सनकादिक पीठ में श्रीमद् भागवत ज्ञान महायज्ञ के पाचवें दिन नंद महोत्सव मनाया

ब्रह्मपुरी राम तपस्थली सनकादिक पीठ में आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान महायज्ञ के पाचवें दिन नंद महोत्सव में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पहुंचे और कथा का लाभ उठाया। इस दौरान ऋषि कुमारों ने उनका पुष्प वर्षा और स्वस्तिवाचन से स्वागत किया।
तुलसी मानस मंदिर के अध्यक्ष रवि शास्त्री ने बताया कि मदन कौशिक के पहुंचने पर ब्रह्मपुरी राम तपस्थली के संस्थापक अध्यक्ष महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज ने उत्तरीय एवं तुलसी का पौधा भेंट किया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने सभी आए हुए महामंडलेश्वर संत महात्माओं का आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं व्यासपीठ पर विराजमान आचार्य सतीश कौशिक महाराज को पुष्पहार पहनाकर आशीर्वाद लिया।
उन्होंने कहा कि आज पृथ्वी पर अगर धर्म बचा है तो आज उसका श्रेय घर-घर हो रही भागवत कथा, राम कथाओं को जाता है। जो इन संत महात्माओं के द्वारा की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमे अपने बच्चों को संस्कार देने चाहिए, जिससे धर्म की रक्षा की सके। हम सभी धर्म अनुरागी भक्तों आज मां गंगा के तट पर संकल्प लें कि गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के साथ-साथ हम अपने क्षेत्र के आसपास पौधारोपण जरूर करेंगे। अपने घर जन्मदिन मनाए किंतु पौधा जरूर लगाएं। कौशिक ने भगवत कथा में सभी भक्तों के साथ मिलकर नंद महोत्सव भी मनाया।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर दया राम दास महाराज, संदीप गुप्ता, संजय व्यास, महावीर दास, प्रमोद दास, मीना श्रीवास्तव, डॉ राहुल श्रीवास्तव, आरती श्रीवास्तव, विकास श्रीवास्तव, निधि श्रीवास्तव, गौरव पुष्पेंद्र, राखी, मनीष, सुनील, आहूजा आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।

शारदीय नवरात्रों में कब करनी है घट स्थापना, जानिए पूरी विधि

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत कल से हो रही है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत अधिक महत्व होता है। 7 अक्टूबर को नवरात्रि का पहला दिन है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है और अखंड ज्योत जलाई जाती है। नवरात्रि का दौरान मां के 9 रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और मां दुर्गा की पूजा विधि जानिए।

अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना का विशेष महत्व है। घट स्थापना के दिन चित्रा नक्षत्र जैसे शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इस दिन कन्या राशि में चर्तुग्रही योग का शुभ संयोग बन रहा है। घट स्थापना मुहूर्त 7 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 17 मिनट से 7 बजकर 7 मिनट तक और अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 38 मिनट के बीच है। जो लोग इस शुभ योग में कलश स्थापना न कर पाएं, वे दोपहर 12 बजकर 14 मिनट से दोपहर 1 बजकर 42 मिनट तक लाभ का चौघड़िया में और 1 बजकर 42 मिनट से शाम 3 बजकर 9 मिनट तक अमृत के चौघड़िया में कलश-पूजन कर सकते हैं।

पूजा विधि-
इस दिन सुबह उठकर जल्गी स्नान कर लें, फिर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।
मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।

पूजा सामग्री-
लाल चुनरी
लाल वस्त्र
मौली
श्रृंगार का सामान
दीपक
घी/ तेल
धूप
नारियल
साफ चावल
कुमकुम
फूल
देवी की प्रतिमा या फोटो
पान
सुपारी
लौंग
इलायची
बताशे या मिसरी
कपूर
फल-मिठाई
कलावा

धामी सरकार को मिली कामयाबी, हाईकोर्ट ने श्रद्धालुओं की संख्या से रोक हटाई

हाइकोर्ट नैनीताल ने बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाए जाने के मामले को लेकर दायर याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई। हाइकोर्ट ने चारों धाम में श्रद्धालुओं की निर्धारित संख्या से रोक हटा दी है। अब तीर्थ यात्री बेरोकटोक चारधाम यात्रा के लिए जा सकेंगे। साथ ही हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि शासन को कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवाना होगा। कोर्ट के इस आदेश से सरकार सहित दूसरे प्रदेशों से आने वाले तीर्थ यात्रियों, चारधाम यात्रा रूट पर होटलों, दुकानदारों आदि स्थानीय लोगों को भी बड़ी राहत मिली है।
मुख्य न्यायमूर्ति आरएस चौहान व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ में सुनवाई के दौरान महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर व मुख्य स्थाई अधिवक्ता चंद्रशेखर रावत ने उत्तराखंड सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि चारधाम यात्रा शुरू करने के लिए तीर्थ यात्रियों की सख्यां को निर्धारित किया गया था। साथ ही, तीर्थ यात्रियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की भी सख्त हिदायत दी गई थी।
माधिवक्ता द्वारा कहा गया कि चारधाम यात्रा करने के लिए कोविड को देखते हुए कोर्ट ने पूर्व में श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित कर दी थी। लेकिन वर्तमान समय मे प्रदेश में कोविड के केस ना के बराबर आ रहे है। इसलिए चारधाम यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं की निर्धारित संख्या के आदेश में संशोधन किया जाए।कहा कि चारधाम यात्रा समाप्त होने में 40 दिन से कम का समय बचा हुआ है।
इसलिए जितने भी श्रद्धालु वहां आ रहे है उन सबको दर्शन करने की अनुमति दी जाए। जो श्रद्धालु ऑनलाइन दर्शन करने हेतु रजिस्ट्रेशन करा रहे है, वे भी नहीं आ पा रहे हैं। जिसके कारण वहां के स्थानीय लोगो पर रोजी-रोटी का खतरा उत्पन्न हो रहा है। सरकार द्वारा कोर्ट ने पूर्व दिए गए दिशा-निर्देशों का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा। चारधाम यात्रा में सभी सुविधाओं को उपलब्ध करा दिया गया है।
सरकार की तरफ से यह भी कहा गया है कि चारधाम यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं की निर्धारित संख्या से रोक हटाई जाए या फिर श्रद्धालुओं की संख्या तीन से चार हजार प्रतिदिन किया जाए ताकि दूसरे प्रदेशों से भी लोग दर्शन को आ सकें। कहा कि कोरोना महामारी पर कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन भी किया जा रहा है। सरकार का पक्ष सुनने के बाद हाईकोर्ट ने रोक हटा दी गई है।

राज्य में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को हर संभव सुविधा दी जाये-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय प्रदेश में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को हर संभव सुविधा दी जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालु एवं पर्यटक देवभूमि उत्तराखण्ड से अच्छा संदेश लेकर जाएं, यह सबकी जिम्मेदारी है। श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के प्रति किसी भी प्रकार की अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में यदि एक भी यात्री को परेशानी होगी तो प्रदेश का मुख्य सेवक होने के नाते मुझे परेशानी होगी।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जुड़े रूद्रप्रयाग, चमोली एवं उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं अच्छी हों। गाईडलाइन के अनुसार श्रद्धालु दर्शन कर सकें। पर्यटक स्थलों पर जाने वाले यात्रियों को भी कोई परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि चारधाम यात्रा के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद जिन लोगों को परमिशन मिली है, वही लोग उत्तराखण्ड के चार धाम यात्रा के लिए आयें।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, डीजीपी अशोक कुमार, मुख्यमंत्री के अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव दिलीप जावलकर, गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन, डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग, अपर सचिव युगल किशोर पंत उपस्थित थे।

धामी ने रुद्रपुर में प्रदेश का सबसे ऊंचा राष्ट्रध्वज फहराया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गांधी पार्क, रुद्रपुर में उत्तराखण्ड के सबसे ऊंचे राष्ट्रध्वज का लोकार्पण किया। उन्होने हनुमान चालीसा के उच्चारण के साथ बटन दबाकर 191 फीट ऊंचे तिरंगे को फहराया। तदोपरान्त राष्ट्रगान के पश्चात तिरंगे को सलामी दी। इस दौरान पूरे गांधी पार्क का माहौल देश भक्ती में सरोबर हुआ। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने ओलम्पिक 2021 में पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी कांस्य पदक विजेता मनोज सरकार, आईएएस की परीक्षा में पूरे देश में 38वें स्थान प्राप्त करने वाली वरूणा अग्रवाल, वन्देमातरम ग्रुप के संयोजक संजय आर्या व कोरोना काल में जनसेवा करने वाले राधास्वामी सत्संग ब्यास रूद्रपुर के सदस्यों को सम्मानित किया। उन्होने स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी दर्शन लाल, दलवीर व सेवा सिंह को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
इस दौरान उन्होने जनसभा को सम्बोन्धित करते हुए कहा कि सरकार का प्रत्येक क्षण प्रदेश की जनता के लिए समर्पित है, सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि प्रत्येक जनता जो अन्तिम छोर तक विकास पहुंच सके ताकि उन लोगों तक भारत सरकार व राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार विद्युत, पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार व लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा बंगाली समुदाय के लिए उनके प्रमाण-पत्रों में पूर्वी पाकिस्तानी या बांग्लादेशी शब्द को हटाने, नजूल भूमि पर जनता को मालिकाना हक देने का कार्य प्रारम्भ, किसानों के गन्ने का पूर्ण भुगतान आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया गया है। उन्होने कहा कि जनपद में धान खरीद प्रक्रिया को सुगम बनाने हेतु लगभग 200 धान क्रय केन्द्र स्थापित किये गये है ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होने कहा कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इस पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होने कहा कि बाजपुर मे 20 गांव के कई वर्षों पुराने मामलों का निस्तारण कर 5800 परिवारों को मालिकाना हक देने का कार्य किया गया है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा रोजगार के क्षेत्र में तेजी से कार्य किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत प्रदेश में 24000 रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है व बेरोजगारों के लिए नौकरिया हेतु आवेदन फार्म को निशुल्क कर दिया गया है। उन्होने कहा कि समूह ख और ग में एक वर्ष की आयु सीमा में छूट दी गयी है ताकि कोरोना काल में जो लोग फार्म भरने से वंचित रह गये है उन्हे अवसर मिल सके व लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले युवाओं को 50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी ताकि वे आगे की तैयारी बिना किसी व्यवधान के पूर्ण कर सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलम्बी बनाने के लिए लगातार राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अन्तर्गत समूह की महिलाओं के उत्थान के लिए 119 करोड़ का पैकेज राज्य सरकार द्वारा दिया गया है। उन्होने कहा कि जिन लोगो का रोजगार कोरोना काल में प्रभावित हुई है सरकार उन सभी वर्गों का आर्थिक सहायता के रूप में सहयोग कर रही है। उन्होने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए उद्योंगों का विकसित होना बहुत जरूरी है जिसके लिए सरकार अगले तीन महीने में उद्योंगों की सभी समस्याओं का समाधान करेगी। उन्होने कहा कि उद्योगों में 70 प्रतिशत स्थानीय बेराजगारों को रोजगार मिले इसके लिए प्राविधान लाया जायेगा जिसे सख्ती से लागू किया जायेगा। उन्होने कहा कि प्रदेश के सभी एयरपोर्ट को हवाई सेवाओं से जोड़ा जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का चहुमुंखी विकास हो रहा है जो आज से पहले किसी अन्य प्रधानमंत्री के कार्यकाल में नही हुआ है, जैसे ऑल वेदर रोड के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों को जोड़ना, आयुष्मान कार्ड के माध्यम से लोगो को लाभान्वित करना, जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर को शुद्ध जल देना। उन्होने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को उत्तराखण्ड से अत्यधिक लगाव है, वे निरन्तर उत्तराखण्ड का चहुमुखी विकास के लिए प्रदेश सरकार की हर सम्भव सहायता कर रहे है। उन्होने कहा कि आज हमारी सीमाऐं पूर्ण रूप से सुरक्षित है। उन्होने कहा कि रूद्रपुर के ईएसआईसी अस्पताल का राज्य सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा शीघ्र ही संचालन किया जायेगा जिसमें सभी प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जायेगी। उन्होने कहा कि जिस तरह से हमारे देश के प्रधानमंत्री निरन्तर विकास के क्षेत्र में नये आयाम गढ़ रहे है उसी प्रकार उन्ही के पदचिन्हों पर प्रदेश की सरकार भी उत्तराखण्ड को सम्पूर्ण देश में सबसे बेहतर प्रदेश बनाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड को विश्व में सांस्कृतिक व आध्यात्मिक प्रदेश के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा राज्य आन्दोलनकारियों के चिन्हिकरण के लिए समय सीमा बढ़ाई गई है व राज्य आन्दोलनकारियों के आश्रितों को भी सरकार द्वारा पेंशन दी जायेगी।
इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है जो हमे आत्मसात करने वाला मुख्यमंत्री मिला है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड वीरों की भूमि है, आज देश की सीमाऐं पूरी तरह से सुरक्षित है। जिस तरह से आज देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में चहुंमुखी विकास कर रहा है उसी प्रकार उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में निरन्तर विकास कर रहा है।
विधायक राजकुमार ठुकराल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केन्द्रीय पर्यटन व रक्षा राज्यमंत्री ी अजय भट्ट को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होने कहा कि आज रूद्रपुर के लिए एक बड़ा दिन है जो आज यहां पर ओजस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केन्द्रीय पर्यटन व रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के कर कमलों से उत्तराखण्ड का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज का लोकार्पण किया गया है।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, पूर्व सांसद बलराज पासी, विधायक हरभजन सिंह चीमा, राजेश शुक्ला, मेयर रामपाल, ब्लॉक प्रमुख ममता जल्होत्रा, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, अध्यक्ष वन विकास निगम सुरेश परिहार, डीआईजी निलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी रंजना राजगुरू, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड में फिल्म नीति के तहत कई आकर्षक सुविधाएं दी जा रही-सतपाल महाराज

उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में फिल्म जगत से जुड़े निर्माता निर्देशकों से बातचीत करते हुए कहा कि उत्तराखंड में फिल्म नीति के तहत कई आकर्षक सुविधाएं दी जा रही हैं। हम अपने राज्य में अपनी फिल्म परियोजनाओं के लिए आने के इच्छुक निर्माताओं और निदेशकों के लिए अधिक से अधिक बुनियादी ढांचे को सुविधाजनक बनाने और विकसित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री और उनकी टीम से मिलने के लिए करीब 33 प्रोडक्शन हाउस से जुड़े निर्माता निर्देशक मौजूद रहे। जिसमें धर्मा प्रोडक्शन, महेश कोठारे, नेटफ्लिक्स, एमेजॉन प्राइम, बालाजी टेलीफिल्म्स, भंसाली प्रोडक्शन, एंडेमोल शाइन इंडिया, जियो स्टूडियो, सलमान खान वेंचर्स, एमएक्स प्लेयर, राजश्री प्रोडक्शन जैसे प्रसिद्ध प्रोडक्शन हाउस हैं। इस बैठक का उद्देश्य फिल्म शूटिंग के लिए उत्तराखंड को एक आदर्श गंतव्य के रूप में बढ़ावा देना था। पर्यटन मंत्री ने बैठक के दौरान बताया कि मैन वर्सेज वाइल्ड की शूटिंग उत्तराखंड में हुई थी जहां प्रधानमंत्री बेयर ग्रिल्स के साथ नजर आए थे।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सुंदर भव्य पर्वतों, नदियों, खूबसूरत नजारों, वास्तुशिल्प के कारण उत्तराखंड आकर्षक रचनात्मक स्थलों में सदैव शामिल रहा है। पहाड़ की विहंगम और खूबसूरत वादियों में शूटिंग के लिए फिल्मी सितारे लगातार उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। उत्तराखंड को दुनिया का पसंदीदा फिल्म डेस्टिनेशन बनाने के लिए हमारी सरकार निरंतर काम कर रहे हैं। महाराज ने बताया कि पूर्व में प्रसिद्ध फिल्म मधुमती, भीगी रात, कटी पतंग, लक्ष्य, केदारनाथ, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, कोई मिल गया, लक्ष्य, दम लगा के हैय स्या, बत्ती गुल मीटर चालू सहित अनगिनत फिल्मों की शूटिंग कर चुके हैं।
शूटिंग के लिए देवभूमि का कॉर्बेट नेशनल पार्क, ऋषिकेश, रानीखेत और मसूरी के पर्यटक स्थल आकर्षण के केंद्र हैं। इतना ही नहीं उत्तराखंड के चार धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे तीर्थ स्थलों में श्रद्धलुओं की दिलचस्पी बढ़ रही है।
उत्तराखंड सरकार, पर्यटन खोजकर्ताओं और फिल्म बिरादरी के लिए उत्तराखंड में नए स्थानों को विकसित करने पर काम कर रही है। एक राज्य के रूप में उत्तराखंड में शूटिंग के अनुभव को एक सहज और निर्बाध प्रक्रिया बनाने के लिए पर्यटन विभाग का निरंतर प्रयास है, और उसी के लिए उनके पास फिल्म बिरादरी के सुझावों और इनपुट का स्वागत है। पहली फिल्म नीति 2015 में बनी, इसके बाद 2019 में संशोधित फिल्म नीति बनी। आगे भी इसमें फिल्म क्षेत्र से जुड़े लोगों के सुझावों के अनुरूप जरूरी सुधार किये जाएंगे।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग की अपार संभावनाएं हैं। हम निर्माताओं और निर्देशकों का स्वागत करते हैं और विशेष रूप से उत्तराखंड के ऑफबीट डेस्टिनेशनों में शूटिंग करें। बॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं को अस्सी नब्बे के दशक से ही उत्तराखण्ड अपनी ओर आकर्षित करते हुए आया है। कोरोना संकट के चलते पटरी से उतरे पर्यटन और फिल्म उद्योग को धीरे धीरे गति मिलने लगी है। एक तरफ उत्तराखंड के पर्यटक स्थल टूरिस्ट से गुलजार हो रहे हैं, वहीं फिल्मकार भी यहां शूटिंग के लिए खासी रुचि दिखा रहे हैं। फिल्म शूटिंग के लिए उत्तराखंड नया हब बन रहा है। प्रदेश की लोकेशन में फिल्म निर्माताओं की बढ़ रही इस रुचि को प्रोत्साहित कर उत्तराखंड में शूटिंग को आसान बनाने पर लगातार काम किया जा रहा है। जिससे उत्तराखंड की लोकेशन में शूटिंग के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही प्राचीन भवनों का जीर्णाेद्धार कर हम उन्हें पर्यटन के लिए खोलने का प्रयास कर रहे हैं।
इस अवसर पर फिल्म प्रोड्यूसर गिल्ड के अध्यक्ष नितिन आहूजा, पर्यटन विभाग के अपर निदेशक विवेक चौहान, वरिष्ठ शोध अधिकारी सुरेंद्र सिंह सामंत, उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी/संयुक्त निदेशक के एस चौहान, अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी, चित्रांशी रावत, रूप दुर्गापाल सहित फिल्म क्षेत्र से जुड़े लोग उपस्थित थे।

आइएनएस क्लब और अविरल संस्था ने नगर में रैली निकालकर स्वच्छता अभियान चलाया

आइएनएस क्लब ऋषिकेश डिवाइन ने अविरल संस्था के साथ गांधी जयंती के अवसर पर एक स्वछता रैली का आयोजन किया। रैली के माध्यम से नगरवासियों को स्वछता का संदेश दिया गया। रैली को नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिसके बाद रैली नगर निगम से आरम्भ होकर तिलक रोड, हीरालाल रोड, अंबेडकर चौक, रेलवे रोड, घाट चौक से होते हुए त्रिवेणी घाट के गांधी स्तंभ पर सम्पन्न हुई।
क्लब की अध्यक्षा ऋचा सूरी ने बताया कि हमारे देश ने स्वच्छता को लेकर आज भी जागरूकता का अभाव है। इस लिए रैली के माध्यम से आमजन में स्वच्छता को लेकर जागरूकता किया गया। रैली में शामिल सदस्यों ने रास्ते मे पड़े कूड़े कचरे को साफ किया। रैली मे हम सब ने यह ठाना है, भारत स्वच्छ बनाना है जैसे नारे लगाकर श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के एनसीसी कैडेटों ने सबको अपनी ओर आकर्षित किया।
इस अवसर पर उमा किंगर, गरिमा मिश्र, नैना खुराना, प्रिया गांधी, प्रोमिला सडाना, अविरल संस्था से मृदुल, सुनील, अभिषेक मल्होत्रा, मनीज गुप्ता, महेश किंगर, नवीन गांधी आदि उपस्थित रहे।

वीर चंद्र सिंह गढवाली की पुण्यतिथि पर पीठसैंण में उनकी प्रतिमा का अनावरण

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट व अन्य महानुभावों की उपस्थिति में वीर चंद्र सिंह गढवाली की पुण्यतिथि के अवसर पर पीठसैंण, पौड़ी गढ़वाल में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। कार्यक्रम में दीनदयाल उपाध्याय योजना के लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए और ‘घस्यारी कल्याण योजना’ के लाभार्थियों को किट वितरित किए गए।

वीर चंद्र सिंह गढ़वाली कर्म और धर्म दोनों से सैनिक थे
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को श्रद्धांजलि देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली एक सच्चे सैनिक तो थे ही, साथ ही वे एक प्रखर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली कर्म और धर्म दोनों से सैनिक थे।

उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि और तपोभूमि भी
उत्तराखण्ड की धरती, भारत ही नहीं पूरी दुनिया में देवभूमि के नाम से जानी जाती है। मगर यह देवभूमि, एक वीरभूमि और तपोभूमि भी है। उत्तराखण्ड राज्य का गठन हुए बीस वर्ष ही हुए हैं परंतु यहां का इतिहास और परम्पराएं सदियों पुरानी हैं। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, माधो सिंह भण्डारी और तीलू रोतेली की बहादुरी के गीत गढ़वाल के गांव-गांव में गाए जाते हैं।

पुष्कर सिंह धामी अंतिम ओवर में उतरने वाले धाकड़ बल्लेबाज
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी भी देश या राज्य की नियति का फैसला, वहां की सरकार की नियत से तय होता है। पुष्कर सिंह धामी ने बिल्कुल सही नारा दिया है कि सरकार का दृढ़ इरादा, बातें कम काम ज्यादा। बातें कम होनी चाहिए लेकिन काम ज्यादा होना चाहिए। पुष्कर सिंह धामी को उनकी छात्र राजनीति के दिनों से ही जानता हूं। उनके पास ऊर्जा है, क्षमता है और कुछ कर गुजरने की जज्बा भी है। क्रिकेट की भाषा में कहें तो 20-20 के मैच में धामीजी को आखिरी ओवर में उतारा गया है। धामी धाकड़ बल्लेबाज हैं। उन पर उत्तराखण्ड के लोगों की बहुत सारी उम्मीदें टिकी हुई हैं। पूरा विश्वास है वे इन उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।

अमृत महोत्सव के दौरान गढ़वाली जी की प्रतिमा का अनावरण सुखद संयोग
रक्षा मंत्री ने कहा कि गलवान में मातृभूमि की रक्षा के लिए हमारी सेना के वीर जवानों ने देश के मान सम्मान की रक्षा की। यह सुखद संयोग है कि आज जब वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण हो रहा है तो देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले साढे सात वर्षों में मिशन मोड में काम हुआ है। चालीस साल तक देश के पूर्व सैनिकों को ओआरओपी के लिए इंतजार करना पड़ा। मगर मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद ओआरओपी लागू कर दिया।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत बना विकास का पुजारी
उत्तराखण्ड के सामरिक महत्व को देखते हुए बीआरओ द्वारा यहां पर 1000 किमी लम्बी सड़कों के निर्माण पर काम चल रहा है। इन सड़कों के बन जाने से जहां सुरक्षा और सामरिक दृष्टि से देश को लाभ होगा वहां आर्थिक दृष्टि से प्रदेश की जनता को बहुत बड़ा लाभ होने वाला है। भारतीस सीमा के आखिरी गांव माना तक सड़क की ब्लेक टॉपिंग का काम चल रहा है जो जल्द ही पूरा हो जाएगा।
अब लिपुलेख के रास्ते मानसरोवर यात्रा पर जाना सुगम हो गया है। यह रास्ता आर्थिक और सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह रास्ता भारत और नेपाल को और करीब लाने में सहायक होगा। नेपाल हमारे लिए केवल एक मित्र देश नहीं है बल्कि उसके साथ हमारा परिवार जैसा संबंध है। भारत शांति का पुजारी तो हमेशा रहा है। प्रधानमंत्री अब भारत को विकास का पुजारी भी बना दिया है।

मुख्यमंत्री स्वस्थ उत्तराखण्ड योजना का शुभारम्भ, मुख्यमंत्री ने की अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में ’मुख्यमंत्री स्वस्थ युवा, स्वस्थ उत्तराखंड योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि राज्य के समस्त 7795 ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक स्थानों पर एक-एक ओपन जिम ( मुख्यमंत्री ग्रामीण युवा फिटनेस सेन्टर) खोला जायेगा। ’वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के अंतर्गत इलेक्ट्रिक लग्जरी बसों की खरीद के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी की मौजूदा अधिकतम सीमा को 15 लाख रूपए से बढ़ाकर 20 लाख रूपए किया जायेगा। पर्वतीय क्षेत्रों में गैर वाहन पर्यटन उद्यम के लिए 33 प्रतिशत सब्सिडी की मौजूदा अधिकतम सीमा को 14 लाख रूपए से बढ़ाकर 20 लाख रूपए किया जायेगा। दीन दयाल गृह आवास योजना के अंतर्गत होमस्टे स्थापित करने वाले उद्यमियों को सब्सिडी कुल लागत की मौजूदा 33 प्रतिशत या रू0 10 लाख, जो भी कम से बढ़ाकर सब्सिडी कुल लागत का 33 प्रतिशत या रू० 12 लाख, जो भी कम हो, किया जाएगा।

हर घोषणा की हो रही क्रियान्विति
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि हम सभी के लिए गर्व की बात है कि आज हम वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी का स्मरण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से उन्होंने मुख्य सेवक के रूप में जिम्मेदारी निभानी शुरू की है तब से सरकार लगातार ही जनहित के फैसले ले रही है।युवाओं को रोजगार से जोड़ते हुए विभिन्न विभागों पर रिक्त चल रहे 24000 पदों पर भर्ती का कार्य 15 अगस्त से शुरू हो गया है। साथ ही मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिले में इच्छुक युवाओं की सुविधा अनुसार कैंप लगाए जा रहे हैं। सरकार जो घोषणा करेगी, घोषणाओं के शासनादेश भी जारी होंगे। उन्होंने कहा राज्य में लंबे समय बाद चार धाम यात्रा शुरू हुई है, ऐसे में यात्रियों को किसी समस्या का सामना ना करना पड़े उसके लिए सरकार कार्य कर रही है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत कार्य करने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों को कोरोना काल में समस्याओं का सामना करना पड़ा। उनके लिए 119 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया। ग्राम प्रधानों का मानदेय बढ़ाया गया।
रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उत्तराखण्ड आने पर प्रदेश वासियों की ओर से धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखण्ड को बहुत बड़ा सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में आगे बढे, देश के अग्रणी राज्यों में हमारे राज्य का नाम हो इसके लिये वे निरंतर प्रयासरत हैं।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सांसद गढ़वाल तीरथ सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, डा. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, विधायक महंत दिलीप रावत, रितु खंडूड़ी, मुकेश कोली, महेश जीना, भरत सिंह चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।

मुनीकीरेती पालिका आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जागरुक कार्यक्रमों का कर रही आयोजन

नगर पालिका परिषद मुनीकीरेती-ढालवाला ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आज नगर क्षेत्र में आस्था पथ एवं इंदिरा प्रियदर्शनी पार्क जानकी सेतु के समीप पर वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया। इस दौरान गंगा स्वच्छता एवं स्वच्छता अभियान हेतु शपथ पत्र हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। कार्यक्रम में सार्वजनिक शौचालय जन भागीदारी अभियान के तहत क्यू आर कोड के माध्यम से फीडबैक दिए जाने हेतु जनभागीदारी अभियान एवं जन जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस दौरान पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, अधिशासी अधिकारी बद्री प्रसाद भट्ट, सभासद सुभाष चौहान, वीरेंद्र सिंह चौहान, विनोद सकलानी, हिकमत नेगी, कौशल चौहान, रोहित, पालिका से भूपेंद्र कुमार, दीपक कुमार, सत्येंद्र मनोज, जे.बी.बी.टेक्नोक्रेटे से आनंद, प्रमोद, दिनकर, अनुज, जतिन एवं सफाई नायक तथा पर्यावरण मित्र आदि शामिल रहे।

आध्यात्म, पर्यटन और वेलनेस को लेकर सीएम की आध्यात्मिक गुरु सदगुरु से चर्चा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में आध्यात्मिक गुरु सदगुरु के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सदगुरु से जीवन दर्शन से जुड़े विषयों के साथ ही आध्यात्म, पर्यटन और वेलनेस आदि के क्षेत्र में उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने की चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड दुनिया का खूबसूरत प्रदेश है जहां पहाड़, हिमाच्छादित चोटियां, नदियां, वन संपदा की भरमार है, हमारा प्रयास पर्यटन और आध्यात्म के क्षेत्र में उत्तराखण्ड को शिखर पर ले जाने का है। उत्तराखण्ड दुनिया की आध्यात्मिक राजधानी बने इसके लिये भी हम प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में हर व्यक्ति अलग-अलग ज़िम्मेदारी के साथ काम करता है और समय समय पर व्यक्ति की ज़िम्मेदारी भी बदलती हैं। हमें जो जिम्मेदारी मिली है उसे पूरे मनोयोग तथा प्राण प्रण से निभाना है। अन्त्योदय के साथ समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक सुविधाओं का हमें लाभ पहुंचाना है। हमारे लिये नर सेवा नारायण सेवा है। सभी जरूरतमंदों की मदद करना ही हमारे लिये आध्यात्मिकता है।
संवाद कार्यक्रम के दौरान सद्गुरु ने कहा कि उत्तराखंड तमाम प्राकृतिक संपदाओं से भरपूर राज्य है। इस राज्य में एशिया का सबसे बेहतर सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और पर्यटन राज्य बनने की क्षमता है। एशिया का स्विट्जरलैंड भी यह बन सकता है। स्वदेशी तौर-तरीकों को विकसित कर इसे आगे बढ़ाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आने वाले हर व्यक्ति को यहाँ की प्रकृति और पहाड़ों की जीवटता को महसूस करना चाहिए। हिमालय विभिन्न संस्कृतियों का जनक रह है। सद्गुरु ने कहा कि यहां की संस्कृति अपने आप में श्रेष्ठ है इसकी तुलना देश दुनिया में किसी से नहीं की जा सकती है। उन्होंने इस अवसर पर प्रश्नोत्तर के माध्यम से आध्यात्मिक व जीवन दर्शन से सम्बन्धित अनेक प्रश्नों के भी उत्तर दिये।
सद्गुरु ने वर्तमान में विश्वव्यापी चुनौती कोविड-19 संक्रमण को लेकर भी चर्चा करते हुए कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए हम सबको जिम्मेदारी पूर्ण व्यवहार करना होगा। अगर हम सब जिम्मेदारी पूर्ण व्यवहार नहीं करेंगे तो सरकार अपने स्तर पर कुछ नहीं कर पाएगी। समस्याओं के समाधान में आम जनता का भी सहयोगी बनना होगा।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन, शासन प्रशासन के उच्चाधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।