तीर्थनगरी में छठ पूजा की धूम, गंगा घाट श्रद्धालुओं से पैक

आज पूरी तीर्थनगरी छठ पूजा के रंग में रंगी नजर आई। छठ पूजा के महत्वपूर्ण पूजा स्थल त्रिवेणी घाट व मुनिकीरेती के शीशमझाड़ी स्थित छठ पूजा घाट को शानदार ढंग से सजाया गया था। यहां पूजा के लिए श्रद्धालुओं ने वेदियां तैयार की, जिन पर केले के थंभ से तोरणद्वार बनाए गए।

त्रिवेणी घाट गंगा तट पर शाम चार बजे से ही व्रती महिलाओं का पहुंचना शुरू हो गया था। महिलाएं सिर में प्रसाद की टोकरी लेकर बैंड बाजों के साथ छठ के पारंपरिक लोकगीत कांच रे बांस के बहंगिया, बहंगिया लचकत जाय…., अमर सुहाग होला, दुख जाला तार हो…., निर्धन जानेला, धनवान जानेला महिमा छठी मइया के पार इ जहान जानेला… भी गाते हुए चल रही थीं। अर्घ्य चढ़ाने से पहले व्रती महिलाओं ने गंगा घाट पर विधिवत पूजा-अर्चना की।

तत्पश्चात अस्तांचल को गमन करते दीनानाथ को अर्घ्य चढ़ाया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। छठ पूजा को देखते हुए त्रिवेणी घाट पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। कल गुरुवार को प्रातरूकाल में उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा। छठ व्रती महिलाएं अर्घ्य देने के बाद प्रसाद ग्रहण कर अपना व्रत खोलेंगी।

सीएम धामी की प्रदेशवासियों को सौगात, कई घोषणाओं से जीता अवाम का दिल

उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) मे राज्य स्थापना दिवस की 21वीं वर्षगांठ पूरी गरिमा के साथ ‘‘उत्तराखंड महोत्सव’’ के रूप में हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई। आईटीबीपी, पुलिस, होमगार्ड के जवानों ने विधानसभा परिसर में भव्य सेरेमोनियल परेड का आयोजन किया गया। वही स्कूली बच्चों एवं सांस्कृतिक दलों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास के साथ ही प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा परिसर भराडीसैंण में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सभी राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धापूर्वक नमन किया और विधानसभा परिसर गैरसैंण (भराड़ीसैंण) से पूरे प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड के लिए विशेष दिन है। लंबे संघर्ष और बलिदान के बाद हमें यह दिन देखने को मिला है। इसके लिए असंख्य गुमनाम लोगों ने संघर्ष किया। बच्चे, युवा, महिला, बुजुर्ग सब सड़क पर उतरे थे। माताओं और बहनों ने अपमान सहा। ये राज्य हमें लाठी, गोली और दमन से मिला है। खटीमा, मसूरी और मुजफ्फरनगर के दमन को हम कभी भूल नहीं सकते। मैं खटीमा का निवासी हूं, मैंने अपनी आंखों से उस दमन को देखा है। मैं आज उन शहीदों और आंदोलनकारियों को नमन करता हूं जिन्होंने इस राज्य के लिए अपने जीवन को, अपने परिवार की खुशियों को होम कर दिया। यह शांति की धरती है, यह क्रांति की धरती है। यह हीरों को जनने वाली धरती है, यह वीरों को जनने वाली धरती है। ये ज्ञान की धरती है, यह आन-बान-शान की धरती है। हमारा संकल्प है कि जिस ध्येय के लिए इस राज्य के लिए संघर्ष किया गया और राज्य की कल्पना की गई, उसके लिए हम कृत संकल्प हैं। हम उनके त्याग, बलिदान और संघर्ष को व्यर्थ जाने नहीं देंगे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न परम श्रद्धेय स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को भी स्मरण करते हुए कहा कि उनके प्रधानमंत्री रहते उत्तराखंड राज्य का सपना साकार हुआ।
प्रदेश की महान जनता के आशीर्वाद, सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति, आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड तेजी से विकास की ओर अग्रसर हो रहा है। पिछले पांच वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा लगभग एक लाख करोड़ रूपए की विभिन्न परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत की गई हैं। इनमें से बहुत सी परियोजनाओं पर काम हो गया है और अन्य पर काम तेजी से चल रहा है। केन्द्र सरकार ने उत्तराखण्ड के लिये चारधाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की जो सौगात दी है उससे आने वाले समय में उत्तराखंड में आवागमन सुगम हो सकेगा। इसके अतिरिक्त केन्द्र सरकार ने भौगोलिक एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण 155 किलोमीटर के टनकपुर-बागेश्वर रेलमार्ग के अन्तिम सर्वें को भी मंजूरी दे दी है तथा इसके लिए बजट भी अवमुक्त कर दिया गया है। इस प्रकार केन्द्र सरकार के सहयोग से हम उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों को भी विकास की धारा से जोड़ने में सफल हुए हैं। हमारी योजना है कि 2025 तक हम उत्तराखंड के प्रत्येक गांव को लिंक मार्गों के माध्यम से बड़े राजमार्गों और ऑल वेदर रोड से जोड़ सकें। जिससे पहाड़ों पर औद्योगिक विकास के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा सके और पलायन की समस्या से उत्तराखंड को मुक्ति दिलाकर पहाड़ की जवानी को पहाड़ के काम लाया जा सके। ये डबल इंजन सरकार की उपलब्धि ही है कि देवभूमि के पहाड़ों में रेल पहुंचाने का स्वप्न साकार होने की कगार पर है। सड़क एवं रेलमार्गों के साथ-साथ उत्तराखंड में एयर कनेक्टिविटी में सुधार के लिए हमारी सरकार विशेष रुप से कार्य कर रही है। जिसके अन्तर्गत जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है तथा उधमसिंहनगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया रहा है। उत्तराखण्ड पहला राज्य है जहां उड़ान योजना में हेली सर्विस शुरुआत की गई है। हमारा लक्ष्य है कि हम 2025 तक उत्तराखंड के प्रत्येक प्रमुख नगर को हेली सेवा से जोड़े। देहरादून से टिहरी के लिए डबल लेन टनल की भी स्वीकृति देकर केन्द्र सरकार ने दून से टिहरी की दूरी को कम करने का काम किया है। इस परियोजना के लिए अनुमानित लागत 8750 करोड़ रूपये आंकी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रस्तावित योजना के अनुसार विश्व के सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित सिखों के पवित्र धर्म स्थल हेमकुंड साहब को शीघ्र ही रोपवे से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही इसी योजना के अन्तर्गत 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक केदारनाथ धाम तक केबल कार द्वारा पहुंचा जा सकेगा। हमारी सरकार नैनीताल में स्थित कैंचीधाम के विकास के लिए भी काम कर रही है जिसके अंर्तगत 60 करोड़ से अधिक के विभिन्न विकास कार्य किए जाएंगे। इसके साथ-साथ केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड को भारत की सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्थली बनाने के लिए हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। जिसके अन्तर्गत केदारपुरी में जहां प्रथम चरण के 225 करोड़ के कार्य पूर्ण हो चुके हैं वहीं 184 करोड़ के कार्य द्वितीय चरण में गतिमान है। इसके साथ ही बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान के लिए जहां 245 करोड़ रूपये से अधिक स्वीकृत हो चुके हैं। वहीं गंगोत्री व यमनोत्री के लिए क्रमशः 20 करोड़ और 34 करोड़ रूपये स्वीकृत हो चुके हैं। देवभूमि उत्तराखंड का विकास हमारी सर्वाेच प्राथमिकता रही है और इसी ध्यान में रखकर हमारी सरकार पिछले साढ़े चार सालों सें लगातार कार्य कर रही है। मुख्य सेवक के रुप में मेरी पहली प्राथमिकता युवाओं की समस्याओं को दूर करने की रही है। इसीलिए हमने उत्तराखंड में सरकारी विभागों में रिक्त पड़े 24 हजार पदों को शीघ्र भरने का बेड़ा उठाया है। इनमें से आधे पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है, तथा शेष रिक्त पदों पर शीघ्र ही भर्ती पूर्ण कर ली जाएगी। साथ ही जहां राज्य की भर्ती परीक्षाओं में आवेदन शुल्क से राहत दी गई है वहीं समूह-ख व ग के पदों पर चयन में अभ्यर्थियों को आयु सीमा में एक वर्ष की छूट भी दी गई है। इसके अतिरिक्त संघ लोक सेवा आयोग, एनडीए, सीडीएस एवं उसके समकक्ष लिखित परीक्षा पास करने पर परिवार की आर्थिक स्थिति के आधार पर अभ्यर्थी को साक्षात्कार की तैयारी के लिये 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता भी दी जा रही है। हमारी सरकार अल्प वेतन भोगियों के वेतन तथा भत्तों में वृद्धि के प्रति संवेदनशील है। अतिथि शिक्षकों का वेतन 15,000 रूपए से बढ़ाकर 25,000 रूपए, मेडिकल कॉलेजों में ट्रेनी डाक्टरों के स्टाईपेंड को 7500 रूपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 17,000 रूपए, ग्राम प्रधानों का मानदेय 1500 से बढ़ाकर 3500 रूपए किया है। साथ ही हमने उपनल कर्मियों, आशा एवं आंगनबाड़ी बहनों, लोक कलाकारों तथा ग्राम प्रहरियों के मानदेय में भी वृद्धि की है। प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर दो सीबीएसई पाठ्यक्रम के अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की स्थापना करने का कदम शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। नई शिक्षा नीति को समयबद्ध तरीके से स्कूलों में लागू करने के प्रति हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। क्वालिटी एजुकेशन के लिए हमने सभी सरकारी विद्यालयों में छब्म्त्ज् की पाठ्य पुस्तकें अनिवार्य करवायी हैं। कॉलेजों को स्मार्ट कैम्पस बनाया जा रहा है। बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट इको क्लब की स्थापना की गई है। प्रदेश में कोविड से प्रभावित परिवारों के निराश्रित बच्चों को वात्सल्य योजना का सहारा दिया गया है। ऐसे बच्चों को 21 वर्ष की आयु तक 3000 रुपये प्रति माह दिये जायेंगे। इसके साथ ही मैं हमारे प्रदेश के कुमाऊं क्षेत्र में एम्स के सेटेलाइट सेंटर को खोलने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री को देवभूमि की समस्त जनता की ओर से हार्दिक धन्यवाद भी प्रेषित करता हूं। अटल आयुष्मान योजना के अन्तर्गत प्रदेश में लगभग 50 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड अब तक बनाए जा चुके हैं। हमारी सरकार अन्त्योदय की भावना के अनुरूप विकास का लाभ, अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। राज्य निर्माण आन्दोलन के शुरूआती दौर से ही गैरसैंण को राजधानी बनाये जाने की संकल्पना हर आंदोलनकारी के मन में रही है। जनभावनाओं को सर्वाेच्च सम्मान देते हुए हमारी ही सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया। अब हम गैरसैण में राजधानी के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं के विकास की कार्ययोजना पर काम कर रहे हैं। पिछले साढ़े चार वर्षों में उत्तराखण्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जिसके फलस्वरूप सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में वर्ष 2018 में जहां हम देशभर में 10वें स्थान पर थे वहीं आज हम शीर्ष तीन में शामिल हैं। प्रधानमंत्री की अपेक्षा के अनुसार हम वर्ष 2025 तक जब उत्तराखंड अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा होगा, तब हम उसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए संकल्पबद्ध हैं और इसके लिए हम ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मंत्र को ध्यान में रखकर दिन-रात कार्य कर रहे हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के 31 राज्य आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। साथ ही विगत आपदा में मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख की आर्थिक सहायता चेक और आपदा में सराहनीय कार्य करने वालों को भी सम्मानित किया। वही मुख्यमंत्री ने विधानसभा परिसर में जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण किया। निर्वाचन विभाग के स्टॉल पर मतदाताओं को अपने मत के प्रयोग हेतु चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान और मेरा वोट मेरी ताकत के लिए बनाए गए सेल्फी प्वाइंट पर फोटो भी खिचवाई। इस दौरान उन्होंने परिसर में पौधारोपण भी किया।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रदेश वासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में राज्य आंदोलनकारियों के योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा, राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य को आगे बढ़ाने के लिये सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। पर्वतीय क्षेत्रों के विकास एवं पलायन को रोकने के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, सीडीओ वरूण चौधरी, संयुक्त मजिस्ट्रेट डा. दीपक सैनी सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्थानीय जनता, स्कूली बच्चे आदि मौजूद रहे।

राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने की भराडीसैंण में निम्न घोषणाएं-
1.उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी पेंशन वृद्धि – उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारियों, जिनको रू0 3100.00 पेंशन प्राप्त हो रही है, को बढ़ाकर रू0 4500.00 तथा जिनको रू0 5000.00 पेंशन प्राप्त हो रही है, को बढ़ाकर रू0 6000.00 किया जायेगा।
2.महिला छात्रावास – राज्य के प्रत्येक जनपद मुख्यालय पर अध्ययनरत छात्राओं के शिक्षा को सुगम एवं सुविधा युक्त बनाने हेतु एक-एक महिला छात्रावास का निर्माण किया जायेगा।
3 कामकाजी महिला छात्रावास – राज्य में आवश्यकतानुसार जनपद मुख्यालयों पर कामकाजी महिला छात्रावास का निर्माण किया जायेगा।
4.ईजा-बोई शगुन – सरकारी अस्पतालों में जच्चा-बच्चा के सुरक्षित स्वास्थ्य हेतु अस्पतालों में 48 घण्टे रुकने वाली प्रसूता महिला को रु० 2000.00 उपहार धनराशि भेंट की जायेगी। (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग )
5.जी रैया चेली-जागी रैया नौनी -11 से 18 आयु वर्ग की किशोरियों को टीएचआर सुविधा प्रदान की जायेगी।
-11 से 18 आयु वर्ग की किशोरियों को सेनेटरी नैपकीन उपलब्ध कराने हेतु प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्रों में सेनेटरी नैपकीन वेण्डिंग मशीन की स्थापना की जायेगी।
-11 से 18 आयु वर्ग की किशोरियों के बेहतर स्वास्थ्य परीक्षण यथाः हीमोग्लोबिन इत्यादि की जाँच निशुल्क की जाएगी तथा हेल्प लाईन नं 104 के माध्यम से निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श भी उपलब्ध कराया जायेगा।
6. आरोग्य उत्तराखण्ड क्रॉनिक डिजीज (दीर्घकालिक एवं पुरानी बिमारियां) के उपचार में ली जाने वाली दवाइयों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा।
7. नशामुक्ति केंद्र- देहरादून एवं हल्द्वानी में नशामुक्ति केंद्र की स्थापना की जायेगी।
8. राज्य में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन डेवलपमेंट की स्थापना की जायेगी।
9. कोविड-19 में सराहनीय कार्य के दृष्टिगत एनएचएम के कर्मियों को रू0 10,000- को एकमुश्त प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाएगी।
10. राज्य के युवाओं को देश से बाहर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाने हेतु राज्य में विदेश रोजगार प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा।
11. ई-डिस्ट्रिक्ट के माध्यम से संचालित 32 सेवाओं को अद्यतन करते हुए कुल 75 सेवाओं को ’’अपणि सरकार पोर्टल’’ के माध्यम से आम जनमानस को लाभ पहुंचाया जाएगा।
12. सेवा का अधिकार अधिनियम में अधिसूचित अवशेष 190 सेवाओं को भी शीघ्र ही ’’अपणि सरकार पोर्टल’’ के माध्यम से संचालित कर आम जनमानस को लाभ पहुंचाया जाएगा।
13. प्रदेश में खेल को प्रोत्साहित करने तथा युवाओं को खेल की विभिन्न विधाओं से जोड़ने के लिए ’’खेल नीति-2021’’ तुरन्त लागू की जाएगी।
14. उत्तराखंड में स्वास्थ्य, पर्यटन से राज्य की आर्थिकी को बढ़ाने हेतु राज्य को आयुष वेलनैस का हब बनाया जाएगा। जिसके अन्तर्गंत गढ़वाल मंडल विकास निगम एवं कुमाऊं मंडल विकास निगम के पर्यटक गृहों में आयुष वेलनैस सेन्टर खोले जाएंगे।
15. भराड़ीसैंण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान बनाया जाएगा।
16. गैरसैण नगर पंचायत की विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए 1.20 करोड़ की स्वीकृति की घोषणा की।
17. आदिबद्री और घाट क्षेत्र को नगर पंचायत बनाया जाएगा।
18 नारायणबगड़ ब्लाक में एलोपैथिक अस्पताल का उच्चीकरण किया जाएगा।

लोकार्पण/शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 12943.40 लाख की 36 योजनाओं का लोकार्पण एवं 9554.66 लाख की 33 योजनाओं का शिलान्यास किया। जिसमें विधानसभा बद्रीनाथ के अन्तर्गत 5110.90 लाख की 10 योजनाओं का लोकार्पण एवं 3506.43 लाख की 10 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। कर्णप्रयाग विधानसभा के अन्तर्गत 3097.48 लाख की 9 योजनाओं का लोकार्पण एवं 2781.50 लाख की 11 योजनाओं का शिलान्यास हुआ। वही थराली विधानसभा के अन्तर्गत 4735.02 लाख की योजनाओं लोकार्पण एवं 3166.73 लाख की योजनाओं का शिलान्यास किया गया।

लोकार्पण
गैरसैण में कल्यिणा ग्वाड़ बैण्ड से डिग्री कॉलेज फरकण्डे मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य लागत 126.74, गैरसैण में मैखोली-नलगांव-लखेड़ी-वासीसेम मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य लागत 187.15, उडामाण्डा-चोपड़ा मोटर मार्ग का पुनः निर्माण एवं सुधार कार्य लागत 222.23, गोविन्दघाट-घांघरिया पैदल मार्ग किमी.10 लक्ष्मण गंगा नदी के ऊपर 135 मी. स्पान पैदल झूला पुल का निर्माण लागत 2073.64, खेता से गुगलेश्वर तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लागत 127.80, तपोवन-करछोई मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 382.50, पोखरी-काण्डई मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 1251.35, खन्ना कुजासू से पैणी मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 540.61, मालई से भटक्वाली मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 246.08, देवलधार से कण्डारीखोड मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 617.99, देवलधार से कण्डारीखोड मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 547.09, रोहिडा से पज्याणा मोटर मार्ग लागत 353.09, बगोली-चूला मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 458.39, नन्दप्रयाग घाट किमी0 11 से मंगरोली मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 198.35, तोली-कल्याणी तल्ली मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 362.60, मींग गधेरा से बैनोली तल्ली मोटर मार्ग, स्टेज-1 लागत 162.13, थराली कुराड मोटर मार्ग के किमी0 15 से गुडम लग्गा गेरूड़ मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 178.01, नन्दकेशरी ग्वालदम मोटर मार्ग से जौला मोटर मार्ग के किमी0 1 पर 24 मी0 स्टील गर्डर सेतु लागत 139.69, नन्दकेशरी ग्वालदम मोटर मार्ग किमी0 1 से जौला मोटर मार्ग के किमी0 3 पर 30 मी0 स्टील गर्डरसेतु लागत 170.06, कुलसारी आलकोट मोटर मार्ग के किमी0 04 से गैरवारम मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 283.72, नाराणबगड भगोती मोटर मार्ग से झिझोणी मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 609.60, लौहजंग से वॉक मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 356.42, खेता से तोरती मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 1048.80, परखाल से सिलोडी मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 631.05, नन्दप्रयाग घाट किमी0 11 से गंडासू मोटर मार्ग स्टेज-1 लागत 275.43, नन्दप्रयाग-भैरणी मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 370.69, राजबगठी पेयजल योजना लागत 48.62, बमोथ पेयजल योजना लागत 119.64, राइका बछेर में 4 कक्षा कक्ष का निर्माण कार्य लागत 83.26, राइका उर्गम का निर्माण कार्य लागत 187.87, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय त्रिशूला चमोली के चिकित्सालय भवन निर्माण लागत 49.80, सैनिक स्मृति केन्द्र सवाड़ का निर्माण लागत 100, लाटू देवता मन्दिर का सौन्दर्यीकरण कार्य लागत 61.59, राइका जैनबिष्ट में सुदृढ़ीकरण कार्य 96.26, राउमावि निलाड़ी में विज्ञान प्रयोगशाला, कम्प्यूटर, पुस्तकालय एव आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण लागत 75.15, ग्राम माणा में बहुमंजिला पार्किंग एवं पार्किंग सुदृढ़ीकरण का कार्य लागत 200 लाख शामिल है।

शिलान्यास
जिन विकास योजनाओं का शिलान्यास हुआ उसमें राज्य योजना के विकासखण्ड जोशीमठ में न्याय पंचायत मुख्य ग्राम द्वींग को मोटर मार्ग से जोड़े जाने का कार्य लागत 330.74 लाख, विकासखण्ड दशोली में बम्बूधार से मूल गांव छिनका होते हुये मल्ला-नौरी तक मोटर मार्ग नव निर्माण लागत 141.22, गैरसैण में खजूरखाल- निगलानी- तिमुलपानी-गोगनानी-दमदड मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य लागत 81.01, विकास खण्ड़ गैरसैण में मालकोट-कालीमाटी-सैरा तिवाखर्क मोटर मार्ग नव निर्माण कार्य द्वितीय चरण लागत 63.93, मींग गधेरे से गढ़कोट तक मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं बीएम/एसडीबीसी के डामरीकरण कार्य लागत 1258.19, विकासखण्ड पोखरी में चोपडा-हरिशंकर मोटर मार्ग से नखोलियाना-पोखरी तक सड़क का निर्माण कार्य लागत 74.18, पोखरी में गोगनापनी से भदूड़ा मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य लागत 49.80, हेलंग-डुमक मोटरमार्ग स्टेज-2 लागत 819.55, टंगनीतल्ली से टंगनीमल्ली मोटरमार्ग स्टेज-2 लागत 242.64, तपोवन रिंगी मोटर मार्ग से सुभई मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 851.39, कलसीर से गुडम-नेल-नौली-कुंजी मोटर मार्ग स्ेटज-2 लागत 639.23, बकरियाबैण्ड से छिमटा मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 794.82, लामबगड (नैलबैण्ड) से झूमाखेत मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 557.21, थराली कुराड मोटर मार्ग के किमी0 15 से गुडम लग्गा गेरूड़ मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 180.16, छुरागाड से सुतोल कनोल मोटर मार्ग स्टेज-2 लागत 603.14, तांगला पेयजल योजना 30.14, विकास खण्ड कर्णप्रयाग के अंतर्गत अलकनंदा नदी के बाएं तट पर स्थित शक्तिनगर में बाढ़ सुरक्षा योजना लागत 349.00, गैरसैण के अंतर्गत सरस्वती शिशु मंदिर माईथान की बाढ़ सुरक्षा योजना लागत 142.51, गैरसैण में 11 पर्वतीय नहरों की जीर्णाेद्धार योजना लागत 224.00, राजकीय आदर्श इण्टर कालेज बांजबगड में 3 प्रयोगशाला का निर्माण लागत लागत 93.77, राजकीय आदर्श इण्टर कालेज आदिबद्री में 3 प्रयोगशाला का निर्माण 68.26, राजकीय आदर्श इण्टर कालेज पैतोली में 3 प्रयोगशाला का निर्माण 77.46, राइका रैंस चोपता में 2 कक्षा कक्ष का निर्माण लागत 49.55, राइका मालसी में 3 कक्षा कक्षों का निर्माण लागत 67.39, राइका वाण के प्रशासनिक भवन एवं 4 कक्षों का निर्माण लागत 185.32, आदिबद्री में पार्किग का निर्माण लागत 137.38, लोहांजग में टैक्सी स्टैण्ड का निर्माण लागत 220.78, थराली के अन्तर्गत थराली विकासखण्ड़ भवन का निर्माण कार्य लागत 327.91, राइका बड़ागॉव में 6 कक्षा-कक्षों का निर्माण कार्य लागत 109.55, जोशीमठ में पार्किंग निर्माण लागत 248.13, भराड़ीसैंण गैरसैंण में पार्किंग निर्माण लागत 295.99 शामिल है।

सार्वजनिक छठ पूजन समिति ने श्रद्धालुओं के लिए स्वच्दता कार्यक्रम चलाया

सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणी घाट ऋषिकेश द्वारा त्रिवेणी घाट पर समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा राज्य स्थापना दिवस पर स्वच्छता कार्यक्रम चलाया।
छठ पूजा की तैयारियों के संबंध में जानकारी देते हुए समिति के अध्यक्ष राम कृपाल गौतम ने बताया कि आज उत्तराखंड के शहीदों व पूर्व में रहे के समिति के बैकुंठवासी संस्थापक सदस्यों व अध्यक्षों की सेवाभावी भूमिका को याद करते हुए 1100 की संख्या में दीप जलाकर दीपदान कार्यक्रम किया गया। इस दीपदान के कार्यक्रम में सभी सनातन धर्मावलंबी व छठ व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं ने भाग लिया। अगले दिन के कार्यक्रम व श्रद्धालुओं की सहायता के लिए त्रिवेणी घाट परिसर में पंडाल की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान की जा सके। इस अवसर पर त्रिवेणीघाट में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया।
इस अवसर पर समिति के महामंत्री परमेश्वर राजभर, कोषाध्यक्ष वीर बहादुर राजभर, संरक्षक आशुतोष शर्मा, लल्लन राजभर, कार्यक्रम संयोजक नागेंद्र सिंह, सांस्कृतिक सचिव चंद्रेश्वर यादव, दिलीप गुप्ता, राजू गुप्ता, सोनू गुप्ता, अनूप गुप्ता, अमित चौधरी, प्रवीण सिंह, प्रेम राजभर, ऋषि जयसवाल आदि उपस्थित रहे।

विलुप्त होती संस्कृति के संरक्षण के लिए इगास पर्व मनाने की अपील

14 नवंबर को पहाड़ के पारंपरिक इगास पर्व को आम आदमी पार्टी ने धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया है। साथ ही पहाड़ से विलुप्त होती संस्कृति के संरक्षण के लिए इगास पर्व मनाने की अपील भी की।
नेपाली फार्म स्थित कार्यालय में आम आदमी पार्टी की बैठक में ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी डॉ. राजे सिंह नेगी ने कहा कि पुराने समय से ही पहाड़ों में दीपावली के 11 दिन बाद इगास पर्व मनाया जाता है। लेकिन पहाड़ों से लगातार हो रहे पलायन के चलते लगातार संस्कृति विलुप्त हो रही है। यह पर्व लोक संस्कृति से जुड़ा पर्व है। इसके संरक्षण के लिए लोगों को आगे आना चाहिए। इसलिए आम आदमी पार्टी संस्कृति संरक्षण हेतु इगास पर्व को इस वर्ष धूमधाम से मनाएगी। कहा कि 14 नवंबर को नेपाली फार्म स्थित कार्यालय में इगास पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इसमें ढोल दमाऊं की थाप के बीच लोक पकवान जैसे- स्वाले, दाल के पकोड़े आदि तैयार कर लोगों को परोसे जाएंगे। इसके जरिए लोगों से पहाड़ी संस्कृति से जुड़े रहने की अपील भी की जाएगी।
बैठक में जिला संगठन मंत्री दिनेश असवाल, मंडलाध्यक्ष गोविंद रावत, अनूप रावत, विक्रांत भारद्वाज, पंकज गुसाईं, नरेंद्र सिंह, हिमांशु नेगी, अजय रावत, मनमोहन नेगी, चंद्रमोहन भट्ट, दिनेश कुलियाल, सुनील सेमवाल, अश्वनी सिंह आदि उपस्थित रहे।

गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए निकालीं जा रही मशाल यात्रा-विस अध्यक्ष

गंगा टास्क फोर्स की मशाल यात्रा आज तीर्थ नगरी के त्रिवेणी घाट पर पहुंची। जहां पर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल सहित उपस्थित लोगों ने गंगा मशाल का भव्य स्वागत किया। नमामि गंगे अभियान के तहत गंगा की स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मशाल यात्रा निकाली जा रही है। इसमें प्रादेशिक सेना की एक बटालियन मशाल को लेकर गंगा के 23 तटीय क्षेत्रों की यात्रा कर रही है।
3 नवंबर को दिल्ली में गंगा उत्सव कार्यक्रम समापन के उपरांत केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरण रिजिजू ने गंगा मशाल यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। गंगा के धार्मिक महत्व वाले 23 तटीय क्षेत्रों में मशाल यात्रा का पड़ाव निर्धारित किया गया है, जिसके चलते आज गंगा मशाल यात्रा ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर पहुंची है।
त्रिवेणी घाट पर आयोजित मशाल यात्रा कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मशाल यात्रा के दौरान मेरी गंगा मेरी शान का नारा उद्घोषित होता रहा।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मशाल यात्रा से गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता को बनाए रखने के लिए जागरूक किए जाने का सबसे अच्छा तरीका है। विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा की गंगा भारत में पवित्र मानी जाती है तथा इसकी उपासना मां और देवी के रूप में की जाती है। उन्होंने कहा कि गंगा, पर्यावरण तथा संस्कृति का संरक्षण हमारे देश के विकास के लिए आधार स्तंभ है।कहा कि हमारे जीवन में गंगा की पवित्रता सर्वाेपरि है। यह शिक्षा देती है कि हमारा मस्तिष्क, वचन और कर्म गंगा जल की तरह पवित्र होने चाहिए।
उन्होंने कहा की गंगा को केवल एक नदी के रूप में देखना उचित नहीं होगा। गंगा भारतीय संस्कृति की जीवन रेखा है तथा आध्यात्मिकता और श्रद्धा की वाहक है। गंगा को स्वच्छ रखना, पर्यावरण संरक्षण करना और अपनी संस्कृति को समृद्ध बनाना केवल सरकार का कर्तव्य नहीं है, बल्कि सभी नागरिकों की निजी जिम्मेदारी है। इस सोच को देशव्यापी स्तर पर अपनाया जाना चाहिए और फैलाना चाहिए।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी सुशील डोभाल, लेफ्टिनेंट कर्नल के ए प्रभु, मेजर एलएन जोशी, नमामि गंगा के उप निदेशक सुनील कुमार, पर्यावरणविद विनोद शुक्ला, सूबेदार सर्वेश तिवारी, सूबेदार शिवेन सिंह, गंगा सभा ऋषिकेश के राहुल शर्मा, राजीव थपलियाल, नायक क्रांति सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

नहाय खाय के साथ महापर्व छठ की शुरुआत

लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत सोमवार को नहाय खाय के साथ हो गई। व्रतियों ने सुबह स्नान कर सात्विक भोजन ग्रहण किया। वहीं, सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणी घाट ऋषिकेश ने सोमवार को त्रिवेणीघाट पर 27वें पूजा महोत्सव के तहत विधिवत ध्वज स्थापित किया। समिति अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने बताया कि बीते 27 वर्षों से समिति यहां छठ महोत्सव मना रही है। कहा कि महोत्सव के तहत बुधवार को छठ मैया की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणीघाट के अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने बताया कि छठ महापर्व का आगाज हो चुका है। यह चार दिनों तक चलेगा। सोमवार को नहाय खाय के साथ पर्व शुरू हुआ है। अब मंगलवार को सूर्य अस्त होने पर व्रती खरना करेंगे, इसके बाद बुधवार को 5ः19 पर अस्तांचगामी (डूबते हुए सूर्य) भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद गुरुवार को सुबह 6ः43 पर उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व का समापन होगा। मौके पर कार्यक्रम संयोजक नागेंद्र सिंह, महासचिव परमेश्वर राजभर, कोषाध्यक्ष वीरबहादुर राजभर, आशुतोष शर्मा, आदेश शर्मा, सतवीर पाल, राजु गुप्ता, सोनू गुप्ता, संगठन मंत्री अतिब चौधरी, सतीश राजभर, अमित गुप्ता, ऋषि जायसवाल, लल्लन भारद्वाज, राजकुमार राजभर, कामेश्वर राजभर, प्रवीण सिंह, पंडित जगमोहन मिश्रा, हीरामन राजभर, मुकेश राजभर आदि उपस्थित रहे।

लोक आस्था का महापर्व छठ
सोमवार को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी पर चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ शुरू हो गया। पहले दिन व्रतियों ने पूरे घर को साफ सुथरा कर स्नान किया। अरवा चावल, चने की दाल और कद्दू की सब्जी का भोग भगवान सूर्य को लगाया और उसके बाद प्रसाद को स्वयं भी ग्रहण किया और अपने परिवारिक सदस्यों को भी वितरित किया।

त्रिवेणी घाट पर दीप दान कर शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित की

उत्तराखण्ड स्थापना की पूर्व संध्या पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला के नेतृत्व में उत्तराखण्ड के शहीदों की स्मृति में त्रिवेणी घाट पर दीप दान कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जिसमें आंदोलनकारियों व आमजन ने दीप दान में बढ़चढ़कर सहयोग किया।
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एआईसीसी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि हम शहीदों के बलिदान को कभी भुला नहीं सकते। हमको उनके बलिदान से ही उत्तराखण्ड राज्य की प्राप्ति हुई। हम आज दीप दान कर उनको शत् शत् प्रणाम करते हैं। रमोला ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था ‘उठो, जागो और तब तक रुको नहीं, जब तक लक्ष्य हासिल न हो जाए’। इसे हमें सार्थक करने की पूरी कोशिश करनी होगी। इसी तरह सभी लोग संकल्प लें कि हर व्यक्ति उत्तराखंड प्रदेश और भारत वर्ष के समग्र विकास और समृद्धि के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देगा। यही शहीद राज्य आंदोलनकारियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सभी को मिलकर उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है।
दीप दान कार्यक्रम में राजकुमार अग्रवाल, मदन मोहन शर्मा, वेद प्रकाश शर्मा, अरविंद जैन, प्रदीप जैन, सतीश रावत, राजेन्द्र तिवारी, लल्लन राजभर, विक्रम भण्डारी, गम्भीर मेवाड़, धर्मेंद्र गुलियाल, पार्षद शकुंतला शर्मा, यश अरोड़ा, दीपक भारद्वाज, गौरव राणा, परितोष हालदार, प्रिंस सक्सेना, मधु जोशी, शेलेंद्र गुप्ता, राम बदन साहनी, राम नारायण राजभर, इमरान हाशमी, विवेक तिवारी, बुरहान अली, जितेंद्र त्यागी, रोशनी शर्मा, सीमा, सोमवती, अंजू गैरोला, मुनि जानी, वेद प्रकाश शर्मा, संदीप शर्मा, तन्नु रस्तोगी, रेखा चौबे, परमेश्वरी जोशी, कुसुम जोशी, सुनीता ममंगाई, विद्या तिवारी, अरविंद भट्ट, जयपाल सिंह, कमलेश शर्मा, शुकंतला धीमान, सरोजनी थपलियाल, सतीश शर्मा, नवदीप हुडा, परमेश्वर राजभर, अरविन्द भट्ट, जयपाल बिटू, करम चन्द आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

उच्चस्तरीय समिति में तीर्थपुरोहित और हक-हकूकधारियों को किया सदस्य नामित

सरकार ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड को लेकर गठित उच्चस्तरीय समिति में नौ तीर्थपुरोहित और हक-हकूकधारियों को बतौर सदस्य नामित किया है। सचिव धर्मस्व एचसी सेमवाल की ओर से इसके आदेश किए गए।
चारधाम के तीर्थ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग कर रहे हैं। उनके विरोध को देखते हुए सरकार ने तीर्थ पुरोहितों एवं हकूकधारियों के सुझाव लेने के लिए उच्चस्तरीय समिति बनाई थी। इसकी कमान भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर कांत ध्यानी को दी गई है। ध्यानी इस मामले में अपनी अंतरिम रिपोर्ट सरकार को दे भी चुके हैं। हालांकि, तीर्थपुरोहित और हक-हकूकधारी ध्यानी का भी विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि ध्यानी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। इसलिए, सरकार ने इस समिति में नौ तीर्थपुरोहितों को सदस्य नामित किया है।

इन्हें नामित किया गया सदस्य
-बदरीनाथ धाम से विजय कुमार ध्यानी, संजय शास्त्री और रवींद्र पुजारी
-केदारनाथ धाम से विनोद शुक्ला और लक्ष्मी नारायण जुगराण
-गंगोत्री धाम से संजीव सेमवाल और रवीन्द्र सेमवाल

धार्मिक महत्व और संस्कृतियों पर आधारित मां पीताम्बरा पुस्तक में प्राचीन धर्मस्थलों का है वर्णन

नैनीताल पर्यटन एवं परिवहन विकास सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा उत्तराखण्ड की धार्मिक संस्कृति एवं प्राचीन धर्म स्थलों के महत्व पर लिखित पुस्तक मां पीताम्बरा का आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में विमोचन किया।
इस अवसर पर पुस्तक के लेखक रमाकान्त पन्त व प्रकाशक ललित पंत को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देव भूमि उत्तराखण्ड में ऐसे अनेकानेक प्राचीन धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जो देव भूमि की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के अंचलों में स्थित ऐसे धर्म स्थल जहां स्थानीय लोगों की धार्मिक परम्पराओं के प्रमुख केन्द्र हैं वहीं धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से भी ये काफी महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ऐसे प्राचीन धार्मिक स्थलों के समुचित विकास के लिए सरकार निरंतर प्रयत्नशील है उन्होंने इस दिशा में नैनीताल पर्यटन एवं परिवहन विकास सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं प्रयासों की सराहना करते हुए समाज के लिए प्रेरणादायी बताया। इस इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार पवन पांडे, दानेश्वर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रसाद चंद्र भट्ट, समाज सेविका निर्मला जोशी, डॉ बीएस नेगी, मंगल सिंह, मनोज कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

30 राज्यो के 500 से अधिक हस्त शिल्पकार और हुनरमंद पहुंचे देहरादून

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को रेसकोर्स देहरादून में हुनर हाट मेले का उद्घाटन किया। हुनर हाट मेले में 30 से अधिक राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों से 500 से अधिक हस्त शिल्पकारों एवं हुनरमंदों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के साथ विश्वकर्मा वाटिका एवं विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया। 75वें आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को भी सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हुनर हाट मेले का आयोजन देहरादून में करवाने पर केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने देवभूमि उत्तराखण्ड में विभिन्न राज्यों से आये हुनरमंदों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हुनर हाट मेले का आयोजन एक सराहनीय प्रयास है। इससे जहां बाजारों को उत्पाद मिलेगा वहीं उत्पादों को बाजार मिलेगा। वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए भी इस तरह के आयोजन महत्वपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किये जा रही हैं। प्रदेश में वन डिस्ट्रिक टू प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड के जनजातीय क्षेत्रों में अनेक हुनरमंद लोग हैं। उन्होंने केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से अनुरोध किया कि इन हुनरमंद लोगों के लिए अपने उत्पादों के लिए बाजार मिल सके इसके लिए केन्द्र से कोई योजना बनाई जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उत्तराखण्ड पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। राज्य में पर्यटन को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में सड़क, रेल एवं हवाई कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ी है।
केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देशभर में हुनर हाट मेलों का आयोजन किया जा रहा है। 30वां हुनर हाट मेले का आयोजन देहरादून में किया जा रहा है। यह मेला 10 दिनों तक चलेगा। उन्होंने कहा कि हुनर हाट के माध्यम से अभी तक लगभग 06 लाख शिल्पकारों एवं कारीगरों को रोजगार के अवसर मिले हैं। इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों के हस्तशिल्प कलाओं को देख सकते हैं। विभिन्न राज्यों के पकवानों के स्टॉल लगाये गये हैं। हुनरमंद लोगों द्वारा वेस्ट को बेस्ट में बदलकर स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस तरह के मेलों के आयोजन से हस्तशिल्प एवं हस्तकला को प्रोत्साहन मिलेगा और हुनरमंदों को एक-दूसरे से अनुभवों को साझा करने का मौका भी मिलेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि वोकल फॉर लोकल की दिशा में यह अच्छा प्रयास किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत की दिशा में प्रत्येक विभागों द्वारा योजनाएं चलाकर लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इस अवसर पर सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक हरबंस कपूर, शक्ति लाल शाह, मेयर सुनील उनियाल गामा, भाजपा के महामंत्री संगठन अजय कुमार, भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट, बलजीत सोनी, केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों की सचिव रेणुका देवी मौजूद थे।