मनमाने पैसे नही देने पर किन्नर ने प्रसूता के पेट में मारी लात

कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बनखंडी में सोमवार की दोपहर बधाई के बदले इनाम ना देने पर एक किन्नर ने प्रसूता के पेट में लात मार दी। गुस्साए स्थानीय नागरिकों ने किन्नर की जमकर धुनाई की। मामला कोतवाली पहुंचा, जहां किन्नरों की ओर से माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ।
बनखंडी कुएं वाली गली ऋषिकेश निवासी विपिन सैनी ने बताया कि उनकी पत्नी ने शिशु को जन्म दिया है। आपरेशन के बाद वह अपनी पति पत्नी और नवजात को बीते रोज घर लेकर आए थे। सोमवार की सुबह वह अपने काम पर चले गए। दोपहर करीब 12 बजे किन्नरों की टोली उनके घर पहुंची और बधाई के बदले 51 हजार रुपए मांगे।
विपिन सैनी के मुताबिक चिकित्सालय में पहले ही काफी खर्च हो चुका था। इसलिए उनकी पत्नी ने इतनी बड़ी धनराशि देने में असमर्थता जताई। जिस पर वहां मौजूद किन्नर विवाद करने लगे। विवाद के दौरान ही एक किन्नर ने उनकी पत्नी के पेट पर लात मार दी। पत्नी ने फोन करके उन्हें मामले की जानकारी दी, जिस पर वह घर पहुंचे। वह इनाम के तौर पर 51 सौ रुपया देने को तैयार थे। इस बीच वहां मौजूद गुस्साए लोग ने महिला के पेट में लात मारने वाले किन्नर की जमकर धुनाई कर दी और इन सभी को लेकर कोतवाली पहुंच गए।
कोतवाली में किन्नरों की ओर से विपिन सैनी और महिला से माफी मांगी गई। जिसके बाद मामला शांत हुआ। कोतवाली में दिवस अधिकारी उप निरीक्षक शिव प्रसाद डबराल ने बताया कि दोनों पक्ष कोतवाली आए थे। मामले की लिखित शिकायत नहीं दी गई। कोतवाली के बाहर ही दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।

राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना का शुभारम्भ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को पुलिस लाईन मैदान में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में ‘‘मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना‘‘ का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर प्रदेश के खिलाड़ियों के उन्नयन हेतु कई घोषणाएं भी की गई। उन्होंने कहा कि खेल विभाग के अन्तर्गत खेल प्रशिक्षकों की कमी को देखते हुए प्रत्येक जनपद के लिए 8-8 विभागीय खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। खिलाड़ियों को त्वरित नियमानुसार वित्तीय लाभ दिये जाने हेतु मुख्यमंत्री खेल विकास निधि की स्थापना की जायेगी। इसके साथ ही खेल विभाग, उत्तराखण्ड के कॉन्ट्रैक्ट प्रशिक्षकों को भारतीय खेल प्राधिकरण के कॉन्ट्रैक्ट प्रशिक्षकों को देय मानदेय के अनुसार मानदेय में वृद्धि की जायेगी। मलखंब खेल को भी खेल नीति में शामिल किया जायेगा। पूर्व की भांति राज्याधीन सेवाओं में कुशल खिलाड़ियों को 4 प्रतिशत आरक्षण पुनः लागू किये जाने का प्रयास किया जायेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है और आज के दिन हम प्रदेश में “मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना“ प्रारंभ कर रहे हैं। इसके लिये आज से बेहतर दिन हो ही नहीं सकता था। मेजर ध्यानचंद ने खेल की दुनिया में भारत को एक पहचान दिलाई थी, वो भी उस समय जब भारत में स्पोर्ट्स का इंफ़्रास्ट्रक्चर इतना नहीं था, खिलाड़ियों को सुविधाएं नाम मात्र की थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कुछ समय पहले राज्य के प्रतिभाशाली उभरते खिलाड़ियों के लिए खेल छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया था, हमें खुशी है कि योजना को शुरू कर दिया गया है। हमारी सरकार जो कहती है, वो करती भी है। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना में 8 से 14 वर्ष के उभरते खिलाड़ियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति दी जायेगी। हर कुल 3900 उभरते खिलाड़ियों जिसमें से 1950 बालकों एवं 1950 बालिकाओं को खेल छात्रवृत्ति दी जाएगी। राज्य में खेलों को बढावा देने के लिए हम हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खिलाड़ियों को खेल क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त करने, भविष्य में उत्तराखण्ड राज्य को खेल क्षेत्र में अग्रणी पंक्ति में स्थापित किये जाने के उद्देश्य से खेल नीति-2021 लागू की गई। खेल नीति में खिलाड़ियों को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक अर्जित करने पर पूर्व में देय नकद पुरस्कार धनराशि से लगभग 100 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसी प्रकार प्रशिक्षकों हेतु भी धनराशि में वृद्धि की गई। दिव्यांग खिलाड़ियों को भी सामान्य खिलाड़ियों की भांति समान अधिकार प्रदान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य खेल पुरस्कार यथा देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कारों के साथ ही हिमालय रत्न खेल पुरस्कार भी प्रदान किया जा रहा है। खिलाड़ियों को राज्य में सरकारी नौकरी प्रदान किये जाने की आउट ऑफ टर्न नियुक्ति की व्यवस्था की गई है। खिलाड़ियों को जमीनी स्तर से खेल क्षेत्र में रूचि लाने हेतु 8 से 23 वर्ष तक के खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति प्रदान किये जाने की व्यवस्था की गई है। विश्वविद्यालयों में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु 5 प्रतिशत स्पोर्ट्स कोटा की व्यवस्था की गई है। निजी खेल क्षेत्रों के माध्यम से खेल अवस्थापना सुविधाओं के निर्माण हेतु अनुदान दिये जाने की व्यवस्था की गई है। राज्य के खिलाड़ियों का राज्य परिवहन बसों में निःशुल्क यात्रा किये जाने की व्यवस्था की गई है। स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर को अंतराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय बनाने हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। खेल छात्रावासों के खिलाड़ियों का दैनिक भत्ता 175 रूपए से बढ़ाकर 225 रूपए प्रति छात्र किया गया है। ग्रामीण स्तर पर ओपन जिम के लिये 10 करोड़ रूपए का बजट में प्राविधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नये भारत, शक्तिशाली भारत, गौरवशाली भारत का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। खेलों में भी भारत का मान सम्मान बढा है। प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर दिए अपने भाषण में खेलों और खिलाड़ियों का विशेष रूप से जिक्र किया। उन्होंने लालकिले से दिये गये भाषण में कॉमनवेल्थ गेम्स में खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खिलाड़ियों के चयन में बहुत पारदर्शिता आई है। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को पूरा मौका मिल रहा है। हमारे खिलाङी भी देश को गौरान्वित होने का अवसर दे रहे है। अब खिलाड़ियों के सामर्थ्य का सम्मान हो रहा है। दुनिया में कहीं भी खेल का मैदान हो, आज भारत का तिरंगा लहराता दिख रहा है‘। प्रधानमंत्री ने देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए नई पहल की। खेलो इंडिया कार्यक्रम इसी सोच का एक अच्छा उदाहरण है। आज खेल प्रतिभाओं को पहचानना, उन्हें हर जरूरी सहयोग देना शुरू किया गया है। आज बेहतर से बेहतर ट्रेनिंग सुविधाएं खिलाड़ियों को दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत खेल शक्ति के तौर पर उभर रहा है। हमारे खिलाड़ियों के जीते सोने और चांदी के मैडल ने देश के आत्मविश्वास को भी बढाया है। आज भारत ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम्स एवं अन्य खेल प्रतियोगिताओं में रिकॉर्ड संख्या में पदक जीत रहा है। आज हमारे युवा हर क्षेत्र में नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी इनोवेटिव सोच देश को आगे ले जा रही है। स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल सभी में भारत के युवा आगे आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी युवा दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ मेहनत करें। राज्य सरकार आपके साथ है। सफलता का एक ही मूल मंत्र है “विकल्प रहित संकल्प“। अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उस लक्ष्य को पाने के लिए जी जान से जुट जाएं। जिस भी फील्ड में जाएं, वहां लीडर बनें। प्रधानमंत्री की अपेक्षा के अनुरूप वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को प्रत्येक क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाने के लिए हम हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। यह हम सभी के सम्मिलित प्रयासों से ही सम्भव है। आइये हम अपनी देवभूमि को आदर्श राज्य बनाने के लिए पूरी निष्ठा से अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस पर राज्य में मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना’ की शुरूआत हुई है। खेल के क्षेत्र में हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो इसके लिए राज्य की नई खेल नीति में हर प्रकार की सुविधाएं दी गई हैं। राज्य की प्रतिभाएं आगे बढ़े इसके लिए खिलाड़ियों को हर संभव मदद करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा खिलाड़ियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है, जिससे वह अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को पूर्ण कर सकते हैं। राज्य के अंतर्गत कई राष्ट्रीय एवं राजकीय स्तर के स्टेडियमों का निर्माण किया जा रहा है, जो उत्तराखंड राज्य के साथ ही यहां के खिलाड़ियों को नई पहचान देगा। उन्होंने आने वाले समय में खेल महाकुंभ का आयोजन किए जाने की भी बात कही।
इस अवसर पर विधायक धर्मपुर विनोद चमोली, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार, निदेशक खेल गिरधारी सिंह रावत, संयुक्त निदेशक डॉ. धर्मेन्द्र भट्ट आदि गणमान्य उपस्थित रहे।

ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त ने सीएम से मुलाकात कर उच्च शिक्षा में सहयोग की पेशकश की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ फैरेल ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एवं ऑस्ट्रेलिया के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड हिमालयी राज्य है। यह जैव विविधता सम्पन्न प्रदेश है। एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर, एडवेंचर स्पोर्ट्स एवं पर्यटन के क्षेत्र में राज्य में अनेक संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि साइंस एवं टेक्नोलॉजी, फार्मा, ग्रीन एवं रिन्यूअल एनर्जी के क्षेत्र में राज्य में अनेक संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने ऑस्ट्रेलियन उच्चायुक्त से राज्य में कमांड एण्ड ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को मजबूत करने में सहयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक विकास के लिए तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य का औद्योगिक विकास तेजी से हो, इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री एवं ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ फैरेल के मध्य इस अवसर पर क्वांटम तकनीक, शिक्षा के उन्नयन, कौशल विकास एवं आधुनिक तकनीक से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त ने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए भारत से अनेक लोग ऑस्ट्रेलिया आते हैं, पिछले कुछ सालों में यह संख्या तेजी से बढ़ी है। उन्होंने उत्तराखण्ड के साथ ऑस्ट्रेलिया के सहयोग को बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की। आपसी सहयोग की विभिन्न संभावनाओं पर काम किया जाएगा।
इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, ऑस्ट्रेलिया उच्चायुक्त की सेकंड सेक्रेटरी मिश खान उपस्थित रहे।

प्रदेश में अधिक से अधिक हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स बनाए जाने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सचिवालय में प्रदेश में बनाए जा रहे हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स की प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने सभी हेलीपोर्ट्स और हेलीपेड्स की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में चार धाम और पर्यटन के साथ ही यहां की खूबसूरती और शांति के कारण टूरिज्म की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे पर्यटकों के पास पैसा तो है पर समय का अभाव है जिसके चलते ऐसे पर्यटक यहां आने से बचते हैं। मुख्य सचिव ने ऐसे पर्यटकों को भी ध्यान में रखते हुए प्रदेश में अधिक से अधिक हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जॉय राइड्स की भी असीम संभावनाएं हैं, इसके साथ ही हिमालय दर्शन जैसी योजनाओं को अधिक से अधिक स्थानों से संचालित किया जाए। इसके लिए हेली के साथ ही फिक्स विंग सेवाओं पर भी फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि यहां की खूबसूरती के देखने के बाद इन्हीं में से बहुत से लोग यहां इन्वेस्ट करने को आगे आएंगे।
मुख्य सचिव ने कुछ हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स के लिए कई बार बिड्स फेल होने पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि टेंडर करते समय ग्राउंड रियलिटी के अनुसार रेट तय किए जाएं। मुख्य सचिव ने कहा कि हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स का मास्टर प्लान बनाते समय भविष्य की संभावनाओं और आवश्यकताओं को देखते हुए प्लानिंग की जाए। इन हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स का ट्रैफिक प्लान अगले 20, 25, 50 साल के ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए बनाया जाए।
मुख्य सचिव ने हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स के लिए भूमि चयनित करते समय इस बात का ध्यान रखें कि हमारे उद्देश्य की पूर्ति हो। रीजनेबल रेट पर मिलने पर प्राइवेट लैंड भी खरीदा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकारी जगह ढूंढने के चक्कर में कई बार हम ऐसी जगह अस्पताल, स्कूल, आईटीआई आदि खोल लेते हैं जहां कोई नहीं जाता है।
मुख्य सचिव ने कहा कि रामनगर में हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। उन्होंने डीएम नैनीताल को रामनगर में हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स की स्थापना को प्राथमिकता पर लिया जाए। उन्होंने कहा कि मसूरी, नैनीताल और हरिद्वार जैसे पर्यटक स्थलों में 2 या 2 से अधिक हेलीपोर्ट्स या हेलीपैड्स बनाए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि नए प्रस्तावित हेलीपोर्ट्स या हेलीपैड्स में फीजिबिलिटी शीघ्र करवा ली जाए। फॉरेस्ट क्लीयरेंस और लैंड एक्विजिशन के कार्यों में भी तेजी लाते हुए शीघ्र अतिशीघ्र इनका निर्माण कार्य शुरू करवाया जाए।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में इस समय कुल 83 हेलीपैड्स हैं, जिसमें 51 सरकारी और 32 प्राइवेट हैं। साथ ही अंडर कंस्ट्रक्शन हेलीपैड्स की संख्या 22 है। पर्यटन विभाग ने 33 नए हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स प्रस्तावित किए हैं। जनपदों द्वारा 10 नए प्रस्ताव भेजे गए हैं।
इस अवसर पर सचिव दिलीप जावलकर, सीईओ सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी सी. रविशंकर सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

हरितालिका तीज कार्यक्रम में मंत्री अग्रवाल ने किया प्रतिभाग

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने गोर्खाली समाज की ओर से आयोजित हरितालिका तीज कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने सभी गोर्खाली समाज की व्रती महिलाओं को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर साहब नगर स्थित हिमालय माता मंदिर में हॉल के निर्माण के लिए विधायक निधि से पांच लाख रुपए देने की घोषणा भी की।
रविवार को साहब नगर में आयोजित गोर्खाली महिला हरितालिका तीज महोत्सव कार्यक्रम में डा. अग्रवाल बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया। डा. अग्रवाल ने कहा कि हरितालिका तीज का विशेष महत्व है। गोर्खाली समाज की महिलाओं को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। कहा कि इस व्रत से महिलाओं को सुहागिनी होने का गौरव प्राप्त होता है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि हरितालिका तीज भगवान शिव और पार्वती जी को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि मां पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए 107 बार तप व व्रत लिया था, 108वीं बार तप और व्रत में उन्हें भगवान शिव पति के रूप में प्राप्त हुए थे।
डा. अग्रवाल ने कहा कि गोर्खाली समाज की महिलाओं सहित अन्य समुदाय के लोगों में भी अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए इस व्रत को लिया जाता हैं। इस मौके पर उन्होंने महिलाओं को हरितालिका तीज की बधाई दी।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, गोर्खाली सभा अध्यक्ष किशन थापा, तीज कमेटी अध्यक्ष संगीता गुरुंग, दिल बहादुर खत्री, विष्णु थापा, प्रधान सोबन कैंतुरा, सरदार बलविंदर सिंह, दीपक थापा, अम्बर गुरुंग, अमर खत्री, समा पंवार, विमला नैथानी, लक्ष्मी गुरुंग, अनिता प्रधान, माया घले, हरीश कक्कड़, पूजा घले, संजना भंडारी, हिमालय देवी मंदिर समिति आदि गोर्खाली सुधार सभा छिद्दरवाला की महिलाएं उपस्थित रही।

वरिष्ठ नागरिकों का समाज में अतुलनीय योगदान-अग्रवाल

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के 25वें स्थापना दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। डा. अग्रवाल ने इस मौके पर संगठन के पदाधिकारियों को रजत जयंती की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में सरस्वती विद्या मंदिर के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी। मंत्री डॉ अग्रवाल ने बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावियों को सम्मानित भी किया।
रविवार को देहरादून रोड स्थित एक वेडिंग प्वांइट में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल का संगठन के पदाधिकारियों ने ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। इसके बाद कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री डा. अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
डा. अग्रवाल ने सभी वरिष्ठ नागरिकों को नमन करते हुए कहा प्रत्येक घर में बुजुर्गों का होना आवश्यक है। कहा कि जिस प्रकार घर में बुजुर्गों की सलाह और उनके अनुभव से कार्य सार्थक होते है, उसी प्रकार वरिष्ठ नागरिकों का समाज में अतुलनीय योगदान है। डा. अग्रवाल ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक हमारी धरोहर है, उनके विचार हमारे लिए आशीर्वचन का काम करते हैं।
डा. अग्रवाल ने संगठन द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि संगठन द्वारा सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को वरिष्ठजनों तक पहुंचाया जा रहा है, उनकी समस्याओं को उचित स्तर तक पहुंचाने में संगठन का कार्य सराहनीय है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि संगठन मेधावी बच्चों को प्रोत्साहित करने के साथ निर्धन व जरूरतमंद कन्याओं के विवाह में भी सहयोग करता है। उन्होंने संगठन की ओर से कोविड काल के दौरान किए गए कार्यों को भी सराहा।
इस अवसर पर मेयर अनिता ममगाई, जयराम आश्रम के परमाध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रम्हचारी, पूर्व दर्जाधारी संदीप गुप्ता, संजय शास्त्री, संरक्षक कमला प्रसाद भट्ट, हरीश ढींगरा, डी डी तिवारी, पूर्व प्रधानाचार्या आईडी जोशी, डीबीपीएस रावत, पूर्व सभासद हरिशानंद, संगठन के अध्यक्ष ब्रह्म कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष अशोक कुमार रस्तोगी, कोषाध्यक्ष पीडी अग्रवाल, महामंत्री नरेश चंद्र भारद्वाज, कार्यक्रम संयोजक प्रमोद कुमार जैन, गुरविंदर सलूजा, कमल राणा, डी के मुदगल, हेम कुमार पांडेय, एम सी त्रिवेदी, अरविंद जैन आदि उपस्थित रहे।

आत्मनिर्भर भारत से ही बनेगा श्रेष्ठ भारत

ऋषिकेश, हरिद्वार क्षेत्र में बैन लैब्स राजकोट गुजरात के सहयोग से ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के विशाल भट्ट के नेतृत्व में अति पिछड़े गरीब मजदूरों व किराए के रिक्शा चालकों को सक्षम व आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से आज निशुल्क 50 साइकिल रिक्शा बांटे गए।
बैन लैब्स के प्रबंध निदेशक मौलेश उकानी ने बताया कि पिछले साल कोरोना महामारी देश में फैली और सरकार को लॉकडाउन लागू करना पड़ा। इस दौरान बड़ी संख्या में दिहाड़ी मजदूरों व किराए के रिक्शा चालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में उनके द्वारा 100 रिक्शे बांटने का निर्णय लिया गया।
मौलेश उकानी ने बताया कि उनका मकसद आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को रिक्शे के जरिए रोजी-रोटी का जरिया देना है। कार्यक्रम में पंडित हरिओम शर्मा ज्ञानी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर आपके पास पैसा है, तो उसे किसी फालतू चीज में बर्बाद ना करें, बल्कि उससे किसी जरूरतमंद की मदद उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में करें।
विशाल भट्ट ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत से ही श्रेष्ठ भारत की कल्पना की जा सकती है। आजादी के बाद से ही देश विभिन क्षेत्रों में तेजी से विकास कर रहा है व आज की आवश्यकता एक दूसरे को साथ आगे ले जाने की है। ये रिक्शा चालक अभी तक किसी और मालिक के रिक्शे दैनिक किराए पर लेकर चलाते थे पर अब ये सभी स्वयं का रोजगार कर पाएंगे। संस्था आगे भी ऐसे लोकहित व जनहित कार्य जारी रखेगी।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट से सैमुएल हर्बर्ट, विशाल भट्ट व मनीष पाल आदि ने सहयोग किया व सभी लोगों से इस नेक शुरुआत में सहभागी होने की अपील की।

सीएम ने अपना संकल्प दोहराया, कहा-भर्ती घोटालों में किसी को भी नही बख्शा जायेगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों में आ रही गड़बड़ी की शिकायतों पर मीडिया से अनोपचारिक वार्ता करते हुए कहा कि यह बहुत ही गंभीर विषय है तथा हमारे प्रदेश के सभी नौजवानों के रोजगार से जुड़ा मामला है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों में जहां भी गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हो रही है वहां हमने सख्त जांच के आदेश दे दिये हैं। कुछ मामले एसटीएफ को दिये गये हैं एवं कुछ पर विजिलेंस को नियुक्त किया गया है। सभी मामलों पर कार्यवाही चल रही है जिसका परिणाम आप सभी के सामने आ भी रहा है कि अभी तक कुल 27 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि भर्ती घोटालों में किसी को भी नही बख्शा जायेगा, चाहे किसी के हाथ कितने भी लम्बे क्यों न हो कानून द्वारा अपना काम किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे हम आगे के लिये भी एक नजीर बनाना चाहते हैं जिससे इस घटना की पुनरावृति न हो क्योंकि हमें अपने बेटे-बेटियों के आज और कल की चिंता है, उनके वर्तमान एवं भविष्य का सवाल है। हमें प्रदेश में भर्ती प्रक्रियाओं का ऐसा सिस्टम बनाना होगा कि आगे भविष्य में कोई इस तरह का कृत्य करने की सोच भी न सके। लगातार जांचे चल रही है जिसके परिणाम धीरे-धीरे आप सभी के समक्ष आते जा रहे हैं।
विधानसभा में नियुक्तियों में गड़बड़ी की आ रही शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है, और हम विधानसभा अध्यक्षा से अनुरोध करेंगे कि विधानसभा में जितनी भी भर्तिया हुई है जिनमें शिकायत आ रही है, वो नियुक्ति चाहे किसी भी कालखण्ड की हो उनमें निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। विधानसभा अध्यक्षा द्वारा जांच के विषय में राज्य सरकार से जो भी सहयोग मांगा जायेगा वह दिया जायेगा।

पहाड़ी फल बेडू के उत्पादन को बढ़ाने पर पीएम ने दिया जोर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात को सुना। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहाड़ी अंजीर कहे जाने वाले बेडू का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने पिथौरागढ़ प्रशासन के द्वारा बेडू के उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन व खनिज एवं वनस्पतियों के संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वास्तव में बेडू स्वास्थ्य के लिए संजीवनी है, जिसके माध्यम से स्थानीय लोगों द्वारा अनेक रोगों का शमन किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आशीष चौहान से फोन पर बात कर इस सराहनीय पहल के लिए जिला प्रशासन एवं जनपद वासियों को बधाई दी। जिला प्रशासन के सहयोग से पिथौरागढ़ में बेडू से जूस, जैम, चटनी, आचार एवं अन्य सामग्री बनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मन की बात में प्रधानमंत्री ने जल के संरक्षण एवं संवर्धन, कुपोषण मुक्त भारत के लिए कुपोषण मुक्ति के प्रयासों एवं इसके लिए जागरूकता, मोटे अनाजों के उत्पादन के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की बात कही। इस दिशा में राज्य सरकार सुनियोजित तरीके से कार्य करेगी।

शहरी विकास मंत्री से की कूड़ा निस्तारण की मांग

ऋषिकेश के ट्रंचिंग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कुछ पार्षदों ने नगर निगम प्रशासन पर कूड़ा निस्तारण के बजट को अन्यत्र खर्च करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिससे कूड़ा निस्तारण प्लांट बंद पड़ा है। उन्होंने शहरी विकास मंत्री से कूड़ा निस्तारण प्लांट के लिए बजट देने की मांग की।

वरिष्ठ पार्षद शिव कुमार गौतम और विकास तेवतिया ने कहा कि पूर्व में नगर निगम ने कूड़े की सफाई के लिए गोविंद नगर में प्लांट लगाया था। यहां कार्यरत संस्था के ठेकेदार द्वारा बहुत ही धीमी गति से कूड़ा निस्तारण का कार्य किया जा रहा है। पार्षदों ने उक्त प्रकरण की जांच करवा कर पुनः टेंडर प्रक्रिया कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि उक्त प्रकरण में कुछ कांग्रेसी पार्षद सरकार को बदनाम कर रहे हैं। साथ ही सरकार द्वारा उक्त कूड़ा निस्तारण के लिए धन का आवंटन नहीं किए जाने का आरोप भी लगा रहे हैं। पूर्व में उक्त कार्यों का खर्चा नगर निगम वहन कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम प्रशासन ने कूड़ा निस्तारण के बजट को अन्य मदों पर खर्च कर दिया, जो की बोर्ड बैठक में पास प्रस्ताव का उल्लंघन है। पार्षदों ने पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने की भी मांग की।

कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि कूड़ा निस्तारण के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने पार्षदों द्वारा की गई मांग पर भी सकारात्मक रुख अपनाया। इस मौके पर पार्षद विकास तेवतिया, तनु तेवतिया, जयेश राणा, सुंदरी कंडवाल, वीरेंद्र रमोला, लक्ष्मी रावत, रीना शर्मा, सोनू प्रभाकर, विजेंद्र मोंगा, राजू दिवाकर, संजीव पाल, राजू नरसिम्हा, पूर्व सभासद अशोक पासवान, सुमित पवार, हरीश तिवाड़ी, सुभाष वाल्मीकि, किशन मंडल उपस्थित रहे।