फरार आरोपी को बिरला घाट हरिपुरकलां से किया गिरफ्तार

रामझूला स्थित नाव घाट में संत के बैग के चोरी के मामले में फरार चल रहे पांचवें आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। इससे में चार लोगों पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
लक्ष्मणझूला थाना पुलिस के मुताबिक संत दिलीप ब्रह्मचारी निवासी संत श्री आश्रम, तपोवन 23 सितंबर को रामझूला स्थित नावघाट पर स्नान कर रहे थे। इसीबीच चोरों ने घाट से उनका बैग चोरी कर लिया था। जिसमें उनके कपड़े और 60 हजार रूपये की नकदी रखी थी। संत की तहरीर मिलने पर पुलिस ने मुकदमा चार लोगों को पहले ही पकड़ लिया था। जिसमे पांचवां आरोपी फरार चल रहा था। जिसे रविवार को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बिरला घाट, हरिपुरकलां से गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान विशाल शर्मा पुत्र सूरज प्रकाश शर्मा निवासी शिवनगर, काशीपुर, ऊधम सिंह नगर के रूप में हुई है। बताया आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे जेल भेजा गया है।

छात्र जीवन में तो कई बार लेकिन आज मुख्यसेवक बनकर आया हुं अयोध्या-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अयोध्या पहुंचकर रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन कर उत्तराखण्ड राज्य की खुशहाली की प्रार्थना की। इस दौरान उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य का अवलोकन किया और साधू संतों का आशीर्वाद भी लिया। राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के बाद पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अयोध्या 2 दिन के दौरे पर हैं। अपराह्न लगभग 3 बजे मुख्यमंत्री अयोध्या के नाका एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उन्हें उत्तरप्रदेश पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद वह नया घाट स्थित यात्री निवास सरयू होटल पहुंचकर उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। शाम को 4ः30 बजे नया घाट से चलकर हनुमानगढ़ी राम जन्मभूमि तक जाने वाली राम बारात में शामिल होते हुए पुष्कर सिंह धामी हनुमानगढ़ी पहुंचे। हनुमानगढ़ी में उन्होंने विधिविधान के साथ दर्शन पूजन किया। हनुमानगढ़ी पीठ के महंत राजूदास की अगुवाई में पूजन कार्यक्रम संपन्न किया गया। इसके बाद वह सीधे रामलला के दरबार में पहुंचे। उन्होंने पहले रामजन्म भूमि में रामलला की पूजा अर्चना की और फिर उस स्थान को देखने गए जहां रामलला का भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण हो रहा है। इससे पहले यात्री निवास में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उच्च शिक्षा लखनऊ से ग्रहण की है। छात्र जीवन में कई बार उनका अयोध्या आना हुआ, लेकिन उत्तराखण्ड के मुख्यसेवक के रूप में पहली बार उन्हें अयोध्या आने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड महादेव की भूमि है और उत्तर प्रदेश भगवान श्रीराम की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत देश तेजी से विकास कर रहा है और दुनिया में हमारे देश का मान सम्मान बढ़ा है। उनके दिशा निर्देशन में उत्तर प्रदेश की तरह उत्तराखण्ड में भी विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। कर्णप्रयाग ऋषिकेश रेलवे लाइन, चारधाम ऑल वेदर, केदारनाथ पुनर्निर्माण, बदरीनाथ सौंदर्यीकरण महायोजना समेत तमाम परियोजनाओं को सफलतापूर्वक धरातल पर उतारा जा रहा है। इस दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल भी मौजूद रहे।

रविवार को धर्मशाला के भूमि पूजन में शामिल होंगे धामी
रविवार की सुबह 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री दिल्ली सेवा धाम ट्रस्ट की धर्मशाला के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान यज्ञ में बैठ कर वह आहुति देंगे। मुख्यमंत्री ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मणिराम छावनी में मुलाकात करेंगे। इसके बाद सुबह 11ः30 बजे वह अयोध्या के नाका एयरपोर्ट से देहरादून रवाना होंगे।

स्व. बहुगुणा के पद्चिन्हों पर चलकर ही होगी पर्यावरण की सुरक्षा

हरिपुर कलां पहुंचने पर विश्व विख्यात पर्यावरणविद स्व. सुंदर लाल बहुगुणा के बेटे वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा को महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी महाराज और आप नेता राजे सिह नेगी ने पुष्पगुच्छ भेंटकर एवं रुद्राक्ष की माला पहनाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अपनी लेखनी के जरिए सामाजिक व्यवस्थाओं और ज्वलंत मुद्दों पर निष्पक्षता के साथ अपनी बात रखने वाले बहुगुणा ने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है। उत्तराखंड राज्य भी राजनीतिक दृष्टिकोण से परिवर्तन की राह पर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण जिन सपनों और अपेक्षाओं के साथ किया गया था, उसमें दो दशक बीतने के बावजूद अब तक सफलता नहीं मिली है। जिसकी वजह से राज्य आंदोलनकारियों सहित उत्तराखंड की मातृ एवं युवा शक्ति नए विकल्प की तलाश में है। इस दौरान आम आदमी पार्टी के ऋषिकेश विधानसभा प्रभारी राजे सिंह नेगी ने कहा कि विश्व विख्यात पर्यावरणविद् स्वर्गीय सुंदर लाल बहुगुणा के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर ही उन्होंने जनसेवा के साथ पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने का संकल्प लिया था। पर्यावरण सुरक्षा को लेकर उनके उत्कृष्ट कार्याे के लिए उन्हें सदैव याद किया जाता रहेगा। इस मौके पर समाजसेवी सच्चिदानंद पोखरियाल, यमन डबराल, विक्रांत भारद्वाज, मनमोहन नेगी, प्रभात झा, किशन लाल, अश्वनी सिंह उपस्थित थे।

नरेन्द्रनगर को मिली कई योजनाओं की सौगात, सीएम ने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को रामलीला मैदान, नरेंद्रनगर, टिहरी गढ़वाल में उत्तराखंड के प्रसिद्ध 45वां सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री ने नरेंद्रनगर हेतु विभिन्न घोषणाएं की जिनमें नरेन्द्रनगर में सामुदायिक भवन का विस्तारीकरण होगा, नरेन्द्रनगर में बस स्टैण्ड के समीप 70 वर्षीय पुरानी जीर्ण-शीर्ण डबल स्टोरी भवन का निर्माण कार्य किया जाएगा, नरेन्द्रनगर में बाजार लाईन का पुरातत्व विरासत के रूप में संरक्षण होगा, नरेन्द्रनगर में मोटा नाला/पुलिस थाने के समीप पार्किंग निर्माण का कार्य होगा, राजकीय इण्टर कॉलेज बेरनी एवं ओडाडा में 4-4 अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कार्य होगा, नगरपालिका परिषद, मुनिकीरेती-ढालवाला के अन्तर्गत स्टेडियम का निर्माण कार्य होगा, नगर पंचायत गजा में मिनी स्टेडियम का निर्माण कार्य होगा, गजा क्षेत्र के अन्तर्गत घण्टाकरण मन्दिर में विश्राम गृह का निर्माण कार्य होगा, विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्रनगर के अन्तर्गत प्राकृतिक आपदा से नुकसान हेतु रू० 2 करोड़ दिए जाएंगे, विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्रनगर के अन्तर्गत दोगी पट्टी में दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त चार पर्वतीय नहरों का पुर्ननिर्माण कार्य होगा ,नरेन्द्रनगर से डौर-गुजाराड़ा मोटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य होगा , काटल नौदू मोटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य होगा व सोनी से नरेन्द्रनगर- रानीपोखरी मोटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य किया जाएगा शामिल है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न विद्यालयों एवं विभागों द्वारा निकाली गई झांकियों का अवलोकन किया एवं कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा 10वीं 12वीं के मेधावी छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित कर सम्मानित भी किया गया। तत्पश्चात् मुख्यमंत्री ने शहीद स्मारक स्थल पर पहुंचकर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मां कुंजापुरी की धरती को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि जब से मैनें मुख्य सेवक के रूप में जनता की सेवा करने का मौका मिला तब से हमारी सरकार विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्य कर रही है। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न विभागों में रिक्त चल रहे 24000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। साथ ही युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रत्येक जिले में कैंप लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत तमाम युवाओं को ऋण वितरित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा की कोरोना की वजह से अनेक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा, पर्यटन से जुड़े लोगों के लिए 200 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया। उन्होंने कहा सरकार ने निर्णय लिया कि सरकारी भर्ती प्रक्रियाओं में आवेदकों को अधिकतम आयु सीमा में एक वर्ष की छूट दी जायेगी। साथ ही मार्च 2022 तक विभिन्न भर्तियों का आवेदन शुल्क माफ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजीविका मिशन, स्वयं सहायता समूहों, कलस्टरों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाली प्रदेश की बहनों को 5 लाख रूपये तक का ऋण बिना ब्याज दिया जा रहा है। साथ ही ग्राम प्रधानों का मानदेय 1500 रूपये से बढ़ाकर 3500 रूपये किया गया है। समाज के हर वर्गों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज हिन्दुस्तान विकास की नई उचाईयों को छू रहा है। साथ ही भारत का दुनिया में मान-सम्मान बढ़ा रहा है, भारत को सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्य कर रहे हैं। उन्हीं के पद्चिन्हों पर चलकर राज्य में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, राजेंद्र विक्रम सिंह पवार (अध्यक्ष नगर पालिका परिषद नरेंद्र नगर), राजेंद्र भंडारी (ब्लाक प्रमुख नरेंद्र नगर) रोशन रतूड़ी (अध्यक्ष नगर पालिका मुनिकीरेती) एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

गंगा स्वच्छता का संदेश लेकर सोमेश ने शुरु की साइकिल यात्रा

बद्रीनाथ (सतोपंथ) से कन्याकुमारी की साइकिल यात्रा पर निकले साहसी युवा सोमेश द्वारा पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार से भेंट कर उनका धन्यवाद किया। स्पर्श हिमालय अभियान के ब्रांड एंबेसडर घोषित किए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने डा. रमेश पोखरियाल निशंक का आभार व्यक्त किया और “विश्व की प्रेरणा-हिमालय” की टैग लाइन को अपनी इस साहसिक यात्रा का मूल आधार बताया।
युवा सोमेश द्वारा अपने इस अभियान में एक भारत श्रेष्ठ भारत, स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, उन्नत भारत अभियानों में युवाओं को जोड़ने हेतु आवाहन किया जा रहा है।
स्पर्श हिमालय अभियान के अंतर्गत गंगा तथा हिमालय के संरक्षण के लिए युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के निर्वहन को भी सोमेश ने अभियान से जोड़ा है।
पूर्व शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमेश की इच्छा शक्ति की प्रशंसा करते हुए उन्हें शुभकामनाएं प्रदान की। उन्होंने सोमेश को हिमालय के महत्व को युवाओं के मध्य रखने की आवश्यकता पर बल दिया। स्पर्श हिमालय अभियान विश्व के लिए प्रेरक है जिसमे समाहित है हिमालय में ज्ञान, विज्ञान, वेद, आयुर्वेद, सुख, शांति, सौंदर्य, योग, गंगा, संजीवनी, समृद्धि, संस्कृति, रहस्य, रोमांच, आस्था और आध्यात्म। युवा देश में युवा शक्ति ही विभिन्न उदेश्यों और अभियानों को सफल तथा देश और दुनिया में पहुंचा सकती है सोमेश को इस संदेश को भी युवाओं तक देना है।
इससे पूर्व डा निशंक ने अपने आवास पर इस युवा साइकिलिस्ट का स्वागत किया तथा स्पर्श अभियान की संयोजिका आरुषि निशंक ने सोमेश के दूसरे चरण की यात्रा को फ्लैग ऑफ कर उन्हे शुभ कामनाएं प्रदान की। आरुषि ने कहा कि सोमेश हिमालय के सतोपंथ से लेकर जिस जल को देश भर में संकल्प के रूप में ले जा रहे है वो एक भागीरथ प्रयास है। ये देशभर के लिए गंगा स्वच्छता का संदेश भी प्रदान कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विगत एक अक्टूबर को बद्रीनाथ धाम से सोमेश की इस साहसिक यात्रा के प्रथम चरण का शुभारभ किया गया है।

धामी सरकार को मिली कामयाबी, हाईकोर्ट ने श्रद्धालुओं की संख्या से रोक हटाई

हाइकोर्ट नैनीताल ने बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाए जाने के मामले को लेकर दायर याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई। हाइकोर्ट ने चारों धाम में श्रद्धालुओं की निर्धारित संख्या से रोक हटा दी है। अब तीर्थ यात्री बेरोकटोक चारधाम यात्रा के लिए जा सकेंगे। साथ ही हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि शासन को कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवाना होगा। कोर्ट के इस आदेश से सरकार सहित दूसरे प्रदेशों से आने वाले तीर्थ यात्रियों, चारधाम यात्रा रूट पर होटलों, दुकानदारों आदि स्थानीय लोगों को भी बड़ी राहत मिली है।
मुख्य न्यायमूर्ति आरएस चौहान व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ में सुनवाई के दौरान महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर व मुख्य स्थाई अधिवक्ता चंद्रशेखर रावत ने उत्तराखंड सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि चारधाम यात्रा शुरू करने के लिए तीर्थ यात्रियों की सख्यां को निर्धारित किया गया था। साथ ही, तीर्थ यात्रियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की भी सख्त हिदायत दी गई थी।
माधिवक्ता द्वारा कहा गया कि चारधाम यात्रा करने के लिए कोविड को देखते हुए कोर्ट ने पूर्व में श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित कर दी थी। लेकिन वर्तमान समय मे प्रदेश में कोविड के केस ना के बराबर आ रहे है। इसलिए चारधाम यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं की निर्धारित संख्या के आदेश में संशोधन किया जाए।कहा कि चारधाम यात्रा समाप्त होने में 40 दिन से कम का समय बचा हुआ है।
इसलिए जितने भी श्रद्धालु वहां आ रहे है उन सबको दर्शन करने की अनुमति दी जाए। जो श्रद्धालु ऑनलाइन दर्शन करने हेतु रजिस्ट्रेशन करा रहे है, वे भी नहीं आ पा रहे हैं। जिसके कारण वहां के स्थानीय लोगो पर रोजी-रोटी का खतरा उत्पन्न हो रहा है। सरकार द्वारा कोर्ट ने पूर्व दिए गए दिशा-निर्देशों का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा। चारधाम यात्रा में सभी सुविधाओं को उपलब्ध करा दिया गया है।
सरकार की तरफ से यह भी कहा गया है कि चारधाम यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं की निर्धारित संख्या से रोक हटाई जाए या फिर श्रद्धालुओं की संख्या तीन से चार हजार प्रतिदिन किया जाए ताकि दूसरे प्रदेशों से भी लोग दर्शन को आ सकें। कहा कि कोरोना महामारी पर कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन भी किया जा रहा है। सरकार का पक्ष सुनने के बाद हाईकोर्ट ने रोक हटा दी गई है।

बाबा के बुलावे पर सीएम केदारनाथ पहुंचे, तीर्थ पुरोहितों ने किया जोरदार स्वागत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज प्रातः 9 बजे निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार केदारनाथ धाम पहुंचे। हेली पेड पर देवस्थानम बोर्ड, जिला प्रशासन सहित तीर्थ पुरोहितों ने उनकी अगवानी की तथा स्वागत किया गया।
हेलीपैड से मुख्यमंत्री श्री केदारनाथ मंदिर दर्शन को पहुंचे जहां उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बाबा केदारनाथ भगवान के दर्शन किये। उनकी ओर से मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने रुद्राभिषेक का पाठ किया। देश एवं प्रदेश के खुशहाली की मंगलकामना की। देवस्थानम बोर्ड द्वारा उन्हें श्री केदारनाथ भगवान का प्रसाद एवं रुद्राक्ष माला भेंट की।
मुख्यमंत्री आदि गुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल गये और वहां समाधि स्थल पुनर्निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। आदि गुरु शंकराचार्य जी की मूर्ति को हेलीकॉप्टर से कुछ दिनों पूर्व श्री केदारनाथ धाम पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री ने संपूर्ण केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का मौके पर अवलोकन भी किया। उन्होंने पुनर्निर्माण में लगे अधिकारियों, इंजीनियरों, मजदूरों के साथ ही श्रद्धालुओं से भी बातचीत की।
इस अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सदस्य एवं वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी मनुज गोयल, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, उपजिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह, देवस्थानम बोर्ड के मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला, प्रदीप सेमवाल भी मौजूद रहे।

राज्य में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को हर संभव सुविधा दी जाये-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय प्रदेश में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को हर संभव सुविधा दी जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालु एवं पर्यटक देवभूमि उत्तराखण्ड से अच्छा संदेश लेकर जाएं, यह सबकी जिम्मेदारी है। श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के प्रति किसी भी प्रकार की अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में यदि एक भी यात्री को परेशानी होगी तो प्रदेश का मुख्य सेवक होने के नाते मुझे परेशानी होगी।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जुड़े रूद्रप्रयाग, चमोली एवं उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं अच्छी हों। गाईडलाइन के अनुसार श्रद्धालु दर्शन कर सकें। पर्यटक स्थलों पर जाने वाले यात्रियों को भी कोई परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि चारधाम यात्रा के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद जिन लोगों को परमिशन मिली है, वही लोग उत्तराखण्ड के चार धाम यात्रा के लिए आयें।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, डीजीपी अशोक कुमार, मुख्यमंत्री के अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव दिलीप जावलकर, गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन, डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग, अपर सचिव युगल किशोर पंत उपस्थित थे।

आनंद गिरि को लेकर सीबीआई हरिद्वार पहुंची

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मौत मामले में जांच के लिए सीबीआई की टीम गिरफ्तार आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार पहुंची गई है। वहीं, इससे पहले सीबीआई देहरादून की टीम ने बुधवार को हरिद्वार पहुंच कर श्यामपुर क्षेत्र के गाजीवाला गांव स्थित आनंद गिरि के आश्रम के सेवादारों से पूछताछ कर मामले की जानकारी जुटाई थी।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की टीम आनंद गिरी को जौलीग्रांट एयरपोर्ट से हरिद्वार लाई है। सीबीआई की टीम में कौन-कौन शामिल है, अभी यह जानकारी सामने नहीं आ पाई है। आश्रम के अंदर जाते वक्त आनंद गिरि ने कहा कि जांच एजेंसी अपना काम कर रही है। पूरी मामले की सच्चाई सामने आएगी। इससे पहले एचआरडीए की ओर से लगाए गई सील को काट दिया गया था। जिसके बाद आनंद गिरि को आश्रम के अंदर ले जाया गया।
सूत्रों की मानें तो सीबीआई की एक टीम आनंद का मोबाइल और लैपटॉप बरामद करने के लिए हरिद्वार आई है। वहां उनके आश्रम में तलाशी करके वांछित सामानों की बरादमगी भी की जाएगी। उनके लैपटॉप और मोबाइल में नरेंद्र गिरि के अश्लील वीडियो संबंधित साक्ष्य मिलने की उम्मीद है। सीबीआई उसे कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच कराएगी।
सीबीआई की दूसरी टीम आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी से पुलिस लाइन में पूछताछ कर रही है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में आरोपी बनाए गए आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को जांच एजेंसी ने कोर्ट के आदेश पर मंगलवार को सात दिन के लिए कस्टडी रिमांड पर लिया था।
इन तीनों के खिलाफ महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में मौत का जिम्मेदार बताया था। 24 घंटे से अधिक समय तक आनंद गिरि को कस्टडी में रख, पूछताछ करने के बाद बुधवार दोपहर सीबीआई टीम उन्हें लेकर पुलिस लाइन से पीछे के रास्ते निकली। लगभग ढ़ाई बजे तक वह एयरपोर्ट पहुंच गई। वहां पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था।
बताया जा रहा है कि साढ़े तीन बजे की फ्लाइट से आनंद गिरि को लेकर सीबीआई हरिद्वार चली गई। बता दें कि आनंद गिरि निरंजनी अखाड़े से निकाले जाने के बाद हरिद्वार स्थित एक आश्रम में रुके थे। बुधवार को उसी आश्रम से सीबीआई आनंद गिरि का लैपटॉप समेत अन्य सामान बरामद करने की कोशिश करेगी। नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में जिस अश्लील वीडियो का जिक्र किया था, उसी के बारे में सुराग लगाने के लिए सीबीआई छानबीन कर रही है।

दर्शन करने आ रहे यात्रियों की संख्या बढ़ाने का सरकार हाईकोर्ट से करेगी अनुरोध

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के सफल संचालन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सचिवालय में चार धाम यात्रा से जुड़े सभी विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। समीक्षा बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले यात्रियों को स्मार्ट सिटी एवं देवस्थानम् बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकरण कराया जा रहा है। पंजीकरण कराये जाने हेतु अभिलेख एवं शर्तें दोनों पोर्टलों में समान हैं। यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत देवस्थानम् बोर्ड के ई-पास होल्डर को स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण की बाध्यता को एसओपी से हटाये जाने पर विचार किया जाय।
देवस्थानम् बोर्ड की वेबसाईट / पोर्टल खालने में उत्पन्न हो रही समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाय। धामों के चैक प्वाइंट पर ई-पास की चैकिंग हेतु क्यूआर कोड की व्यवस्था की जाय। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि देवस्थानम् बोर्ड के पोर्टल पर यात्रियों के पंजीकरण हेतु One Phone number, one booking, one adhar number की व्यवस्था की जाय। चारों धामों में समस्त प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चत करते हुये मन्दिर खुलने के निर्धारित समय के अन्तर्गत धाम एवं मन्दिर परिसर की वास्तविक क्षमता का आंकलन वीडियोग्राफी सहित शासन को उपलब्ध करायी जाय। माननीय उच्च न्यायालय में अंतरिम एप्लीकेशन दायर करते हुए तत्काल यात्रियों की प्रतिदिन दर्शन की अनुमन्य संख्या को बढ़ाये जाने हेतु अनुरोध किया जाय।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि ई-पास को निर्गत किये जाने एवं ई-पास की चैकिंग व्यवस्था को अत्यन्त सरलीकृत किया जाय, जिससे कि तीर्थ यात्रियों को ई-पास हेतु पंजीकरण कराने में किसी तरह की असुविधा न हो। बैठक में बताया गया कि निर्धारित यात्रियों के सापेक्ष पूर्व से पंजीकृत यात्रियों में से अपेक्षाकृत कम यात्री चार धामों में दर्शन आ रहे हैं, इस स्थिति में सम्बंधित जिलाधिकारियों द्वारा उक्त यात्रियों के स्थान पर अन्य पंजीकृत यात्रियों को दर्शन की अनुमति दे सकते हैं। बैठक में चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रविनाथ रमन ने बताया कि चार धाम यात्रा हेतु पंजीकरण एवं ई-पास देवस्थानम् बोर्ड की वेबसाइट से निर्गत किये जा रहे हैं। वेबसाइट पर तक चार धाम यात्रा हेतु यात्रियों द्वारा पंजीकरण करा लिया गया चारों धाम में पूजा प्रातः 4.00 बजे से सायं 7.00 बजे तक संचालित की जा रही है।
बैठक सचिव पर्यटन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, चार धाम देवस्थानम् बोर्ड / आयुक्त, गढ़वाल मण्डल, सचिव, आपदा, सचिव, संस्कृति एवं धर्मस्व, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, यूकाडा, उपमहानिरीक्षक, पुलिस, गढ़वाल परिक्षेत्र, अपर सचिव, संस्कृति एवं धर्मस्व, जिलाधिकारी चमोली एवं जिलाधिकारी उत्तरकाशी, जिलाधिकारी, रूद्रप्रयाग, पुलिस अधीक्षक, उत्तरकाशी / रूद्रप्रयाग (वीसी के माध्यम से) सम्मिलित थे।