रामा पैलेज से एक जुलाई से दिखाई जायेगी गढ़वाली फिल्म खैरी का दिन

आंचलिक फिल्मों के जरिए हमारी संस्कृति को पहचान मिलती है, इनसे हमारी संस्कृति को और करीब से जानने का अवसर मिलता है। यह बात एआईसीसी के सदस्य जयेंद्र रमेाला ने कही।

बता दें कि एक जुलाई से रामा पैलेस ऋषिकेश में प्रदर्शित होने वाली गढ़वाली फ़िल्म’ ’खैंरी का दिन’ के पहले शो शुभारम्भ कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला करेंगे।

कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला ने बताया कि पूरे हिन्दुस्तान में हर प्रदेश में अपनी बोली व अपनी भाषा से पहचान है परन्तु उत्तराखण्ड में आज भी हमें अपनी बोली को भाषा का दर्जा दिलाने के लिये संघर्ष करना पड़ रहा है क्योंकि हम लोग स्वयं अपनी गढ़वाली बोली में बात करने में हिचक महसूस करते हैं परन्तु उत्तराखण्ड के स्थानीय कलाकार आज फ़िल्मों के माध्यम से अपनी भाषा व संस्कृति को बचाने का कार्य कर रहे हैं और हमें इनको प्रोत्साहित करना चाहिये।

कांवड यात्रा की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो-सुबोध उनियाल

आगामी कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हों, ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मुनिकीरेती स्थित जीएमवीएन के गेस्टहाउस गंगा रिसोर्ट में आगामी कांवड़ यात्रा के मद्देनजर आयोजित बैठक में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आला अधिकारियों को सख्त हिदायत दी।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर पार्किंग, सड़कों, पेयजल, चिकित्सा एवं सफाई की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से पूछताछ की, जिसके बाद उन्होंने शीघ्र ही इन व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनिकीरेती, रामझूला, स्वर्गाश्रम, तपोवन, नीलकंठ आदि जगहों पर बड़ी संख्या में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ता है। बीते दो वर्षों से कोविड-19 महामारी के कारण कांवड़ यात्रा बंद रही, इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की उम्मीद की जा रही है। इसके मद्देनजर कांवड़ यात्रा शुरू होने से पूर्व अधिकारियों को तैयारियां पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है।
मौके पर जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी पौड़ी विजय जोगदंडे, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे, एसएसपी टिहरी नवनीत सिंह, एसपी ग्रामीण देहरादून कमलेश उपाध्याय, एसपी हरिद्वार योगेंद्र सिंह रावत, लोक निर्माण विभाग नरेंद्रनगर के अधिशासी अभियंता मौहम्मद आरिफ खान, सीएमओ टिहरी संजय जैन, चिकित्साप्रभारी फकोट जगदीश जोशी, नगर पालिका मुनिकीरेती-ढालवाला ईओ तनवीर मारवाह आदि उपस्थित रहे।

केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यो में लापरवाही बर्दाश्त नही-मुख्य सचिव

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ में चल रहे सभी कार्य सुचारू रूप से चलते रहें, इसके लिए आवश्यक सामग्री और स्किल्ड-अनस्किल्ड लेबर की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि निर्माण सामग्री पहुंचाने हेतु भी फुल प्रूफ प्लान तैयार किया जाए ताकि किसी छोटी से छोटी सामग्री की कमी से कोई कार्य बाधित न हो। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री के ट्रांसपोर्टेशन के लिए घोड़े-खच्चरों आदि की कमी नहीं हो, इसके प्रयास किए जाएं। चारधाम यात्रा में यात्रियों की संख्या कम होने से बहुत से घोड़े खच्चर के संचालकों को निर्माण सामग्री के ढुलान में लगाए जाने हेतु प्रयास किए जाएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि स्किल्ड लेबर के साथ अनस्किल्ड लेबर को लगाकर स्किल्ड करने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने हेतु कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण सामग्री और ट्रांसपोर्टेशन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लेबर को रहने खाने की समस्या न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए, साथ ही उनके बिलों का समय से भुगतान किया जाए।
इस अवसर पर सचिव दिलीप जावलकर सहित सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग भी उपस्थित रहे।

टिहरी और उत्तरकाशी का प्रभारी मंत्री बनने पर प्रवासी नागरिकों ने किया अभिनंदन

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल का टिहरी जिले का प्रभारी मंत्री बनने पर छिद्दरवाला में टिहरी जिले के प्रवासियों ने आतिशबाजी कर भव्य स्वागत किया।
मंगलवार को छिद्दरवाला स्थित गुरुद्वारा में स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर आतिशबाजी की गई। पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि कैबिनेट मंत्री डॉ अग्रवाल के टिहरी जिले का प्रभारी मंत्री बनने से विकास की गति में बढ़ोतरी होगी। कहा कि डॉ अग्रवाल के काम करने की शैली विकास परक है। ऋषिकेश विधानसभा से चार बार विधायक उनकी विकास परक सोच को दर्शाता है।
ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल ने कहा कि टिहरी जिले के मंत्री बनने से जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समितियों के बजट रिलीज होने में अड़चने नहीं पैदा होंगी। इससे दोनों जिलों में विकास कार्यों को गति मिलेगी। कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में अक्सर समय पर बजट ना मिलने के कारण विकास कार्य अवरुद्ध हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि डॉ अग्रवाल के टिहरी जिले में प्रभारी मंत्री बनने पर यहां की जनता को सीधा लाभ मिलेगा। कहा कि डॉ अग्रवाल सबका साथ सबका विकास की धारणा से कार्य करते हैं। प्रभारी मंत्री बनने से हर वर्ग के लिए कार्य किया जाएगा। इस मौके पर आतिशबाजी कर डॉ अग्रवाल को बधाई दी गयी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को जिलों में प्रभारी मंत्री के रूप में जिम्मेदारी सौंपी है इस क्रम में कैबिनेट मंत्री व ऋषिकेश विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल को टिहरी और उत्तरकाशी जिले की जिम्मेदारी मिली है।
स्वागत करने वालों में ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी, प्रधान भगवान सिंह मेहर, सोबन सिंह कैंतुरा, प्रधान प्रतिनिधि बलविंदर सिंह लाला, पूर्व प्रधान हरीश कक्कड़, मण्डल अध्यक्ष महिला मोर्चा समा पंवार, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर खत्री, महामंत्री श्यामपुर मण्डल भूपेंद्र रावत, कैलाश रतूड़ी, बृज मोहन जोशी, बिशन सिंह बिष्ट, कपिल कक्कड़, राकेश पोखरियाल, अनिता राणा, कुलवीर बिष्ट, अम्बर गुरंग, आयुष रावत, चन्द्रवीर सिंह सजवाण, धर्म सिंह चौहान सहित टिहरी जिले के प्रवासी ग्रामीण आदि उपस्थित रहे।

सीएम ने 77 अतिसंवेदनशील स्थलों पर क्रेश बैरियर लगाने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चमोली, उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, टिहरी एवं पौड़ी के चारधाम यात्रा मोटर मार्ग पर चिह्नित 77 अतिसंवेदनशील स्थलों पर क्रेश बैरियर लगाए जाने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में कैबिनेट मंत्री लोक निर्माण विभाग सतपाल महाराज और कैबिनेट मंत्री परिवहन विभाग चंदनराम दास को अर्द्ध शासकीय पत्र लिखकर चिह्नित संवेदनशील स्थलों पर दो चरणों में क्रेश बैरियर लगाने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा मार्गों में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली क्षति की रोकथाम एवं दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को गहरी खाई में गिरने से बचाने हेतु क्रेश बैरियर लगाये जाने की नितान्त आवश्यकता है। चारधाम यात्रा मार्ग पर अभी भी कई ऐसे अति संवेदनशील स्थल मौजूद हैं, जहा 2 क्रेश बैरियर के मध्य काफी फासला है, जो कि उक्त दुर्घटनाओं को रोकने में अपर्याप्त हैं। पुलिस विभाग द्वारा जनपद चमोली, उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग टिहरी एवं पौड़ी के चारधाम यात्रा मोटर मार्ग पर 77 अतिसंवेदनशील स्थलों को चिन्हित किया गया हैं।
मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री लोक निर्माण विभाग सतपाल महाराज और कैबिनेट मंत्री परिवहन विभाग चंदनराम दास को इन अतिसंवदेनशील स्थलों में से शीर्ष-10 स्थलों पर शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर प्रथम फेस में 10 क्रैश बैरियर लगवाने एवं तत्पश्चात् शेष 67 स्थलों पर भी क्रैश बैरियर लगवाने के लिए अपने स्तर से तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने को कहा है।

औली मास्टर प्लान को लेकर सीएस ने की बैठक

मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने औली पहुँचकर औली मास्टर प्लान को लेकर संबधित अधिकारियों के साथ बैठक की।

पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि औली को वर्ल्ड क्लास टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में तैयार किया जा रहा है जिसके लिए मास्टर प्लान लगभग अंतिम चरणों में है। मास्टर प्लान पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से चर्चा की गयी। उन्होंने कहा कि यहां जमीन को लेकर कुछ समस्याएं हैं जिनका आई. टी. वी. पी, आर्मी तथा पर्यटन विभाग के साथ समाधान ढूंढने की बात हुई, जिससे प्रोजेक्ट का जल्द से जल्द शुरू किया जा सके। साथ ही उन्होंने औली का स्थलीय तथा हवाई निरीक्षण किया।

यात्रा को लेकर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि इस रिकार्ड श्रद्धालु पहुँच रहे हैं जिससे हमारे स्थानीय व्यापारियों को अच्छी आय प्राप्त होगी।

इस दौरान जिला अधिकारी हिमांशु खुराना, एसडीएम कुम कुम जोशी सहित सभी संबधित अधिकारी मौजूद रहे।

नेशनल हाईवे के अधिकारियों के साथ मंत्री अग्रवाल ने की बैठक, जाम से निजात को लेकर हुई वार्ता

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने नेशनल हाईवे के अधिकारियों के साथ श्यामपुर फाटक व मनसा देवी फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज सहित ढालवाला से खारा स्रोत तक टलन निर्माण कार्यों के संदर्भ में समीक्षा बैठक की।

बैठक में डॉ अग्रवाल में श्यामपुर और मनसा देवी फाटक पर आरओबी बनाने सम्बंधी स्थिति जानी। एनएच की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 पर चार धाम ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत श्यामपुर फाटक पर आरओबी बनाया जाना है उन्होंने बताया कि यह आरओबी 900 मीटर लंबा होगा। जो बंगाल नाला पुल के पहले से रेलवे लाइन के ऊपर से होता हुआ श्यामपुर की और हाईवे पर उतरेगा।

उन्होंने बताया कि यह आरओबी दुर्गा मंदिर आईडीपीएल के कुछ आगे से शुरू होकर वीरभद्र स्टेशन से योग नगरी और ऋषिकेश को आने वाली रेल लाइनों के ऊपर से होता हुआ मनसा देवी तिराहे से आगे बाईपास मार्ग पर जोड़ा जाएगा।

सहायक अभियंता शिव सिंह रावत ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला ने इन दोनों आर आओबी के लिए एलाइंमेंट सर्वे का काम पूरा हो चुका है इसकी स्वीकृति भारत सरकार से एनएच को मिल चुकी है।

अपर सहायक अभियंता छत्रपाल सिंह ने बताया कि एनएच-58 पर ढालवाला से खारा स्रोत तक टनल का निर्माण किया जाना है। बताया कि पुराना आरटीओ कार्यालय से आगे की पहाड़ी से एक किमी लम्बी टनल होगी। जो तपोवन हाईवे पर खुलेगी।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि चार धाम यात्रा, कावंड़ यात्रा और पर्यटन सीजन में वाहनों का अत्यधिक दवाब बन जाता है। साथ ही रेल के आवागमन के चलते फाटक पर और भी भयावह स्थिति पैदा हो जाती है। डॉ अग्रवाल ने एनएच अधिकारियों को स्वीकृति मिलने के बाद अब डीपीआर माह अक्टूबर तक जल्द तैयार करने को कहा है। कहा कि उसके उपरांत टेंडर की प्रक्रिया तय समय के भीतर पूरी कर निर्माण कार्य शुरू किया जाए। जिससे आने वाले डेढ़ साल बाद ऋषिकेश में जाम की समस्या से पूरी तरह निजात सके।

गोपेश्वर नगर पालिका में मास्टर प्लान के तहत होंगे कार्य-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को गोपेश्वर में चमोली-गोपेश्वर नगर पालिका की नवनिर्वाचित अध्यक्ष पुष्पा पासवान के शपथ ग्रहण समारोह में प्रतिभाग किया। उन्होंने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को जीत की बधाई देते हुए नगर पालिका के विकास कार्याे को आगे बढाने के लिए शुभकामनाएं दी। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने नवनिर्वाचित पालिका अध्यक्ष को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जिले की सबसे बडी नगर पालिका चमोली-गोपेश्वर को एक आदर्श नगर पालिका बनाने के लिए मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य किए जाएंगे ताकि नगर क्षेत्र में पार्किंग, भूस्ख्लन, बरसाती नालों एवं अन्य समस्याओं का सुनियोजित तरीके से समाधान हो सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि नगर क्षेत्र के विकास कार्याे को तेजी से आगे बढाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ निरतंर विकास कार्याे को आगे बढाने का काम कर रही है। राज्य सरकार ने वृद्वावस्था, दिब्यांग सहित तमाम सामाजिक पेंशन को 1200 से बढ़ाकर 1500 करने का फैसला किया हैं। यही नहीं पहले एक परिवार में एक ही बुजुर्ग को पेंशन का लाभ दिया जाता था, लेकिन अब परिवार के दोनों बुजुर्ग दंपत्तियों को इसका लाभ दिया जा रहा है। पर्यावरण मित्रों के लिए 500 रु प्रतिदिन मानदेय का प्राविधान किया गया है। राज्य में 185 हजार अंत्योदय परिवारों को साल में तीन गैस सिलेंडर मुक्त देने का फैसला लिया गया है। सभी विभागों को अगले 10 वर्षाे के विकास कार्याे का रोडमैप तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य के नागरिकों के हित में जल्द ही एक समान नागरिक संहिता कानून लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत देश की सेवा करने वाले उत्तराखंड प्रदेश के अग्निवीरों को राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में रोजगार देने का प्राविधान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश का बहुमुखी विकास हो रहा है। प्रदेश के चारधाम यात्रा मार्ग का निर्माण किया गया है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम को मास्टर प्लान के तहत दिव्य और भव्य स्वरूप देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस साल मात्र 44 दिनों में ही 23 लाख से अधिक यात्री चारधाम की यात्रा कर चुके है। दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य पूरा होने पर यह दूरी मात्र दो घंटे की हो जाएगी। उसके बाद और अधिक संख्या में तीर्थयात्री चारधाम पहुॅचेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्व है और यात्रा को सुव्यवस्थित बनाने लिए सभी प्रयास किए जा रहे है।
इस दौरान नीती माणा की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को पारम्परिक भोजपत्र की माला भेंट कर उनका अभिवादन किया।

सीएम ने श्री बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यो का निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को श्री बदरीनाथ पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि निर्माण कार्याे को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। इस दौरान सीएम ने रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, एराइवल प्लाजा, झीलों का सौंदर्यीकरण, अस्पताल का विस्तारीकरण, लूप रोड व बीआरओ बाईपास निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया और निर्माण कार्याे की प्रगति पर संतुष्टि व्यक्त की। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मुख्यमंत्री को मास्टर प्लान के तहत प्रथम चरण में संचालित कार्याे की प्रगति से अवगत कराया।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के चारों धामों में हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। तीर्थयात्रियों की यात्रा सुगम हो, इसके लिए सरकार संकल्पबद्ध है। कहा कि प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बद्रीनाथ धाम में भी तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ढांचागत विकास कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग से बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य किए जाएंगे। मास्टर प्लान के तहत स्ट्रीट स्कैपिंग, क्यू मैनेजमेंट, मंदिर एवं घाट सौंदर्यीकरण, तालाबों का सौंदर्यीकरण, बद्रीश वन, पार्किंग फैसिलिटी, सड़क एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य चरणबद्ध ढंग से किए जाएंगे और बदरीनाथ मंदिर के चारों ओर श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ धाम की तर्ज पर बद्रीनाथ धाम को भी विकसित करने हेतु मास्टर प्लान के तहत चरणबद्ध ढंग से बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। जिसमें पहले चरण का कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने बद्रीनाथ मंदिर पहुंचकर भगवान श्री बद्रीनाथ की विशेष पूजा अर्चना करते हुए देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना भी की। बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, एडीएम आशीष त्रिपाठी, एसडीएम कुमकुम जोशी, सीओ धन सिंह तोमर, सीओ नताशा सिंह, सहकारी बैंक अध्यक्ष गजेंद्र रावत, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित मास्टर प्लान से संबंधित जिला स्तरीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

राज्य के प्रस्ताव को केन्द्र ने दी वित्तीय स्वीकृति, बहुरेंगे टिहरी के दिन

बहुपक्षीय विकास बैंकों की मदद से टिहरी झील और उसके जल ग्रहण क्षेत्र के समग्र विकास के राज्य सरकार के एक महत्वकांक्षी प्रस्ताव को केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके अंतर्गत प्रदेश सरकार को एशियन डेवलपमेन्ट बैंक तथा ब्रिक्स डेवलपमेंट बैंक के माध्यम से कुल 2030 लाख अमरीकी ड़ॉलर का ऋण मिलेगा। इस परियोजना के अन्तर्गत कोटी कालोनी, नई टिहरी, तिवाड़ गांव, डोबरा चांटी, टिहरी झील तथा मदन नेगी को कलस्टरों के रूप में विकसित किया जायेगा। परियोजना के अन्तर्गत टिहरी झील में चार स्थानों पर जल क्रीड़ा सम्बन्धित केन्द्र, टैन्ट कॉलोनी निर्माण, कोटी कॉलोनी से डोबरा-चांटी तक पर्यटन रोड का निर्माण, होम स्टे कलस्टरों का निर्माण, डोबरा चांटी पार्क, मल्टी लेवल कार पार्किंग, एकीकृत सूचना केन्द्र, मनोरंजन कॉम्पलेक्स, एक्वैटिक कॉम्पलेक्स, 3 स्टार बुटीक होटल, स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, बायो डायर्वसिटी पार्क, योग एवं पंचकर्म केन्द्र, रोपवे निर्माण, तटीय क्षेत्र में वृहद वृक्षारोपण तथा लाइट एवं साउन्ड लेजर शो आदि विविध कार्य प्रस्तावित है। इस संबंध में एडीबी की टीम शीघ्र ही उत्तराखंड का दौरा करेगी।
इस परियोजना का उद्देश्य टिहरी को उत्तराखंड के ब्रांड टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने का है, जिसे स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए विकसित किया जाएगा। इसके अंतर्गत टिहरी शहर के एतिहासिक महत्व को पुर्नस्थापित करने, पर्यटन ढाँचे को मजबूत बनाने, बेहतर क्षमताओं से युक्त रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने तथा पलायन को कम करने का काम किया जायेगा। परियोजना के उद्देश्यों में पर्यटकों के टिहरी प्रवास की औसत अवधि को बढ़ाकर तीन दिन तक करना भी शामिल है।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा है, इस योजना के माध्यम से उत्तराखंड सरकार टिहरी को स्थानीय लोगों की भागीदारी के साथ एक वैकल्पिक पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करना चाहती है। इस परियोजना से प्रत्यक्ष तौर पर लगभग चालीस हजार और परोक्ष रूप से लगभग दो लाख परिवार लाभान्वित होंगे। उन्हांेने कहा कि इस परियोजना के लिए हरित तकनीकी का प्रयोग किया जायेगा और अनिवार्य सुरक्षा मानकों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। इस परियोजना के अन्तर्गत सतत विकास उद्देश्यों के अनुरूप इस संवेदनशील क्षेत्र में सतत एवं उत्तरदायी पर्यटन को सुनिश्चित किया जायेगा।
उन्होंने कहा परियोजना के माध्यम से बाजार की मांग के अनुरूप क्षमता निर्माण करते हुए स्थानीय लोगों के सामाजिक एवं आर्थिक स्तर मे सुधार लाया जायेगा। परियोजना का उद्देश्य पर्यावरण को नुकसान पहुँचाए बिना ग्रामीण क्षेत्र को आर्गेनिक होमस्टे के रूप में विकसित कर उत्तरदायी पर्यटन की दिशा में आगे कदम बढ़ाना है। परियोजना में स्वास्थ्य व स्वच्छता के स्तर को बेहतर बनाने के लिए सेनिटेशन की व्यवस्था का प्रस्ताव भी है। सचिव, पर्यटन ने कहा कि परियोजना की वहनीयता को बढ़ाने के लिए स्थानीय संसाधनों का उपयोग किया जायेगा और उर्जा के अक्षय स्रोतों उपयोग सुनिश्चित किया जायेगा। परियोजना के अन्तर्गत कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के उद्देश्य से व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाने की भी योजना है।
ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार ने वित्त मंत्रालय के समक्ष इस परियोजना का संशोधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया था जिसमें टिहरी में पर्यटन अवस्थापना एवं सुविधाओं के विकास के साथ-साथ झील के चारों ओर एक रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव भी शामिल है। प्रस्ताव को नीति आयोग, ग्रामीण विकास मंत्रालय, सड़क परिवहन मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय के समर्थन के उपरान्त वित्त मंत्रालय द्वारा स्वीकृति दे दी गई है।