ई-ऑफिस प्रणाली को और मजबूत किया जाए-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री सन्दर्भों/पत्रों का ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम पंजीकरण एवं समयबद्ध निष्पादन प्रणाली का शुभारंभ किया। पहले मुख्यमंत्री को संबोधित सन्दर्भों/पत्रों को मुख्यमंत्री लेटर मॉनिटरिंग पैकेज के माध्यम से पंजीकृत कर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा भौतिक रूप से संबंधित विभागों को भेजा जाता था। अब मुख्यमंत्री सन्दर्भों/पत्रों को सीएम हेल्पलाइन 1905 के साथ इंटीग्रेट किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चंपावत निवासी मुकेश राम की समस्या का संज्ञान लेते हुए, उनसे फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी चम्पावत को उनकी समस्या भेजी जा चुकी है, जिसका उचित समाधान किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि जन समस्याओं एवं शिकायतों का त्वरित निस्तारण हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नम्बर 1905, अपणि सरकार पोर्टल एवं भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड एप 1064 की प्रत्येक 15 दिन में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री, एक माह में मुख्य सचिव एवं तीन माह में मुख्यमंत्री के स्तर पर समीक्षा की जायेगी। सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण पर सरकार का विशेष ध्यान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए विभागों द्वारा अभी तक क्या कार्यवाही की गई है, इसकी जल्द समीक्षा की जायेगा। उत्तराखण्ड के समग्र विकास के लिए विभागों द्वारा आगामी 10 वर्षों के लिए विभाग क्या रोडमैप बना रहे हैं, इसकी भी जल्द समीक्षा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि शासन एवं जिला स्तर पर ई-ऑफिस प्रणाली को और मजबूत किया जाए। फाइलों के निर्धारित समयावधि पर निस्तारित न होने कारण अधिकारियों को स्पष्ट करना होगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय को प्राप्त सन्दर्भ/पत्र अब एक क्लिक के माध्यम से संबंधित विभागीय सचिव, विभागीय अधिकारी को प्राप्त हो जायेगा। इसका शिकायतकर्ता को भी उनके द्वारा दर्ज मोबाईल नम्बर पर मैसेज पहुंचेगा। शिकायतकर्ता को मैसेज के साथ एक लिंक मिलेगा, जिस पर वे अपनी शिकायत पर हुई कार्यवाही की प्रत्येक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। शिकायत जिस विभाग के जिस अधिकारी से संबधित होगी, उन्हें निश्चित समयावधि के अन्दर उसका निस्तारण करना होगा। यदि संबंधित अधिकारी द्वारा समय पर निस्तारण नहीं किया गया तो, शिकायत उससे उच्च स्तरीय अधिकारी को स्वतः ही अग्रेनीत हो जायेगी। समय पर निस्तारण न करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी।
मुख्यमंत्री सन्दर्भों/पत्रों को सीएम हेल्पलाइन 1905 के साथ इंटीग्रेट करने से विभागों को भौतिक रूप से सन्दर्भ/पत्र भेजने में समय लगता था, उस समय की बचत होगी। आवेदक को भी अपनी शिकायत पर हुई कार्यवाही की अद्यतन स्थिति की ऑनलाइन जानकारी मिलेगी। इससे प्राप्त होने वाले संदर्भों का डाटा परीक्षण एवं समस्याओं का वर्गीकरण करते हुए समाधान हेतु नई नीति तैयार की जा सकेगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली एवं उप सचिव अनिल जोशी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास में केन्द्रीय मंत्री का सहयोग मांगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में केन्द्रीय श्रम, सेवायोजन, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भेंट की। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री के मध्य राज्य के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से वन विभाग के एनओसी एवं क्लीयरेंस से संबंधित केन्द्रीय स्तर पर लंबित मामलों से अवगत कराया। केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि केंद्र स्तर पर लंबित वन विभाग सभी मामलों का शीघ्र समाधान किया जायेगा। इस दौरान दोनों के मध्य वनाग्नि जैसी घटनाओं को रोकने को लेकर भी चर्चा हुई।
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड आस्था के प्रमुख केंद्र के साथ ही वन और पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड भ्रमण के दौरान एफआरआई में वन एवं पर्यावरण से संबंधित विभिन्न मामलों में अधिकारियों के साथ बैठक की गई। प्रोजेक्ट एलीफेंट एवं कैंपा के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की गई। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में केन्द्र सरकार की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी।

राज्य में नए पार्किंग स्थलों की चिन्हिकरण प्रक्रिया में आई तेजी

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने गुरुवार को सचिवालय में प्रदेश में बनाई जाने वाली नई पार्किंग प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने इस सम्बन्ध में पूर्व में आयोजित बैठक में सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में पार्किंग हेतु जगह चिन्हित कर, फीजिबिलिटी जांच करवाने के निर्देश दिए थे। इस क्रम में जनपदों से 180 स्थान चिन्हित किए गए थे, जिसमें से 134 को फीजिबिलिटी रिपोर्ट में पार्किंग के लिए उपयुक्त पाया गया है। शेष 39 की रिपोर्ट आनी बाकी है।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पार्किंग के जगह चिन्हीकरण से लेकर संचालन तक के प्रत्येक स्टेप की तिथियां अभी से निर्धारित कर ली जाएं। और प्रत्येक पार्किंग की साइट स्पेसिफिक प्लानिंग कर तिथियां निर्धारित की जाएं, कि कब तक पार्किंग का संचालन शुरू हो जाएगा।
मुख्य सचिव ने पार्किंग प्रोजेक्ट्स को उनकी आवश्यकता और महत्त्व के अनुसार ए और बी कैटेगरी में वर्गीकृत कर लिया जाए। जिन पार्किंग के निर्माण में कोई समस्या नहीं है, उनमें तुरंत कार्य शुरू कर दिया जाए। ऐसे ऑनगोइंग प्रोजेक्ट्स जो पैसे की कमी के कारण धीमी गति से चल रहे हैं, उनके सम्बन्ध में शासन को अवगत कराया जाए। किसी भी प्रोजेक्ट के लिए बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी।
मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को अपने जनपद में लगातार नए स्थानों को खोजने के निर्देश दिए। उन्होंने यूजेवीएनएल, यूपीसीएल, जल निगम और जल संस्थान के साथ ही अन्य सभी नॉन गवर्नमेंटल संस्थानों द्वारा भी इसमें सहयोग की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव स्तर से पार्किंग प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जाएगी।

चंपावत के विकास के लिए सीएम ने की कई घोषणाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को चंपावत विधानसभा क्षेत्र में आयोजित रोड शो और जनसभा में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें मां पूर्णागिरि और मां शारदा का बुलावा आया है। उन्होंने बड़ी संख्या में जनसभा में पहुंची चंपावत विधानसभा क्षेत्र की जनता का आभार प्रकट प्रकट किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत को कृषि, बगवानी एवं चाय की उन्नत खेती के लिए विकसित किया जाएगा। आने वाले समय में चंपावत जिला विकास के नए आयाम स्थापित करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। उनके मार्गदर्शन में राज्य में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित हो रही है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 60 लाख लोगों को उत्तराखंड मुफ़्त राशन दी जा रही है। आने वाले समय में चंपावत से महज डेढ़ घंटे की दूरी पर एम्स का सेटेलाइट सेंटर स्थापित होगा। टनकपुर- बागेश्वर रेल लाइन के सर्वे के लिए भी 29 करोड़ की स्वीकृति मिल चुकी है। खटीमा बाईपास बनने से चंपावत पिथौरागढ़ के लोगों का समय भी बचेगा और सफर भी सुगम होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जल्द समान नागरिक संहिता लागू करने हेतु ड्राफ़्ट तैयार किया जाएगा। गरीब परिवारों को साल में तीन मुफ़्त गैस सिलेंडर दिए जाएँगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए राज्य सरकार ने 1064 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। राज्य सरकार जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के मंत्र पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने दूसरे कार्यकाल में सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग पेंशन और पर्यावरण मित्रों का मानदेय बढ़ाने का काम किया है। जनता से किए हर वायदे को पूरा करने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने धामी ने इस अवसर पर घोषणा की कि जनपद चंपावत के विभिन्न क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फ़सल को हुए नुकसान की भरपाई आपदा मद से की जाएगी। चंपावत विधनसभा के अंतर्गत टनकपुर में शारदा नदी के दाएं व बाएं पार्श्व पर स्थित ग्राम कठौल एवं किचौल में बाढ़ सुरक्षा का कार्य किया जायेगा। उचौलीगूठ से गैडाख्याली न0 1 तक शारदा नदी की मुख्य धारा में चेनेलाइजेशन का कार्य किया जायेगा। तहसील टनकपुर में हुड्डी नदी के बाएँ ओर पर स्थित ग्राम बमनपुरी एवं ग्राम चंदनी की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा योजना बनाई जाएगी। टनकपुर के अन्तर्गत शारदा नदी के दाएं पार्श्व पर स्थित ग्राम गैडाख्याली की सुरक्षा हेतु बार्ड सुरक्षा योजना बनाई जाएगी। सूखीढांग से डांडा मिनार मोटर मार्ग का पुर्ननिर्माण एवं डामरीकण किया जाएगा। दुयूरी चल्थी मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य किया जाएगा। जिला अस्पताल चंपावत के लोअर ग्राउंड फ्लोर में पार्किंग निर्माण, प्रथम एवं द्वितीय तल में डायग्नोस्टिक्स विंग एवं ऑपरेशन थिएटर का निर्माण किया जाएगा। चंपावत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिले में जिम कार्बेट ट्रेल का निर्माण करवाया जायेगा। जनपद चंपावत के टीआरसीएस का निर्माण एवं नगर पंचायत बनबसा के क्षेत्रान्तर्गत वार्ड नं0-4 के निकट खाली पड़ी भूमि पर पार्क का निर्माण कार्य किया जायेगा।’
कार्यक्रम में सांसद अल्मोड़ा अजय टम्टा, चम्पावत के निवर्तमान विधायक कैलाश गहतोड़ी, विधायक राम सिंह क़ैड़ा, शिव अरोड़ा समेत बड़ी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद रहीं।

प्राधिकरण की बैठक में अग्रवाल ने कार्यप्रणाली में बदलाव के दिये निर्देश

वित्त, शहरी विकास व संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल द्वारा विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण के कार्याे की समीक्षा करते हुए कहा कि जनता की समस्याओं को सर्वाेच्च प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाय। उन्होने कहा कि जनता की परेशानी को दूर करने के लिए सुनियोजित विकास किया जाय। पारर्दिर्शता पर बल दिया जाय और राजस्व आय में वृद्धि की जाय।
बैठक में अग्रवाल ने विकास प्राधिकरण की गतिविधिओं की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा समय पर नक्शा पास किया जाय। आवासीय और व्यवसायिक श्रेणी में निर्धारित अवधि के भीतर नक्शा पास किया जाय। उन्होंने कहा कि विकास प्राधिकरण को जनता की सुविधा के लिए बनाया गया है, इसके लिए कार्य प्रणाली में बदलाव की सोच को विकसित किया जाये।
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि योजना की निगरानी निरन्तर की जाय और गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी न होने दिया जाय। उन्होंने सिडकुल हरिद्वार के समीप बनने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना को मार्च 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस योजना के तहत कुल 528 आवास निर्मित्त किये जाने है।
बैठक में विभिन्न आवास योजना शिवलोक कालोनी, हरिलोक कालोनी, श्यामलोक, इन्द्रलोक कालोनी के अन्तर्गत बनाये गये ऐसे आवास जो अभी तक विक्रय नही हो सके है, शीघ्र ही विक्रय सम्बन्धित कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। बैठक में अवगत कराया गया कुछ भवन 1999 से बने है परन्तु इनकी बिक्री नही हो सकी है। इस पर मंत्री ने कहा कि यह विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। बैठक में कहा गया कि कार्मिको के सापेक्ष जो रिक्तिया शेष है उसके लिए अधियाचन भेजा जाय।
बैठक में हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष विनय शंकर पाण्डेय, सचिव उत्तम सिंह चौहान सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

निर्माण कार्यों को समय से पूर्ण करे पीडब्ल्यूडी विभाग-सीएस

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सचिवालय में पूर्व में जिलाधिकारियों के साथ हुई बैठकों में लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित प्राप्त सुझावों एवं समस्याओं के निस्तारण के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपदों से प्राप्त सुझावों एवं समस्याओं के शीघ्र निस्तारण हेतु विभाग एवं शासन स्तर पर डेडीकेटेड अधिकारी सुनिश्चित कर लिया जाए।
मुख्य सचिव ने बागेश्वर जनपद के अंतर्गत पीडब्ल्यूडी और पीएमजीएसवाई में अमीनो की शीघ्र तैनाती एवं चमोली में जोशीमठ-औली मोटरमार्ग का डामरीकरण और चौड़ीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने चंपावत में मानसून के दौरान मुख्य मार्ग के बंद रहने वाले के कारण सूखीडांग-डाडामिनार मार्ग को वैकल्पिक मोटर मार्ग के रूप मिले जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए, साथ ही कार्य की टाइमलाइन निर्धारित की जाए। उन्होंने सभी कार्यों के महत्व के अनुरूप उनका वर्गीकरण कर अधिक महत्त्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता देते हुए शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने प्रदेश में पार्किंग की समस्या विशेषकर पर्वतीय जनपदों में मल्टीलेवल पार्किंग, टनल पार्किंग की दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बीआरओ से सम्बन्धित प्रकरणों को उनके साथ मुख्य सचिव स्तर से अलग से बैठक आयोजित कर निस्तारित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिलाधिकारियों द्वारा जनपदों में मार्ग सुधारीकरण की मांग की गई है, उन्हें प्राथमिकता पर लेते हुए शीघ्र से शीघ्र कार्यवाही की जाए। शासन स्तर पर लंबित प्रकरणों को भी तेजी से निस्तारित किया जाए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु सहित अन्य विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मास्क पहनना देहरादून में आवश्यक, जुर्माने का भी प्रावधान

उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देहरादून प्रशासन ने दिशा निर्देश जारी किए हैं।

आदेश में कहा है कि कोविड-19 संक्रमण के मामलों में हो रही बढ़ोतरी के मद्देनजर संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए पूर्व की भांति सार्वजनिक स्थानों एवं घर के बाहर मास्क, गमछा, रुमाल, दुपट्टा, स्कार्फ पहनना अनिवार्य कर दिया है।

साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर थूकना एव॔ उक्त आदेश का उल्लंघन करने पर उत्तराखंड राज्य महामारी कोविड-19 संशोधन नियमावली 2019 व्यवस्थाओं के अनुरूप ₹500 से ₹1000 तक जुर्माने का प्रावधान किया है उक्त आदेश तत्काल प्रभाव से लागू करने के निर्देश जिला मजिस्ट्रेट देहरादून आर राजेश कुमार ने जारी करते हुए रिज उप जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।

मुख्य सचिव ने समय से निर्माण कार्य करने के निर्देश दिये

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में मसूरी के जीर्णाेद्धार एवं सौंदर्यीकरण से सम्बन्धित कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मसूरी के जीर्णाेद्धार एवं सौंदर्यीकरण से सम्बन्धित सभी कार्यों की समय सीमा निर्धारित की जाए एवं कार्यों को निर्धारित समय सीमा तक पूर्ण कर लिया जाए।
मुख्य सचिव ने पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए कि सड़क निर्माण कार्य करने से पहले पेयजल, जल संस्थान और यूपीसीएल से सामंजस्य स्थापित कर लिया जाए, ताकि सड़कों को फिर से न खोदना पड़े। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सड़कों के स्क्रैपिंग एवं पुनः पक्कीकरण का कार्य पैचेज में किया जाए, एक साथ पूरी सड़क खोद कर पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को बहुत असुविधा होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक 500 मीटर में शौचालय स्थापित किया जाए एवं साइनेज आदि की उचित व्यवस्था की जाए ताकि पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को समस्याओं का सामना न करना पड़े।
मुख्य सचिव ने कहा कि पीक सीजन में पर्यटकों को असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखते हुए प्रत्येक कार्य को उसकी प्रकृति और कम से कम समय में पूर्ण किए जाने को देखते हुए अलग-अलग तिथि निर्धारित की जाएं। उन्होंने कहा कि शीघ्र कार्य पूर्ण करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता में किसी प्रकार समझौता न किया जाए।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष एमडीडीए बृजेश कुमार संत एवं सचिव शहरी विकास विनोद कुमार सुमन सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

कृषि के बढ़ते आयामों को उत्तराखंड में लागू कर रही सरकार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नीति आयोग द्वारा आयोजित नवोन्मेषी कृषि कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में ईकोलॉजी और इकोनोमी में कैसे आदर्श समन्वय हो, इस दिशा में राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने राज्य में सकल पर्यावरणीय उत्पाद (जी.ई.पी) को लागू किया है, जो जी.डी.पी को निर्धारित करने के प्रचलित मॉडल के साथ लागू किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नेशनल हॉर्टिकल्चर मिशन के अन्तर्गत विश्व स्तरीय पौधशालाओं की स्थापना, चाय के विकास के लिए उत्तराखण्ड की चाय को वैश्विक पहचान दिलाने, जल संरक्षण हेतु काश्तकारों को प्रोत्साहित कर रेन हार्वेस्टिंग टैंको के व्यापक स्तर पर निर्माण एवं सब्जी और पुष्प उत्पादन हेतु पॉलीहाउस को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किये जा रहे है। जिसमें नीति आयोग एवं केन्द्र सरकार से मदद ली जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्राकृतिक कृषि के उत्थान एवं उसके विविध आयामों पर कार्य करने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। उत्तराखण्ड सरकार राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विश्वविद्यालयों को प्रेरित कर रही है। कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से काश्तकार इससे जुड़ेगे। रासायनिक खेती से प्राकृतिक खेती राज्य के विजन डॉक्यूमेंट का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द एक टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा। जिसमें सभी स्टेक होल्डर्स को शामिल कर उत्तराखण्ड में प्राकृतिक खेती में आगे बढ़ाया जायेगा। हमें अपनी कृषि व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी खेती को तमाम हानिकारक रसायनों से बचाना होगा। जिससे काश्तकार भी सम्पन्न हो सकें और ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ आधारित कृषि व्यवस्था लागू हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक कृषि हजारों वर्षों से हमारी परंपरा का हिस्सा रही है। पर्यावरण को बचाये रखने के लिए हमें प्रकृति की शरण में जाना ही होगा। उत्तराखण्ड में कृषि एवं उद्यान आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए आईआईएम काशीपुर में स्टार्टअप हब बनाया जा रहा है। कृषि एवं उद्यान के अन्तर्गत राज्य में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाये जायेंगे। राज्य में नेशनल मिशन फॉर फूड प्रोसेसिंग के अन्तर्गत फल, सब्जियों के प्रसंस्करण के लिए पृथक नोडल ईकाई का गठन कर वेल्यू एडिशन एवं फूड प्रोसेसिंग आधारित संरचना का विकास किया जायेगा।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से कृषि मंत्री भारत सरकार नरेन्द्र सिंह तोमर, पुरूषोत्तम रूपाला, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, सदस्य नीति आयोग डॉ. नीलम पटेल उपस्थित रहे।

सशस्त्र सीमा बल का दीक्षांत समारोह धूमधाम के साथ संपन्न

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज श्रीनगर में केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल का दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस दौरान नव प्रशिक्षुओं का दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया गया। मख्यमंत्री ने सलामी के उपरांत पासिंग आउट परेड का निरीक्षण भी किया। आयोजित परेड में 278 प्रशिक्षण प्राप्त जवानों द्वारा मुख्य अतिथि के सम्मुख शपथ ग्रहण किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त जवान भारतीय सीमा सशस्त्र बल का हिस्सा बन चुके हैं। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए कहा कि तन, मन व धन से देश की रक्षा करें। सीमा पर रहने वाले देश के नागरिक भी सुरक्षाबलों के समान ही एक प्रहरी के रूप में अपना दायित्व निभाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपना सर्वाेच्य बलिदान दिया है। कहा कि सरहद पर खड़े जवानों के कारण ही हम अपने घरों में सुरक्षित हैं। भारतीय सीमा सुरक्षा बल हर विपत्ति में नागरिकों का साथ देता है। साथ ही उन्होंने कहा कि अर्ध सैनिक बलों का जो इतिहास रहा है उस को आगे बढ़ाने का काम यह प्रशिक्षित जवान करेंगे तथा क्षेत्र में जाकर भारत के मान सम्मान बनाने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे गर्व है कि एसएसबी जवान सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ अनेकों दायित्वों का निर्वहन तत्परता से करते हैं। कहा कि एसएसबी जवानों द्वारा कोरोना काल तथा चुनाव के समय में शांतिपूर्ण तरीके से कार्य किया।
सशस्त्र सीमा बल के दीक्षांत समारोह में ओवरऑल बेस्ट प्रशिक्षु पुरस्कार सचिन सैनी तथा आंतरिक प्रशिक्षण का पुरस्कार शुभम तिवारी को दिया गया। देश रक्षा के लिए आज 278 जवान शामिल हुए। जिसमें बिहार से 94, उत्तर प्रदेश से 74, मध्यप्रदेश से 44, उत्तराखंड से 24, राजस्थान 21, जम्मू कश्मीर 20, दिल्ली से 01 जवानों ने 44 सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद आज देश सेवा की शपथ ली।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे, एसएसपी यशवंत सिंह चौहान, एसएसबी महानिरीक्षक रतन संजय, उप महानिरीक्षक सृष्टि राज गुप्ता सहित सैन्य अधिकारी व अन्य उपस्थित रहे।