जानिए, उत्तराखंड की कैबिनेट की बैठक में क्या रहे निर्णय

कैबिनेट के निर्णय
1. अंतिम विधानसभा सत्रावसान की औपचारिक अनुमोदन प्रदान किया गया।

2. हरिद्वार जिला पंचायत निर्वाचन के संबंध में निर्णय लिया गया कि एडवोकेट जनरल से उक्त के संबंध में विधिक पहलू से अवगत करायेंगे। इसके पश्चात कैबिनेट निर्णय लेगी।

3. प्रदेश के सभी अंत्योदय कार्ड धारकों को प्रति वर्ष तीन गैस सिलेंडर मुफ्त दिया जायेगा। इससे संबंधित लाभार्थियों की संख्या 1 लाख 84 हजार 1 सौ 42 होंगे तथा इस पर कुल 55 करोड़ रू. का व्यय भार होगा।

4. गेंहू खरीद से संबंधित हर वर्ष की तरह कृषकों को प्रति क्विंटल 20 रू. बोनस देने का निर्णय दिया गया।

5. गन्ना विभाग द्वारा शासकीय गारंटी दी जाती है इसके ऊपर प्रतिभूति शुल्क गन्ना विभाग को देना होता है, अधिनियम के अनुसार यह धनराशि गन्ना विभाग, शासन को निशुल्क रूप में देगा। यदि गन्ना मूल्य भुगतान के लिये गन्ना विभाग को धन की आवश्यकता होगी तो उसकी प्रतिपूर्ति सरकार करेगी। यदि इस शुल्क को देने के लिये धन की आवश्यकता होगी तो सरकार वित्तीय सहायता देगी।

6. पशुपालन विभाग में कृत्रिम गर्भाधान के लिये जाने वाले कार्मिकों को पूर्व की भांति मैदान में 40 रू. और पहाड़ में 50 रू. दिया जायेगा।

7. श्री केदारनाथ निर्माण के संबंध में जिन भवनों को 1 मंजिल से बढ़ाकर 2 मंजिल करनी है उनके लिये संबंधित ठेकेदार को उसी दर पर कार्य करने की मंजूरी दी गयी।

चारधाम यात्रा-श्रद्धालुओं की सुरक्षा को केन्द्र सरकार गंभीर

चारधाम यात्रा पर तीर्थयात्रियों की मौत के बाद केंद्र सरकार ने मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम भेजी है। इसके अलावा आईटीबीपी के जवानों को भी पैदल यात्रा मार्गों पर मदद के लिए तैनात किया गया है। पैदल यात्रा करते समय अचानक तबीयत बिगड़ने पर एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान तीर्थयात्रियों की मदद कर उन्हें तत्काल नजदीकी मेडिकल कैंप तक पहुंचाएंगे।
प्रदेश में तीन मई को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हुई है। शुरूआत में ही केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने वाले तीर्थ यात्रियों की मौत पर पीएमओ ने संज्ञान लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। साथ ही चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की मदद के लिए केंद्र ने एनडीआरएफ की टीम भेजी है। खास तौर पर केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर एनडीआरएफ टीम तैनात की गई है। इसके अलावा आईटीबीपी के जवानों को यात्रियों की मदद के लिए तैनात किया गया है। केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर यदि किसी यात्री की अचानक तबीयत खराब होती है तो एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान तत्काल मदद कर उन्हें मेडिकल कैंप तक पहुंचाएंगे, ताकि समय पर इलाज मिल सके।
मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने बताया कि चारधाम यात्रा करने वाले यात्रियों की मदद के लिए केंद्र की ओर से एनडीआरएफ की टीमें भेजी गई हैं। इसके साथ ही आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया। एसडीआरएफ की टीमें पहले ही चारधामों में तैनात हैं। एनडीआरएफ और आईटीबीपी को एक सीमित समय के लिए तैनात किया है। जरूरत पड़ने पर समय को बढ़ाया जाएगा।

क्षमता के अनुसार भेजे जा रहे यात्री
कोविड महामारी के कारण दो साल बाद चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। चारधामों में कपाट खुलने के दिन क्षमता से दोगुने यात्री पहुंचे थे। जिससे धामों में यात्रियों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। मुख्य सचिव ने कहा कि चारधामों की वहन क्षमता के अनुसार यात्रियों का पंजीकरण कर दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। पिछले तीन दिनों से धामों में स्थित पूरी तरह से नियंत्रण में है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग व चमोली जिले के जिलाधिकारियों से प्रतिदिन व्यवस्थाओं की समीक्षा की जा रही है।

17 मई से एक बार फिर मौसम बदलने के आसार

मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले चार दिन तक मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान लगाया है। खासकर बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री रूट पर मौसम साफ रहेगा। लेकिन कहीं-कहीं आंशिक बादल छा सकते हैं। 17 मई से एक बार फिर मौसम के करवट लेने और बारिश की संभावना जताई है।
निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ जल्द प्रभावी होगा। इससे एक बार फिर मौसम बदलने के आसार हैं। 13 से 16 मई के बीच आसमान में आंशिक बादलों की मौजूदगी के बीच आमतौर पर मौसम साफ रहने का अनुमान है। वहीं, कुमाऊं मंडल के पर्वतीय जिलों में गुरुवार को जमकर मेघ बरसे। मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया था।
पिथौरागढ़ के बेरीनाग में सर्वाधिक 112 एमएम, डीडीहाट में 28.6, धारचृला में 25.8 एमएम, पिथौरागढ़ में 9.1 एमएम बारिश दर्ज की गई। बागेश्वर के कांडा में 14, अल्मोड़ा में 15, चम्पावत में 20 एमएम बारिश हुई। उत्तरकाशी के डुंडा में 15 व चमोली के थराली में 5.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। उत्तराखंड में गुरुवार को सामान्य से 54 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई।
वहीं, दून शहर और आसपास के इलाकों में दोपहर के समय झमाझम बारिश से मौसम सुहाना हो गया। दून में दिन का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक था। दून में 17 और 18 को आसमान बादलों से भरा रह सकता है। तेज हवाओं के चलने की भी संभावना है।

सड़क सुरक्षा को लेकर मुख्य सचिव सख्त, दिए अधिकारियों को निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने गुरुवार को सचिवालय में सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने नेशनल हाईवे, एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी आदि सभी सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि आमजन की सुरक्षा और सड़क दुर्घटनाओं से लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को सड़कों के इंटरसेक्शन में यातायात शान्त करने के उपायों को अपनाने, क्रैश बैरियर लगाने, खतरनाक होर्डिंग्स को हटाने के साथ ही ब्लैक स्पॉट चिन्हित करते हुए उनके सुधारीकरण के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए। 
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की जिंदगी अनमोल होती है। सड़क दुर्घटनाओं से किसी की जान न जाए इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित सुप्रीम कोर्ट की समिति द्वारा दिए गए सुझावों को शीघ्र से शीघ्र कार्यवाही करते हुए अनुपालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी सुझावों को उनकी प्राथमिकता तय करते हुए अधिक खतरनाक स्पॉट्स का पहले सुधारीकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित अध्ययन और सुझावों के लिए बेस्ट एक्सपर्ट्स को हायर किया जाए, इसके लिए बजट की चिंता न की जाए, किसी की जान से अधिक कीमती कुछ भी नहीं है। 
मुख्य सचिव ने प्रदेश की सभी मेजर और माइनर सड़कों के जंक्शन (जहां पर सड़कें मिलती हैं) का traffic calming measures लागू किए जाने के के साथ ही क्रैश बैरियर्स को आईआरएस स्टैंडर्ड्स के अनुसार लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने क्रैश बैरियर शीघ्र से शीघ्र लगाते हुए एक्सीडेंट प्रॉन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाए। जहां जहां क्रैश बैरियर खराब हो गई हैं, शीघ्र बदला जाए। ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर उनके सुधारीकरण की कार्रवाई भी प्राथमिकता के आधार पर की जाए। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग को प्राथमिकता पर लेते हुए ब्लैक स्पॉट सुधारीकरण और क्रैश बैरियर इंस्टालेशन का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए।
बैठक में बताया गया कि पीडब्ल्यूडी के अधीन सड़कों में 39 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए थे, जिनमें से 25 का सुधारीकरण कर दिया गया है, 14 में काम चल रहा है। पीडब्ल्यूडी (एनएच) के अन्तर्गत 44 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए जिनमें से 25 का सुधारीकरण कर दिया गया है, 19 में कार्य प्रगति में है। एनएचएआई में 75 में से 62 का सुधारीकरण किया जा चुका है, 13 में कार्यवाही गतिमान है एनएचआईडीसीएल और बीआरओ में से क्रमशः 1 और 3 चिन्हित थे जिनका सुधारीकरण किया जा चुका है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव परिवहन अरविन्द सिंह ह्यांकी एवं परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान सहित सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

मिश्र ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर जाने को लेकर कड़ा विरोध जताया

नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ऋषिकेश की एक बैठक राज्य कर के उपायुक्त एसएस तिरूवा के साथ संपन्न हुई। इसमें विगत दिनों उपायुक्त कार्यालय से जारी व्यापारिक प्रतिष्ठानों के जानकारी प्राप्त करने तथा उनकी समस्याओं से अवगत होने हेतु व्यापारिक प्रतिष्ठानों का भ्रमण किया जाने वाले पत्र को लेकर चर्चा हुई।
चर्चा में नगर अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर जाने को लेकर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर जाना स्वीकार नहीं किया जा सकता।
राज्य कर के उपायुक्त एसएस तिरूवा ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि व्यापारी जो सोच रहे हैं ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने बताया कि राज्य कर का कोई भी कर्मचारी सिर्फ जीएसटी के अंतर्गत होने वाले रजिस्ट्रेशन की भौतिक स्थिति जानने हेतु ही मौके पर जाएंगे। जिसमें किसी भी व्यापारी से कोई भी चर्चा नहीं की जाएगी ना ही उनसे कोई प्रश्न किया जाएगा। उक्त भ्रमण मात्र फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों के लिए ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उक्त पत्र का उद्देश्य व्यापारियों को सूचित करना था जिससे कि दुकानदार आने वाले कर्मचारियों को गलत ना समझे और उनसे कोई गलत व्यवहार ना हो।
एसएस तिरूवा ने व्यापारियों से अपने-अपने प्रतिष्ठान के बाहर अपना जीएसटी नंबर भी लिखने को कहा जिससे कि आने वाले कर्मचारियों को सुविधा रहे और वह दुकान का वेरिफिकेशन कर सकें।
जिला अध्यक्ष नरेश अग्रवाल ने कहा कि व्यापारी सदा सरकार को सहयोग करता रहा है और भविष्य में भी सहयोगात्मक रवैया अपनाता रहेगा। वहीं, महामंत्री प्रतीक कालिया ने व्यापारिक हितों के लिए कुछ सुझाव भी रखे।
बैठक के बाद अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने सभी व्यापारियों से आग्रह किया कि वे सभी व्यापारी जिनके दुकान पर उनका जीएसटी नंबर नहीं लिखा गया है वह लिख ले, जिससे आने वाले कर्मचारियों को आसानी रहे।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष नरेश अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष दीपक तायल, नगर कोषाध्यक्ष सुनील गुप्ता, जिला अध्यक्ष आशु डंग, संयुक्त महामंत्री आशु अरोड़ा, व्यापार सभा अध्यक्ष मनोज कालरा, नवल कपूर, सुरेश सूरी, संजय व्यास, अजय कालरा, महेश किगर, सुनील तिवारी, पवन शर्मा, रमन नारंग, प्रदीप कोहली, राज्य सेवा कर के राजीव तिवारी, अंबिका सिंह आदि उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य को लेकर श्रद्धालुओं को जारी किये गये दिशा-निर्देश

चारधाम यात्रा-2022 के लिये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यात्रियों के स्वास्थ्य के लिये हेल्थ एडवाईजरी जारी की गई है।
चारधाम यात्रा में समस्त तीर्थ स्थल उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित है, जिनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मी0 से भी अधिक है। उन स्थानों में यात्रीगण अत्यधिक ठण्ड, कम आद्रता, अत्यधिक अल्ट्रा वॉयलेट रेडिएशन, कम हवा का दबाव और कम ऑक्सीजन की मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं। अतः सभी तीर्थ यात्रियों के सुगम एवं सुरक्षित यात्रा हेतु निम्न दिशा-निर्देश निर्गत किये गये हैं।
श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें। पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाईयां अपने साथ रखें।
अति वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों एवं पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर न जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा।
तीर्थस्थल पर पहुँचने से पूर्व मार्ग में एक दिन का विश्राम करना उचित होगा।
गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें। हृदय रोग, श्वांस रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें।
लक्षण जैसे-सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट का होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना, खाँसी होना अथवा अन्य लक्षण होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पहुँचें एवं 104 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करें।
धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
सनस्क्रीन एसपीएफ 50 का उपयोग अपनी त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए करें । यूवी किरणों से अपनी आंखों के बचाव हेतु सन ग्लासेस का उपयोग करें।
यात्रा के दौरान पानी पीते रहें और भूखे पेट ना रहें। लम्बी पैदल यात्रा के दौरान बीच-बीच में विश्राम करें। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में व्यायाम से बचें। किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी हेतु 104 एवं एम्बुलैंस हेतु 108 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करेंगे।

नियमित सफाई की व्यवस्था दुरस्त ना होने पर शहरी विकास मंत्री ने चेतावनी दी

शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने आज ऋषिकेश नगर निगम के अर्न्तगत मनीराम मार्ग स्थित गली संख्या 8 में नगर निगम द्वारा किये गए पेंच वर्क कार्य का औचक निरीक्षण किया। खराब गुणवत्ता पाये जाने पर उन्होंने मौके पर सहायक नगर आयुक्त को फटकार लगाते हुए सम्बंधित व्यक्ति पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही तिलक मार्ग में नाली पर नियमित सफाई न होने और खाली प्लाट में कूड़ा पड़े होने पर सफाई निरीक्षक का जवाब तलब किया।
मंगलवार को मौके पर पहुंचे अग्रवाल को स्थानीय लोगों ने बताया कि मनीराम मार्ग गली संख्या 8 में आंतरिक मार्ग का पेंच वर्क नगर निगम ने किया, मगर निम्न स्तर का कार्य इसमें किया गया। अग्रवाल ने मौके पर सहायक नगर आयुक्त आनंद सिंह मिश्रवाण को फटकार लगाई, कहा कि डेढ़ लाख की लागत से पेंच वर्क किया गया, जिसकी पोल हल्की बारिश में खुल गयी। अग्रवाल ने सम्बंधित जेई और व्यक्ति पर कार्यवाही करने को कहा। साथ ही एक सप्ताह में पेंच वर्क को सही गुणवत्ता के साथ करने को कहा।
इसी बीच स्थानीय नागरिकों ने अग्रवाल को नालियों पर सफाई न होने, पानी की लो प्रेशर की समस्या से भी अवगत कराया। इस पर अग्रवाल ने मौके से जल संस्थान के अवर अभियंता से दूरभाष के जरिये वार्ता की और पानी की समस्या को 24 घंटे के भीतर दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
अग्रवाल ने मौके पर तिलक मार्ग पर नालियों में गंदगी पाई। उन्होंने एक लाठी की सहायता से नाली के भीतर की गहराई जानी। जिसे देख उनका गुस्सा ओर बढ़ गया। उन्होंने सफाई निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल को फटकार लगाते हुए लापरवाही से काम न करने को कहा। नालियों पर सफाई और मनीराम मार्ग में खाली प्लाट पर पड़े कूड़े को हटाने के निर्देश दिए।
अग्रवाल ने कहा कि जनता के आशीर्वाद से ही हम यहाँ तक पहुंचे है, ऐसे में उनके हितों का ध्यान रखना हमारा काम है। लापरवाही बरतने वाले अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस मौके पर निगम पार्षद शिव कुमार गौतम, प्रभाकर शर्मा, प्रदीप कोहली, दीपक धमीजा, सन्दीप खुराना, जल संस्थान की जेई पिंकी चंद सहित स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।

कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने गंगा जन्मोत्सव मनाया

आज गंगा सप्तमी के पावन अवसर पर त्रिवेणी घाट में विशेष गंगा आरती की गई। आरती में कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल शामिल हुई। माँ गंगा से सभी देशवासियों के ऊपर कृपा बनाये रखने की कामना की।
रविवार को माँ गंगा का जन्मदिन श्री गंगा सभा द्वारा धूमधाम से त्रिवेणी घाट स्थल पर मनाया गया। इसमें सर्वप्रथम हवन कुंड में पूर्णाहुति दी गयी। इसके बाद कैबिनेट मंत्री अग्रवाल सहित गंगा भक्तों ने माँ गंगा का दुग्धाभिषेक किया। इसके बाद विशेष गंगा आरती की गई। इस मौके पर भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गयी।
इस मौके पर अग्रवाल ने कहा कि गंगा सब जगत की पालनहार है, ऐसे में उनका जन्मदिन पूरा देश कई रूपों में मना रहा है। कहा कि ऋषिकेश का यह सौभाग्य है कि गंगा मैया यही से बहती है। उन्होंने कहा कि आज के दिन पवित्र धाम बद्रीनाथ के कपाट भी भक्तों के लिए खोल दिये गये है। इस मौके पर उन्होंने माँ गंगा से सुख, सृमद्धि, वैभव, खुशहाली की कामना की। साथ कि चारधाम यात्रा के सफल संचालन का आशीर्वाद भी मांगा।
अग्रवाल ने भजनों की शानदार प्रस्तुति दे रहे संगीतकारों को पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया। साथ ही श्री गंगा सभा को माँ गंगा के आयोजन पर शुभकामनाएं भी दी।
इस मौके मेयर अनिता ममगाई, गंगा सभा के अध्यक्ष हर्षवर्धन शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष राहुल शर्मा, महामंत्री रामकृपाल गौतम, संरक्षक वत्सल प्रपन्नाचार्य, मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, विनोद पाल, पंडित जगमोहन मिश्रा, पवन शर्मा, बृजेश शर्मा सहित श्रद्धालु मौजूद रहे।

12 मई को थी शादी, आज परिवार सहित कार दुर्घटना में हुई मौत

शादी की खरीददारी कर घर लौट रहे लोगों के लिए रविवार काल बनकर टूट पड़ा। ऋषिकेश से थराली जा रही कार बद्रीनाथ हाईवे पर तोताघाटी के पास अनियंत्रित होकर 250 मीटर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में 4 लोग एक ही परिवार के हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कड़ी मशक्कत के बाद शवों को खाई से बाहर निकाला।
जानकारी के मुताबिक ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर देवप्रयाग तहसील प्रशासन और थाना पुलिस को करीब सात बजे सूचना मिली कि तोताघाटी के पास एक कार गिर गई है। जिसके बाद टीमें वंहा पंहुची। कार संख्या यूपी15-डीएल1061 गहरी खाई में गिरी दिखी। मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ के टीमों में खाई में जाकर रेस्क्यू अभियान चलाया। तहसीलदार एमएस बर्थवाल ने बताया कि तोताघाटी से आगे सफेद पहाड़ के पास हुई दुर्घटना में मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है। जिसमें पिंकी (25) पुत्री त्रिलोक सिंह, प्रताप सिंह (40) पुत्र देव सिंह, भागीरथी देवी (36) पत्नी प्रताप सिंह, विजय (15) पुत्र प्रताप सिंह, मंजू (12) पुत्री प्रताप सिंह सभी निवासी ग्राम बाण, तहसील थराली जिला चमोली शामिल हैं। तहसीलदार ने बताया कि यह सभी लोग ऋषिकेश से शादी की खरीदारी कर वापस थराली लौट रहे थे। रेस्क्यू में थाना देवप्रयाग के एसएसआई अनिरूद्ध मैठाणी समेत एसडीआरएफ के जवान शामिल रहे।
बताया जा रहा है कि मृतका पिंकी की 12 मई को शादी होनी थी। इसी सिलसिले में परिवार शादी की शॉपिंग के लिए ऋषिकेश आया था।

नैनीताल का रामगढ़ क्षेत्र गुरुदेव की कर्मस्थली रहा-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद नैनीताल के रामगढ़ मे शान्ति निकेतन ट्रस्ट फॉर हिमालया के तत्वाधान में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की 161 वां जयंती के शुभ अवसर पर आयोजित रविंदर जन्मोत्सव-2022 कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित करते हुए शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के दौरान संयोजक प्रोफ़ेसर अतुल जोशी, क्षेत्रीय विधायक राम सिंह कैड़ा, पूर्व विदेश सचिव शशांक, देवेंद्र ढेला देवेंद्र बिष्ट, भाजपा के मंडल अध्यक्ष कुंदन चिलवाल आदि जनप्रतिनिधि द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री धामी ने गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर के 161 वां जन्मोत्सव दिवस पर बधाई दी और रामगढ़ विश्व भारती केंद्रीय विश्वाविद्यालय के प्रथम परिसर का भी भूमि पूजन किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के मंत्र पर अग्रसर है और जनकल्याण को समर्पित है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार जनकल्याण की भावना के अनुरूप लगातार प्रदेश का चहुमुखी विकास कर रही है। प्रधानमंत्री का राज्य के प्रति गहरा लगाव है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सबका साथ एवं सबका विकास के तहत कार्य करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। रामगढ़ क्षेत्र के टैगोर टॉप स्थित गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की कर्मस्थली जहां उन्होंने 19वीं शताब्दी में 5 बार यहां आकर अपनी काव्य रचना की। उन्हें साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला जो किसी एशियाई को पहला नोबेल पुरस्कार था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामगढ़ में रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के परिसर की स्थापना में अपनी रुचि व्यक्त की है, वह उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस सौगात से जहां विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय उत्तराखंड को भारत के प्रमुख शिक्षा केन्द्र के रूप में स्थापित होने का अवसर प्राप्त होगा। वहीं स्थानीय युवाओं के लिए स्वरोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे, तथा यह राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय शोधार्थियों के लिए भी नया गंतव्य बनेगा। उन्होंने कहा इसके लिए केंद्रीय राज्य मंत्री पर्यटन मंत्री एवं सांसद अजय भट्ट, पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के विशेष प्रयास रहे।
उन्होंने कहा कि विश्व भारती की स्थापना के लिए प्रथम चरण में 150 करोड़ रूपये की डीपीआर केन्द्र सरकार में स्वीकृति की प्रक्रिया में है, उत्तराखंड सरकार द्वारा 45 एकड़ भूमि मे विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय के परिसर की स्थापना की औपचारिकता पूर्ण कर ली गई। उन्होंने प्रो विदयुत चक्रवर्ती, कुलपति विश्वभारती पश्चिम बंगाल तथा शांतिनिकेतन ट्रस्ट फॉर हिमालया के प्रवासियों का भी धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का होगा। जो देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य होगा।
कार्यक्रम में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामगढ़ द्वारा सांस्कृतिक एवं देवभूमि सांस्कृतिक दल द्वारा छोलिया नृत्य की प्रस्तुति दी विभागों द्वारा उद्यान विभाग ग्रामीण आजीविका मिशन बोराकोट द्वारा स्टॉल भी लगाइए।
इस अवसर पर रविंद-सृजनिका नामक पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।
इस अवसर विधायक भीमताल राम सिंह कैड़ा, कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति एनके जोशी, जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, परियोजना निर्देश अजय सिह और भारी जन समूह उपस्थित रहा।