1444 ग्रामों को अधिसूचित कर नियमित पुलिस व्यवस्था स्थापित की

राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों के कतिपय भागों में विद्यमान राजस्व पुलिस व्यवस्था को समाप्त कर नियमित पुलिस व्यवस्था स्थापित किये जाने की कार्यवाही की जा रही है। इस सम्बन्ध में राज्य के सामरिक, पर्यटन एवं आपराधिक गतिविधियों वाले स्थानों पर 6 नये थाने एवं 20 रिपोर्टिंग पुलिस चौकियों का गठन करते हुए कुल 1444 ग्रामों को अधिसूचित किया गया है। जिसमें देहरादून की 1 चौकी के कुल 14 गांव, पौड़ी के 1 थाना व 1 चौकी कुल 270 गांव, टिहरी के 1 थाना व 3 चौकी के कुल 267 गांव, चमोली के 1 थाना व 3 चौकी के कुल 120 गांव, रूद्रप्रयाग के 2 चौकी के कुल 104 गांव, उत्तरकाशी के 2 चौकी के कुल 47 गांव, नैनीताल के 1 थाना व 4 चौकी के कुल 121 गांव, अल्मोड़ा के 2 थाना व 3 चौकी के कुल 398 गांव तथा चम्पावत के 1 चौकी के कुल 103 गांव हैं।
इन क्षेत्रों में नवीन थाने एवं पुलिस चौकियां स्थापित होने से अपराध एवं असामाजिक गतिविधियों में कमी आयेगी ति नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ने से र्प्यटन एवं व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उक्त विषय पर राज्य सरकार पर्यटन गतिविधि, संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण क्षेत्रों का चिन्हीकरण करते हुए चरणबद्ध रूप में कार्यवाही कर रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर कानून व्यवस्था के दृष्टिगत वर्तमान पुलिस राजस्व व्यवस्था के स्थान पर नियमित पुलिस व्यवस्था का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड पर्यटन प्रदेश के साथ देवभूमि भी है प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु प्रदेश में आते हैं, इस दृष्टि से भी राज्य की कानून व्यवस्था का बेहतर होना जरूरी है।

सख्त नकल विरोधी कानून की ओर बढ़ रहे सरकार के कदम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जीरो टॉलरेंस आन करप्शन की नीति और नकल माफियाओं के विरुद्ध कठोर कार्यवाही के निर्देश के क्रम में आज एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। राज्य कैबिनेट द्वारा प्रदेश में भर्तियों में भ्रष्टाचार रोकने के लिये प्रदेश में शीघ्र सख्त नकल विरोधी कानून बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कानून को इतना सख्त बनाया जायेगा कि भविष्य में कोई इस बारे में सोचे भी नहीं। सख्त नकल विरोधी कानून में दोषी का उम्र कैद की सजा का प्राविधान तो होगा ही उसके द्वारा अर्जित संपत्ति को जब्त किये जाने का भी व्यवस्था रहेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लगातार जीरो टॉलरेंस ऑन करप्शन की नीति से कोई समझौता न करने की बात कही है। उन्होंने कहा है भर्ती प्रक्रिया में यदि कोई अनियमितता है तो इसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। अपने प्रदेश के ईमानदार और परिश्रमी युवाओं के साथ हमारी सरकार अन्याय नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी की जांच करने वाली एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। उत्तराखंड के युवा का हक मारने वाले किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। सरकार ये सुनिश्चित कर रही है कि भविष्य की सभी भर्ती परीक्षाए स्वच्छ और पारदर्शी हो। अब भविष्य में कोई इन परीक्षाओं में गड़बड़ी करने की हिम्मत न कर सके। नकल विरोधी कानून के प्रविधानों से यह व्यवस्था बन जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं का मनोबल बनाये रखने के लिये राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से शीघ्र परीक्षाएं कराकर युवाओं को नौकरी देना सरकार की पहली प्राथमिकता है। युवा बेरोजगारों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धी माहौल देने के लिये सरकार कृत संकल्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अब यह भी व्यवस्था बनायी गई है कि लोक सेवा आयोग एवं अधीनस्थ चयन सेवा आयोग द्वारा भविष्य में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में अभि सूचना इकाई को भी सक्रिय किया जायेगा, ताकि इन परीक्षाओं की कड़ी निगरानी हो सके। उन्होंने कहा कि नकल माफियाओं के लगातार सक्रिय रूप से तैनात होने तथा परीक्षा पेपर को लीक आउट कराये जाने से परीक्षा देने वाले अन्य अभ्यर्थी, जो दिन-रात मेहनत करते हैं, उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इन्ही तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अब निर्णय लिया गया है कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग, हरिद्वार तथा उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, देहरादून द्वारा भविष्य में आयोजित होने वाली परीक्षाओं से पूर्व अभिसूचना इकाई को सक्रियता से तैनात किया जाय, ताकि ऐसी पुनरावृत्ति न हो पाये। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के स्तर पर आदेश भी निर्गत किये जा चुके हैं।

सहारा के खाताधारकों व एजेंटों ने की कोतवाल ऋषिकेश से मुलाकात, रखी समस्या

भाजपा नेता एवं नगर उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री प्रतीक कालिया के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में सहारा के खाताधारको एवं एजेंटों ने ऋषिकेश कोतवाली में कोतवाल के आर पांडेय व वरिष्ठ उपनिरीक्षक डीपी काला से मुलाकात कर अपनी जमा धनराशि की वापसी के लिए वार्ता की।

कोतवाल के आर पांडेय से प्रतीक कालिया ने वार्ता करते हुए बताया कि ऋषिकेश शहर व ग्रामीण क्षेत्रों से करोड़ों रुपए सहारा इंडिया में लोगों का जमा है और बरसों से यह उनके रुपए इन्हें वापस नहीं मिल रहे हैं। लिहाजा इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई कर लोगों की जमा पूंजी को वापस कराया जाए। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कोतवाल ने ऋषिकेश ब्रांच मैनेजर से फोन पर बातचीत की।
इस पर ब्रांच मैनेजर ने कहा कि 12 जनवरी को पूरे देश में लगभग साढ़े छह हजार मुकदमे सहारा इंडिया पर दर्ज किए गए हैं और उसका फैसला आने वाला है यदि वापसी हेतु सहारा इंडिया कोर्ट के आदेश को मानता है तो हम सभी के पैसे वापस करेंगे हमारे लिए संभव नहीं है कि हम सभी खाताधारकों के रुपए वापस कर सकें।

इस पर कोतवाल ने कहा कि यदि 12 तारीख तक जमा राशि लोगों की नहीं दी गई तो हम मुकदमा दर्ज करेंगे और कठोर से कठोर कार्रवाई का आश्वासन देने पर सभी लोग वापस आए।

कोतवाल से मिलने वालों में प्रमुख रूप से श्याम बिहारी मौर्य, हरिओम गुप्ता, सुनील झंडियाल, नरेंद्र सिंह नेगी, राजेश साहनी, शिवप्रसाद सिंह, प्रमोद कुमार पार्षद शिव कुमार गौतम आदि शामिल थे।

रात में लूट करने के आरोप में पुलिस ने तीन को किया गिरफ्तार, एक फरार

नशे का शौक पूरा करने को रात में राह चलते राहगीर से मोबाइल फोन, पर्स आदि की लूट करने वाले तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि एक युवक फरार होने में कामयाब रहा।

कोतवाल केआर पांडे के मुताबिक, 25 दिसंबर को कोतवाली में बृजेश कुमार पुत्र सुरेश पाल सिंह निवासी न्यू शताब्दीपुरम मकान नंबर 51 गोविंदपुरम गाजियाबाद ने तहरीर दी। बताया कि बीती रात्रि चंद्रेश्वर नगर तिराहे के पास स्कूटी सवार अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा उनका मोबाइल फोन एवं पर्स जिसके अंदर नकद रुपए एवं अन्य कागजात को लूट लिया है।

पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जिन्हें आज गिरफ्तार कर लिया गया। कोतवाल पांडे ने आरोपियों की पहचान 20 वर्षीय अनुराग राजपूत चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश, आर्यन सरदार निवासी दुर्गा मंदिर के पास चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश और अमन गौड़़ निवासी चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश के रूप में कराई है, जबकि 25 वर्षीय अर्जुन गौड़ निवासी शीशम झाड़ी थाना मुनिकीरेती टिहरी गढ़वाल भागने में कामयाब रहा।
पुलिस ने आरोपियों ने सामान भी बरामद किया है।

ऋषिकेश में बेपटरी हो चुकी ट्रेफिक व्यवस्था को संवारा जाएः डा. अग्रवाल

क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत कानून व्यवस्था, ट्रैफिक व्यवस्था, आस्था पथ पर असामाजिक तत्व, श्यामपुर फाटक पर जाम सहित मादक पदार्थों की हो रही अवैध तस्करी को रोकने के निर्देश प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश को दिए।

बैराज रोड स्थित कैम्प कार्यालय में ऋषिकेश कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक श्री के आर पांडेय के मंत्री डॉ अग्रवाल से मुलाकात की। इस दौरान मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने नगर क्षेत्र में मादक पदार्थों की हो रही होम डिलीवरी पर चिंता जताई।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि क्षेत्र में धड़ल्ले से मादक पदार्थों की अवैध बिक्री की जा रही हैं, इससे युवाओं का भविष्य असुरक्षित हो रहा है, उन्होंने मादक पदार्थाे की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है, इससे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के हौसले बुलंद हो रखे है, इसको सुधारने के लिए मंत्री डॉ अग्रवाल ने निर्देश दिए।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि श्यामपुर फाटक सहित नगर के प्रमुख चौराहों पर जाम की स्थिति प्रतिदिन देखने को मिलती है, इससे कम दूरी का सफर ज्यादा समय में तय करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था पर भी ध्यान रखा जाए और श्यामपुर फाटक पर सिपाही तैनात कर जाम की स्थिति को नियंत्रित किया जाए।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि आस्था पथ पर असमाजिक तत्वों की आमद बढ़ गयी है, इस पर अंकुश लगाया जाए। इस मौके पर स्पेशल ब्रांच इंचार्ज पीएस रावत, वरिष्ठ उप निरीक्षक डीपी काला मौजूद रहे।

उत्तराखंड में खत्म होगा धार्मिक कब्जों का खेल

उत्तराखंड सरकार में इन दिनों अवैध धार्मिक स्थलों को हटाने का काम जोरों पर चल रहा है। अवैध कब्जों पर सीएम धामी के निर्देश के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है। राजधानी देहरादून में दो दिनों में लगभग 15 से अधिक मजारों को हटाया गया है तो अब यह सिलसिला दूसरे जिलों में भी शुरू हो गया है। पौड़ी में भी एक चर्चित मजार को जिला प्रशासन ने हटा दिया है। चर्चित इसलिए क्योंकि इस मजार के जीर्णाेद्धार के लिए विधायक राजकुमार ने 2 लाख अपनी विधायक निधि से दिए थे। प्रशासन ने इसे भी अवैध निर्माण बताते हुए ध्वस्त कर दिया है।
पौड़ी जिले के कल्जीखाल ब्लॉक में बरसों पहले बनी एक मजार को राजस्व प्रशासन ने बुधवार को ध्वस्त कर दिया है। बताया गया है कि जब मजार की जांच की गई तो दस्तावेजों में यह चारागाह में निर्मित पायी गई। इसे प्रशासन ने अतिक्रमण मानते हुए बुधवार को यह ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। इस संबंध में डीएम ने भी पौड़ी के एसडीएम से रिपोर्ट मांगी थी। बताया जा रहा है कि यह मजार करीब 20 साल पहले बनाई गई थी। पौड़ी एसडीएम आकाश जोशी ने पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कल्जीखाल ब्लॉक के गांव चिलोली की सरहद में एक मजार चारागाह भूमि पर बनी थी। राजस्व रिपोर्ट मिलने के बाद बुधवार को मजार को ध्वस्त कर दिया गया। चारागाह वाली भूमि पर किसी तरह भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है। यह अतिक्रमण की श्रेणी में आता है।
हालांकि, इस मजार के पास विधायक निधि से एक टिनशेड निर्माण को लेकर भी सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से चर्चाएं हो रही है। पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी से संपर्क करने पर दूरभाष पर बताया कि उन्होंने किसी धर्मस्थल को बनाने के लिए कोई निधि नहीं दी है। मंडल अध्यक्ष ने इस संबंध में यहां एक टिनशेड स्थानीय लोगों के धूप और बारिश से बचने के लिए बनाने का प्रस्ताव दिया था। सरकार ने बताया प्लान तो विपक्ष ने किया पलटवारपोरी ने कहा कि मणधार में उन्होंने विधायक निधि से दो लाख की धनराशि टिनशेड निर्माण के लिए स्वीकृत की। विधायक ने कहा कि कुछ मीडिया खबरों में इसे गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है और उसे दूसरा रंग देने की कोशिश की जा रही है, जो कि सही नहीं है।

नैनीताल में दुष्कर्म के बाद धर्म परिवर्तन का मामला, मुकदमा दर्ज

नैनीताल में नाम बदलकर युवती से दोस्ती और फिर दुष्कर्म के बाद धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने पीड़ित युवती की तहरीर पर आरोपी समेत पांच पर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2018 के तहत कुमाऊं में दर्ज यह पहला मुकदमा है।

कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि क्षेत्र निवासी एक युवती ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि साकिब सैफी उर्फ शिव ठाकुर निवासी बंबाघेर ने उसके साथ नाम बदलकर दोस्ती की। जान पहचान होने पर साकिब ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जब उसे साकिब की असलियत पता चली तो उसने विरोध किया।

आरोप है कि युवक ने उसे पीटा और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद साकिब ने अपने दोस्तों के साथ उसकी बहन का भी पीछा करवाया। तहरीर में बताया कि आरोपी के परिजन भी उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे हैं।

कोतवाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर पुलिस ने साकिब सैफी ऊर्फ शिव ठाकुर, सबा, यूनुस, राहिला और गजाला के खिलाफ धारा 323/354/354डी/376/504/506 व उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2018 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
बताया कि आरोपी की ओर से भी तहरीर दी गई है जिसमें युवती ने शादी के लिए धर्म परिवर्तन करने की बात कही है। प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। इधर, सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

पेपर लीक मामले में यूपी का अधिकारी गिरफ्तार

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक (UKSSSC paper leak case) मामले में एसटीएफ ने बड़े दिनों बाद एक और गिरफ्तारी की है। मामले में मास्टरमाइंड माने जाने वाले केंद्रपाल के सहयोगी मनोज कुमार चौहान को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मनोज सहारनपुर में पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर तैनात है। पेपर लीक मामले में एसटीएफ की 43वीं गिरफ्तारी है।

कुछ दिनों पहले पेपर लीक मामले में 19 आरोपियों ने जमानत ले ली थी, इससे केस के कमजोर होने की बात उठने लगी थी। लेकिन मंगलवार को एसटीएफ ने यूपी से एक और गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार पशुधन प्रसार अधिकारी मनोज चौहान पूर्व में अरेस्ट किए गए मास्टरमाइंड केंद्रपाल का सहयोगी है।

एसटीएफ द्वारा पेपर लीक मामले सभी अभियुक्तों की आगे की कड़ियों की लगातार तलाश जारी रखी हुई है। इस दौरान अभियुक्त केन्द्रपाल ने जिन अभ्यर्थियों को नकल करायी गयी है, उनका चिन्हीकरण किया जा रहा है। नकल करने वाले अभ्यर्थियों से पूछताछ में पता चला कि करीब 8 से 10 अभ्यर्थियों ने नकल करने बाद अपनी पेमेन्ट मनोज कुमार चौहान को दी थी। जिसने उन सभी को केन्द्रपाल व ललितराज शर्मा के नकल सेन्टर में परीक्षा कराने हेतु भेजा गया था। इस कड़ी में अभी अन्य अभ्यर्थियों को भी चिन्हित किया जा रहा है जिनके द्वारा परीक्षा में किसी न किसी के माध्यम से धांधली कर नकल की गयी है।

पुलिस नार्कों टेस्ट के लिए देगी कोर्ट में अर्जी, 10 दिन में दाखिल होगी चार्जशीट

वनंतरा प्रकरण में बड़ी अपडेट सामने आई है। युवती की हत्या करने वाले तीनों आरोपितों का नार्काे टेस्ट होगा। इस बात का खुलासा एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने किया है। टेस्ट के लिए पुलिस जल्द कोर्ट में प्रार्थना पत्र जारी करेगी। वहीं रिसॉर्ट में कार्यरत युवती की हत्या के मामले में एसआइटी 10 दिन के अंदर आरोपितों के विरुद्ध कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर सकती है।
पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एडीजी ने बताया कि 10 दिन के अंदर-अंदर चार्जशीट जारी कर दी जाएगी। हत्या, साक्ष्य मिटाने, आपराधिक षड्यंत्र, अनैतिक कार्य के लिए दबाव डालने के तहत चार्जशीट दाखिल की जाएगी। रिसॉर्ट में वीआईपी के मामले में एडीजी ने दोहराया कि वहां पर वीआइपी रूम है। उसमें ठहरने वालों को ही वीआइपी कहा जाता है। घटना वाले दिन उस कमरे में कोई नहीं ठहरा था। घटना के पहले व बाद कमरे में जो भी ठहरा था उनसे पूछताछ कर ली गई है। वहीं, इस मामले में एसआइटी ने काफी इलेक्ट्रानिक व फोरेंसिक साक्ष्य जुटा लिए हैं। हालांकि, चंडीगढ़ लैब भेजे गए साक्ष्यों में से एक-दो की रिपोर्ट अब तक एसआइटी को नहीं मिल पाई हैं। आरोप पत्र दाखिल करने के लिए एसआइटी इन्हीं रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। सूत्रों की मानें तो सीएम की नाराजगी के बाद पुलिस विभाग हरकत में आ गया है। बताया जा रहा कि सीएम ने टो टूक कहा है कि पुलिस अधिकारी अगर अपना कार्य ठीक से नही कर पा रहे है तो पुलिस विभाग बड़े फेरबदल और कार्रवाई के लिए तैयार रहे।

लाइसेंस ट्रांसफर करने के एवज में मांगी रिश्वत, रंगे हाथ गिरफ्तार

उत्तराखंड में अधिकारियों के द्वारा रिश्वतखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। उत्तराखंड विजिलेंस टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मंडी निरीक्षक को 30 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी ने आरा मिल और लकड़ी मंडी के व्यापारी से लाइसेंस ट्रांसफर करने के नाम पर रिश्वत ली है। विजीलेंस टीम से मिली जानकारी के अनुसार शिकायकर्ता द्वारा भ्रष्टाचार की रोकथाम हेतु दिनांक 29.11.2022 को हैल्प लाईन न0 1064 पर शिकायत दर्ज कराने के उपरान्त दिनांक 01.12.22 को पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर, देहरादून के कार्यालय में आकर एक शिकायती पत्र दिया गया, जिसमें उल्लेख किया गया है कि “अपनी आरा मिल व लकडी के थोक व्यापारी का लाइसेस पुत्र के नाम पर करवाने के एवज मे कृषि उत्पादन मण्डी समिति रूड़की के मण्डी निरीक्षक शिवमूर्ति सिंह द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है। पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर, देहरादून द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपो पर संज्ञान लेते हुए गोपनीय रूप मे जाँच करायी गयी। जांचोपरान्त शिकायती पत्र में लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये। जिस पर त्वरित एक ट्रैप टीम का गठन किया गया।
गुरुवार को ट्रैप टीम द्वारा अभियुक्त मण्डी निरीक्षक शिवमूर्ति सिंह पुत्र श्री जयनारायण सिंह निवासी ग्राम खपटिहा, थाना हड़िया, जिला प्रयागराज उ0प्र0 हाल निवासी मण्डी समिति कालोनी ज्वालापुर, को मण्डी समिति कार्यलय रूड़की से शिकायतकर्ता से 30000/रू0-( तीस हजार रूपये) की रिश्वत ग्रहण करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। थाना सर्तकता अधिष्ठान, सैक्टर देहरादून में आरोपी के विरूद्व धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित 2018) का अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है तथा इस प्रकरण में संलिप्त अन्य अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। ट्रैप टीम के उत्साहवर्धन हेतु निदेशक सतर्कता ने नगद पारितोषिक से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।