1292 केस मिलने के साथ आज 5 संक्रमित लोगो की मौत

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद अब मरीजों की मौत के आंकड़े भी बढ़ गए हैं। सोमवार को विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे पांच संक्रमितों की मौत हो गई। कोरोना से एक ही दिन में इतनी संख्या में मरीजों की मौत का आंकड़ा 23 जून 2021 के बाद सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार सोमवार को एम्स ऋषिकेश में तीन, दून मेडिकल कॉलेज में एक जबकि पौड़ी जिले में एक संक्रमित की मौत हुई है।
इसके साथ ही राज्य में कोरोना से मरने वालों का कुल आंकड़ा अब 7429 हो गया है। सोमवार को देहरादून में 441, हरिद्वार में 254, नैनीताल में 220, यूएस नगर में 193 नए मरीज मिले। इसके अलावा अल्मोड़ा में 36, बागेश्वर में सात, चमोली में 15, चम्पावत में सात, पौड़ी में 56, पिथौरागढ़ में 12, रुद्रप्रयाग में 14, टिहरी में 28 और उत्तरकाशी में नौ नए संक्रमित मिले हैं।
राज्य भर के अस्पतालों से सोमवार को 294 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या 5009 हो गई है। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 7.57 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 94 प्रतिशत से अधिक चल रही है। सोमवार को कुल 15 हजार सात सौ के करीब सैंपलों की रिपोर्ट लैब से मिली जबकि 21 हजार के करीब सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

पर्यटकों सहित कोरोना के 30 नए मामले मिले
मुनिकीरेती, ऋषिकेश में कोरोना की रफ्तार नहीं थम रही है। सोमवार को दिल्ली के पांच पर्यटकों समेत 30 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। सभी मरीजों को आईसोलेट कराने की प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग की टीम जुट गई है। मुनिकीरेती में कोविड नोडल अधिकारी डा. जगदीश जोशी ने बताया की 16 लोगों के एंटीजन रैपिड टेस्ट लिए गए थे, जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। जबकि चार लोगों की रिपोर्ट निजी लैब से आई है। मरीजों को आईसोलेट किया जा रहा है। वहीं, ऋषिकेश के सरकारी अस्पताल में हुई जांच में 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एसएस यादव ने बताया कि अस्पताल में 137 लोगों की आरटीपीसीआर और 50 लोगों का एंटीजन रैपिड टेस्ट हुआ था, इनमें 10 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। दो लोगों को कोरोना दवा की किट दी गई है। सभी को होम आईसोलेट किया गया है।

अचानक सेवाओं से हटाने पर कर्मचारियों का हंगामा, कनक धनाई ने संभाली कमान

शनिवार को ऋषिकेश एम्स परिसर में एम्स प्रशासन मुर्दाबाद के नारों से गूंज उठा। उत्तराखंड जनएकता पार्टी के संस्थापक सदस्य एवम ऋषिकेश विधानसभा सीट से प्रत्याशी कनक धनाई, निष्काषित 98 कर्मचारियों समेत सैकड़ों की संख्या में लोग एम्स परिसर में एकत्र हो विरोध के नारे लगाने लगे।
बता दें कि एम्स में रोजगार में भ्रष्टाचार एवम इलाज में अव्यस्थाओं को लेकर लोग आए दिन परेशान रहते हैं। एम्स से त्रस्त कर्मचारी पिछले कुछ दिनों से एम्स प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। ऐसे में 98 कर्मचारियों को एक साथ नौकरी से निकाल दिया गया, उपरोक्त सूचना जैसे ही धनाई तक पहुंची वे तुरंत 98 निष्काषित कर्मचारियों समेत एम्स प्रसाशन का घेराव करने पहुंच गए एवम कर्मचारियों को निकाले जाने के स्पस्टीकरण को लेकर नारेबाजी करने लगे। इतने में उजपा के तमाम समर्थक एवम इलाज कराने आये हुए लोग भी प्रदर्शन में शामिल हो गए। लंबे समय की इंतज़ार के बाद जब कोई प्रतिक्रिया नही दी गई तो भीड़ प्रशासनिक कक्ष के बाहर पहुंचकर नारेबाजी करने लगी। स्थिति अनियंत्रित होती देख मौके पर पुलिस बल भी पहुँच गया। काफी देर तक बातचीत का आश्वाशन देकर भी जब कोई बातचीत करने हेतु नही आया तो प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस ने भी जब स्थिति हात से निकलती देखी तो भारी मात्रा में पीएससी बुलानी पड़ी। परिस्थिति को भांपते हुए मौके पर तहसीलदार समेत उप जिला प्रशाशन भी पहुंच गया।
इस मौके पर कनक धनाई ने कहा कि एम्स में रोजगार में हो रही दलाली, स्वास्थ्य सुविधाओं में अव्यवस्थाओं एवम पार्किग में मची लूट को लेकर हम लंबे समय से समाधान एम्स अभियान चला रहे हैं। ऐसे में जैसे ही निकाले गए कर्मचारियों में से ही किसी ने सूचना दी कि टीडीएस कंपनी द्वारा 98 अटेंडेंट को एक साथ हटा दिया गया है तो हम सभी निष्काषित कर्मचारियों के साथ सुबह ही एम्स प्रशासन से जवाब मांगने आ गए। परंतु हमे बस लटकाया जा रहा है कोई संतोषजनक निष्कर्ष नहीं निकाला जा रहा, आवाज को दबाने हेतु पुलिस बल का सहारा लिया जा रहा है। परंतु हम सभी लोग बिना अपना हक लिए यहां से हटने वाले नहीं हैं।
एम्स प्रशासन की ओर से कार्यवाही हेतु 1 हफ्ते का समय मांगा गया है तथा यह निश्चित हुआ है कि 30 जनवरी तक 98 की अटेंडेंट की तनख्वाह यथावत मिलती रहेगी तथा निकाले गए अटेंडेंट को टीडीसी कंपनी उत्तराखंड में किसी भी विभाग में रोजगार मुहैया कराएगी।
मौके पर गुरुमुख सिंह, सोम अरोड़ा, हिमांशु पंवार, चंद्रकांत कलूडा़, रवि कलूडा़, शिवम प्रजापति, अभिषेक शर्मा, शिव प्रसाद रतूड़ी, नितिन पोखरियाल, अभिषेक रावत, निखिल वर्मा, सचिन सेमवाल समेत उजपा के तमाम कार्यकर्ता तथा इलाज कराने आये लोग एवम उनके परिजन प्रदर्शन में मौजूद रहे।

खरोला ने एम्बुलेंस में ईधन भराने पर 50 प्रतिशत मूल्य माफ़ करने की मांग की

कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने जानकारी देते हुए बताया कि आज ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एम्स एंबुलेंस यूनियन के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर समिति संरक्षक जाने का अवसर प्राप्त हुआ। इस अवसर पर समिति द्वारा दीपिका अग्रवाल को अध्यक्ष बनने व सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं और बधाई दी।
खरोला ने कहा कि एम्बुलेंस एक आपातकालीन परिस्थिति में उपयोग होने वाला वाहन है। मरीजों को अस्पताल ने जाने और लाने के काम आती है। इसमें आपातकालीन उपकरण उपलब्ध होते है जो मरीजों को तुरंत राहत पहुंचाते है। यह मरीजों को जल्द से जल्द चिकत्सा संस्थानों और अस्पताल तक ले जाती है।
खरोला ने कहा कि एम्बुलेंस के ड्राईवर रात दिन मरीजो को अस्पताल तक जल्द से जल्द पहुचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालकर तीव्र गति से पहुंचते है और मरीजो की जान को बचाते है उसकी उनकी जितनी तारीफ़ की जाए कम है।
खरोला ने कहा कि कोरोना काल के दौरान जब सब महामारी के डर से घर पर थे तो वही एम्बुलेस में कार्यरत ड्राईवर और एम्बुलेंस के सहायक कोरोना के संक्रमित मरीजो को अस्पताल तक ले जाने में अपने कार्य को पूर्ण जिम्मेदारी के साथ कर रहे थे।
खरोला ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि एम्बुलेंस की गाड़ी में लगने वाले समस्त टैक्स को माफ़ करे और हर बार ईधन भराने पर 50 प्रतिशत मूल्य कम करे।

एम्स कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नही किया जायेगा-खरोला

एम्स के सुरक्षा कर्मियों का धरना रविवार को भी जारी रहा। उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने उत्पीड़न के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
रविवार को वीरभद्र रोड पर एम्स कर्मचारियों के धरने को कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि एम्स कर्मचारियों का उच्च अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा शोषण किया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब से एम्स बना है, तब से कई दफा कर्मचारियों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है। यहां आए दिन छोटे कर्मचारियों के शोषण की खबरें सामने आती रही हैं। भर्ती में धांधली का मुद्दा भी उछला है। कहा कि कांग्रेस कर्मचारियों के साथ है। अगर इनकी मांगों का संज्ञान नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। मौके पर राजेन्द्र गुसाईं, प्रदीप कुमार, भारत सिंह पयाल, पंकज रावत, मेहरबान सिंह राणा, प्यार सिंह राणा आदि मौजूद रहे।

मोबाइल चुराने वाला गिरफ्तार, एम्स की लाईब्रेरी से किया था चोरी

कोतवाली पुलिस के मुताबिक शिकायकर्ता इति जैन पुत्री डॉक्टर पंकज जैन निवासी न्यू आवास विकास जेवी जैन डिग्री कॉलेज रोड, सहारनपुर उत्तर प्रदेश हाल निवासी एमीबीबीएस अंतिम वर्ष एम्स, ऋषिकेश ने पुलिस को एक तहरीर दी थी। जिसमें उसने बताया कि उसका और एक अन्य का मोबाइल एम्स की लाइब्रेरी से अज्ञात व्यक्ति ने चोरी कर लिया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित धारा में केस दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। छानबीन के बाद संदिग्ध की पहचान की गई। जिसे यूपी के बरेली से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को मोबाइल चोर की पहचान वीरपाल पुत्र ओमपाल सुमन निवासी ग्राम सेमी, खेड़ी बहेड़ी देवरनिया, बरेली यूपी के रूप में कराई है। कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि चोरी का माल बरामद होने पर धारा 411 की भी बढ़ोत्तरी की गई है।

स्थानीय लोगों ने कूड़े के ढे़र को हटाने की मांग की

जहां एक तरफ भारत में स्वच्छता अभियान जोरो से चलाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर कूड़े का ढेर राहगीरों का मुसीबत बना हुआ है। यह कहना है स्थानीय लोागों का।
उन्होंने बताया कि टिहरी विस्थापित कॉलोनी के निकटतम क्षेत्र कृष्णा नगर कॉलोनी की ओर जाते हुए मार्ग पर कई वर्षों से कूड़ा का जमा हो रहा है, जिससे क्षेत्र के लोगों के लिए बीमारी जैसे समस्या उत्पन्न हो रही है। बड़े ही चिन्तनीय विषय है कि जिस मार्ग पर कूड़े के ढेर पड़े हुए हैं यह मार्ग ’अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान’ को जोड़ते हुए कोयल घाटी ऋषिकेश के लिए निकलता है। लगभग प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग इस मार्ग पर आवागमन करते रहते है, जो ग्रामीणों के लिए एक मुसीबत बना हुआ है, जिससे अनेकों प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो रही है।
समाजसेवी नवीन नेगी ने बताया कूड़े का ढेर विगत वर्षों से जमा हो रहा हैं, जिसकी ओर प्रशासन का ध्यान बिल्कुल नहीं जा रहा है, जो राहगीरों के लिए बड़ी समस्या का कारण बना हुआ है। कूड़े का ढेर कृष्ण नगर कॉलोनी के 350 मीटर के दायरे में पड़े हुए हैं।
समाजसेवी अनिल रावत ने बताया ग्रामीणों को इस मार्ग पर चलना मतलब बीमारी को निमंत्रण जैसा प्रतीत हो गया है, जो राहगीरों के लिए बडी समस्या हो रही है, सड़क पर लबालब कूड़े के ढेर ग्रामीणों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो रहा है।

सड़क हादसे घायल युवक की मृत्यु

रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर के समय पुलिस को कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि खरोला प्लॉट, खांड गांव के पास एक बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर पड़ी है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे में घायल बाइक चालक दीपक 21 पुत्र राजकुमार निवासी प्रेमगली, प्रतीतनगर, नीरज 22 पुत्र धर्मवीर निवासी वार्ड नंबर 13 निवासी रायवाला को तत्काल ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर नीरज की गंभीर हालत को देखते हुए अस्पताल के चिकित्सकों ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया है। मंगलवार को उपचार के दौरान नीरज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जबकि दीपक को मामूली चोट आई है। रायवाला थानाध्यक्ष भुवनचंद्र पुजारी ने बताया कि बाइक ओवर स्पीड थी, जिस वजह से यह हादसा हुआ है। परिजनों को मामले की जानकारी दे दी गई। शव का पंचनामा भरने के बाद पीएम के लिए भेजा जाएगा।

एम्स के सिक्योरिटी गार्ड ने ही चुराये थे सीसीटीवी कैमरे

कोतवाली पुलिस के मुताबिक 13 नवंबर को ऋषिकेश एम्स अस्पताल के प्रशासनिक कार्यालय की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई। जिसमें बताया किी संस्थान से स्टील फोटोग्राफी कैमरा सहित अन्य सामान चोरी हो गए हैं। जिनकी कीमत आठ लाख रूपये बताई गई। पुलिस ने मामले में चोरी का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। मामले के खुलासे के लिए संस्थान में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। साथ मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया। सीसीटीवी कैमरे की मदद से कैमरा चुराने वाले की पहचान की गई। पुलिस टीम ने आरोपी को एम्स संस्थान के अंदर से ही मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाल महेश जोशी ने बताया की आरोपी पहचान भानु पंवार पुत्र रतन सिंह निवासी सर्वहारा नगर, काले की ढाल, ऋषिकेश के रूप में हुई है। चोरी का माल बरामद होने पर मामले में धारा 411 की बढ़ोत्तरी की गई है।

चोरी करने के बाद पार्किंग के पास बूथ में छिपाये कैमरे
पुलिस पूछताछ में आरोपी सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि वह 9 नवंबर की रात को उसकी डयूटी थी। रात के समय सुरक्षा डैशबोर्ड पर रखी चाबी को उठाकर सीढ़ियों के रास्ते जाकर कमरे का दरवाजा खोला।जहां से उसने कैमरे व अन्य सामान को चोरी कर लिया। चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद चाबी फिर से सुरक्षा डैशबोर्ड पर रख दी थी। पकड़े जाने के डर से उसने कैमरों को पीजी पार्किंग के पास बने एक बूथ पर छुपा दिया। उसके बाद मौका देखकर कैमरों को बाहर जाकर बेच सके।

विभिन्न रोगों के प्रति जागरुक करने के लिए एम्स चलायेगा विशेष सप्ताह अभियान

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में आम लोगों को रोगाणुओं से होने वाले विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से एम्स के डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन व नर्सिंग विभाग द्वारा बृहस्पतिवार से वर्ल्ड एंटीमाइक्रोबायल एवेयरनेस (विश्व रोगाणुरोधी जागरुकता) सप्ताह का आयोजन शुरू किया जाएगा। सप्ताहव्यापी जनजागरुकता कार्यक्रम के तहत परिचर्चाएं, जनजागरुकता रैली, नुक्कड़ नाटक आदि आयोजन किए जाएंगे। एम्स संस्थान के डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन तथा कॉलेज ऑफ नर्सिंग के संयुक्त तत्वावधान में बृहस्पतिवार से वर्ल्ड एंटीमाइक्रोबायल को लेकर जनजागरुकता सप्ताह विधिवत शुरू किया जाएगा। इसके तहत सप्ताहभर विभिन्न दिवस में लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रमों में जहां संस्थान के सीनियर एवं जूनियर रेजिडेंट्स चिकित्सक, नर्सिंग ऑफिसर्स व अन्य हेल्थ केयर वर्कर्स प्रतिभाग करेंगे वहीं आम नागरिकों, मरीजों व उनके तीमारदारों को भी रोगाणुओं से उत्पन्न होने वाली बीमारियों व उनसे बचाव संबंधी विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
आयोजन के बाबत जानकारी देते हुए डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन फैकल्टी डा. प्रसन्न कुमार पंडा एवं कॉलेज ऑफ नर्सिंग के फैकल्टी सदस्य मनीष शर्मा ने बताया ​कि कार्यक्रम का आयोजन एम्स के मेडिसिन डिपार्टमेंट, नर्सिंग कॉलेज तथा अन्य विभागों की ओर से सामुहिकरूप से किया जाएगा। कार्यक्रम के तहत बृहस्पतिवार को प्रथम दिवस एकीकृत रोगाणुरोधी विषय पर एक स्वास्थ्य दृष्टिकोण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, जबकि दूसरे दिन (शुक्रवार) को रोगाणुरोधी दवाओं का उचित उपयोग किए जाने को लेकर आम नागरिकों की जनजागरुकता के लिए रैली निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि 20 नवंबर (शनिवार) को एम्स के ओपीडी एरिया में मेडिकल एवं नर्सिंग विद्यार्थियों द्वारा मरीजों व तीमारदारों को नुक्कड़ नाटक प्रस्तुति के माध्यम से जागरुक किया जाएगा।
सोमवार को रेजिडेंट्स चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ के लिए कार्यशाला, मंगलवार को अस्पताल के विभिन्न वार्डों व आईसीयू का इंटिग्रेटेड एंटीमाइक्रोबायल स्टेवॉडशिप आईएएस चौंपियन 2021 के लिए चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को सप्ताह के अंतिम दिवस फार्मेसी स्टेवॉडशिप पर फोकस करते हुए विभिन्न विशेषज्ञों की संयुक्त परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा।
डॉक्टर पंडा ने मरीजों को सलाह दी है कि वह बिना चिकित्सकीय परामर्श के रोगाणु रोधी दवा नहीं लें। उन्होंने बताया कि इन दिनों रोगाणुरोधी प्रतिरोध बढ़ रहा है, इसे कम किया जा सकता है। मगर जहां लक्षण नहीं हैं वहां उपयोग नहीं करें, जैसे कि वायरल संक्रमण और एंटीमाइक्रोबियल का कम या अधिक उपयोग नहीं करें। हाथों की स्वच्छता, खांसी होने पर स्वच्छता, प्रभावी अपशिष्ट उपचार और समय पर टीकाकरण कराने से रोगाणु रोधी के प्रतिसार से बचा जा सकता है। बताया गया है कि सप्ताहव्यापी कार्यक्रम के आयोजन में मेडिसिन विभाग के डा. प्रसन्न कुमार पंडा व कॉलेज ऑफ नर्सिंग फैकल्टी मनीष शर्मा व राखी मिश्रा अहम भूमिका निभाएंगे।

राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर कई शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन

रक्ताधान औषधि तथा रक्तकोष विभाग में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में माह भर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का रविवार को समापन किया गया।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वैक्षिक रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में एम्स, ऋषिकेश के रक्ताधान औषधि तथा रक्तकोष विभाग की ओर से विभागाध्यक्ष डा. गीता नेगी की देखरेख में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी माहभर विभिन्न रक्तदान शिविरों के आयोजन के साथ ही रक्तदान से जुड़े शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनकी शुरुआत माह के प्रारम्भ में पोस्टर तथा स्लोगन लेखन प्रतियोगिता से की गई।
उक्त कार्यक्रमों में एम्स के छात्र-छात्राओं के अलावा स्टाफ मेबरों व स्वैच्छिक रक्तदाताओं ने भी चढ़कर हिस्सा लिया। रविवार को समापन कार्यक्रम में पोस्टर तथा स्लोगन लेखक प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक प्रोफेसर अरविंद राजवंशी ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदाताओं से लिया गया रक्त सर्वश्रेष्ठ होता है। उन्होंने युवाओं से स्वैच्छिक रक्तदान में बढ़चढ़कर प्रतिभाग करने का आह्वान भी किया।
संस्थान के संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने कहा कि लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान को लेकर प्रेरित करने के लिए इस तरह के शैक्षणिक कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होते हैं। उन्होंने रक्तकोष विभाग के कार्यक्रमों की सराहना की व ऐसे कार्यक्रमों के ज्यादा से ज्यादा आयोजन के लिए प्रेरित किया।
विभागाध्यक्ष डा. गीता नेगी ने बताया कि एम्स प्रतिवर्ष ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता है जिसमें संस्थान के विद्यार्थी, चिकित्सक, कर्मचारियों के अलावा आम नागरिकों का सहयोग प्राप्त होता है। विभाग की फैकल्टी सदस्य डा. दलजीत कौर व डा. आशीष जैन जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन की रक्षा के लिए स्वैच्छिक रक्तदान बेहद जरूरी है, इसके लिए सभी को आगे आने की आवश्यकता है। बताया कि विभाग आगे भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से करेगा।