शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का संयोजन है योगः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जागेश्वर धाम पहुंचकर प्रदेश में योग के ज़रिए धार्मिक पर्यटन को विकसित करते हुए नए विजन को दर्शाया है। सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विकास के नवरत्नों में शामिल किए गए तीसरे रत्न मानसखंड क्षेत्र को इस बार इस आयोजन के लिए चुना है।

योग, ध्यान, अध्यात्म का केंद्र बनेगा जागेश्वर धाम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विशेष पहल पर इस बार योग महोत्सव का आयोजन सुदूरवर्ती अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम में किया गया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मानस मंदिर माला मिशन के जरिए सरकार कुमाऊं के प्राचीन मंदिरों में विभिन्न सुविधाओं को विकसित कर रही है। इस योजना की शुरुआत जागेश्वर धाम से की जा रही है, जागेश्वर धाम को योग ध्यान एवं आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बनाया जाएगा।

ये हैं योग के पांच संयोजन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जागेश्वर धाम से योग के पांच संयोजन का भी जिक्र करते हुए कहा कि योग ज्ञान रूपी धरोहर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का संयोजन है। उन्होंने प्रदेशवासियों से उत्तराखण्ड को हर स्तर पर उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रतिदिन एक घंटा योग करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। सीएम धामी ने कहा कि प्रतिदिन योग करें, सूरज उगने से पहले जगना होगा और खुद को बदलना होगा, जिससे दवाओं पर आने वाला व्यय भी कम होगा।

सनातन संस्कृति का मूल आधार “वसुधैव कुटुम्बकम’’

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सनातन संस्कृति का उल्लेख करते हुये कहा कि हमारी गौरवशाली सनातन संस्कृति का मूल आधार ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ है और यही हमारे देश की 140 करोड़ जनता का मूल संस्कार भी है, जो सम्पूर्ण विश्व को एक परिवार का रूप मानता है। इसी सिद्धांत को केंद्र में रखते हुए इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ’’वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’’ तय की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेकों वैश्विक चुनौतियों और षड्यंत्रों का सामना करने के बावजूद भारत ने कभी भी मानवीय मूल्यों से हटकर आचरण नहीं किया और हमारी इस लोक कल्याणकारी अवधारणा का आधार हमारी संस्कृति है, जिसके मुख्य स्तंभों में से एक योग भी है। इसी वजह से योग आज दुनिया के करोड़ों लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गया है जो विश्व को भारतीय संस्कृति के साथ और अधिक प्रगाढ़ता से जोड़ने का काम कर रहा है।

इनोवटिव प्रोजेक्टस देश के सभी पर्ववतीय राज्यों और जिलों के लिए गाइड लाइन का करेंगे कामः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मॉडल जिले के रूप में विकसित किया जा रहा चंपावत न केवल उत्तराखण्ड के लिए बल्कि सभी हिमालयी राज्यों के लिए एक आदर्श बनेगा। चंपावत के विकास के लिए किए जा रहे इनोवेटिव प्रोजेक्टस देश के सभी पर्वतीय राज्यों और जिलों के लिए गाइड लाइन का काम करेंगी। चंपावत जिले को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने में लगे जिला प्रशासन के साथ ही सभी सम्बन्धित स्टेकहोल्डर्स को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस सम्बन्ध में अभी तक हुए डॉक्यूमेंटेशन को शत प्रतिशत धरातल पर उतारा जाए तथा इसकी निरन्तर निगरानी की जाय।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय भारत सरकार के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जनपद चम्पावत को ‘‘आदर्श जनपद चम्पावत’’ के रूप में विकसित किये जाने हेतु किये गये कार्यों की समीक्षा एवं आगामी कार्यक्रमों के संबंध में आयोजित बैठक में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय भारत सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा चंपावत में जाकर तैयार की गई चंपावत की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप विकास की संभावना, साइंस एवं टेक्नोलॉजी के आधार पर विकास की संरचना पर अधारित Climate Adaptive Agriculture पुस्तिका का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत की विभिन्न भौगोलिक स्थिति पर आधारित ऑनलाइन डैशबोर्ड, जनपद चंपावत के अंतर्गत चल रही विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रगति पर आधारित ऑनलाइन डैशबोर्ड का अवलोकन किया। उन्होंने कहा इस तरह के ऑनलाइन डैशबोर्ड उत्तराखंड राज्य में बड़े स्तर पर भी विकसित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय से आए प्रतिनिधियों द्वारा चंपावत में जाकर किए गए कार्य, निश्चित ही चंपावत एवं उत्तराखंड के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा विभिन्न भौगोलिक परिस्थितियों से परिपूर्ण चंपावत जिले के अनुरूप ही राज्य का विकास किया जाएगा। आगामी समय में चंपावत जिले के अंतर्गत कई बड़े प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करने की योजना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत को आदर्श जिले के रूप में विकसित करने में यूकोस्ट की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा संपूर्ण हिमालय राज्यों में उत्तराखंड आदर्श राज्य बने इस पर भी तीव्र गति के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा चंपावत प्राकृतिक सौंदर्य, स्वच्छ पर्यावरण एवं मंदिरों से आच्छादित है। इन्हीं सब में संभावनाएं खोज कर हमें विकास की नई ऊंचाइयों को छूना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि साइंस एवं टेक्नोलॉजी के माध्यम से जनपद चंपावत के अंदर किस प्रकार विकास को स्थापित कर सकते हैं इस पर भी योजनाएं बनाई जाए। उन्होंने कहा कृषि, बागवानी, स्वास्थ्य शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
महानिदेशक UCOST प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि चंपावत जिले में साइंस सेंटर की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही संपूर्ण हिमालय राज्यों के लिए हिमालय नॉलेज कॉरिडोर को भी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया यूकोस्ट निरंतर प्रत्येक विभागों के साथ समन्वय कर विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। प्रत्येक योजना का डॉक्यूमेंटेशन भी किया जा रहा है।
इस दौरान कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, अतिरिक्त सचिव प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय डॉ प्रीति बेजल, राहुल नायर, प्रो. आर.एम पंत, कुलपति, असम केंद्रीय विश्वविद्यालय, वी.सी के माध्यम से जिलाधिकारी चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

कनकपुर-काशीपुर के लाभार्थियों को मंत्री डा. अग्रवाल ने आवास किए आवंटित

शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेम चन्द अग्रवाल द्वारा विधानसभा स्थित सभागार कक्ष 120 में आवास एवं विकास परिषद् द्वारा निजी विकासकर्ता साजिद नदीम के सहयोग से संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना कनकपुर- काशीपुर के लाभार्थियों को ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटित किये गये।

मंत्री ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की अत्यन्त महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत आवास विभाग द्वारा घटक में कार्य किया जा रहा है। आवास विभाग द्वारा कुल 21 परियोजनाओं में कार्य किया जा रहा है।

मंत्री ने अवगत कराया कि आवास विभाग, उत्तराखण्ड द्वारा भारत सरकार से स्वीकृति उपरान्त 21 परियोजनाओं में जिनके कुल 17,304 आवास बनाये जाने पर कार्य किया जा रहा है। विभिन्न प्राधिकरणों द्वारा कुल 05 परियोजनाओं में 3104 ई0डब्ल्यू0एस0 आवासीय इकाईयां प्रस्तावित है, जबकि परिषद् द्वारा कुल 16 परियोजनाओं में 14200 आवास प्रस्तावित है। अब तक 464 आवास निर्मित कर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा लाभार्थियों को उपलब्ध कराये जा चुके है। उत्तराखण्ड आवास एवं विकास परिषद् द्वारा कुल 16 परियोजनाओं में 14,200 ई0डब्ल्यू0एस0 आवासों पर कार्य किया जा रहा है। उक्त योजनाएं वर्ष 2017-18 के उपरान्त समय-समय पर भारत सरकार द्वारा स्वीकृत की गयी थी। विधिक समस्याओं के कारण परियोजनाओं का कार्य मार्च 2022 के उपरान्त मौके पर विधिवत कार्य प्रारम्भ किया गया।

मंत्री ने कहा कि कनकपुर, काशीपुर में 1256 ई0डब्ल्यू0एस0 आवासीय परियोजना में 794 लाभार्थियों का आवंटन ऑनलाईन के माध्यम से किया जा रहा है। अब तक कुल 07 परियोजनाओं में कुल 3188 आवासों का आवंटन किया जा चुका है। शेष 14 परियोजनाओं का आवंटन आगामी 03 माह के अन्तर्गत कर लिया जायेगा।

मंत्री ने कहा कि उक्त परियोजनाओं में रू0 6.00 लाख प्रति आवास की दर से निजी विकासकर्ता द्वारा आवास मय भूमि परिषद् को उपलब्ध करायी जा रही है, जिसमें से रू0 1.50 लाख भारत सरकार द्वारा अनुदान के रूप में तथा रू0 1.00 लाख राज्य सरकार द्वारा अनुदान के रूप में दी जा रही है। शेष रू0 3.50 लाख लाभार्थियों द्वारा वहन किया जा रहा है। विकासकर्ता को यह धनराशि उसके द्वारा किये गये निर्माण की मात्रात्मक एवं गुणात्मक जांचोपरान्त कार्य की प्रगति के अनुसार समय-समय पर निर्गत की जा रही है। उक्त समस्त आवास माह सितम्बर 2024 के पूर्व निर्मित कर लाभार्थियों को हस्तान्तरित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लाभार्थियों को सुविधा हेतु बैंकों एवं गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के माध्यम से आसान किश्तों में गृह ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। लाभार्थियों का चयन भारत सरकार के पोर्टल में पंजीकरण के उपरान्त ऑनलाईन लॉटरी के माध्यम से पूर्ण पारदर्शिता से किया जा रहा है।

मंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को ध्यान रखते हुए आवास आवंटन हेतु प्राथमिकता महिला को दी जा रही है अन्यथा की स्थिति में महिला एवं पुरूष को संयुक्त रूप से आवास आवंटन किया जा रहा है।

इस अवसर पर अपर आवास आयुक्त प्रकाश चन्द्र दुम्का, अधिशासी अभियन्ता आनन्द राम, सहायक अभियन्ता विनोद चौहान एवं टी०एस० पंवार तथा विकासकर्ता साजिद नदीम एवं अजय मंगल भी मौजूद रहे।

सीएम से मिले ले. जनरल एनएस राजा, दिया कुमांऊ रेजीमेंट आने का न्यौता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री से सेना से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की।

लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस. राजा सुब्रमणि ने कहा कि चंपावत में सीएसडी कैंटीन के विस्तारीकरण के लिए धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। रुद्रप्रयाग में भी सीएसडी कैंटीन के लिए भवन बनाया जा रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने उनका आभार व्यक्त किया। लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री को गढ़वाल राइफल्स के रेजीमेंटल सेंटर, लैंसडाउन एवं कुमांऊ रेजीमेंट के सेंटर रानीखेत आने के लिए भी न्यौता दिया।

इस अवसर पर उत्तराखण्ड सब एरिया के जीओसी, मेजर जनरल संजीव खत्री भी उपस्थित थे।

नैनी सैनी एयरपोर्ट में अब सुचारु हो सकेगी हवाई सेवा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए ) द्वारा उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) को नैनी सैनी एयरपोर्ट, पिथौरागढ़ को एरोड्रम लाइसेंस जारी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे राज्य की एयर कनेक्टिविटी की मजबूती की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। विदित है कि मुख्यमंत्री धामी ने नैनी सैनी एयरपोर्ट पिथौरागढ़ को एरोड्रम लाइसेंस देने का अनुरोध किया था।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) को नैनी सैनी एयरपोर्ट पिथौरागढ़ के लिए एरोड्रम लाइसेंस जारी करने से सभी को नैनी सैनी एयरपोर्ट पिथौरागढ़ में लैंडिंग तथा टेक ऑफ सुविधा प्राप्त होगी।

एक्शन मोड में स्वास्थ्य सचिव, नैनीताल जिला अस्पताल में अब्यस्थाओं पर लगाई अधिकारियों को फटकार

नैनीताल। ट्रेनिंग से वापस आते हैं एक बार फिर पहले की तरह स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार पूरी तरह एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं। विगत एक माह से स्वास्थ्य सचिव मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षणरथ थे। प्रशिक्षण खत्म होने के बाद ज्वाइन करते ही स्वास्थ्य सचिव ने ग्राउंड जीरो पर बवस्थाओं को परखना शुरु कर दिया है। बिना समय गवाएं स्वास्थ्य सचिव कुमाऊ दौरे पर निकल गये। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने नैनीताल जनपद के जिला अस्पताल बीडी पांडे का निरीक्षण किया। अस्पताल पहुँचने पर पीएमएस डॉ. एलएमएस रावत व अस्पताल स्टाफ ने उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।

उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव डॉ.राजेश कुमार ने जिला अस्पताल बीडी पांडे का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सर्जिकल वार्ड ,जिरियाट्रिक वार्ड, ऑर्थाे वार्ड, आइसीईयू , चिल्ड्रन वार्ड समेत अन्य वार्डाे का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान साफ़ सफाई को लेकर नाराजगी व्यक्त की, स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल में सीएमओ को सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए, साथ ही वार्डाे के बेडों व बेडशीट्स को बदलने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सचिव डॉ.आर राजेश कुमार ने निर्देश देते हुए कहा आपातकालीन केस आने पर डॉक्टर उपस्थित रहे।

इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल भी जाना और मरीजों से अस्पताल की व्यवस्थाओं व सुविधाओं को लेकर जानकारी प्राप्त की जिस पर उन्हें कोई शिकायत नही मिली। वही पीएमएस से डॉक्टरों की जानकारी ली गई लेकिन पीएमएस को डॉक्टरों की जानकारी न होने पर भी स्वास्थ्य सचिव ने नाराजगी व्यक्त की। इसके अलावा उन्होंने अस्पताल में खराब स्वास्थ्य उपकरण हटाकर नए उपकरण लाने के निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने हेल्थ एटीएम को जल्द शुरू करने के भी निर्देश दिए ,ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सकें। साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि यदि अस्पताल आने वाले मरीजों द्वारा कोई शिकायत मिली या मरीजों के साथ लापरवाही की हुई बर्दाश्त नही की जाएगी।
वही स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि राज्य के अस्पतालों में नर्सों की कमी को पूरा किया जाएगा, जल्द ही एक हजार से अधिक नर्सों की नियुक्ति की जाएगी।

इस दौरान डायरेक्टर तारा आर्य, सीएमओ भागीरथी जोशी, पीएमएस डॉ.एलएमएस रावत, डॉ.अनिरुद्ध गंगोला, डॉ.एमएस रावत, वार्डन शशिकला पांडे, कुंदन बिष्ट समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

पदाधिकारियों से मुख्यमंत्री ने किया रात्रि सहभोज, हुई सराहना

मुख्‍यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के इस बार के चंपावत दौरे में अनोखी पहल देखने को मिली। सीएम के निर्देश पर पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का सहभोज आयोजित किया गया। इस सहभोज की विशेष बात ये रही कि सभी लोग अपने अपने घरों से टिफिन लेकर आए और टिफिन साझा किया। प्रदेश में ऐसा पहली बार किया गया है। सभी ने जमीन पर बैठकर साथ खाना खाया। सीएम धामी ने कहा कि घर से टिफिन लेकर साथ बैठकर भोजन से पारस्परिक सद्भाव, आपसी समन्वय व सहयोग की भावना जागृत होती है। चंपावत को आदर्श जिला बनाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने हैं।

गौरतलब है कि चंपावत विधानसभा जीत के एक वर्ष पूर्ण होने पर सीएम पुष्कर सिंह धामी चंपावत दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल माहरा, जिपं अध्यक्ष ज्योति राय सहित तमाम वरिष्ठजन व भाजपा के जिला पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

श्री रीठा साहिब गुरूद्वारा दरबार में मात्था टेक सीएम ने की प्रदेश की खुशहाली की कामना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत में सिखों के प्रमुख तीर्थ स्थल गुरुद्वारा श्री रीठा साहिब में जोड़ मेले का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री के श्री रीठा साहिब पहुचने पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने श्री रीठा साहिब गुरुद्वारा दरबार मे मत्था टेक कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री ने श्री रीठा साहिब में आयोजित जोड़ मेले की सभी को लख-लख बधाइयां देते हुए कहा की मेरी प्रार्थना है कि यह मेला सभी के जीवन में नव तरंग, नव उमंग और नवसृजन लेकर आए। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज मुख्य सेवक के रूप में रीठा साहिब जैसे पवित्र स्थल पर अरदास करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब में कहा गया है कि जितने बैसन साध जन, सो थान सुहन्दा अर्थात जहाँ महापुरुषों के चरण पड़ते हैं वह स्थान तीर्थ बन जाता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, बताया जाता है कि वर्ष 1501 में श्री गुरु नानक देव जी अपने शिष्य मरदाना के साथ रीठा साहिब आए तो इस दौरान उनकी मुलाकात सिद्ध मंडली महंत गुरु गोरखनाथ के शिष्य ढेरनाथ से हुई। जब गुरु नानक महाराज और ढेरनाथ के बीच लंबा संवाद चल रहा था, तभी शिष्य मरदाना को भूख लगी। जब भोजन ना मिला तो फिर निराश होकर श्री गुरु नानक देव के पास पहुंचा। गुरु नानक देव ने शिष्य के सामने रीठे के पेड़ को छूकर खाने का आदेश दिया। रीठा कड़वा होता है, जानकर भी मरदाना ने गुरु के आदेश का पालन करते हुए जैसे ही एक रीठे को खाया, रीठे के फल को मीठा पाया। तब से इस स्थान का नाम रीठा साहिब पड़ गया और तभी से यहां पर श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में भी मीठा रीठा बांटा जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री रीठा साहिब ऐसा दिव्य स्थान है जहां गुरुनानक देव ने सत्संग कर कड़वे रीठे में मिठास भर कर दुनिया को प्रेम, सेवा व समर्पण का संदेश दिया था। जैसी अनुभूति आप सभी को कार सेवा के समय होती है, वैसी ही अनुभूति आज मुझे ‘जोड़ मेले’ में आप सबके बीच उपस्थित होकर हो रही है। उन्होंने कहा कि आज इस पवित्र अवसर पर आप सभी लोगों के द्वारा मुझे दिया गया सम्मान मेरे लिए महज सम्मान नहीं, बल्कि हमारी सांझी संस्कृति के तेज, त्याग और तपस्या का प्रसाद है, यह सम्मान मेरा नहीं बल्कि प्रदेश की समस्त जनता का सम्मान है। उन्होंने कहा कि मैं आज इस सम्मान को, इस गौरव को गुरु नानक देव जी के चरणों में समर्पित करता हूँ एवं गुरुनानक साहब जी के चरणों में नमन करते हुए नम्रतापूर्वक यही प्रार्थना करता हूँ कि मेरे भीतर का सेवाभाव दिनों दिन बढ़ता रहे और उनका आशीर्वाद ऐसे ही मुझ पर तथा प्रदेश की सवा करोड़ जनता पर बना रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के मेले हमारी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने का काम करते हैं। पहले जब संचार और परिवहन की सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं, तो इन मेलों और त्यौहारों के द्वारा ही मित्रों और सगे- संबंधियों से मुलाकात संभव हो पाती थी। गुरुनानक देव जी की शिक्षाओं में ‘इक ओंकार सत नाम’ का मूल मंत्र गहन प्रेरणा देने वाला है। भलाई के मार्ग पर चलने के साथ-साथ करुणा, न्याय और समानता की भावना को प्रदर्शित करने वाली उनकी शिक्षाएं सारी मानव जाति का मार्गदर्शन करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव जी के ‘नाम जपो, कीरत करो’ के संदेश में उनकी सभी शिक्षाओं का सार है। उनकी पवित्र शिक्षाएं समस्त मानवजाति के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं तथा समाज को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि गुरु महाराज के पवित्र उपदेश बंधुता और सौहार्द की भावना के साथ ही हमें जीवन को सकारात्मक रूप से जीने की प्रेरणा भी देते हैं। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को आत्मसम्मान पर आधारित जीवन जीने का बोध कराया है तथा भारतीय समाज और संस्कृति को एक नयी ऊर्जा और चेतना दी। उनका आध्यात्मिक दर्शन व्यक्ति को सेवा भाव के लिए प्रेरित करने वाला है। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी की ऐसी पवित्र शिक्षाओं के प्रचार और प्रसार के लिए उत्तराखण्ड की धरती समर्पित है। देवभूमि उत्तराखण्ड की यह पवित्र धरती गुरु परम्परा की समृद्ध थाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव जी के इस चमत्कारिक शक्ति केन्द्र रीठा साहिब के अलावा गुरु गोविंद सिंह जी की दिव्य तपस्थली हेमकुंट साहिब, नानकमत्ता साहिब और गुरु परम्परा के अनेक पवित्र स्थल इस उत्तराखण्ड की धरती पर गुरु महाराज की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उत्तराखण्ड में स्थित इन पवित्र सिक्ख तीर्थ स्थानों पर मत्था टेकने की हर संगत की आस होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय में स्थित गुरुओं के पावन द्वार हेमकुंट साहिब की यात्रा का संकल्प लेकर भी अनेक स्थानों से हर साल बड़ी संख्या में संगत हेमकुंट साहिब की यात्रा पर उत्तराखण्ड आती है। उन्होंने कहा कि पहले हेमकुंट साहिब की यह यात्रा कठिन लगती थी पर अब पहाड़ों पर सड़कों के विस्तार हो जाने से सुविधाजनक हो गयी है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए प्रसन्न्ता का विषय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में हेमकुंट साहिब तक रोपवे का निर्माण किया जा रहा हैं। अब दुनियाभर से सिक्ख श्रद्धालु हेमकुंट साहिब के दर्शन सुविधापूर्वक कर पायेंगे। यह प्रधानमंत्री जी के ही कुशल नेतृत्व का प्रतिफल है कि आज करतारपुर कॉरिडोर प्रारंभ करने जैसा कठिन कार्य पूर्ण हो पाया और सिख समाज की जो वर्षों पुरानी मुराद थी वो पूरी हो पाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ओर जहां 26 दिसंबर को गुरू गोविंद सिंह जी के साहिबजादों की शहादत को याद करने के लिए पहली बार ‘वीर बाल दिवस’ मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। वहीं दूसरी ओर गुरू तेग बहादुर जी की जयंती पर सूर्यास्त के बाद लाल किले से जनता को संबोधित कर इतिहास रचने वाले पहले प्रधानमंत्री बने। उन्होंने कहा कि आज हम सब इस पावन पर्व पर गुरुओं की पवित्र शिक्षाओं पर अटूट श्रद्धा और दृढ़ विश्वास के साथ पवित्र परम्पराओं को आगे बढाने का संकल्प लें, साथ ही गुरु महाराज के बताये गये मार्ग पर न्यायपूर्ण, समावेशी और सामंजस्यपूर्ण समाज के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित करने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को लेकर निरंतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के हमारे इस संकल्प की पूर्ति में प्रदेश की जनता का सहयोग हमें इसी प्रकार मिलता रहेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा रीठासाहिब में लधिया नदी में मोटर पुल के निर्माण की घोषणा की गई। गुरुद्वारा में मत्था टेकने के पश्चात मुख्यमंत्री जी ने उससे लगे गुरु गोरखनाथ मन्दिर में भी दर्शन कर आशिर्वाद लिया तथा प्रदेश की सुख-शांति की कामना की।
इससे पूर्व जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गाज चन्योली पहुँचने पर पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान वहां आयोजित कार्यक्रम में नंदा कान्वेंट पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा स्वागत गीत गाकर मुख्यमंत्री का स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया। लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चंपावत प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, चाहे वह फलों के क्षेत्र में हो, साइंस सिटी के क्षेत्र में हो या शिक्षा आदि के क्षेत्र में हो। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि जनपद का सुदूरवर्ती क्षेत्र भी हर क्षेत्र में विकास की धारा से जुड़े और पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुचें। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को रखा गया। मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं पर आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों एवं समस्याओं के समाधान के लिये शीध्र प्रयास किये जायेंगे।
इस अवसर पर कार सेवा प्रमुख बाबा बचन सिंह, बाबा सुरेन्द्र सिंह,बाबा तरसेम सिंह जी, गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह, बाबा जसविंदर सिंह, विधायक लोहाघाट खुशाल सिंह अधिकारी, जिलाध्यक्ष भाजपा निर्मल महरा, देश विदेश से आए श्रद्धालु, विभिन्न जनप्रतिनिधि सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

टनकपुर में मुख्यमंत्री ने खाटू श्याम जागरण में किया प्रतिभाग

टनकपुर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खाटू श्याम दरबार के दर्शन कर टनकपुर में खाटू श्याम मित्र मंडली के तत्वाधान में उत्सव गार्डन में खाटू श्याम जागरण में दीप प्रज्वलित कर प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री धामी ने देर शाम खाटू श्याम के दर्शन एवं पूजा अर्चना कर प्रदेश जनता के सुख और समृद्धि शांति की कामना वहीं दर्शन के तत्पश्चात खाटू श्याम मित्र मंडली द्वारा आयोजित भजन संध्या एवं भव्य खाटू श्याम जागरण में देश के प्रसिद्ध कलाकार राहुल राज म्यूजिकल ग्रुप, मास्टर बॉबी, दिल्ली साक्षी अग्रवाल, राजस्थान अजय सिंह बीकानेर, खाटू श्याम के भजन गाकर दर्शकों का मन मोह लिया।
वहीं बाबा खाटू श्याम जी का जय का उदघोष करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है कि जो मुझे यहां बाबा के भक्ति में विशिष्ट कार्यक्रम में आने का अवसर प्राप्त हुआ जिससे मुझे यहां बाबा के दर्शन करने का मौका मिला यहां आकर सुखद लग रहा है जितने लोग भी इस दरबार में आए हैं उन्हें भक्ति में रस प्राप्त होगा उन्होंने कहा कि आप सभी पर बाबा की कृपा बनी रहे जिस पर भी बाबा की कृपा होगी वह इस दरबार में दर्शन के लिए आएगा। मुझ पर भी यह कृपा बनी अभी मैं आज इस दरबार में पहुंचा बाबा सभी पर कृपा बनाए रखेंगे। राज्य, देश, विश्व का कल्याण करें। उन्होंने कहा कि बाबा की महिमा असीम है मुख्यमंत्री ने कहा कि टनकपुर से बाबा खाटू श्याम राजस्थान तक बस सेवा का संचालन किया गया है जिससे यहां के भक्तों को बाबा के दर्शन आसानी से हो रहे हैं शीघ्र ही देहरादून से भी बाबा खाटू श्याम के लिए बस सेवा संचालित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आज मुझे इन्हीं के आशीर्वाद से प्रदेश की सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह मोदी का नौ वर्ष का सफल कार्यकाल रहा है। इन 9 वर्षों में भारत का मान सम्मान बढ़ा है। भारत दुनिया का ,श्रेष्ठ, समरथ भारत बनने जा रहा है भारत के प्रति लोगों की श्रद्धा बड़ी है इस क्षेत्र में अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं टनकपुर से बागेश्वर तक रेल लाइन के निर्माण की कार्यवाही गतिमान है। मां पूर्णागिरि शारदा घाट समेत अनेक मंदिरों का सुंदरीकरण विकास कार्य करने के साथ ही यहां के विभिन्न धार्मिक स्थलों को मानसखन्ड माला में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि मां पूर्णागिरि मेला वर्ष भर संचालित किए जाने में भी कार्य हो रहा है। टनकपुर में आईएसबीटी पार्किंग निर्माण गेस्ट हाउस निर्माण समेत अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं अन्त में उन्होंने कार्यक्रम आयोजन हेतु सभी को बधाई दी।
इस अवसर पर रोहिताश अग्रवाल, मुख्य यजमान महेंद्र बंसल, राजीव अग्रवाल, संजीव अग्रवाल, संजय गर्ग, राकेश अग्रवाल, अनुज अग्रवाल, मनविंदर छाबरा, वैभव अग्रवाल, राजीव अग्रवाल, संजय अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, मुकेश गोयल, जयश्याम अग्रवाल, सुनील शरन, गोपाल शरन, दीनदयाल अग्रवाल, रिपुदमन तड़ागी सहित आदि लोग मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने ली मानसखंड मंदिर माला मिशन के संबंध में बैठक

मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत प्रथम चरण में चिन्हित 16 मन्दिरों की भव्यता के लिए किये जा रहे कार्यों में तेजी लाई जाए। इन मंदिरों के मार्गों में आवागमन की बेहतर सुविधा के साथ ही अन्य जो भी विकास किया जाना है, उसको सुनियोजित तरीके से समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के सबंध में बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मंदिरों के आस-पास श्रद्धालुओं के लिए ठहरने के लिए होटल, होम स्टे आदि की भी बेहतर व्यवस्थाएं करनी होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत जो भी कार्य किये जा रहे हैं, 20 से 25 सालों में इन धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं की संभावित संख्या को ध्यान में रखते हुए किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत जो मंदिर विकसित किये जा रहे है, श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए आवागमन की और बेहतर सुविधाएं मिले इस दिशा में निरन्तर कार्य किये जायेंगे। इसके लिए रोड़ कनेक्टिविटी को और मजबूत किया जायेगा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसखण्ड कोरिडोर के लिए सड़कों के चौड़ीकरण, सुधारीकरण एवं डामरीकरण के जो कार्य चल रहे हैं उनमें तेजी लाई जाय।
मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 मंदिरों की भव्यता के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें जनपद अल्मोड़ा में जागेश्वर महादेव मंदिर, चितई गोलू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर कटारमल, कसार देवी मंदिर, नन्दा देवी मंदिर, जनपद पिथौरागढ़ में पाताल भुवनेश्वर मंदिर, हाट कालिका मंदिर, जनपद बागेश्वर में बागनाथ मंदिर, बैजनाथ मंदिर, जनपद चम्पावत में पाताल रूद्रेश्वर, मां पूर्णागिरी मंदिर, मां बाराही देवी मंदिर, बालेश्वर मंदिर, नैनीताल जनपद में नैनादेवी मंदिर, कैंचीधाम मंदिर एवं जनपद उधमसिंहनगर में चौतीधाम मंदिर शामिल हैं।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।