विस अध्यक्ष ने सरकारी अस्पताल का दौरा कर व्यवस्थाएं जांची

एसपीएस राजकीय चिकित्सालय, ऋषिकेश में प्रस्तावित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट को स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी गई है, जिसको लेकर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने राजकीय चिकित्सालय पहुंचकर ऑक्सीजन प्लांट एवं स्टोरेज प्लांट लगाने के लिए चिन्हित स्थान का निरीक्षण किया।
अवगत करा दें कि एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट स्थापित किए जाने के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है एवं वित्तीय स्वीकृति के लिए शासन द्वारा विभाग द्वारा प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। शीघ्र ही वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होने पर एसपीएस राजकीय चिकित्सालय के परिसर में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा चिन्हित स्थान का निरीक्षण करने के दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विजयेश भारद्वाज ने अवगत कराया कि प्रस्तावित ऑक्सीजन प्लांट के निर्मित होने के बाद प्लांट से 24 घंटे 800 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन का उत्पादन होगा वहीं स्थापित होने वाले ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट की क्षमता 10 मिट्रिक टन ऑक्सीजन स्टोर करने की है। सीएमएस ने बताया कि प्लांट से अस्पताल को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई मिलती रहेगी, जिससे अस्पताल में भर्ती मरीजों को उनके बेड पर ही 24 घंटे हाईफ्लो ऑक्सीजन मिल सकेगी।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट को वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होगी, जिसके बाद ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित होने से अस्पताल में भर्ती मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की संभावित तिथि लहर से रोकथाम के प्रयास के लिए निश्चित ही इसका लाभ प्राप्त होगा। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने ऑक्सीजन प्लांट से संबंधित अन्य जानकारी भी उपस्थित अधिकारियों से प्राप्त की।
वहीं, इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने डेंगू मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड का भी निरीक्षण किया, इस दौरान डेंगू वार्ड में भर्ती मरीज से बातचीत कर स्वास्थ्य का हाल-चाल भी जाना। श्री अग्रवाल ने इस मौक़े पर कोरोना टीकाकरण से संबंधित जानकारी भी डॉक्टरों से प्राप्त की।
इस अवसर पर राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विजयेश भारद्वाज, बीपी भट्ट, डॉ पीपी गर्ग, नगर निगम पार्षद शिव कुमार गौतम, संजीव पाल, राजू नरसिम्हा, जयंत किशोर शर्मा, हरिशंकर प्रजापति, दुर्गेश जाटव, कविता शाह, रवि दुबे, राजू दिवाकर, सुमित सेठी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

सड़कों का निर्माण तय समय और गुणवत्ता के साथ करना सुनिश्चित करे अधिकारी

लोक निर्माण विभाग, ऋषिकेश के नए अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार ने कार्यभार संभालने के बाद रविवार को उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से भेंट की। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने अधिशासी अभियंता सहित विभागीय अधिकारियों के संग ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में हो रहे सड़क निर्माण कार्यों को लेकर समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को निर्धारित समयावधि के भीतर गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैराज स्थित कैम्प कार्यालय में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग की ओर से किए जा रहे सड़क निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी अधिकारियों से ली। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने लोनिवि अधिकारियों से क्षेत्र में निर्माणाधीन विभिन्न सड़कों को तेजी से पूरा करने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण कार्याे की गुणवता में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सड़कों के निर्माण को लेकर अधिकारियों को गंभीरता बरतने के निर्देश दिए। साथ ही कार्यों की प्रगति की समय-समय पर विभागीय समीक्षा करने को भी कहा।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन सड़क निर्माण कार्य में लॉकडाउन एवं बरसात के कारण देरी हुई है उनका निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर पूर्ण करा लिया जाए और जिन सड़कों का पैच वर्क कराया जाना है उन्हें भी समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए ताकि जनता को कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
विस अध्यक्ष अग्रवाल ने निर्देशित करते हुए कहा है कि जिन मार्गों के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं उन्हें शासन से धनराशि स्वीकृत कराए और जिन सड़क मार्गाे की निविदा प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है उन मार्गाे के शिलान्यास कार्यक्रम शुरू कराए जाएं और जिन सड़क मार्गाे का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है उनके शीघ्र लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न कराए जाएं ।
इस अवसर पर सहायक अभियंता आरसी कैलकुला एवं अपर सहायक अभियंता लक्ष्मीकांत गुप्ता मौजूद थे।

विकास की धारा को समाज के अंतिम छोर तक पहुंचाना है सरकार का लक्ष्य-सीएम

समग्र विकास के लिए ‘सतत विकास लक्ष्य’ पर सदन में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार विकास की धारा को समाज के अंतिम छोर तक पहुंचाने के अभियान पर चल रही है। इसके लिए सरकार ने तीन बिंदु निर्धारित किये हैं जो सरलीकरण, समाधान और निस्तारण हैं। सतत विकास लक्ष्य पर सदन में स्वस्थ परिचर्चा करवाने के लिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि परिचर्चा में भाग लेने के लिए सदस्यों में काफी उत्साह दिखा। उनकी ओर से कई महत्त्वपूर्ण सुझाव मिले जिन्हें सरकार भविष्य में अमल में लाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बार यह देखने में आता है कि सरकारी प्रक्रिया जटिल होने से जनहित के काम प्रभावित हो जाते हैं। पत्रावलियां अनावश्यक रूप से सिस्टम में घूमती रहती हैं। आगे ऐसा न हो इसके लिए जनहित और विकास से जुड़े मामलों में प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा। उसके बाद उनका समाधान ढूंढा जायेगा और फिर तत्काल उसका निस्तारण किया जायेगा। इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि जो अधिकारी जिस काम के लिए है वो अपने स्तर से ही उसे पूरा करे, इसके लिए उसकी जवाबदेही तय की जाएगी। किसी भी कीमत पर प्रकरणों को लंबित नहीं रहने दिया जायेगा। सरकार का ‘नो पेंडेंसी’ पर फोकस रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व और दिशानिर्देशन में हमारे देश ने कोरोना के खिलाफ मजबूती से जंग लड़ी। इस चुनौती से लड़ते वक्त देश कई मामलों में आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ा। पीपीई किट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और मास्क व तमाम जीवन रक्षक दवाओं के निर्माण में हमने लंबी लकीर खींची है। देश में दुनिया का सबसे बड़ा वेक्सिनेशन अभियान चल रहा है। उत्तराखण्ड में भी यह अभियान सफलतापूर्वक लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री जी से इस संबंध में मैंने आग्रह किया था तो उसके बाद उत्तराखण्ड को इस माह अब तक 20 लाख टीके मिल चुके हैं। जबकि पहले हमको 5-6 लाख टीके प्रति माह मिलते थे। इस गति से हम आगामी दिसंबर माह तक पूरे राज्य में टीकाकरण अभियान को 100 फीसद पूरा कर लेंगे। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण योजना के तहत लंबे समय से करोड़ों लोगों को मुफ्त राशन मुहैया करवाया जा रहा है। सरकार की यह उपलब्धि तब है कि जब कुछ पड़ोसी देश सीमा पर अशांति फैलाने के असफल प्रयास जारी रखे हुए हैं।

सामूहिक सहभागिता से दूर होगी बेरोजगारी की समस्या
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार की तरफ से वर्तमान में लगभग 22 हजार से ज़्यादा सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या सामूहिक सहभागिता से ही हल हो सकेगी जिसके लिए हमें स्वरोजगार की तरफ भी रुख करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वरोजगार के लिए बहुत सी योजना राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं लिहाजा युवाओं को इसके लिए प्रोत्साहित करना होगा।

दून-दिल्ली एलिवेटेड रोड के लिए 12000 करोड़ स्वीकृत
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग समेत तमाम सड़कों का कार्य प्रदेश में तेजी से चल रहा है। देहरादून से दिल्ली की दूरी आने वाले समय में महज 2 घंटे में पूरी हो जाएगी, इसके लिए एलिवेटेड रोड बनकर तैयार हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए 12000 करोड़ रुपए की स्वीकृति हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात कम होने के बाद आगामी 15 सितंबर से प्रदेश में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा। सड़कों की मरम्मत के लिए अधिकारियों को पहले ही डीपीआर तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं।

बदरीनाथ धाम के लिए 250 करोड़ की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम के विकास को लेकर हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों के बारे में कहा कि केदारपुरी में पुनर्निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही बदरीनाथ धाम के लिए 250 करोड़ रुपए सीएसआर के माध्यम से प्राप्त हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बदरीनाथ धाम का निर्माण कार्य सबसे दक्ष निर्माण एजेंसी को दिया जाएगा।

पूरे होंगे सभी कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा जो घोषणाएं की गई हैं उनका शिलान्यास भी किया जाएगा और समय व तरीके से वह काम पूरे भी होंगे। उन्होंने कहा कि जो भी घोषणाएं सरकार के स्तर पर की जा रही हैं उनका लोकार्पण जल्द से जल्द किया जाए सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।

करोड़ों के पेकेज से दी राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में कई लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है। राज्य सरकार ने पर्यटन, परिवहन कारोबार से जुड़े व्यवसायों को 200 करोड़, आजीविका मिशन व महिला स्वयं सहायता समूहों को 118 करोड़ के आर्थिक पैकेज जारी कर राहत पहुंचाई है। समूह ख व ग की नौकरियों के आवेदन के लिए आयु सीमा में एक वर्ष की छूट प्रदान की गई है।

सत्र के लिए विधायकों को भी आरटीपीसीआर कोविड जांच कराना अनिवार्य

23 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा मानसून सत्र में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। सत्र के लिए विधायकों को भी आरटीपीसीआर कोविड जांच कराना अनिवार्य होगी। जांच की नेगेटिव रिपोर्ट विधानसभा को देनी होगी। इसके साथ सत्र में ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए कोविड जांच कराना अनिवार्य होगा। कोविड वैक्सीन की दो डोज लगाने वाले विधायकों को कोविड जांच में छूट देने पर विचार किया जा रहा है।

शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने विधानसभा सचिवालय और पुलिस विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाकचौबंद रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सत्र के दौरान आवश्यक व्यवस्थाओं को भी जल्द पूरा करने को कहा।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कोविड महामारी को देखते हुए पूर्व की भांति सत्र के दौरान व्यवस्था की जाएगी। प्रवेश द्वार पर सभी आगंतुकों का थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग को सत्र के दौरान आवश्यक चिकित्सा दल, दवाइयों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। सत्र के दौरान मुख्य द्वार से ही सदन तक सभी को सैनिटाइज करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 23 अगस्त से शुरू हो रहे सत्र में पांच दिन का कार्यक्रम तय हुआ है।

बैठक में मुख्य सचिव एसएस संधू, अपर मुख्य सचिव (गृह) आनंद वर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, गढ़वाल मंडल के आयुक्त रविनाथ रमन, स्वास्थ्य के सचिव अमित नेगी, आईजी लॉ एंड ऑर्डर वी. मुरुगेशन, आईजी संजय गुंज्याल, सचिव एसए मुरुगेशन, डीआइजी गढ़वाल नीरू गर्ग, जिलाधिकारी आर. राजेश कुमार, सीएमओ देहरादून मनोज उप्रेती, सचिव विनोद कुमार सुमन, एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत, विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल आदि मौजूद थे।

किसी को प्रवेश पत्र जारी नहीं किया जाएगा
कोविड महामारी के कारण मानसून सत्र के दौरान दर्शक व अधिकारी दीर्घा में किसी व्यक्ति को प्रवेश पत्र जारी नहीं किया जाएगा। सत्र के दौरान गैर सरकारी व्यक्तियों को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। मीडिया कर्मियों को सीमित मात्रा में ही सूचना विभाग के माध्यम जारी की जाने वाली सूची के अनुसार ही सत्र के लिए पास आवंटित किए जाने पर विचार किया जा रहा है।

विधायकों के सहयोगी व सुरक्षा कर्मियों को परिसर में आने की अनुमति नहीं होगी। सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नेता सदन, नेेता प्रतिपक्ष और मंत्रियों के वाहन को प्रवेश की अनुमति होगी। पूर्व विधायकों से भी परिसर में आने से बचने का अनुरोध किया गया है।

सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सीटिंग प्लान
सदन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के विधायकों के बैठने के लिए सीटिंग प्लान रहेगा। कुछ विधायकों को मंडप में बैठने की व्यवस्था की जाएगी। जबकि कुछ विधायकों को 107 कक्ष में बैठने की व्यवस्था रहेगी। 107 कक्ष से विधायक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सदन की कार्यवाही में भाग लेंगे।

विधानसभा में चीनी सामानों का इस्तेमाल नहीं होगाः प्रेमचंद

स्पीकर उत्तराखंड प्रेमचंद अग्रवाल ने सोमवार को विधानसभा में चीन निर्मित उत्पादों व उपकरणों पर रोक लगा दी हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चीन के सामान का विधानसभा में इस्तेमाल नहीं होगा।

उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर कहा कि विधानसभा के कार्यालयों में दैनिक इस्तेमाल के लिए कोई भी चीनी उत्पाद व उपकरण का प्रयोग नहीं किया जाए। कहा कि चीन हमारे देश की सीमाओं में ही घुसपैठ नहीं कर रहा, वह भारत में आर्थिक घुसपैठ भी कर रहा है। लगातार बढ़ रहे उसके आर्थिक दखल को रोकने के लिए यह जरूरी है कि हम स्वदेशी को अपनाएं। बताया कि मैंने साफ आदेश कर दिए हैं कि विधानसभा में चीन के उत्पाद इस्तेमाल नहीं होंगे। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि वे चीन में बने उत्पादों का बहिष्कार करें और स्थानीय उत्पादों पर अपनी निर्भरता बढ़ाएं।