स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने जारी की गाइडलाइन, जानिए आप भी….

चीन में छोटे बच्चों में सांस से संबंधित बीमारी माइक्रो प्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सभी देशों को अलर्ट जारी किया है। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार ने भी देश के सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने के दिशानिर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के बाद उत्तराखंड सरकार भी सतर्क हो गई है। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने इसको लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं। गाइडलाईन में साफ निर्देश किया गया है कि बच्चों में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के लक्षणों पर विशेष निगरानी रखी जाए।

सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि चीन में बच्चों में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के मामले बढ़ने पर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राज्य में सर्विलांस बढ़ाने के दिशानिर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि राज्य में अभी तक इस तरह का कोई मामला नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी जिलों को भी अस्पतालों में विशेष निगरानी रखने के लिए निर्देश दिए गये हैं। इसको लेकर विस्तृत गाईडलाइन जारी कर दी गई है। राज्य के सभी जिला अधिकारियों, मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने जनपद में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू रोगियों के उपचार के लिए आईसोलेशन बेड/वार्ड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर की प्रयाप्त मात्रा में व्यवस्था की जाये।

एक नजर स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड द्वारा जारी की गई गाईडलाइन पर

सीजनल इन्फ्लुएंजा, मायकोप्लाज्मा निमोनिया, SARS-CoV-2 आदि श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों से बचाव एवं नियंत्रण विषयक।

वर्तमान में चीन देश में सीजनल इन्फ्लुएंजा, मायकोप्लाज्मा निमोनिया, SARS- CoV-2 आदि श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगियों (विशेषकर बच्चों में) की संख्या में निरंतर वृद्धि दर्ज की जा रही है। आगामी माहों में शीत ऋतु के आगमन के साथ ही विभिन्न श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों यथा कोविड-19, सीजनल इन्फ्लूएंजा (H1N1, H3N2) एवं Influenza like Illness (ILI) व Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के प्रसारण की संभावना भी बढ़ जाती है। इसी कम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति एवं स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा DO No. T- 18015/80/2023-IDSP (Pt.1) दिनांक 25.11.2013 प्रेषित किया गया है। अतः उपरोक्तानुसार इन्फ्लुएंजा / निमोनिया रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का जनपद स्तर पर अनुपालन करना सुनिश्चित करें।

1 :- भारत सरकार द्वारा प्रदत दिशा निर्देश “Operational guidelines for revised surveillance strategy in context of COVID-19” (संलग्न) का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।

2 :- सभी चिकित्सालयों में इन्फ्लुएंजा / निमोनिया रोगियो के उपचार हेतु पर्याप्त आईसोलेशन बेड/वार्ड, आक्सीजन बेड, आई०सी०यू० बेड, वेंटिलेटर, आक्सीजन सिलेण्डर इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित रखें।

3 :- समस्त चिकित्सालयों (मेडिकल कॉलेज/जिला/बेस/संयुक्त/ सी०एच०सी०/पी०एच०सी० स्तर तक) में आवश्यक औषधियों (Oseltamivir Cap./Syp., /antibiotics etc), सामग्री (PPE, N-95 Mask, VTM etc) की उपलब्धता एवं चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाये।

4 :- चिकित्सालय एवं समुदाय स्तर पर Influenza like Illness (ILI)/Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के लक्षणों वाले रोगियों की सघन निगरानी की जाये। उक्त सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से आई०डी०एस०पी० के अंतर्गत Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।

5 :- SARI के लक्षणों से ग्रसित रोगियों के Nasal & Throat Swab samples जांच हेतु निकटवर्ती मेडिकल कॉलेज जांच केन्द्रों में संदर्भित किये जायें।

6 :- समुदाय स्तर पर यदि किसी जगह ILI/SARI केस की क्लस्टरिंग मिलती है तो वहां पर जांच सुविधा की उपलब्धता एवं त्वरित नियन्त्रण एवं रोकथाम कार्यवाही की जाये।

7 :-आई०डी०एस०पी० कार्यकम के अर्न्तगत गठित रैपिड रेस्पान्स टीम को इन्फ्लुएंजा / निमोनिया रोग से होने वाली किसी भी असामान्य स्थिति की निरन्तर मॉनिटरिंग तथा नियन्त्रण हेतु त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देश दिये जायें।

8 :- इन्फ्लुएंजा / निमोनिया सम्बंधित रोगों के संचरण से बचाव हेतु आम जनमानस में जागरूकता हेतु विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये

1 :- बच्चों एवं बुर्जुगों तथा किसी अन्य गम्भीर रोग से ग्रसित लोगों में विशेष सावधानी बरती जाये।

2 :- छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रुमाल / टिश्यू का इस्तेमाल करना।

3 :- साबुन पानी से हाथों को स्वच्छ रखना।

4 :- सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करना।

5 :- ILI/SARI के लक्षण होने पर चिकित्सकीय परामर्श लेना तथा चिकित्सकीय परामर्श पर ही औषधि का सेवन करना।

विघ्नसंतोषियों के गजब हाल, पनौती नहीं पापा हैं मोदी! भारत की अर्थव्यवस्था आज 4 ट्रिलियन के पार पहुँची और तुम टीम भारत की हार पर बस करते रहना पनौती-पनौती

लगता है विघ्नसंतोषियों के पास कोई काम ही नहीं है। अहमदाबाद में टीम भारत विश्व कप फाइनल क्या हारी, विघ्नसंतोषियों को तो मानो मौका ही मिल गया। टीम भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर ‘पनौती-पनौती’ के नाम से मुहिम छेड़ दी है। अरे भइया विघ्नसंतोषियों पहले ये तो जान लो जिसे तुम पनौती-पनौती कहकर कीचड़ उछाल रहे वो पनौती नहीं तुम्हारे ‘पापा’ हैं। मोदी जी को जो मैच खेलना है वो तो बहुत बेहतर तरीक़े से खेल रहे हैं। आज जो मैच खिलाड़ियों को खेलना था वो बस बेहतर नहीं कर पाये।

दरअसल, विघ्नसंतोषियों ने शायद आज यह खबर ही नहीं पढ़ी की भारत आज 4 ट्रिलियन की इकॉनमी बन गया है। अगर पढ़ी होती या इतने महत्वपूर्ण घटनाक्रम की जानकारी होती तो शायद ये सब ऊट पटांग बातें न करते। शर्मनाक तो ये की अपने देश के प्रधानमंत्री और अपने देश की टीम के हार में भी विघ्नसंतोषि खुशियां मना रहे हैं।

विघ्नसंतोषियों की जानकारी के लिए बता दें कि ‘भारत की अर्थव्‍यवस्‍था में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई। पहली बार भारत की इकोनॉमी 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच चुकी है और इसके साथ ही यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था वाला देश बनने के बेहद करीब पहुंच चुका है।
वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी में 7.8 फीसदी की ग्रोथ हुई थी। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने देश की अर्थव्‍यवस्‍था पर भरोसा जताया था। शक्तिकांत दास ने 31 अक्‍टूबर को अपने एक बयान में कहा था कि आर्थिक गतिविधयों को देखते हुए कुछ शुरुआती आंकड़ें सामने आए हैं, जिससे उम्‍मीद है कि नंवबर के अंत में दूसरी तिमाही के दौरान आने वाले GDP के आंकड़े चौंकाने वाले होंगे और आज मोदी जी की अगवाई में देश की अर्थव्यवस्था 4 ट्रिलियन हो गयी है, पर विघ्नसंतोषियों के पेट में मरोड़ उठ रही है और उनसे ये हजम नहीं हो रहा।

अबू धाबी में हिंदू धर्म को स्थापित करने का कार्य, सभी भारतीयों के लिए गौरव का पलः धामी


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूएई दौरे के दौरान बुधवार को अबू धाबी में निर्माणाधीन बीपीएस हिन्दू मन्दिर में ईंट रखकर कारसेवा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अबू धाबी में यह अदभुत हिन्दू मन्दिर बन रहा है। यहां पर हिन्दू धर्म को स्थापित करने और मंदिर का निर्माण का जो कार्य चल रहा है, यह हम सबके लिए गौरव के क्षण हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से इस मंदिर का कार्य हो रहा है। उनके नेतृत्व में भारत को विश्व के अन्दर मान-सम्मान और अलग पहचान मिल रही है।

मुख्यमंत्री ने इस भव्य हिन्दू मन्दिर के निर्माण के लिए लगे सभी संयोजनकर्ताओं और निर्माणकर्ताओं का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह हिन्दू मन्दिर सांस्कृतिक विरासत, मूल्यों, सद्भाव और हिन्दू परंपराओं को बढ़ावा देने का कार्य भी करेगा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी उपस्थित थे।

चंद्रयान-3 की सफलता पर देशभर में मना उत्सव, प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने चांद पर इतिहास रच दिया है। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर दी है।

इसरो ने अपने सीधे प्रसारण में इसकी जानकारी दी है। इसरो के इस मिशन को सफल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो को बधाई देते हुए खुशी जाहिर की है। इस दौरान उन्होंने अपने एक संबोधन में कहा कि इस मिशन के बाद हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। इसरो मुख्यालय में विक्रम लैंडर के लैंड होते ही पूरा हॉल तालियों की गड़गड़हाट से गूंज उठा। देशभर में जश्न का माहौल है। जगह जगह पटाखे फूट रहे हैं। लोग हमारे वैज्ञानिकों की कामयाबी पर जश्न मना रहे हैं।

भारत और नेपाल का रहन-सहन, रीति रिवाज लगभग एक जैसाः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आज मुख्यमंत्री आवास में नेपाल के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट की। उन्होंने भारत-नेपाल से जुड़े विभिन्न सम सामयिक विषयों पर मुख्यमंत्री से चर्चा की। प्रतिनिधिमण्डल में पम्पा भूसाल, रामेश्वर राय यादव, सत्या पहाड़ी, सुरेश कुमार राय, चक्रपाणि खनल ‘बलदेव’ शामिल थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत और नेपाल के लोगों में रहन-सहन, धार्मिक रीति-रिवाजों में काफी समानताएं हैं। उत्तराखण्ड का बड़ा क्षेत्र नेपाल की सीमा से लगा हुआ। भारत और नेपाल की चुनौतियां भी लगभग एक जैसी हैं। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों से कहा कि नेपाल के विकास के लिए जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, हर संभव मदद की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखण्ड में मानसखण्ड मंदिरमाला मिशन के तहत कार्य किये जा रहे हैं, इसके तहत पहले चरण में 16 मंदिरों को इससे जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नेपाल का भी काफी क्षेत्र मानसखण्ड में आता है। नेपाल में भी मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत कार्य हों, तो पर्यटन एवं तीर्थाटन के लिए उत्तराखण्ड आने वाले लोगों का रूझान नेपाल की ओर भी बढ़ेगा। जिससे लोगों को आजीविका बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में जन सुविधाओं के दृष्टिगत अनेक योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के तहत पर्वतीय जनपदों में बहुत कम रेट पर साइलेज उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य के गढ़वाल एवं कुमायूं मण्डल में एक-एक इंक्यूबेटर सेंटर बनाया गया है। जिनके माध्यम से लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण एवं अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। इस तरह के मॉडल पर नेपाल में कार्य किये जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है, इसके माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से आगे बढ़ी हैं। अपणि सरकार पोर्टल के माध्यम से अधिकांश जन सुविधायें ऑनलाइन की गई हैं। इस तरह की योजनाओं को नेपाल में आगे बढ़ाने के लिए राज्य से उनको जो भी सहयोग की अपेक्षा होगी, वह सहयोग दिया जायेगा।
पम्पा भूसाल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश को एक युवा और उर्जावान नेतृत्व मिला है। उन्होंने कहा कि मानसखण्ड के तहत जिस योजना से उत्तराखण्ड सरकार कार्य कर रही है, नेपाल के पर्यटन मंत्री को वे इसकी जानकारी देंगी। उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं का क्रियान्वयन उत्तराखण्ड में बेहतर तरीके से हो रहा है और वे नेपाल के हित में भी होंगी, इन योजनाओं के अध्ययन के लिए समय-समय पर नेपाल से डेलिगेशन भेजने के लिए भी नेपाल सरकार से वार्ता की जायेगी।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, मेयर सुनील उनियाल गामा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

सीएम की अपील, नशा मुक्त भारत के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए लें शपथ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नशा मुक्त भारत के लक्ष्यों की पूर्ति हेतु सभी प्रदेश वासियों से शपथ लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि नशा हमारे युवाओं का भविष्य बरबाद कर रहा है। समाज के साथ युवाओं के बेहतर भविष्य के लिये सभी को नशा मुक्ति की दिशा में पहल करनी होगी।

ज्ञातव्य है कि “नशामुक्त भारत“ के लक्ष्य की पूर्ति हेतु गृह मंत्रालय, भारत सरकार के नियंत्रणाधीन नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो द्वारा मादक पदार्थों के विरूद्ध एंटी ड्रग ई-प्लेज अभियान शुरू किया गया है, जिसमें उत्तराखण्ड राज्य से मात्र 0.47 प्रतिशत व्यक्तियों द्वारा ही ई-शपथ ली गयी है, जो कि अत्यन्त ही न्यून है तथा इसमें सुधार किये जाने की आवश्यकता है।

उक्त के दृष्टिगत मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु द्वारा समस्त अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, प्रभारी सचिव को जारी पत्र में स्पष्ट किया है कि दिनांक 26 जून को “विश्व ड्रग्स दिवस के अवसर पर जनता को मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों से जागरूक करने के उद्देश्य से तथा मादक पदार्थों से दूर रहने हेतु प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत प्रदेश के समस्त शासकीय विभागों में कार्यरत कार्मिक https://pledge.mygov.in लिंक के माध्यम से अपने परिवारजनों सहित ई-प्लेज लिया जाना सुनिश्चित करते हुये अन्य लोगों को भी ई-प्लेज हेतु प्रोत्साहित करेंगे।

उत्तराखंड श्री अन्न महोत्सव का केंद्रीय कृषि मंत्री ने किया समापन

अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के उपलक्ष में कृषि विभाग उत्तराखण्ड द्वारा देहरादून में आयोजित उत्तराखण्ड श्री अन्न महोत्सव 2023 के समापन समारोह में मुख्य अथिति के तोर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में पतंजलि के एमडी आचार्य बाल कृष्ण और कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर महोत्सव में उपस्थित सभी अतिथियों ने मिलेट्स पर आधारित विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने सभी अतिथियों का पहाड़ी टोपी, शाल और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत एवं अभिनंदन किया।

कार्यक्रम के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा आयोजित श्री अन्न महोत्सव की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में और कृषि मंत्री जोशी की सूझबूझ के परिणामस्वरूप ये विशाल श्री अन्न महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस अच्छे आयोजन के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्री गणेश जोशी को और राज्य के कृषि मंत्रालय को अपनी ओर से बधाई दी। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा मिलेट्स को भोजन की थाली में सम्मान जनक स्थान मिले और दुनिया के भोजन की थाली में भी सम्मान जनक स्थान मिले, इसलिए मिलेट्स पर काम करना जरूरी था। इसी दृष्टिकोण के आधार पर भारत सरकार ने इस मिलेट्स को पोषक अनाज के रूप में अधिसूचित किया। साल भर अभियान चलाया, पोषकता के लिए और बाद में संयुक्त राष्ट्र संघ में भी नरेंद्र मोदी जी ने ज्वार-बाजरा, कोदो, कुटकी, रागी, मंडुआ इसकी जो वैज्ञानिक प्रमाण हैं, जो इसमें पोषक तत्वों की भरमार है, उसको तथ्यात्मिक रूप से वैश्विक मंच के ऊपर रखा। उन्होंने 72 देशों ने जो वहां उपस्थिति थे, प्रधानमंत्री के इस प्रस्ताव का समर्थन किया और संयुक्त राष्ट्र संघ ने तय किया, 2023 सारी दुनिया में मिलेट ईयर के रूप में मनाया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा उत्तराखंड सरकार द्वारा इस आयोजन से मिलेट्स की महत्ता का भी ज्ञान बढ़ेगा। मिलेट्स के जो उत्पाद है, लोग उनसे भी परिचित होंगे। इसकी मांग बढ़ेगी। उन्होंने कहा श्री अन्न की मांग बढ़ेगी तो किसानों को उत्पादन करना पड़ेगा, किसान उत्पादन करेंगे, तो किसान को फायदा होगा अच्छा मुनाफा मिलेगा। केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा जब भारत श्री अन्न (मिलेट) की अगुवाई कर रहा है, तो सबसे पहले उत्पादन भी हमारे यहां बढ़ेगा। उत्पादकता भी हमारे यहां बढ़ेगी और प्रोसेसिंग भी हमारे यहां बढ़ेगी। और जब प्रोसेसिंग हमारे यहां होगी, तो हमारे ही उत्पाद का सारी दुनिया में निर्यात भी बढ़ेगा और हमारी अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

पंतजली के एमडी आचार्य बाल कृष्ण ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में प्राचीन काल से ही श्री अन्न की खेती होती थी। देवभूमि उत्तराखण्ड मोटे अनाजों की राजधानी रही है। आज दुनिया श्री अन्न के महत्व को समझ रही है। हमें पूर्ण विश्वास है यह आयोजन ‘श्री अन्न’ को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा। इस तरह के आयोजनों से न केवल मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे किसानों को भी मोटे अनाजों से संबंधित आवश्यक जानकारियां भीं प्राप्त होंगी तथा किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा श्री अन्न उत्तराखंड की परंपरागत खेती में है। श्री अन्न स्वास्थ्य की दृष्टि से इतना लाभदायक है कि जो कभी गरीबों का खाद्यान्न हुआ करता था, आज अमीरों की थाली में शामिल हो गया है। जोशी ने कहा श्री अन्न के प्रोत्साहन और उसके प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लगातार विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में स्टेट मिलेट मिशन के अंतर्गत 73 करोड़ रूपए की बजट में प्रावधान किया गया है। कृषि मंत्री ने मडुंवा, झिंगौरा जैसी फसलों को पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ावा देकर कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए भी विभाग के संकल्प को दोहराया।उन्होंने नया नारा देते हुए कहा कि कौंदा-झिंगौरा खाऐंगे, आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड बनाऐंगे।

इस अवसर पर वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सचिव कृषि बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, निदेशक कृषि गौरीशंकर, अपर निदेशक केसी पाठक, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, जैविक उत्पाद परिषद के एमडी विनय कुमार सहित कई अन्य अधिकारी एवं प्रदेश के सभी जनपदों से आये हुए कृषक भाई-बहन उपस्थित रहे।

विश्व के नेताओं में पीएम मोदी फिर अव्वल


ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बार पुनः प्रथम स्थान पर रहने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं प्रदान की हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मॉर्निंग कंसल्ट की ओर से जारी विश्व नेताओं की यह 76 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग दर्शाती है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में उनके प्रशंसक और चाहने वाले हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है। आज पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत का परचम समूचे विश्व में लहरा रहा है।

उत्तराखंड को मिली जी-20 सम्मेलन की मेजबानी, दो प्रोग्राम होंगे ऋषिकेश में

पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग नगरी के रूप में अपनी पहचान बना चुका ऋषिकेश, अब जी-20 देशों की मेजबानी के साथ एक बार फिर विश्व के नक्शे में चमकेगा।

बता दें कि ग्रुप ऑफ 20 देशों के दो आयोजनों की मेजबानी उत्तराखंड को मिली है दोनों आयोजन मई और जून 2023 में ऋषिकेश में होंगे। इसमें 20 देशों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे।

ऋषिकेश विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद्र अग्रवाल ने जी-20 की मेजबानी के लिए ऋषिकेश के चयन के लिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कारण ही जी-20 की मेजबानी भारत को मिला। साथ ही उत्तराखंड के विकास प्रति उनके लगाव के कारण ही ऋषिकेश को भी मेजबानी करने का मौका मिल रहा है।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि इससे देश में खासकर उत्तराखंड को लेकर विश्वभर से आए लोगों को विकास के रूप यहां संभावनाएं देखने को मिलेगी। साथ ही पर्यावरण, हिमालय सहित बायोडायवर्सिटी के अध्यन से विश्व को अध्ययन का मौका मिलेगा।

रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में इंडिया की हौसलाअफजाई को गर्वनर संग सीएम भी पहुंचे

रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का मैच भले ही डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुआ, लेकिन प्रदेशभर से आये लोगों से देहरादून का इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम खचाखच भरा था। (india legends beat england legends by 40 runs in road safety world series) इस मैच में इंडिया लीजेंड्स ने इंग्लैंड लीजेंड्स को 40 रनों से हरा दिया। राज्यपाल ले. ज. (रि.) गुरमीत सिंह, सीएम धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या भी दर्शकों का उत्साह बढ़ाने स्टेडियम पहुंचे।

इंडिया लीजेंड्स के लिए जैसे ही सचिन तेंदुलकर और नमन ओझा पारी की शुरुआत करने उतरे, स्टेडियम सचिन सचिन के नारों से गूंज उठा। सचिन ने भी फैंस को निराश नहीं किया और आकर्षक स्ट्रोक खेलकर 1998 के दौर की याद दिलाई। बारिश के कारण 15- 15 ओवर के मैच में सचिन की तूफानी पारी (20 गेंदों पर 40 रन, 3छक्के, 3 चौके) की बदौलत भारतीय लीजेंड्स ने 5 विकेट पर 170 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया।

सचिन और ओझा ने तूफानी शुरुआत दी, और 5 ओवर में ही 64 रन जोड़ डाले। लेकिन बीच मे अचानक 3 विकेट गिरने से पारी थोड़ा लड़खड़ाई। यूसुफ पठान के 11 गेंदों पर 27 और युवराज सिंह के 15 गेंदों पर 31 रन की बदौलत भारत ने 170 का पहाड़ से स्कोर खड़ा कर दिया। भारतीय बल्लेबाजों की तूफ़ानी पारियों ने दर्शकों का पैसा वसूल कर दिया। इंग्लैंड के लिए स्टीफन पैरी ने 3 विकेट चटकाए।

जवाब में इंग्लैंड ने ठोस शुरुआत की। लेकिन राजेश पवार ने दिमित्री को आउट कर पहली सफलता दिलाई। इसके बाद लगातार विकेट गिरते गए और इंग्लैंड 15 ओवर में 6 विकेट पर 130 रन ही बना सका। इंग्लैंड के लिए मस्टर्ड ने सबसे ज्यादा 29 रन बनाए। भारत की ओर से राजेश पवार ने 3 विकेट चटकाए।