आदिकैलाश से विश्व को आध्यात्म का संदेश देने आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारखंड के बाद मानसखंड के विकास को नई दिशा देने के लिए 12 अक्टूबर को दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। यात्रा की शुरुआत प्रधानमंत्री अल्मोड़ा में स्थित जागेश्वर धाम से करेंगे। जागेश्वर धाम अपने पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

जागेश्वर धाम पतित पावन जटागंगा के तट पर समुद्रतल से लगभग 6200 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शिवजी तथा सप्तऋषियों ने यहां तपस्या की थी।

जागेश्वर मंदिरों का निर्माण कत्यूरी राज के कालखंड में हुआ था। जागेश्वर धाम के प्राचीन मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस क्षेत्र में सदियों से आध्यात्म के दर्शन करा रहे हैं। यहां लगभग छोटे-बडे 224 मंदिर स्थित हैं। मंदिरों का निर्माण लकडी तथा सीमेंट की जगह पत्थर की बडी-बडी शिलाओं से किया गया है। दरवाजों की चौखटें देवी देवताओं की प्रतिमाओं से सुशोभित हैं। मंदिरों के निर्माण में तांबे की चादरों और देवदार की लकडी का भी इस्तेमाल किया गया है।

…..कैसे पहुंचे जागेश्वर धाम….
यहां पहुंचने के लिए काठगोदाम अंतिम रेलवे स्टेशन है। दिल्ली आनंद विहार आईएसबीटी और देहरादून से हल्द्वानी व अल्मोड़ा के लिए बस सेवा भी हैं। दिल्ली और देहरादून से वहां की दूरी लगभग 400 किलोमीटर है। अल्मोड़ा से जागेश्वर धाम के लिए टैक्सी सेवा उपलब्ध है। अल्मोड़ा से जागेश्वर धाम की दूरी 35 किलोमीटर है। इसी तरह हवाई जहाज से पंतनगर एयरपोर्ट तक नजदीकी सेवा है। पंतनगर से टैक्सी से जागेश्वर धाम 150 किलोमीटर का सफर तय कर पहुंच सकते हैं।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा उत्तराखंड के मनोरम पिथौरागढ़ जिले में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में होने वाली है। पीएम मोदी 12 अक्टूबर को इस महत्वपूर्ण यात्रा पर निकलेंगे और अपने प्रवास के दौरान उन्हें प्रसिद्ध मायावती आश्रम में ठहराया जाएगा।

वह चीन सीमा के पास स्थित पवित्र स्थल आदि कैलाश पर आशीर्वाद लेने का अवसर प्राप्त करेंगे। यह पवित्र तीर्थ स्थान अपनी लुभावनी सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है जो हर साल अनगिनत भक्तों को आकर्षित करता है। प्रधानमंत्री की उपस्थिति निसंदेह पवित्रता को बढ़ाएगी और समाज के सभी पक्षों का ध्यान आकर्षित करेगी।

इसके अतिरिक्त, पीएम मोदी ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान व्यास घाटी के भीतर बसे जोलिकांग के विस्मयकारी वैभव को देखने की इच्छा व्यक्त की है। यह अभूतपूर्व प्राकृतिक आश्चर्य सुरम्य परिदृश्यों का प्रतीक है जो आगंतुकों के मस्तिष्क और ह्रदय पर एक अमिट छाप छोड़ने के लिए बाध्य है।

प्रधानमंत्री, कुल 4194 करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।

स्थानीय अधिकारी पीएम मोदी के लिए न केवल एक सुचारु यात्रा कार्यक्रम सुनिश्चित करने के लिए बल्कि उनकी पूरी यात्रा के दौरान एक अविस्मरणीय अनुभव सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे लगन से काम कर रहे हैं।

इस महत्वपूर्ण अवसर को लेकर उत्साह दूर-दूर तक महसूस किया जा सकता है, लोग इस ऐतिहासिक यात्रा की झलकियों और अपडेट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। क्षेत्र के भीतर ऊर्जा स्पष्ट है, स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों ही पीएम मोदी को अपनी उपस्थिति से इन उल्लेखनीय स्थानों की शोभा बढ़ाते हुए देखने की संभावना से समान रूप से रोमांचित हैं।

प्रधानमंत्री की यह महत्वपूर्ण यात्रा न केवल उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग के लिए एक जीवंत तस्वीर पेश करती है, बल्कि इस विविधतापूर्ण राष्ट्र के सबसे दूरस्थ कोनों की खोज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में भी काम करती है।

सिडकुल के अधिकारियों पर गिरी गाज, सीएम बोले-भ्रष्टाचार बर्दाश्त नही

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास निगम उत्तराखण्ड लि0 के प्रबन्ध निदेशक रोहित मीणा द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत प्राप्त होने पर और उद्यमियों से असहयोगात्मक रुख़ के कारण सिडकुल के दो अधिकारियों के निलंबन का आदेश जारी किया गया है। जिनमें परविन्दर सिंह, लेखाकार सिडकुल और कमल किशोर कफल्टिया, जन सम्पर्क अधिकारी/प्रभारी क्षेत्रीय प्रबन्धक, सिडकुल काशीपुर हैं। इसके साथ ही सिडकुल के वित्त नियंत्रक मनीष उप्रेती को भी तत्काल प्रभाव से वित्त नियंत्रक सिडकुल के पद से हटा दिया गया है
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जहां राज्य सरकार निवेश सम्मेलन की तैयारी कर रही हैं वहां इस तरह की कार्यप्रणाली को क़तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कुमायूं मंडल में डेंगू नियंत्रण पर अपर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कुमाऊँ मण्डल में डेंगू निंयत्रण, अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, नैनीताल क्षेत्र में भू-स्खलन की स्थिति के बाद राहत सम्बन्धित कार्यों सहित विभिन्न जन समस्याओं का संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कुमाऊँ क्षेत्र में विशेषकर जनपद नैनीताल, उधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, चंपावत व बागेश्वर के डीएम व सीएमओं को डेंगू से बचाव व रोकथाम हेतु प्रभावी समन्वय के साथ तत्काल कार्यवाही की हिदायत दी है।

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कुमाऊँ क्षेत्र में विशेषकर जनपद नैनीताल, उधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, चंपावत व बागेश्वर के डीएम व सीएमओं को डेंगू से बचाव व रोकथाम हेतु प्रभावी समन्वय के साथ तत्काल कार्यवाही की हिदायत दी है। उन्होंने सीएमओ सहित सभी सम्बन्धित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहकर कार्य करते हुए जन जागरूकता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही एसीएस ने कुमाऊँ क्षेत्र में समुचित पेयजल, अस्पतालों में आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, मानव-वन्यजीव संघर्षों की घटनाओं के त्वरित समाधन तथा सड़कों को गडढा मुक्त करने हेतु सम्बन्धित विभागों को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

सचिवालय में समीक्षा बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कुमाऊँ मण्डल में डेंगू निंयत्रण, अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, नैनीताल क्षेत्र में भू-स्खलन की स्थिति के बाद राहत सम्बन्धित कार्यों सहित विभिन्न जन समस्याओं का संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। एसीएस ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन को निरन्तर सजगता से कार्य करना होगा। राज्य में ब्लड बैंकों की कोई कमी नही है। राज्य में डेंगू के 81 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य के ब्लड बैंकों में पर्याप्त मात्रा में ब्लड व प्लेटलेट्स उपलब्ध है। उन्होंने सभी सीएमओ को जिला अस्पतालों के निरन्तर निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांचने तथा जनपद में साफ-सफाई, फॉगिंग, पर्याप्त मात्रा में एलाइजा टेस्ट किट की उपलब्धता, अस्पतालों में पर्याप्त डेंगू वार्ड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।

बैठक के दौरान एसीएस राधा रतूड़ी द्वारा नैनीताल में हाल ही हुई भू-स्खलन की घटनाओं के बाद किये गये राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी ली गई। उन्होंने राहत शिविरों में प्रभावित परिवारों हेतु सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एसीएस ने लोक निर्माण विभाग को क्षेत्र की सड़कों को गडढा मुक्त करने हेतु तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए है। उन्होंने कुमाऊँ मण्डल में अस्पतालों में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं। एसीएस ने अल्मोड़ा में पेयजल तथा बिजली सम्बन्धित समस्याओं के समाधान हेतु जिला प्रशासन को तत्काल पर्याप्त पेयजल व बिजली आपूर्ति के लिए त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए है।

बैठक में अपर सचिव डा0 अमनदीप कौर, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी तथा कुमाऊँ मण्डल के कमीशनर दीपक रावत सहित समस्त जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।

दोस्ती निभाने में नबंर वन साबित होते सीएम धामी, संगठन को मिला लाभ

आज बागेश्वर विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक पार्वती देवी ने विधानसभा में विधायक के रुप में शपथ ली तो स्वतः ही पूर्व मंत्री स्व. चन्दन राम दास याद आने लगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के बाद पार्वती देवी उनके और संगठन के प्रति बड़ी कृतज्ञता प्रकट करते हुए नजर आई। सूत्रों की मानें तो पार्वती देवी ने मुख्यमंत्री का आभार भी जताया कि उनके पति से उनकी की मृत्यु के बाद भी उन्होंने अपनी दोस्ती निभाई है। दरअसल पूर्व मंत्री चन्दन राम दास और पुष्कर सिंह धामी की दोस्ती सत्ता के गलियारों में पहले भी खूब सुर्खिरा बटोर चुकी है। एकाएक उनके देहांत के बाद खाली हुई बागेश्वर विधानसभा सीट पर उनके परिवार के सदस्य को टिकट दिलाना और आखिरी समय तक चुनाव में डटे रहकर सीट जिताने को पार्टी हाईकमान ने भी सराहा है। अब यह बात उनका परिवार भी समझ रहा है कि मुख्यमंत्री धामी ने किस रणनीति के तहत यह पूरा चुनाव भाजपामय किया।
एक समय में कांग्रेस से आये पूर्व प्रत्याशी को जब भाजपा ज्वाइन कराई गई थी तो सत्ता के गलियारों में चर्चा उठ चुकी थी कि पूर्व मंत्री चन्दन राम दास के परिवार को टिकट मिलना मुश्किल है। ऐसे में पार्टी के समर्पित रहे चन्दन राम दास और उनके परिवार के साथ खड़े रहे मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी और दोस्त रहे, दोनों के प्रति सच्ची निष्ठा और वफादारी निभाई। जिसका परिणाम आज भाजपा बागेश्वर का उपचुनाव पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोटों से जीतने में कामयाब रही है।
यह पहला मौका नही है जब मुख्यमंत्री ने ऐसी समझदारी दिखाई हो। पहले भी पार्टी के पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं के प्रति उनका रुझान ऐसे ही देखने को मिला है। वैसे भी धामी को दोस्तों का दोस्त कहा जाता है। मुख्यमंत्री धामी इसका भी लाभ पार्टी (संगठन) को दिलाने में नही चूकते है। धामी के नजदीकी लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री अपने पुराने संबंधों को कभी नही भूलते है। समय-समय पर उनकी मदद करना उनसे मिलना उनकी दिनचर्या का हिस्सा रहा है।
आज पार्वती देवी के विधायक के रुप में शपथ लेने पर मुख्यमंत्री धामी की प्रशंसा हो रही है। ऐसे में कहा जाये कि पूर्व मंत्री के स्वर्गवास के बाद मुख्यमंत्री भी अपने दोस्त को सच्ची श्रद्धांजली दे रहे है। जिसे उनका परिवार और भाजपा संगठन, दोनों महसूस कर रहा है। भाजपा खुश है कि उनकी सीट बरकरार है वहीं, पूर्व मंत्री का परिवार मुख्यमंत्री को दोस्तों का दोस्त कह रहा है।

नवनिर्वाचित विधायक पार्वती देवी ने ली पद की शपथ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को विधानसभा में बागेश्वर विधानसभा से निर्वाचित प्रत्याशी पार्वती दास के शपथ ग्रहण समारोह में प्रतिभाग किया। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने पार्वती दास को विधायक पद की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा की नव निर्वाचित सदस्य पार्वती दास को शुभकामनाएं दी और बागेश्वर की जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बागेश्वर के इतिहास में पहली बार बागेश्वर की जनता ने महिला प्रत्याशी को अपना विधायक चुना है। बागेश्वर के विकास के लिए स्व. चंदनराम दास द्वारा जिन कार्यों को आगे बढ़ाया गया था, अब इन कार्यों को पार्वती दास तेजी से आगे बढ़ाएंगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा के चमन वर्मा की प्रशंसा कर दिया मदद का आश्वासन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में जनपद अल्मोड़ा के चमन वर्मा ने भेंट की। अपने हैरतअंगेज स्टंट और कलाबाजी से इंटरनेट पर छाए पहाड़ के युवा चमन वर्मा को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने उनके प्रयासों की प्रशंसा की और उनके ट्रेनिंग आदि के लिए हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
उन्होंने कहा कि पहाड़ के युवाओं में बहुत प्रतिभाएं हैं, बस उन्हें तराशने और सही प्लेटफॉर्म देने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें युवाओं का प्रेरणास्रोत भी बताया।

स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने किया हल्द्वानी में अस्पतालों का औचक निरीक्षण

देहरादून। डेंगू नियंत्रण अभियान की हकीकत जानने स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार आजकल प्रदेश के दौरे पर हैं। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी जनपद के कोटद्वार के बाद आज स्वास्थ्य सचिव का काफिला कुमाऊ मंडल नैनीताल जनपद के हल्द्वानी शहर पहुँचा।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने आज हल्द्वानी का दौरा किया। उन्होंने डेंगू से निपटने के लिए किये जा रहे इंतजामों का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सचिव ने अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए की गयी व्यवस्थाओं पर नाराजगी जतायी और व्यवस्थाएं दुरस्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि डेंगू के मरीज के इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।

बेस अस्पताल हलद्वनी का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश द्वारा आईसीयू का संचालन न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई । अस्पताल प्रशासन को जल्द से जल्द आईसीयू को चलाने के निर्देश मौके पर दिए गए। सचिव स्वस्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने बेस हॉस्पिटल पर वार्ड में जाकर मरीजों का हाल जाना अस्पताल प्रशासन को किसी भी मरीज के उपचार मैं कोई लापरवाही न हो इसके निर्देश दिये गये। उनके द्वारा द्वारा डेंगू वार्ड, आईसीयू, इमरजेंसी वार्ड, डायलिसिस यूनिट, ब्लड बैंक का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि डेंगू के उपचार के लिये निजी व सरकारी चिकित्सालय पर आयुष्मान कार्ड द्वारा भी उपचार प्रदान किया जाएगा। जिसके निर्देश अधिकारियो को दे दिये गये है।

सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने डेंगू जांचों की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर की । उन्होंने अधिकारियों को जांचों में तेजी लाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सचिव ने कहा अधिकारी कागज पर पेन कम चलकर थोड़ा जांचों में तेजी लाएं जिससे मरीज को समय पर सही इलाज मिल सके। स्वास्थ्य सचिव ने मरीजों और लोगों से भी अस्पताल में व्याप्त सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया।

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया की स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने पूरे प्रदेश के अंदर डेंगू के 307 मामले एक्टिव है।
उन्होंने बताया डेंगू को लेकर अस्पताल में बेड्स पूरी तरह से उपलब्ध हैं, उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से किसी को भी प्लेटलेट्स नहीं दी जाएगी, जरूरत पड़ने पर ही मरीज को प्लेटलेट्स दी जाएगी, डेंगू पर जो भी इलाज है, उसे अस्पताल द्वारा ठीक तरीके से नहीं किया जाएगा तो ₹50000 से लेकर ₹200000 तक का जुर्माना लगाने के प्रावधान बनाए गए हैं,

स्वास्थ्य विभाग के स्पष्ट निर्देश की डेंगू के मामलों को लापरवाही नहीं बरती जाएगी, जो भी प्राइवेट हॉस्पिटल या सरकारी हॉस्पिटल लापरवाही करेगा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी जिलों के जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वह बराबर डेंगू पर अपनी नजर बनाए रखें और डेंगू के मामले को लेकर शासन को लगातार अवगत कराए, सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में अधिक पैसा लिए जाने पर भी उन्होंने कहा की रेट निर्धारित किए गए हैं, अधिक रेट लिए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

इस मौके पर उनके साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भागीरथी जोशी, मेडिकल कालेज हल्द्वानी के प्रधानाचार्य डा. अरुण जोशी, डॉ टिट्याल, चिकित्सा अधीक्षक सुशीला तिवारी अस्पताल, डॉ मनोज कांडपाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ सविता ह्यांकी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक बेस चिकित्सा हल्द्वानी, डा. ऊषा जंगपांगी महिला चिकित्सालय हल्द्वानी भी मौजूद थे।

62 राजकीय इंटर कॉलेज में आधुनिक टेक्नोलॉजी युक्त 220 कंप्यूटर स्थापित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से पिटकुल द्वारा सीएसआर मद के अन्तर्गत प्रदान की जा रही कम्प्यूटर ऑन व्हील वाहन का फ्लैग ऑफ किया। मुख्यमंत्री की प्रेरणा से पिटकुल द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता के प्रसार के लिए चंपावत जनपद के 62 राजकीय इंटर कॉलेज में 110 लाख रुपये की लागत से आधुनिक टेक्नोलॉजी युक्त 220 कंप्यूटर स्थापित किए गये हैं। मुख्यमंत्री ने शिक्षा की बेहतरी एवं छात्रों के व्यापक हित में ऐसे प्रयासों की सराहना की।
प्रबंध निदेशक पी.सी. ध्यानी ने बताया कि पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ने रचनात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक मोबाइल कंप्यूटर वाहन का निर्माण कराया है जिसमें उच्च गुणवत्ता के 10 आधुनिक कंप्यूटर लगे हैं। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस वाहन के 1 वर्ष के संचालन का व्यय भी पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन प्रदान कर रहा है। मोबाइल कंप्यूटर वाहन के निर्माण से लेकर संचालन का कुल खर्च 45 लाख पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ने अपने सीएसआर मद से प्रदान किया है। इस प्रकार कुल एक करोड़ पचपन लाख रूपये सी एस आर मद के अन्तर्गत व्यय किये गये हैं।
इस अवसर पर पिटकुल की अध्यक्षा एवं अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव ऊर्जा आर. मीनाक्षी सुन्दरम, निदेशक परियोजना नीरज टम्टा, मुख्य अभियंता एच एस ह्यांकी, इला पंत, अधीक्षण अभियंता डी पी सिंह, पंकज चौहान आदि उपस्थित रहे।

बागेश्वर उपचुनाव-पहाड़ में सीधे मुकाबले में कम बड़ी नहीं है 2405 वोटो की जीत

बागेश्वर उपचुनाव का नतीजा बहुत कुछ दर्शा गया। भाजपा प्रत्याशी पार्वती देवी 2405 वोटों से चुनाव जीत चुकी है। भाजपा प्रत्याशी की ये जीत पार्टी के भीतर ही कई लोगों को हजम नहीं हो रही है। जबकि 2022 का मुख्य चुनाव और 2023 के उपचुनाव के नतीजों के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। उपचुनाव के सीधे मुकाबले में 2405 वोटों की जीत मामूली नहीं है। भाजपा प्रत्याशी को पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले 1036 वोटो की बढ़त भी मिली है। आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं कि किस तरह बागेश्वर उपचुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी का जादू चला। किस तरह सीएम धामी के दो दिन के चुनावी दौरे ने पूरे चुनाव की तस्वीर ही पलट दी।
बागेश्वर उपचुनाव 2023 कई मायनों में मुख्य चुनाव 2022 से बिल्कुल अलग रहा। 2022 में जहां मुकाबला त्रिकोणीय था, वहीं 2023 में सीधा मुकाबला था। कांग्रेस के मौजूदा प्रत्याशी रहे बसंत कुमार 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी से प्रत्याशी थे और चुनाव में 16100 वोट हासिल करने में सफल रहे थे। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 20100 वोट मिले थे। भाजपा से चुनाव जीते चंदनराम दास को 32 हजार वोट मिले थे। इस तरह यदि 2022 में कांग्रेस और आप के वोट मिला दिए जाते, तो भाजपा 2022 में करीब चार हजार वोट पीछे थे। इस बार बसंत कुमार कांग्रेस के ही टिकट से चुनाव मैदान में थे। इस तरह वो 2022 के चुनाव को देखते हुए 36 हजार वोट की मनोवैज्ञानिक बढ़त में थे। क्योंकि आप के टिकट पर 16 हजार वोट हासिल करके उन्होंने साबित कर दिया था कि ये 16 हजार वोट उनका अपना वोट बैंक है। इस वोट में कांग्रेस के 20 हजार वोट जुड़ने से आंकड़ा 36 हजार के पास पहुंच गया था।
2023 के उपचुनाव में सीधा मुकाबला होने से ये साफ था कि चुनाव कांटे का रहेगा। भाजपा को न सिर्फ कांग्रेस, आप के 36 हजार वोट के हिसाब से अपनी फिल्डिंग सजानी थी, बल्कि जीत का मार्जिन भी बढ़ाना था। 2022 के मुकाबले देखा जाए तो बसंत कुमार के रूप में कांग्रेस को साढ़े पांच हजार वोट कम मिला है। जबकि भाजपा उपचुनाव में पांच प्रतिशत कम वोटिंग होने के बावजूद अपना वोटबैंक 2022 के मुकाबले बढ़ाने में कामयाब रही। 2022 में स्व. चंदनराम दास को 32 हजार वोट मिले थे, जबकि इस बार पार्वती देवी को 33247 वोट मिले। जबकि वोटिंग पिछले चुनाव के मुकाबले कम रही। यूकेडी, सपा, परिवर्तन पार्टी नाममात्र के वोटों में ही सिमट कर रह गई।
इसके साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी ने कुछ कारणों से पूरे क्षेत्र में अपने लिए सहानुभूति का ग्राफ बहुत बढ़ा दिया था। जो लोग मान कर चल रहे थे कि चंदनराम दास के निधन के बाद सहानुभूति पार्वती देवी को मिलेगी, लेकिन वो सहानुभूति कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में रही। भाजपा के भीतर भी एक गुट को चुनाव नतीजे विपरीत आने का ज्यादा इंतजार था। अंदरखाने फिल्डिंग इस तरह सजाई जा रही थी कि चुनाव नतीजे विपरीत आते ही दिल्ली दौड़ लगाई जाए और राज्य को फिर अस्थिरता की ओर धकेल दिया जाए।
इन तमाम लोगों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए बागेश्वर उपचुनाव के अंतिम दिन सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कमान अपने हाथ में ली। धुंआधार प्रचार करते हुए रोड शो निकाल माहौल बनाया। सीएम के प्रचार अभियान, दौरों, रोड शो में स्वतस्फूर्त उमड़ी भीड़ ने कहानी बयां कर दी थी कि नतीजे कहीं नहीं बदलने वाले, जीत पक्की है। पीएम मोदी के विकास कार्यों, केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्यों से जनता को जोड़ने वाले सीएम धामी ने जनता में विश्वास जगाया। लैंड जेहाद, लव जेहाद, सरकारी जमीनों पर बने अवैध धर्मस्थलों पर धामी सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने लोगों में सरकार के प्रति विश्वास जगाया। जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून बना कर धर्मरक्षक धामी के रूप में धर्म, संस्कृति की रक्षा का संकल्प दोहराया। सख्त नकल विरोधी कानून बना कर राज्य के युवाओं में विश्वास जगाया।
बागेश्वर की जनता ने भी सीएम धामी के कार्यों पर मुहर लगा कर भाजपा प्रत्याशी की जीत पक्की की। ये जीत भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के लिए भी कितनी अहम है, इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि देश में हुए उपचुनाव में छह सीटों पर भाजपा को तीन में ही जीत मिली। यूपी की घोसी विधानसभा चुनाव में पार्टी को 24 हजार वोटों से करारी हार मिली। इन हालात में बागेश्वर की जीत बहुत बड़ी और बेहद अहम है। जिसे पार्टी के भीतर के ही कुछ 24 घंटे सपने में सीएम की कुर्सी का सपना देखने वाले हजम नहीं कर पा रहे हैं। न ही उन नेताओं से जुड़ी खबरनवीसों की टोली इस जीत को पचा पा रही है। इन तमाम दांवपेंच चलने वालों को नजरअंदाज करते हुए सीएम अपने कार्यों के दम पर लगातार राज्य और देश की राजनीति में अपना कद ऊंचा करते जा रहे हैं।

अंतिम दिनों में धामी के मैदान में उतरने से बदल गई बागेश्वर उप चुनाव की फिजा

बागेश्वर उपचुनाव के नतीजों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विरोधियों पर फिर से भारी साबित हुए हैं। चुनाव के अंतिम दो दिनों में जिस तरह का धुंआधार प्रचार धामी की अगवाई में हुआ उसने चुनाव की तस्वीर बदलकर रख दी। वहीं जनता ने उपचुनावों के जरिये स्पष्ट संदेश भी दे दिया है कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व पर उन्हें पूर्ण भरोसा है और जिन विकासपरक नीतियों के साथ वे आगे बढ़ रहे हैं, उन्हें जनता हाथों हाथ ले रही है।
बागेश्वर विधानसभा सीट से धामी मंत्रिमंडल के सदस्य रहे चंदन राम दास की बीमारी से हुई मृत्यु के बाद यह सीट रिक्त हो गयी थी। भाजपा ने इस सीट पर उनकी पत्नी पार्वती दास को टिकट दिया था। बागेश्वर चुनाव को लेकर शुरू से ही कांग्रेस की ओर से तमाम बड़े दावे और प्रपंच किये गए लेकिन जनता के दिलोदिमाग पर छाई भाजपा और धामी के तिलिस्म को कांग्रेस नहीं तोड़ पाई।
बागेश्वर सीट पर आई इस जीत के राजनीति के जानकार तमाम मायने बता रहे हैं। जानकारों का मानना है कि जिस तरह से चुनाव के अंतिम दो दिनों तक मुख्यमंत्री धामी ने गरुड़, बागेश्वर और काफली गैर में रोड शो किये और जिस तरह वहां महिलाओं की भीड़ उमड़ी, उसने न केवल धामी की लोकप्रियता को बढ़ाया बल्कि चुनावी नतीजों पर भी मुहर लगा दी थी। आज आयी इस जीत ने धामी सरकार द्वारा राज्य में चलाये जा रहे विभिन्न विकासपरक योजनाओं और विकासवादी एजेंडे पर भी मुहर लगाई है। दूसरा इस चुनाव ने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की पटकथा भी अभी से लिखनी शुरू कर दी है। यह जीत जनता का भाजपा के प्रति राज्य में रुझान भी दर्शा रही है।

दाएं-बाएं करने वालों को भी मिला संदेश
भाजपा प्रत्याशी की इस जीत ने उन तमाम लोगों के मुँह भी बंद करने का काम किया है जो गाहे बगाहे नेतृत्व परिवर्तन और न जाने कैसे कैसे हवाई दावे गढ़ने लगते हैं। बागेश्वर सीट पर हुई इस जीत का संदेश आज दूर तक गया है। दूसरी ओर, इस जीत ने आलकमान को भी पूरी तरह से आश्वस्त कर दिया है कि 2024 के रण में धामी से बेहतर और कोई नेतृत्वकर्ता नहीं हो सकता।