राज्य के विकास में युवाओं की भूमिका अहम-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सांय मुख्यमंत्री आवास में वर्चुअल रोजगार एवं उद्यमिता संवाद आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड बोधिसत्व विचार श्रृंखला की पांचवी संगोष्ठी को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोधिसत्व विचार श्रृंखला की रोजगार एवं उद्यमिता संवाद संगोष्ठी में तकनीकी दक्षता प्राप्त कर रहे छात्रों एवं विषय विशेषज्ञ शिक्षकों, विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार के माध्यम से समाज को नई राह दिखाने वाले युवा उद्यमियों के विचार इस विचार श्रृंखला को नई दिशा देने में प्रभावी भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास उत्तराखण्ड को ब्राण्ड मॉडल बनाने का भी कार्य करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा कैम्पस सलेक्शन न होने वाले छात्रों को प्रशिक्षित करने के प्रयासों की सराहना की तथा ऐसे छात्रों को लेटर ऑफ इन्ट्रेन भी प्रदान किये, उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के प्रयास युवाओं के भविष्य को संवारने में मददगार होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्थापना के दो दशक के बाद उत्तराखण्ड युवा राज्य बन चुका है। पिछले दो दशकों में राज्य के विकास के लिये सतत प्रयत्न किये गये हैं, जिनका असर धरातल पर दिखाई भी दे रहा है। इन दशकों में राज्य के विकास का आधारभूत ढ़ांचा बनाने के लिये भी कई पहलुओं पर प्रयोग हुए हैं। प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिये एक दूरगामी योजना बनाने के लिये समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों एवं विषय विशेषज्ञों को सहयोगी बनाने का हमारा प्रयास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लोगों ने देश व दुनिया में अनेक क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा एवं योग्यता से अपनी पहचान बनायी है। राज्य के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा के निर्धारण में विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों एवं प्रबुद्ध जनों को सहयोगी बनाये जाने का हमारा प्रयास है। इसके लिये इस विचार श्रृंखला की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि इस श्रृंखला में प्राप्त होने वाले सुझाव व विचार उत्तराखण्ड को 2025 में रजत जयंती वर्ष के अवसर पर राज्य को देश का श्रेष्ठ व अग्रणी राज्य बनाने में मददगार होंगे, इसके लिये सभी विभागों का आगामी 10 सालों का रोड मैप भी तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अच्छी स्कूल हो, शिक्षा का बेहतर वातावरण हो, स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास हो, राज्य के आय के संसाधनों की वृद्धि के साथ ही मूलभूत सुविधाओं के विकास पर कैसे नियोजित ढंग से व्यय हो, पलायन रूके, बेरोजगारी दूर हो इस प्रकार की ज्वलंत समस्याओं का हमें समाधान करना है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी सीमित है, इससे ही बेरोजगारी दूर नहीं होगी। इसके लिये स्वरोजगार की दिशा में पहल की गई है। विभिन्न विभागों के 24 हजार पदों के साथ ही पुलिस विभाग में रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है। सरकारी नौकरी हजारों में है और बेरोजगारी लाखों में, यह विषय सभी के लिये सोचनीय है इसके लिये हम सबको सहयोगी बनना होगा। इसमें बुद्धिजीवियों, विषय विशेषज्ञों, समाजसेवियों, सभी को योगदान देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन हमारी आर्थिकी का महत्वपूर्ण आधार है, इसके लिये राज्य में होम स्टे योजना को प्रभावी बनाया गया है। इनकी संख्या लाखों में पहुंचे इसके भी प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.पी. ध्यानी ने कहा कि उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध हों उन्हें तकनीकी दक्षता का बेहतर माहौल उपलब्ध हो, कैम्पस सलेक्शन न होने वाले छात्रों को कैम्पस में उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था पर ध्यान दिया जा रहा है। ऐसे 250 छात्रों को संस्थान द्वारा प्रशिक्षित भी किया गया है।
संवाद कार्यक्रम में न्यूयार्क युनिवर्सिटी के डीन आशीष जोशी ने सुझाव दिया कि कम्यूनिटी हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावो देने के साथ ही राज्य के विकास का मॉडल तैयार किया जाना चाहिये इसमें हर क्षेत्र में कार्य करने वालों को सहयोगी बनाने के लिये रिसर्च सेंटर की स्थापना की बात उन्होंने कही। स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास से सम्बन्धित उद्यम से जुड़े सीएस डांगी ने राज्य के उत्पादों को पहचान दिलाने तथा विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के बुद्धिजीवियों की टीम बनायी जाने तथा नवाचार के प्रति विशेष ध्यान देने पर बल दिया। युवा उद्यमी तरूण कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड में हेंडी क्राफ्ट को बढ़ावा देने की बड़ी संभावना है। कास्तकारों की आय तथा स्वरोजगार के अवसर इससे बढ़ सकेंगे। इसके साथ ही संवाद कार्यक्रम में तकनीकि प्रशिक्षण एवं कौशल विकास से जुड़े अमित गोस्वामी, आंचाल डाकिया ने अपने विचार साझा किये। प्रदेश के सभी प्रमुख संस्थानों के शिक्षक छात्र तथा देश के विभिन्न क्षेत्रों से विषय विशेषज्ञ इस संवाद कार्यक्रम से जुड़े थे।
कार्यक्रम के संयोजक एवं मुख्यमंत्री के मुख्य समन्वयक प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया अब तक बोधिसत्व की 5 विचार श्रृंखलायें तथा 13 विचार गोष्ठी आयोजित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि विचार श्रृंखला में प्राप्त सुझावों को संकलित किया जायेगा तथा इससे भविष्य की योजना तैयार करने में मदद मिलेगी।

सीएम ने प्रदेशवासियों से अपील कर सहयोग मांगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोविड-19 एवं नये वेरिएंट ओमीक्रॉन के रोकथाम के संबंध में प्रदेश वासियों से अपील की है कि हम सभी भली भांति परिचित हैं कि कोविड-19 संक्रमण अभी पूरी तरह से गया नहीं है। कम मात्रा में ही सही किन्तु आज भी कोविड-19 से ग्रसित रोगी औसतन लगभग 30 से 50 की संख्या में प्रतिदिन रिपोर्ट हो रहे हैं। जबकि आज 88 मामले दर्ज हुए हैं। इस वायरस के नये स्वरूप निरन्तर ही हमारे लिये चिंता का विषय बने रहते हैं। इस स्थिति में भी हम सबको मिलकर पूर्ण जन सहयोग व पूरी शक्ति के साथ इस महामारी से लड़ना है, अपना एवं अपनों का बचाव करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस सम्बन्ध में अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रही है। कोविड-19 व उसके नये वेरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन इसकी रोकथाम हेतु सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कोविड से बचाव के उपायों को हमें छोड़ना नहीं है वरन पूरी शिद्दत के साथ उसका पालन करना है।
मुख्यमंत्री ने अपील की है कि सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, साबुन पानी अथवा हैन्ड सेनीटाइज़र से हाथों को निरन्तर साफ करें भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, सर्दी-जुकाम के लक्षण होने पर जांच करवायें एवं आस-पास के लोगों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि देश भर में कोविङ-19 के रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। उत्तराखण्ड राज्य में भी औसतन मामूली बढ़ोतरी दर्ज हुई है। कोविड को पुनः महामारी का रूप लेने से रोकने के लिये पूर्ण प्रयास किये जा रहे हैं।
राज्य में कुल तीन सौ दो (302) सक्रिय रोगी हैं। कुछ को प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों एवं अधिकांश लक्षणहीन रोगियों को होम आइसोलेशन में रखकर निगरानी करते हुये उपचार प्रदान किया जा रहा है। राज्य का रिकवरी रेट 95.98 प्रतिशत है। राज्य में कोविड-19 उपचार हेतु पर्याप्त आइसोलेशन ब्रेड ऑक्सीजन सपोर्ट बेड, आई०सी०यू० बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर व ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर उपलब्ध है। साथ ही प्रदेश में इकहत्तर (71) ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट कार्यशील है एवं सत्रह (17) ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट स्थापना का कार्य गतिमान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में कोविड-19 टीकाकरण में भी प्रबल रूप से कार्यवाही की गई है। वर्तमान में कोविड-19 टीकाकरण की प्रथम डोज 100 प्रतिशत लोगों को प्रदान की जा चुकी है व द्वितीय डोज भी यानि पूर्ण टीकाकरण 82 प्रतिशत लोगों को दिया जा चुका है। राज्य में दिनांक 3 जनवरी, 2022 से कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण 15 से 18 वर्ष (वर्ष 2007 या उससे पूर्व जन्मे) तक के समस्त बच्चों का वैक्सीनेशन एवं दिनांक 10 जनवरी, 2022 से स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं एवं फ्रंट लाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को मोर्बिडिटी वाले नागरिकों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। 30 दिसम्बर, 2021 तक उत्तराखण्ड राज्य में चार (04) कोविड-19 ओमीक्रॉन वेरिएंट रोगी की पुष्टि हुई है। चारों ही रोगी अब कोविड मुक्त हैं एवं पूर्णतयः स्वस्थ हैं। ओमीक्रॉन को फैलने से रोकने के लिये सभी प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि सभी प्रदेश वासियों के सम्मिलित सहयोग से हम इस नये वेरिएंट को फैलने से रोकने में सफल होंगे।

नया वर्ष राज्य के सभी नागरिकों के लिए उत्साह और उमंग लेकर आये-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी प्रदेशवासियों को नववर्ष 2022 की बधाई दी है। नववर्ष की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों के सुख, शांति व समृद्धि की कामना की है। आने वाला वर्ष हम सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में बहुत से ऐसे काम हुए हैं, जो कि पहले मुमकिन नहीं लग रहे थे। पिछले पांच वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रूपए से अधिक की विभिन्न परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत हुई हैं। इनमें बहुत सी योजनाओं पर काम हो गया है या काम तेजी से चल रहा है। हमने कनेक्टिविटी को विकास का मूल मानकर कार्य किया है। पहाड़ पर रेल का जो स्वप्न उत्तराखण्ड की कई पीढ़ियां वर्षों से देख रहीं थीं वो भी अब साकार होता प्रतीत हो रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन और टनकपुर-बागेश्वर रेललाइन परियोजना भी इसी का उदाहरण है। केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री की सड़क कनेक्टीवीटी में सुधार के लिए 889 किलोमीटर की चारधाम सड़क परियोजना पर काफी कुछ काम किया जा चुका है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है। ऊधमसिंहनगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है। एक तरफ राज्य के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने का काम किया जा रहा है वहीं पर्यटन, रोजगार और पलायन जैसे विषयों पर भी ठोस रणनीति बना कर प्रो एक्टिव मोड़ में कार्य किये जा रहे हैं। हमारी होम स्टे योजना पर्यटन और पर्यटन केंद्रित रोजगार के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर रही है। उत्तराखण्ड देवभूमि ही नहीं, वीरभूमि भी है। देहरादून में भव्य सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण कर इसे पहले से भी अधिक भव्यता प्रदान की गई। यहां परम पूज्य आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि का पुनर्निर्माण किया गया। हाल ही में प्रधानमंत्री ने पांच हजार सात सौ सैंतालीस करोड़ रूपये की लखवाड़ बहुउद्देशीय परियोजना का शिलान्यास किया। इस परियोजना से 300 मेगावाट जल विद्युत का उत्पादन होगा जिससे हमारा प्रदेश न केवल ऊर्जा के क्षेत्र में एक ’’पावर हाउस’’ बनेगा बल्कि हमारे यहां बड़े स्तर पर रोजगारों का सृजन भी होगा। साथ ही साथ इस परियोजना से 6 राज्यों को पीने का पानी भी उपलब्ध होगा। कुमाऊं संभाग में लगभग 500 करोड़ से अधिक की लागत से एम्स का सेटेलाईट सेंटर के प्रारम्भ होने के पश्चात उत्तराखण्ड भारत का वह पहला राज्य बन जाएगा जहां एम्स के अतिरिक्त एम्स का सेटेलाइट सेंटर भी स्थापित होगा। पहाड़ के दुर्गम क्षेत्रों तक उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के उद्देश्य से 455 करोड़ रुपये की लागत से पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है।
हमारी सरकार युवाओं के लिए समर्पित सरकार है। हमने 24 हजार सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की है। राज्य की भर्ती परीक्षाओं में आवेदन शुल्क से राहत दी गई है। समूह-ख व ग के पदों पर चयन में अभ्यर्थियों को आयु सीमा में एक वर्ष की छूट दी गई है। संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए, सी.डी.एस एवं उसके समकक्ष लिखित परीक्षा पास करने पर परिवार की आर्थिक स्थिति के आधार पर अभ्यर्थी को साक्षात्कार की तैयारी के लिये 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता दी जा रही है। ऑनलाईन पढ़ाई को और सुगम बनाने के लिए राज्य के राजकीय स्कूलों के कक्षा 10 और 12 के छात्र-छात्राओं और गवर्नमेण्ट डिग्री कॉलेजों के छात्रों को टैबलेट के लिए डीबीटी द्वारा राशि उपलब्ध कराई जायेगी।
कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर में हमारे कोविड-वारियर्स द्वारा सराहनीय काम किया गया। प्रोत्साहन व सम्मान राशि द्वारा हमारी सरकार ने इनके मनोबल को बढ़ाने का काम किया है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमने कोविड से प्रभावित लोगों को जितना सम्भव हो सकता है, राहत पहुंचाने की पूरी कोशिश की है। प्रदेश में कोविड-19 से प्रभावित पर्यटन, परिवहन व संस्कृति क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए लगभग 200 करोड़, चिकित्सा क्षेत्र के लिए 205 करोड़ जबकि महिला स्वयं सहायता समूहों और राज्य सरकार की स्वरोजगार योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों को 118 करोड़ रूपए का कोविड राहत पैकेज दिया जा रहा है। लाभार्थियों के खातों में डीबीटी द्वारा राहत राशि पहुंचनी भी शुरू हो गई है। प्रदेश में कोविड से प्रभावित परिवारों के निराश्रित बच्चों को वात्सल्य योजना का सहारा दिया गया है। ऐसे बच्चों को 21 वर्ष की आयु तक 3000 रुपये प्रति माह दिये जायेंगे। राज्य सरकार इन बच्चों का एक अभिभावक की तरह पूरा संरक्षण करेगी।
प्रधानमंत्री की प्रेरणा से दुनिया का सबसे बड़ा कोविड वैक्सीनेशन अभियान ‘सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ देश में संचालित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड पूर्ण रूप से पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज लगाये जाने वाला राज्य बन गया है। शत प्रतिशत दूसरी डोज का लक्ष्य भी जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। प्रत्येक जिले में आक्सीजन प्लांट प्रारम्भ किए गए हैं। हमने राज्य में निशुल्क जांच योजना प्रारम्भ की है। इसके तहत मरीजों को 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निशुल्क सुविधा मिल रही है। आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना में 44 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री जी के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए हमने मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना की शुरूआत की है। इसके तहत प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर माता और नवजात कन्या शिशु को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट उपलब्ध कराई जा रही है। हमारी सरकार ने आंगनबाड़ी बहनों के मानदेय में बढ़ोतरी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हर विभाग से अगले दस साल का रोड मैप मंगवाया है, ताकि हम भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप राज्य के विकास का खाका खींच सकें। उत्तराखण्ड को लेकर हमारी नीति और नीयत दोनों ही स्पष्ट हैं, ईमानदार हैं। जिस विकास पथ पर अपना उत्तराखण्ड बढ़ चला है, हमें इस यात्रा को रुकने नहीं देना है। हमने अपने प्रदेश को, राज्य की रजत जयंती वर्ष 2025 तक भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 2 वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोविड से सफलापूर्वक लड़ाई लड़ी है। अभी भी हमें सावधानी बरतनी है। पूरे विश्व ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोविड से निपटने के लिये किये गये कार्यों की सराहना की है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से नये वर्ष का उत्सव मनाते समय कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है।

रोजगार मेले में मुख्यमंत्री ने 42 युवाओं को दिए नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत एवं संसदीय कार्य, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत ने संयुक्त रूप से वृहद कौशल एवं सेवायोजन रोजगार मेले का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 42 युवाओं एवं युवतियों को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किये।
कौशल रोजगार मेले मे जनपदों से आये युवाओं एवं युवतियों को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी युवा ऊर्जावान हैं। युवा जिन क्षेत्रों में जायें वहां आपका नेतृत्व हो यही हमारी कामना है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पूरे प्रदेश के जनपदों में रोजगार मेले का आयोजन लगातार किया जा रहा है। इन मेलों से युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे है। रोजगार मेले के लिए प्रदेश के बेरोजगार युवा घर बैठे पंजीकरण करा सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा सरकार का मुख्य उद्देश्य रोजगार के साथ-साथ स्वरोजगार को बढाना है। उन्होंने कहा प्रदेश मे 3700 होम स्टे पंजीकृत हैं जिसके अन्तर्गत 8000 युवा एवं युवतियों को स्वरोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा प्रदेश मे लम्बे समय से पुलिस विभाग की भर्तियां नहीं निकली थी, सरकार ने 1764 पुलिस की भर्तियां निकाल दी हैं इसके साथ ही सभी विभागों की भर्तियां प्रारम्भ हो चुकी है। उन्होने कहा जिन विभागों में पद रिक्त है जल्दी से जल्दी भरने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा सरकार रोजगार के साथ-साथ स्वरोजगार के लिए वीर चन्द्र गढ़वाली योजना में धनराशि को 25 लाख तक बढ़ाने का प्रावधान किया है साथ ही होमस्टे में और सब्सिडी बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा सरकार ने सरकारी नौकरियों के लिए एक वर्ष की आयु सीमा बढ़ा दी है तथा प्रदेश में परीक्षा के फार्म के आवेदन शुल्क भरने के लिए आवेदक को कोई शुल्क नहीं देना होगा इसके साथ ही आईएएस, पीसीएस, एमबीबीएस, लोक सेवा आयोग की तैयारियों हेतु जो बच्चे प्री-क्वालीफाई कर देते है उन्हें आगे की तैयारियों हेतु 50 हजार रूपये सरकार द्वारा दिये जा रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा वोकल फॉर लोकल के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है। सरकार इसके लिए क्षेत्रीय उत्पादों को बाजार तक लाने के लिए स्वयं सहायता समूहों के द्वारा इसको बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के सभी युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ा जायेगा इसके लिए सरकार कृत संकल्प है।
एचएन इन्टर कॉलेज मे वृहद कौशल एवं सेवायोजन मेले में प्रदेश की 35 कंपनियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। रोजगार मेले में विभिन्न जनपदों से आये 1150 युवा एवं युवतियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इस अवसर पर तीन कम्पनियों द्वारा 162 युवाओं का वर्चुअल ऑनलाइन इंटरव्यू कर 7 लोगों की नियुक्ति दी गई।
इसके उपरांत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने होटल क्रिस्टल परिसर में बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित करते हुये कार्यक्रम का शुभारम्भ कर प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। उन्होंने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। व्यापार मण्डल द्वारा मुख्यमंत्री का स्मृति चिन्ह एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की जो भी मांग है सरकार उनकी मांगों को पूरा करने का प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रत्येक वर्ग के हित के लिए कार्य कर रही है। व्यापार प्रदेश के विकास के लिए अहम है। इस अवसर पर नवनिर्वाचित अध्यक्ष योगेश शर्मा, उपाध्यक्ष सचिन गुप्ता, महामंत्री मनोज,गीता काण्डपाल संदीप सक्सेना आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश अध्यक्ष नवीन शर्मा द्वारा किया गया।
रोजगार मेले में महापौर डॉ जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, जिलाध्यक्ष भाजपा, प्रदीप बिष्ट, ब्लाक प्रमुख रूपा देवी, प्रकाश हर्बाेला, शंकर कोरंगा के अलावा आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी नीलेश आन्नद भरणे, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल,एसएसपी पंकज भटट,निदेशक सेवायोजन प्रशिक्षण विनोद गिरी गोस्वामी, संयुक्त निदेशक जेएम नेगी, उपनिदेशक चन्द्रकान्ता, स्मिता अग्रवाल, सहायक निदेशक वाई एस रावत, ममता चौहान, जिला सेवायोजन अधिकारी राजेश दुर्गापाल के साथ ही जनपदों से आये हजारों की संख्या में युवा एवं युवती रोजगार मेले में उपस्थित रहे।

सैन्यधाम के निर्माण में तेजी लाये अधिकारी-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में सैन्यधाम के संबंध में बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सैन्यधाम का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाय। कार्यों की चरणबद्ध कार्य योजना बनाई जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि निर्माण कार्य शुरू होने में बिल्कुल भी विलम्ब न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्यधाम के निर्माण के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा सभी आवश्यक कार्यवाही समय पर पूर्ण की जाय। सैन्यधाम भव्य एवं दिव्य बनाया जायेगा। उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ ही वीर भूमि भी है।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, प्रमुख सचिव एल.फैनई, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, मेजर जनरल सम्मी सभरवाल (से.नि), जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर. राजेश कुमार एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर जोर, स्वास्थ्य नीति का मसौदा तैयार

उत्तराखंड में लोगों को बेहतर और गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पहली बार उत्तराखंड की स्वास्थ्य नीति-2021 तैयार कर रही है। स्वास्थ्य विभाग ने नीति का खाका तैयार किया है। जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं को सुगम, सुलभ और गुणवत्ता युक्त बनाने पर सरकार का नीति में फोकस है। माना जा रहा है कि चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले सरकार स्वास्थ्य नीति पर फैसला ले सकती है। प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में जहां सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। वहीं, चुनिंदा बड़े अस्पताल हैं। जिससे मरीजों को आपातकालीन सेवा में इलाज के लिए दूसरे क्षेत्रों में आना पड़ता है।
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद चिकित्सा सुविधाओं की गुणवत्ता सुधारने और एकरूपता लाने के लिए सरकार ने इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड (आईपीएचएस) मानकों के अनुरूप अस्पतालों को स्थापित किया है। जिसमें 13 जिला अस्पताल, 21 उप जिला चिकित्सालय, 80 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 52 पीएचसी टाइप-बी, 526 पीएचसी टाइप-ए, 23 अन्य चिकित्सा इकाईयां, 1897 उप स्वास्थ्य केंद्र है। इसके अलावा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में हेल्थ वेलनेस सेंटर स्थापित किए गए हैं। एम्स ऋषिकेश के अलावा तीन राजकीय मेडिकल कॉलेज दून, श्रीनगर, हल्द्वानी चल रहे हैं। राजकीय मेडिकल कालेज अल्मोड़ा को शुरू किया जाना है। हरिद्वार, पिथौरागढ़ और रुद्रपुर में नए मेडिकल कालेज प्रस्तावित हैं। जिनका काम चल रहा है।
सोशल डेवलपमेंट फार कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल का कहना है कि उत्तराखंड में जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार और विभाग को फ्रेम वर्क बनाने की जरूरत है। इसके लिए सरकार को प्राथमिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा। कैग की रिपोर्ट के अनुसार 2017 से 2019 तक पिछले तीन साल में उत्तराखंड में स्वास्थ्य क्षेत्र में सबसे कम खर्च हुआ है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति पर 5887 रुपये खर्च हो रहे हैं। इसके साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ पर ध्यान देना होगा। सरकार निजी अस्पतालों को प्रोत्साहित करे, लेकिन निजी अस्पतालों की लूट खसोट पर नकेल कसनी चाहिए। तकनीकी का इस्तेमाल कर टेलीमेडिसिन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

स्पीकर ने सीएम से की मुलाकात, जाना स्वास्थ्य हाल

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री आवास पहुंच कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के बीच विभिन्न विषयों पर चर्चा वार्ता भी हुई।

मुलाकात के दौरान स्पीकर ने मुख्यमंत्री के हाथ पर लगी हुई चोट के बारे में जानकारी ली एवं शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। विधानसभा अध्यक्ष ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा पर शीघ्र ही शासनादेश जारी करने संबंधी विषय पर मुख्यमंत्री से आग्रह किया। साथ ही स्पीकर ने ऋषिकेश क्षेत्र में प्रस्तावित विभिन्न योजनाओं की स्वीकृति के लिए भी मुख्यमंत्री से बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भी विधानसभा अध्यक्ष को सभी विषयों पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

मिशन 2022ः कांग्रेस नेता का ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने विधानसभा ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत प्रतीत नगर के वैदिक नगर 1, 2 और 3 में घर-घर जाकर जनसंपर्क किया व आपकी आवाज हमारी प्रतिज्ञा अभियान चलाया और स्थानीय जनता से सुझाव लिए। उन्होंने विधानसभा चुनाव में प्रतिज्ञा पत्र के लिए आम जनमानस के साथ संवाद कर सुझाव भी माँगे।

पूर्व प्रधान वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि इस अभियान को आम जनमानस का समर्थन मिल रहा है और वह इस अभियान से जुड़ रहे हैं जिसमें मुख्य तौर पर युवा और महिलाओं की भागीदारी अधिक है। प्रधान ने बताया कि विधानसभा ऋषिकेश को विकसित करने के लिए पर्यटन के क्षेत्र से, व्यवसाय के क्षेत्र से, स्वास्थ्य के क्षेत्र से आम जनमानस की मूलभूत समस्याओं के सभी वर्गाे से क्षेत्र हित में सुझाव मांग रहे हैं और उनके सुझावों को ऋषिकेश के प्रतिज्ञा पत्र में शामिल करेंगे।

जनसंपर्क में यशपाल सिंह पंवार, सतीश रावत, रायवाला महिला ब्लॉक अध्यक्ष अंशुल त्यागी जिला महासचिव अलका क्षेत्री, मंजू पाठक, सपना ठाकुर, ज़िला महासचिव गीता देवी, जिला बूथ प्रभारी गजेन्द्र विक्रम शाही, राजेश गौड़, विश्वमोहन राणा, सतीश, लल्लन प्रसाद, संजय कुमार, गब्बर कैंतुरा, किशोर कुमार, राजन बिष्ट आदि शामिल थे।

विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में घमासान, प्रभारी पर साधा निशाना

हरीश रावत ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं और उनमें अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस आलाकमान के रवैये पर अंगुली उठाते हुए कुछ ऐसा भी लिख दिया है जिसे कुछ लोग उनके रिटायरमेंट से जोड़कर देख रहे हैं।
अगले कुछ ही महीने में उत्तराखंड में चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में अमूमन हर सर्वे में कांग्रेस के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के तौर पर सामने आने वाले हरीश रावत के कुछ ऐसे ट्वीट सामने आए हैं जो हाईकमांड से उनकी नाराजगी दिखाते हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस आलाकमान के रवैये पर अंगुली उठाते हुए कुछ ऐसा भी लिख दिया है जिसे कुछ लोग उनके रिटायरमेंट से जोड़कर देख रहे हैं।
हरीश रावत ने ट्वीट कर लिखा, है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिए, अब विश्राम का समय है!
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है बड़ी उहापोह की स्थिति में हूं, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवना केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।

खेलों से बढ़ता है आपसी भाईचाराः मुख्यमंत्री


अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी देहरादून में मुख्यमंत्री-XI एवं भाजयुमो-XI के बीच मैत्री क्रिकेट मैच खेला गया। मुख्यमंत्री XI ने यह मैच 04 रन से जीता। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कप्तानी में मुख्यमंत्री XI की टीम ने 7 ओवर के मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 02 विकेट खोकर 49 रन बनाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबाद 14 रन बनाए। लक्ष्य का पीछे करते हुए भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के नेतृत्व के भाजयुमो-XI निर्धारित 7 ओवर में 01 विकेट खोकर 45 रन बना पायी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जिस तरह खेलों से आपसी भाईचारा बढ़ता है, उसी तरह सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में भाईचारे को बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजनों का उद्देश्य होता है। आज दोनों टीमों के बीच क्रिकेट का मैत्री मैच खेला गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य उत्तराखण्ड का सतत विकास करना एवं अंतिम पंक्ति तक के लोगों तक पहुंचना है। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के नई खेल नीति लाई गई है। नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया गया है। युवाओं को आगे लाने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रणजी एवं भारतीय टीम में खेलने वाले उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक खजानदास, सहदेव सिंह पुण्डीर, देशराज कर्णवाल, भाजपायुमो के पदाधिकारी एवं सीएम कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।