से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर अवश्य संज्ञान लेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में ड्रोन एप्लीकेशन रिसर्च सेंटर डार्क स्थापित किया गया है। हमारी सरकार का लक्ष्य है अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचना है। हम संकल्प रहित विकल्प के सिद्धांत के साथ काम कर रहे हैं।

कार्यक्रम में रोटर ग्रुप द्वारा जानकारी दी गई कि इस ड्रोन फैक्ट्री में प्रति माह 150 से अधिक सर्वेक्षण ड्रोन और भारतीय सेना के लिए 50 से ज्यादा एडवांस ड्रोन बनाने की क्षमता है । फैक्ट्री में ड्रोन के सुरक्षित और कुशल उपयोग के साथ-साथ भू-स्थानिक डेटा उत्पादन में पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए एक स्वतंत्र प्रशिक्षण अकादमी भी होगी।

कार्यक्रम में विधायक रुड़की प्रदीप बत्रा, सर्वे ऑफ़ इंडिया, आईआईटी रुड़की समेत अन्य संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

धामों में मोबाइल, पर्स मंदिर के अंदर ले जाने पर पूरी तरह नियंत्रित करने की मांग

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू को पत्र लिखकर श्री केदारनाथ एवं श्री बदरीनाथ मंदिरों के निकट क्लॉक रूम बनाने का सुझाव दिया है, ताकि मंदिर में दर्शन हेतु जा रहे तीर्थयात्रियों के मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैग इत्यादि वहां जमा हो सकें।
उल्लेखनीय है कि विगत दिवस बीकेटीसी ने श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश की छूट दे दी थी। ऐसे में कतिपय शरारती तत्वों द्वारा गर्भ गृह का वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल कर दिया गया। जिस पर श्रद्धालुओं व तीर्थपुरोहितो ने कड़ी आपत्ति जताई है।
वीडियो बनाकर वायरल होने की घटना पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र ने भी कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने इस मामले में मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह को प्रकरण की जांच कर वहां ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही अजेंद्र ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर श्री केदारनाथ व श्री बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा की दृष्टि से एहतियाती कदम उठाने को कहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान यात्रा काल में अब तक लाखों लोग दोनों धामों की यात्रा कर चुके हैं। कतिपय यात्री मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैग इत्यादि के साथ मंदिर में प्रवेश कर जाते हैं, जो मंदिर के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उचित नहीं है। लिहाजा, दोनों मंदिरों के निकट क्लॉक रूम बनाया जाए। जहां पर यात्रियों के मोबाइल, बैग इत्यादि सामान जमा कर सकें।

गूलर-ब्यासी के पास देर रात एक कार खाई में गिरा, एक की मौत

बदरीनाथ मार्ग पर गूलर-ब्यासी के पास सोमवार देर रात एक कार खाई में गिर गई। हादसे में कार में सवार एक युवक की मौत हो गई। जबकि तीन लोग घायल हो गए। घायलों को एसडीआरएफ की टीम ने ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया है।
एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि सोमवार रात बदरीनाथ धाम से एक कार लौट रही थी। इसी बीच अचानक गूलर-ब्यासी के पास कार अनियंत्रित होकर 30 मीटर खाई में गिर गई। कार में सवार निशांत (22) निवासी गाजियाबाद की मौके पर मौत हो गई। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने घायलों को खाई से बाहर निकाला। इन्हें ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया। घाायलों की पहचान वर्षा (25) पुत्र शेर सिंह निवासी दिल्ली, संगीता दास अधिकारी निवासी चाई फाईन ग्रेटर नोएडा, चालक अंकित निवासी गाजियाबाद, यूपी के रूप में हुई। एम्स के चिकित्सकों के अनुसार घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेज दिया है।

चलती कार में बोल्डर गिरा, कार सवार पति-पत्नि की मौत

चमोली जिले में रविवार दोपहर को कर्णप्रयाग-ग्वालदम मार्ग पर चलती कार में एक बड़ा बोल्डर गिरने से हादसे में पति-पत्नी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बोल्डर गिरने से कार बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। सूचना पर पुलिस, प्रशासन और स्थानीय ग्रामीणों ने जेसीबी से शवों को रेसक्यू किया।
जिसके बाद कर्णप्रयाग उपजिला चिकित्सालय के मोर्चरी में अन्य कार्रवाई की गई। कर्णप्रयाग के तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव के अनुसार रविवार अपराह्न करीब 3 बजकर 35 मिनट पर कंट्रोल रूम से सूचना मिली की कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग पर बगोली से करीब दो सौ मीटर आगे नारायण बगड़ की ओर एक आल्टो कार में बड़ा बोल्डर गिर गया है।
जिस पर पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हुई। यहां स्थानीय ग्रामीणों और जेसीबी की मदद से शवों को रेसक्यू किया गया। घटना में कार में सवार बलबीर सिंह (45 वर्ष) पुत्र पुष्कर सिंह निवासी मेटा, कुलसारी एवं उनकी पत्नी सावित्री देवी (40 वर्ष) की मौत हो गई। बताया जा रहा कि बलबीर सिंह की गांव में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान है। रविवार को दंपति देहरादून से कुलसारी जा रहे थे। तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। साथ ही अन्य कार्रवाई की जा रही है।

केदारनाथ मंदिर में अब गर्भगृह के भी होंगे दर्शन

केदारनाथ जाने वाले तीर्थ यात्री अब मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन कर सकेंगे। अब तक धाम में भारी भीड़ को देखते हुए श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से तीर्थ यात्रियों को सभामंडप से ही बाबा के दर्शन कराए जा रहे थे। लेकिन, मानसून सीजन में तीर्थ यात्रियों की संख्या में कमी आने के कारण शुक्रवार से उन्हें गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे दी गई।
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि इस वर्ष मई-जून में रिकार्ड तीर्थ यात्री बाबा के दर्शनों को केदारनाथ धाम पहुंचे। इसके चलते गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और तीर्थ यात्री सभामंडप से ही बाबा के दर्शन कर रहे थे। लेकिन, मानसून सीजन में तीर्थ यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई है, लिहाजा अब वे गर्भगृह में जाकर पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया कि शुक्रवार से मंदिर में दर्शनों का समय भी बदल दिया गया है। अब सुबह चार बजे के स्थान पर पांच बजे से धर्म-दर्शन शुरू हो रहे हैं। दोपहर बाद तीन से शाम 4ः45 बजे तक भोग-पूजा व सफाई के लिए मंदिर के कपाट बंद रखे जा रहे हैं। शाम को शृंगार पूजा के बाद रात नौ बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बदरीनाथ धाम में भी भगवान नारायण की अभिषेक पूजा सुबह पांच बजे से शुरू हो रही है। पूजा के दौरान तीर्थ यात्रियों को धर्म दर्शन की अनुमति है। शाम को विभिन्न पूजाओं के बाद रात नौ बजे कपाट बंद कर दिए जा रहे हैं। बताया कि दोनों धाम में अब तक 17 लाख 38 हजार 499 तीर्थ यात्री दर्शनों को पहुंच चुके हैं।