साल के 365 दिनों में होना चाहिए कन्या पूजन

भाजपा महिला मोर्चा द्वारा उत्तराखंड के संगठनात्मक 14 जिलों के 252 मंडलों में भव्य कन्या पूजन के कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी कड़ी में ऋषिकेश मंडल में महिला मोर्चा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा आवास विकास क्षेत्र में कन्या पूजा कार्यक्रम के दौरान मेहंदी प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।
ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ऋषिकेश मंडल में आवास विकास स्थित मंडल उपाध्यक्ष भावना भट्ट के आवास पर आयोजित कन्या पूजन कार्यक्रम के दौरान विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के दौरान महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष उषा जोशी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भाजपा सरकार द्वारा संचालित योजना एवं कार्यों को अधिक से अधिक सक्रिय होकर जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि कन्या पूजन करके बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को और अधिक शक्तिशाली बनाने का संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष के प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित सहायक जनसंपर्क अधिकारी कौशल बिजलवान ने कहा कि कन्या पूजन के माध्यम से पूरे भारतवर्ष को यह विश्वास दिलाया जा रहा है कि सिर्फ 9 दिन ही कन्याओं का सम्मान नहीं करना चाहिए। अपितु देवी स्वरूप कन्या का 365 दिन सम्मान होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान छोटी-छोटी कन्याओं का पूजन किया गया एवं मेहंदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर माधवी गुप्ता, सिमरन गाबा, पुष्पा नेगी, भावना किशोर गौड़, कंचन बंसल, शमिष्टा पटेल, पूर्णिमा तायल, उषा अरोड़ा, मेघा शर्मा, शारदा शर्मा, मण्डल उपाध्यक्ष अंकित पाण्डेय, सुमित सेठी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

छात्र जीवन में तो कई बार लेकिन आज मुख्यसेवक बनकर आया हुं अयोध्या-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अयोध्या पहुंचकर रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन कर उत्तराखण्ड राज्य की खुशहाली की प्रार्थना की। इस दौरान उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य का अवलोकन किया और साधू संतों का आशीर्वाद भी लिया। राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के बाद पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अयोध्या 2 दिन के दौरे पर हैं। अपराह्न लगभग 3 बजे मुख्यमंत्री अयोध्या के नाका एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उन्हें उत्तरप्रदेश पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद वह नया घाट स्थित यात्री निवास सरयू होटल पहुंचकर उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। शाम को 4ः30 बजे नया घाट से चलकर हनुमानगढ़ी राम जन्मभूमि तक जाने वाली राम बारात में शामिल होते हुए पुष्कर सिंह धामी हनुमानगढ़ी पहुंचे। हनुमानगढ़ी में उन्होंने विधिविधान के साथ दर्शन पूजन किया। हनुमानगढ़ी पीठ के महंत राजूदास की अगुवाई में पूजन कार्यक्रम संपन्न किया गया। इसके बाद वह सीधे रामलला के दरबार में पहुंचे। उन्होंने पहले रामजन्म भूमि में रामलला की पूजा अर्चना की और फिर उस स्थान को देखने गए जहां रामलला का भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण हो रहा है। इससे पहले यात्री निवास में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उच्च शिक्षा लखनऊ से ग्रहण की है। छात्र जीवन में कई बार उनका अयोध्या आना हुआ, लेकिन उत्तराखण्ड के मुख्यसेवक के रूप में पहली बार उन्हें अयोध्या आने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड महादेव की भूमि है और उत्तर प्रदेश भगवान श्रीराम की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत देश तेजी से विकास कर रहा है और दुनिया में हमारे देश का मान सम्मान बढ़ा है। उनके दिशा निर्देशन में उत्तर प्रदेश की तरह उत्तराखण्ड में भी विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। कर्णप्रयाग ऋषिकेश रेलवे लाइन, चारधाम ऑल वेदर, केदारनाथ पुनर्निर्माण, बदरीनाथ सौंदर्यीकरण महायोजना समेत तमाम परियोजनाओं को सफलतापूर्वक धरातल पर उतारा जा रहा है। इस दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल भी मौजूद रहे।

रविवार को धर्मशाला के भूमि पूजन में शामिल होंगे धामी
रविवार की सुबह 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री दिल्ली सेवा धाम ट्रस्ट की धर्मशाला के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान यज्ञ में बैठ कर वह आहुति देंगे। मुख्यमंत्री ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मणिराम छावनी में मुलाकात करेंगे। इसके बाद सुबह 11ः30 बजे वह अयोध्या के नाका एयरपोर्ट से देहरादून रवाना होंगे।

द हंस फाउण्डेशन का उत्तराखंड को मिल रहा सहयोग-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोहकमपुर देहरादून में द हंस फाउण्डेशन डायलिसिस केन्द्र का लोकार्पण किया। माता मंगला जी के जन्मोत्सव के अवसर पर हंस फाउण्डेशन के संस्थापक श्री भोले जी महाराज और माता मंगला जी ने प्रदेश को 14 डायलिसिस केन्द्रों एवं 13 सचल चिकित्सालयों की सौगात दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने माता मंगला जी को जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु की कामना की। उन्होंने कहा कि माता मंगला और भोले महाराज ने अपना पूरा जीवन परमार्थ के लिए लिए समर्पित किया है। उनके लिए नर सेवा ही नारायण सेवा है। उत्तराखण्ड ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण देश में उनके द्वारा जन सेवा के लिए अनेक कार्य किये जा रहे हैं। माता मंगला जी के जन्मोत्सव के अवसर पर हंस फाउण्डेशन द्वारा उत्तराखण्ड को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी सौगात दी गई है। इसके लिए उन्होंने भोले महाराज एवं माता मंगला का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने हंस फाउण्डेशन के माध्यम से अनेक सेवा के कार्य किये। स्वास्थ्य सुविधाओं एवं खाद्यान्न वितरण कर जन सेवा की गई।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने माता मंगला जी को जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हंस फाउण्डेशन के संस्थापक भोले महाराज एवं माता मंगला ने उत्तराखण्ड के लिए समय-समय पर अनेक सौगात दी हैं। आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में उन्होंने डायलिसिस केन्द्रों एवं सचल चिकित्सालयों की बड़ी सौगात दी है। 12 दूरस्थ डिग्री कॉलेजों के लिए भी उन्होंने एक लाख किताबें दी हैं।
माता मंगला जी ने कहा, मेरी भगवान से प्रार्थना है कि मुझे जितना भी समय मिले, मैं जन सेवा कर सकूं। जन समस्याओं के समाधान के लिए हम सभी को प्रयास करने होंगे। यदि प्रत्येक व्यक्ति एक-एक आदमी की मदद भी करता है तो यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि होगी। जिन बच्चों की आज हम सेवा कर रहे हैं, कल वे अपने पैरो पर खड़े होंगे। यह आत्म सन्तुष्टि का भाव है।
इस अवसर पर हंस फाउण्डेशन के संस्थापक भोले महाराज, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, हंस फाउण्डेशन के पदाधिकारी एवं गणमान्य उपस्थित थे।

चारधामों के कपाट बंद होने के तिथि की हुई घोषणा

चारधाम यात्रा के लिए अब कम समय बचा है। अगले माह चारों धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसकी औपचारिक घोषणा शुक्रवार को विजयादशमी पर हो गई है। केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कपाट छह नवंबर को भैया दूज के दिन बंद होंगे। वहीं, गंगोत्री धाम के कपाट पांच नवंबर को गोवर्धन पूजा के दिन बंद होंगे।

यह रहेगा दिन और समय
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि शीतकाल के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि विजयदशमी के दिन शुक्रवार को घोषित की गई। बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 20 नवंबर को शाम 6:45 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूठ के पावन पर्व पर पांच नवंबर को सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर बंद होंगे। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज पर छह नवंबर को दोपहर साढ़े बारह बजे बंद किए जाएंगे। कपाट बंद होने के बाद शीतकाल में गंगा मां की भोग मूर्ति के दर्शन उनके मायके ग्राम मुखबा और मां यमुना के दर्शन खरशाली स्थित उनके शीतकालीन मंदिरों में होंगे।
 
तुंगनाथ के कपाट 30 अक्टूबर व मद्महेश्व के कपाट 22 नवंबर को होंगें बंद
द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए 22 नवंबर को प्रातरू साढे आठ बजे वृश्चिक लग्न में बंद हो जाएगे। जबकि डोली आगमन पर मद्महेश्वर मेला 25 नवंबर को आयोजित होगा। तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शनिवार 30 अक्टूबर को दोपहर एक बजे शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे।

17 अक्तूबर को बंद होंगे चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट
मध्य हिमालय में चतुर्थ केदार के रूप में विख्यात भगवान रुद्रनाथ के कपाट 17 अक्तूबर को कार्तिक संक्रांति के पावन पर्व पर ब्रह्ममुहूर्त में अभिषेक पूजा के बाद शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष अनसूया प्रसाद भट्ट, रुद्रनाथ के पुजारी धर्मेंद्र तिवाड़ी, गोपीनाथ-रुद्रनाथ मंदिर के प्रबंधक आशुतोष भट्ट और हक-हकूकधारी देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि उसी दिन भगवान की उत्सव डोली पनार बुग्याल और सगर गांव से होते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर में विराजमान हो जाएगी।

अब तक सवा लाख यात्रियों ने किए चारधामों के दर्शन
त्योहारी सीजन में विश्व प्रसिद्ध चारधामों के दर्शन के लिए तीर्थ यात्रियों की तादाद लगातार बढ़ रही है। अब तक सवा लाख यात्रियों ने बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के दर्शन किए हैं। बाबा केदार के दर्शन के लिए 8354 यात्री हेली सेवा से पहुंचे हैं। 

प्रदेश में अगले महीने चारधामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने से यात्रा भी स्थगित हो जाएगी। यात्रा के अंतिम दिनों में बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में दर्शनों के लिए तीर्थ यात्रियों की तादाद बढ़ रही है। उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुताबिक गुरुवार को चारधामों में 7823 यात्रियों ने दर्शन किए। अब तक चारधामों में 1,14,195 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं। 
देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी। अब तक चारधामों में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या एक लाख पार हो चुकी है। ई-पास की व्यवस्था समाप्त होने से चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए बस टर्मिनल ऋषिकेश में निशुल्क कोविड जांच केंद्र स्थापित किया गया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चारधामों में नियमों का पालन करने के लिए लगातार निगरानी की जा रही है। साथ ही यात्रियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

फिल्म निर्माण के लिए 24 गांवों को होगा कायाकल्प

उत्तराखंड में पलायन के कारण खाली हो रहे नैनीताल जिले के वीरान गांवों में होम स्टे विकसित किए जा रहे हैं। अहमदाबाद की एक फर्म के साथ मिलकर उत्तराखंड के पर्यटन विभाग ने यह योजना शुरू की है। इसके तहत विभाग ने नैनीताल के पास कुंजखड़क गांव के आसपास के इलाकों को चिह्नित किया है, जहां कम्युनिटी बेस होम स्टे शुरू करने की तैयारी है। विभाग इन गांवों में खंडहर हो चुके मकानों को ठीक कर पर्यटकों को ठहरने की सुविधा देगा। योजना का मुख्य उद्देश्य पर्यटन विकास के साथ ही खाली गांवों का इस्तेमाल फिल्म निर्माण के लिए करने की भी योजना है।
पर्यटन विभाग के अनुसार, इस योजना के तहत नैनीताल जिले में करीब 24 गांव चिह्नित किए हैं। इनमें कुछ की पौराणिक व रोचक कहानियां हैं। कुछ बेहद अच्छी लोकेशंस पर स्थित हैं। फिल्म निर्माण के लिए भी योजना अच्छी साबित हो सकती है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। पर्यटन विभाग ऐसे गांवों को स्थानीय लोगों के साथ ही निवेशकों की मदद से विकसित करेगा।

इटली के गांवों को देख कर बनाई योजना
उत्तराखंड पर्यटन विभाग को यह विचार विदेशों में इस तरह की पहल को देखकर आया है। इटली में कई पुराने खाली हो चुके गांवों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है। जहां प्रतिवर्ष विश्वभर से बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने जाते हैं। इसी तर्ज पर पर्यटन विभाग ने प्रदेश के ऐसे कुछ गांवों को चिह्नित करना शुरू किया है। उत्तरकाशी की नेलांग घाटी के जादूंग गांव और गर्तातोली की सीढ़ियों को इसी तर्ज पर विकसित किया गया है। यह गांव 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद खाली करा दिए गए थे।
वहीं, नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि पलायन रोकने को होम स्टे योजना काफी कारगर है। खाली हो चुके कई गांव बहुत अच्छी लोकेशन्स और इलाकों में स्थित हैं। इन्हें सही तरीके से विकसित किया जाए तो यह राज्य की आर्थिकी के साथ स्वरोजगार का सबसे अच्छा माध्यम बन सकते हैं। इस तरह लोग उत्तराखंड की कला संस्कृति से भी जुड़ पाएंगे।

कला, साहित्य एवं संस्कृति मानव जीवन के अभिन्न अंग-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज स्नेहिल संस्था द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्रीय कला यात्रा के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्नेहिल स्मारिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्नेहिल संस्था द्वारा शहीदों एवं क्रांतिकारियों का कला एवं साहित्यिक गतिविधियों द्वारा स्मरण किया जा रहा है, यह एक सराहनीय प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कला, साहित्य एवं संस्कृति मानव जीवन के अभिन्न अंग हैं। हमारे क्रान्तिकारियों, बलिदानियों एवं देश की आजादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वालों की याद में देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के इन सपूतों के कृत्यों और गाथाओं की जानकारी युवा पीढ़ी को होना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली, वैभवशाली और आत्मनिर्भर बन रहा है। प्रधानमंत्री जी ने वैश्विक पटल पर भारत को एक अलग पहचान दिलाई है। देश में हर वर्ग को ध्यान में रखकर केन्द्र सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। देश तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 जुलाई को उत्तराखण्ड का मुख्य सेवक बनने के बाद से मेरा प्रयास रहा है कि हमारे आन्दोलनकारियों एवं शहीदों के सपनों के अनुरूप प्रदेश का विकास हो। इन 100 दिनों में प्रत्येक क्षण का सदुपयोग कर प्रदेशवासियों की सेवा करने के लिए हर संभव प्रयास किये हैं। समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया है। समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर एवं जन भावनाओं के हिसाब से राज्य सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य का विकास मेरी अकेली यात्रा नहीं है, यह सामूहिक यात्रा है जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। सरकार जनता के साथ साझीदार के रूप में कार्य कर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानन्द, महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चन्द्र बोस, खुदीराम बोस, सरदार पटेल, रानी लक्ष्मीबाई, सावित्री बाई फुले, कनकलता बरुआ जैसे अनेक आंदोलनकारियों एवं क्रांतिकारियों की पेंटिंग का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, भाजपा नेता बलजीत सोनी, स्नेहिल संस्था के संरक्षक डॉ. आर.बी. सिंह, चौधरी अवधेश कुमार, स्नेहिल संस्था की अध्यक्ष डॉ. ममता सिंह, शशि, डॉ राशि झा, डॉ रामवीर सिंह, मंजुला सिंह, डॉ चेतना पोखरियाल, डॉ अलका मोहन शर्मा, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सांस्कृतिक टोलियों का भी संरक्षण करे सरकार-रमोला

प्रतीत नगर ग्रामसभा में स्थित प्राचीन बनखंडी महादेव मन्दिर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने गढ़वाल महासभा (गढ़ भूमि सांस्कृतिक विकास चेरिटेबल ट्रस्ट) सार्वजनिक एवं सांस्कृतिक संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कीर्तन मंडली को दरी भेंट की। साथ ही आगे भी हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर जयेन्द्र रमोला ने कहा कि हम सबको हमारी संस्कृति व धर्म से जुड़े आयोजनों में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिये और ऐसे कार्यक्रमों में हर संभव मदद के प्रयास करने चाहिये। उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यों व कीर्तन से जुड़े लोगों के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों को हमारी संस्कृति व धर्म के विषय में जानकारी मिलती रहती है। यह अच्छा प्रयास है कि समय समय पर यहां की समिति व कीर्तन मंडली के माध्यम आस पास के क्षेत्रों के लोगों को लाभ मिलता है।
रमोला ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में भजन-कीर्तन तथा पौराणिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों से संबंधित मंडलियां होती हैं, जो रामलीला, कृष्णलीला, त्योहारों, उत्सवों, मेलों एवं सांस्कृतिक आयोजनों में स्वयं के संसाधनों से प्रस्तुति देती हैं। धीरे-धीरे ये मंडलियां विलुप्त होती जा रही हैं। इनके उत्साहवर्धन के लिए हमें इनकी मदद करती रहनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि सरकार हर पौराणिक मन्दिरों को चिन्हित करें और इन मन्दिरों का जीर्णाेधार कर इनको सुंदर व भव्य बनाने के साथ साथ कीर्तन मंडलियों की मदद के लिये भी प्रयास करें।
कार्यक्रम में मोहन कण्डवाल, सतीश रावत, रवीन्द्र बिजल्वाण, दर्शन नेगी, गीता देवी, लता, राजमती पंवार, बबली देवी, रेखा थपलियाल, अंजू बडोला, संगीत उनियाल, देवकी देवी, सुधा नेगी, सावित्री, शोभा, अजय तड़ियाल, शुरवीर सिंह पंवार आदि लोग उपस्थित रहें।

हाम्रो दशैं सांस्कृतिक महोत्सव में सीएम ने की कई घोषणाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को गढ़ी कैंट देहरादून में गोर्खाली सुधार सभा द्वारा आयोजित ‘‘हाम्रो दशैं सांस्कृतिक महोत्सव’’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने वीर सैनिकों, वीर नारियों एवं विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने सभी को नवरात्रि एवं दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पंरपरओं को आगे बढ़ाने में त्योहारों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। त्योहार आपसी भाईचारे एवं सौहार्द के प्रतीक होते हैं। उन्होंने कहा हमारी संस्कृति ही हमारी विशिष्ट पहचान होती है। हमें अपनी प्राचीन संस्कृति को बचा कर रखना होगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की, कि कर्नल आर.पी गुरूंग के नाम पर गढ़ी कैंट में एक द्वार बनाया जायेगा। गोर्खाली सुधार सभा के भवन जीर्णाेद्धार का कार्य किया जायेगा। गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज के जीर्णाेद्धार का कार्य किया जायेगा। गढ़ीकैंट, मिठीबेड़ी, घंघोड़ा, जैंतनवाला की आन्तरिक सड़कों का निर्माण कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा भारतीय सेना में गोर्खाली समाज का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने देश को सशक्त, गौरवशाली एवं वैभवशाली भारत के रूप में वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है। आज भारत आत्मनिर्भर भारत की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पद्म सिंह थापा, ले. जनरल (रिटा.) शक्ति गुरुंग, टी.डी. भूटिया, सरोज गुरूंग, संध्या थापा, गोर्खाली सुधार सभा के सदस्य एवं गणमान्य उपस्थित थे।

नरेन्द्रनगर को मिली कई योजनाओं की सौगात, सीएम ने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को रामलीला मैदान, नरेंद्रनगर, टिहरी गढ़वाल में उत्तराखंड के प्रसिद्ध 45वां सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री ने नरेंद्रनगर हेतु विभिन्न घोषणाएं की जिनमें नरेन्द्रनगर में सामुदायिक भवन का विस्तारीकरण होगा, नरेन्द्रनगर में बस स्टैण्ड के समीप 70 वर्षीय पुरानी जीर्ण-शीर्ण डबल स्टोरी भवन का निर्माण कार्य किया जाएगा, नरेन्द्रनगर में बाजार लाईन का पुरातत्व विरासत के रूप में संरक्षण होगा, नरेन्द्रनगर में मोटा नाला/पुलिस थाने के समीप पार्किंग निर्माण का कार्य होगा, राजकीय इण्टर कॉलेज बेरनी एवं ओडाडा में 4-4 अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कार्य होगा, नगरपालिका परिषद, मुनिकीरेती-ढालवाला के अन्तर्गत स्टेडियम का निर्माण कार्य होगा, नगर पंचायत गजा में मिनी स्टेडियम का निर्माण कार्य होगा, गजा क्षेत्र के अन्तर्गत घण्टाकरण मन्दिर में विश्राम गृह का निर्माण कार्य होगा, विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्रनगर के अन्तर्गत प्राकृतिक आपदा से नुकसान हेतु रू० 2 करोड़ दिए जाएंगे, विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्रनगर के अन्तर्गत दोगी पट्टी में दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त चार पर्वतीय नहरों का पुर्ननिर्माण कार्य होगा ,नरेन्द्रनगर से डौर-गुजाराड़ा मोटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य होगा , काटल नौदू मोटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य होगा व सोनी से नरेन्द्रनगर- रानीपोखरी मोटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य किया जाएगा शामिल है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न विद्यालयों एवं विभागों द्वारा निकाली गई झांकियों का अवलोकन किया एवं कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा 10वीं 12वीं के मेधावी छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित कर सम्मानित भी किया गया। तत्पश्चात् मुख्यमंत्री ने शहीद स्मारक स्थल पर पहुंचकर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मां कुंजापुरी की धरती को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि जब से मैनें मुख्य सेवक के रूप में जनता की सेवा करने का मौका मिला तब से हमारी सरकार विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्य कर रही है। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न विभागों में रिक्त चल रहे 24000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। साथ ही युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रत्येक जिले में कैंप लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत तमाम युवाओं को ऋण वितरित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा की कोरोना की वजह से अनेक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा, पर्यटन से जुड़े लोगों के लिए 200 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया। उन्होंने कहा सरकार ने निर्णय लिया कि सरकारी भर्ती प्रक्रियाओं में आवेदकों को अधिकतम आयु सीमा में एक वर्ष की छूट दी जायेगी। साथ ही मार्च 2022 तक विभिन्न भर्तियों का आवेदन शुल्क माफ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजीविका मिशन, स्वयं सहायता समूहों, कलस्टरों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाली प्रदेश की बहनों को 5 लाख रूपये तक का ऋण बिना ब्याज दिया जा रहा है। साथ ही ग्राम प्रधानों का मानदेय 1500 रूपये से बढ़ाकर 3500 रूपये किया गया है। समाज के हर वर्गों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज हिन्दुस्तान विकास की नई उचाईयों को छू रहा है। साथ ही भारत का दुनिया में मान-सम्मान बढ़ा रहा है, भारत को सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्य कर रहे हैं। उन्हीं के पद्चिन्हों पर चलकर राज्य में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, राजेंद्र विक्रम सिंह पवार (अध्यक्ष नगर पालिका परिषद नरेंद्र नगर), राजेंद्र भंडारी (ब्लाक प्रमुख नरेंद्र नगर) रोशन रतूड़ी (अध्यक्ष नगर पालिका मुनिकीरेती) एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सेवा के 20 वर्ष पूरे होने पर पीएम के नाम पाती

राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और महापौर अनिता ममगाईं सहित बूथ अध्यक्ष एवं शक्ति केंद्रों के संयोजक ने गंगा किनारे बैठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संवैधानिक पदों पर आसीन होने के 20 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखे। जिसमें सभी बूथ अध्यक्षों एवं शक्ति केंद्र संयोजको सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने अपनी भावनाएं अपने पत्र के माध्यम से प्रकट की।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राजनीतिक संविधानिक जीवन के 20 वर्ष पूरे करने पर ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम में पहुंच कर देवभूमि के प्रति आकर्षण एवं लगाव को दर्शाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके द्वारा निरंतर राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं वह अद्भुत है।
बलूनी ने कहा है कि बूथ स्तर के कार्यकर्ता संपूर्ण देश में प्रधानमंत्री के समर्थन में उत्साहपूर्वक आज पोस्टकार्ड एवं पत्र के माध्यम से अपनी भावनाएं प्रकट कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता चाहता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व लंबे समय तक इस देश को मिलता रहे, जिससे यह देश विश्व गुरु के पद पर आसीन हो।
इस अवसर पर विधायक देशराज कर्णवाल, राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव जेटली, प्रदेश प्रवक्ता भाजपा बिपिन कैंथोला, मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, रजनी बिष्ट आदि सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।